मोतीलाल नेहरू खेल विद्यालय (MNSS) में वेव सीरीज शूटिंग विवाद के बाद हरियाणा सरकार अलर्ट हो गई है। सरकार ने फैसला किया है कि एमएनएसएस, राई को हरियाणा स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी (SUH) के प्रशासनिक नियंत्रण में रखा जाएगा। एसयूएच के कुलपति, उत्तराखंड के पूर्व डीजीपी अशोक कुमार को इस विद्यालय के समग्र प्रशासनिक नियंत्रक बनाया गया है। एमएनएसएस पिछले काफी समय से एक विवादित वेब सीरीज, कई मुद्दों, शिकायतों और छात्रों की संख्या में भारी कमी के कारण सुर्खियों में है। कुलपति सभी प्रशासनिक मामलों में स्कूल के प्रिंसिपल के रिपोर्टिंग और नियंत्रण अधिकारी होंगे। सरकार द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि, कुलपति के पास एमएनएसएस के प्रिंसिपल की सभी छुट्टियां, दौरा कार्यक्रम मंजूर करने और प्रिंसिपल की एसीआर दर्ज करने का अधिकार होगा। 2 सालों में 200 बच्चे छोड़ गए स्कूल सूत्रों के अनुसार, पिछले दो सालों में 170-180 छात्र स्कूल छोड़ चुके हैं। इसके अलावा, जैसे-जैसे संस्थान की प्रतिष्ठा धूमिल होती गई, कुछ शिक्षक और कोच भी इसे छोड़कर चले गए। विभाग ने इस मामले की विस्तृत जांच शुरू कर दी है। 14 जून को विभाग के निदेशक द्वारा जारी नए निर्देशों के अनुसार, उचित विचार-विमर्श के बाद, एमएनएसएस, राय पर एसयूएच के प्रशासनिक नियंत्रण के दायरे को स्पष्ट करने के लिए निर्देश जारी करने का निर्णय लिया गया है। क्या है वेव सीरीज शूटिंग विवाद स्कूल की उप-प्रधानाचार्य मौसमी घोषाल ने 27 मई 2023 को राय थाना पुलिस को दी अपनी शिकायत में कहा था कि ‘रंग दे मोहे’ शो की शूटिंग दिसंबर 2021 में मुंबई की एक कंपनी मेसर्स क्लिक ऑन आरएम प्राइवेट लिमिटेड द्वारा की गई थी। इसे एक साल और चार महीने बाद ओटीटी प्लेटफॉर्म एमएक्स प्लेयर पर सीरीज का नाम बदलकर ‘विरोध’ कर दिया गया। घोषाल ने आगे कहा कि कंपनी ने स्कूल प्रशासन से अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) मांगा था, लेकिन उसने इसे देने से इनकार कर दिया क्योंकि स्कूल अधिकारियों ने मांग की थी कि प्रमाण पत्र जारी करने से पहले उन्हें सीरीज दिखाई जाए। हालांकि, उन्होंने स्कूल से एनओसी के बिना ही सीरीज जारी कर दी। वेव सीरीज में एडल्ट सीन, गाली-गलौज उप-प्रधानाचार्य ने बताया कि इस सीरीज में स्कूल का नाम कमला नेहरू स्कूल भी दिखाया गया था। इसके अलावा, शो में एडल्ट सीन, गाली-गलौज और बेहद आपत्तिजनक दृश्य दिखाए गए थे। छात्रों को शराब और सिगरेट पीते हुए दिखाया गया था, जबकि एक खेल प्रशिक्षक को एक छात्रा से अवैध रूप से मदद मांगते हुए दिखाया गया था। उन्होंने कहा कि इन कारकों के कारण स्कूल की छवि खराब हुई है, जिससे छात्रों, शिक्षकों, प्रशिक्षकों और अभिभावकों की भावनाओं को ठेस पहुंची है। वेब सीरीज के निर्माता त्रेहान को भी पत्र लिखकर कहा गया है कि वे स्कूल का नाम और लोगो हटा दें, अन्यथा उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। 5 जून को दर्ज हुआ केस वाइस प्रिंसिपल घोषाल की शिकायत के बाद राय पुलिस ने 5 जून 2023 को आईटी एक्ट की धारा 67 के तहत त्रेहान दहिया और एमएक्स प्लेयर के खिलाफ मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी थी। एसएचओ ने बताया कि जांच में शामिल होने के लिए बुधवार को गिरफ्तार किए गए त्रेहान ने आरोप लगाया था कि कर्नल मोर (सेवानिवृत्त) ने एनओसी जारी करने के लिए और मांगें रखी थीं। एसएचओ ने बताया कि मामले की जांच अभी भी जारी है और जल्द ही कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की जाएगी। गौरतलब है कि खेल विभाग ने कर्नल अशोक मोर (सेवानिवृत्त) से प्रिंसिपल और डायरेक्टर का प्रभार वापस ले लिया है, जब तक कि उनके खिलाफ कई शिकायतों की जांच पूरी नहीं हो जाती। उप-प्रधानाचार्य घोषाल ने स्कूल के कार्यवाहक प्रिंसिपल और डायरेक्टर का पदभार संभाला हुआ है। मोतीलाल नेहरू खेल विद्यालय (MNSS) में वेव सीरीज शूटिंग विवाद के बाद हरियाणा सरकार अलर्ट हो गई है। सरकार ने फैसला किया है कि एमएनएसएस, राई को हरियाणा स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी (SUH) के प्रशासनिक नियंत्रण में रखा जाएगा। एसयूएच के कुलपति, उत्तराखंड के पूर्व डीजीपी अशोक कुमार को इस विद्यालय के समग्र प्रशासनिक नियंत्रक बनाया गया है। एमएनएसएस पिछले काफी समय से एक विवादित वेब सीरीज, कई मुद्दों, शिकायतों और छात्रों की संख्या में भारी कमी के कारण सुर्खियों में है। कुलपति सभी प्रशासनिक मामलों में स्कूल के प्रिंसिपल के रिपोर्टिंग और नियंत्रण अधिकारी होंगे। सरकार द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि, कुलपति के पास एमएनएसएस के प्रिंसिपल की सभी छुट्टियां, दौरा कार्यक्रम मंजूर करने और प्रिंसिपल की एसीआर दर्ज करने का अधिकार होगा। 2 सालों में 200 बच्चे छोड़ गए स्कूल सूत्रों के अनुसार, पिछले दो सालों में 170-180 छात्र स्कूल छोड़ चुके हैं। इसके अलावा, जैसे-जैसे संस्थान की प्रतिष्ठा धूमिल होती गई, कुछ शिक्षक और कोच भी इसे छोड़कर चले गए। विभाग ने इस मामले की विस्तृत जांच शुरू कर दी है। 14 जून को विभाग के निदेशक द्वारा जारी नए निर्देशों के अनुसार, उचित विचार-विमर्श के बाद, एमएनएसएस, राय पर एसयूएच के प्रशासनिक नियंत्रण के दायरे को स्पष्ट करने के लिए निर्देश जारी करने का निर्णय लिया गया है। क्या है वेव सीरीज शूटिंग विवाद स्कूल की उप-प्रधानाचार्य मौसमी घोषाल ने 27 मई 2023 को राय थाना पुलिस को दी अपनी शिकायत में कहा था कि ‘रंग दे मोहे’ शो की शूटिंग दिसंबर 2021 में मुंबई की एक कंपनी मेसर्स क्लिक ऑन आरएम प्राइवेट लिमिटेड द्वारा की गई थी। इसे एक साल और चार महीने बाद ओटीटी प्लेटफॉर्म एमएक्स प्लेयर पर सीरीज का नाम बदलकर ‘विरोध’ कर दिया गया। घोषाल ने आगे कहा कि कंपनी ने स्कूल प्रशासन से अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) मांगा था, लेकिन उसने इसे देने से इनकार कर दिया क्योंकि स्कूल अधिकारियों ने मांग की थी कि प्रमाण पत्र जारी करने से पहले उन्हें सीरीज दिखाई जाए। हालांकि, उन्होंने स्कूल से एनओसी के बिना ही सीरीज जारी कर दी। वेव सीरीज में एडल्ट सीन, गाली-गलौज उप-प्रधानाचार्य ने बताया कि इस सीरीज में स्कूल का नाम कमला नेहरू स्कूल भी दिखाया गया था। इसके अलावा, शो में एडल्ट सीन, गाली-गलौज और बेहद आपत्तिजनक दृश्य दिखाए गए थे। छात्रों को शराब और सिगरेट पीते हुए दिखाया गया था, जबकि एक खेल प्रशिक्षक को एक छात्रा से अवैध रूप से मदद मांगते हुए दिखाया गया था। उन्होंने कहा कि इन कारकों के कारण स्कूल की छवि खराब हुई है, जिससे छात्रों, शिक्षकों, प्रशिक्षकों और अभिभावकों की भावनाओं को ठेस पहुंची है। वेब सीरीज के निर्माता त्रेहान को भी पत्र लिखकर कहा गया है कि वे स्कूल का नाम और लोगो हटा दें, अन्यथा उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। 5 जून को दर्ज हुआ केस वाइस प्रिंसिपल घोषाल की शिकायत के बाद राय पुलिस ने 5 जून 2023 को आईटी एक्ट की धारा 67 के तहत त्रेहान दहिया और एमएक्स प्लेयर के खिलाफ मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी थी। एसएचओ ने बताया कि जांच में शामिल होने के लिए बुधवार को गिरफ्तार किए गए त्रेहान ने आरोप लगाया था कि कर्नल मोर (सेवानिवृत्त) ने एनओसी जारी करने के लिए और मांगें रखी थीं। एसएचओ ने बताया कि मामले की जांच अभी भी जारी है और जल्द ही कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की जाएगी। गौरतलब है कि खेल विभाग ने कर्नल अशोक मोर (सेवानिवृत्त) से प्रिंसिपल और डायरेक्टर का प्रभार वापस ले लिया है, जब तक कि उनके खिलाफ कई शिकायतों की जांच पूरी नहीं हो जाती। उप-प्रधानाचार्य घोषाल ने स्कूल के कार्यवाहक प्रिंसिपल और डायरेक्टर का पदभार संभाला हुआ है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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सैलजा ने हिसार के अर्बन एस्टेट में अपना निवास बनाया हुआ है। वह अर्बन एस्टेट टू के NYPS स्कूल के बूथ नंबर 111 पर मतदान करती हैं। इस बूथ पर कुमारी सैलजा कांग्रेस प्रत्याशी रामनिवास राड़ा के साथ मतदान करने पहुंची थी, मगर सैलजा के इस बूथ पर कांग्रेस बुरी तरह हारी। यहां तक कि हिसार में तीसरे स्थान पर रहे भाजपा उम्मीदवार डॉ. कमल गुप्ता को कांग्रेस उम्मीदवार से ज्यादा वोट मिले हैं। इस बूथ पर निर्दलीय प्रत्याशी सावित्री जिंदल की जीत हुई। इस बूथ पर 615 मतदताओं ने वोट दिए। इसमें से कांग्रेस प्रत्याशी को 58 वोट मिले, जबकि भाजपा के कमल गुप्ता को 64 और सावित्री जिंदल को सबसे ज्यादा 348 वोट मिले। उकलाना में कांग्रेस 28092 मतों से जीती
जहां एक ओर कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा के गांव में कांग्रेस बुरी तरह हारी, वहीं उकलाना सीट से कांग्रेस प्रत्याशी नरेश सेलवाल ने 28092 मतों से जीत हासिल की। सेलवाल ने भाजपा प्रत्याशी अनूप धानक का तीसरी बार विधायक बनने का सपना तोड़ दिया। दूसरी बार विधायक बने नरेश सेलवाल ने 78448 वोट हासिल किए, जबकि अनूप धानक को 50536 वोट मिले। सैलजा के समर्थकों की कटी थी टिकट
दरअसल, कुमारी सैलजा उकलाना, नारनौंद, बरवाला और हांसी में अपने समर्थकों के लिए टिकट मांग रही थी और लगातार लॉबिंग कर रही थी। मगर कांग्रेस ने उनके करीबियों व समर्थकों की टिकट काट दी थी, जिससे सैलजा ने चुनाव प्रचार से दूरी बना ली थी। इसका असर वोटिंग पर देखने को मिला। कांग्रेस नारनौंद और उकलाना छोड़कर बाकि जगहों से हार गई। नारनौंद में जीत के लिए कांग्रेस को पूरा जोर लगाना पड़ा, जबकि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने बड़े मार्जिन से नारनौंद और उकलाना से बढ़त हासिल की थी।
हिसार में मिट्टी तले दबने से मजदूर की मौत:सीवरेज लाइन ठीक करने का चल रहा था काम; बाहर निकलते समय ढ़ही मिट्टी
हिसार में मिट्टी तले दबने से मजदूर की मौत:सीवरेज लाइन ठीक करने का चल रहा था काम; बाहर निकलते समय ढ़ही मिट्टी हरियाणा के हिसार के सेक्टर-14 पार्ट 2 में सोमवार शाम को सीवरेज की खुदाई के दौरान मिट्टी गिर गई। मिट्ट्टी के नीचे दबने से एक मजदूर की मौत हो गई। घटना की सूचना मिलने पर सिटी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए हिसार के नागरिक अस्पताल में भिजवा दिया। मिली जानकारी के अनुसार मजदूर दीपक और उसका साथी अजीत मिट्टी की खुदाई के बाद बाहर निकल रहे थे। इस दौरान दीपक मिट्टी के ढेर तरफ से बाहर आने लगा। मिट्टी उसके ऊपर गिर गई। मौके पर मौजूद करीब 5-6 मजदूरों ने मिट्टी हटाने का काम शुरू किया। जेसीबी मशीन भी बुलाई गई। मिट्टी हटाने में करीब 30 मिनट लगे। इस दौरान दीपक का दम घुट गया और वह बेसुध हो गया। बाहर निकालने के बाद उसे तुरंत नागरिक अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टर ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है। दीपक शादीशुदा था और उसका करीब 2 साल का लड़का है। वह परिवार के साथ हिसार में सूर्य नगर की शिव कॉलोनी में रहता था। वह मजदूरी का काम करके परिवार का पालन पोषण कर रहा था। उसके दो भाई हैं। हिसार में 12 क्वार्टर निवासी मजदूर अजीत ने बताया कि सेक्टर 14 पार्ट 2 में HSVP विभाग द्वारा सीवरेज का काम किया जा रहा था। ठेकेदार प्रदीप मजदूरों से सीवरेज का कार्य करवा रहा था। सुबह करीब 9:00 बजे कार्य शुरू हुआ था। शाम तक 7 फुट मिट्टी की खुदाई की गई थी। पुरानी लाइन बंद होने के चलते सीवरेज पाइप को नई लाइन में जोड़ रहे थे। सीवर लाइन जोड़ने के बाद कार्य पूरा करने के बाद शाम करीब 4.30 बजे सीवरेज के खड्डे में अजीत और दीपक बाहर आने लगे। दीपक मिट्टी में दब गया। इस दौरान मौके पर मौजूद मजदूर अजय, रवि,विक्रम अजीत,व साहिल उसे बाहर निकलने का प्रयास किया। मजदूर के मिट्टी के नीचे दबने की सूचना के बाद डीएसपी तनुज कुमार शर्मा, सिटी SHO अमित बेनीवाल, नई अनाज मंडी चौकी इंचार्ज विनोद कुमार मौके पर पहुंचे। मृतक दीपक के परिजनों के बयान दर्ज कर पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी। मंगलवार को शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा। दिवाली के पर्व पर हुई युवक की मौत से परिवार सदमे में है।