होशियारपुर के ऊना रोड पर एक तेज रफ्तार कार अनियंत्रित होकर हेयर ड्रेसर की दुकान की दीवार से टकरा गई। इस हादसे में युवक की मौत हो गई। दुकान के बाहर खड़ी स्कूटी भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। तेज धमाके की आवाज सुनकर दुकानदार और पड़ोसी बाहर आए और गंभीर रूप से घायल युवक को अस्पताल पहुंचाया। जहां से सूचना मिली कि युवक की मौत हो गई है, वहां पीसीआर पुलिस के जवान मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण किया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। मृतक युवक की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है होशियारपुर के ऊना रोड पर एक तेज रफ्तार कार अनियंत्रित होकर हेयर ड्रेसर की दुकान की दीवार से टकरा गई। इस हादसे में युवक की मौत हो गई। दुकान के बाहर खड़ी स्कूटी भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। तेज धमाके की आवाज सुनकर दुकानदार और पड़ोसी बाहर आए और गंभीर रूप से घायल युवक को अस्पताल पहुंचाया। जहां से सूचना मिली कि युवक की मौत हो गई है, वहां पीसीआर पुलिस के जवान मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण किया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। मृतक युवक की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है पंजाब | दैनिक भास्कर
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मंदिर हमले में कनाडा सुप्रीम कोर्ट पहुंचा हिंदू पक्ष:भारतीय मूल के वकील ने दी याचिका, बोले-कोर्ट जांच करवाए; खालिस्तानी प्रदर्शन पर प्रतिबंध की मांग
मंदिर हमले में कनाडा सुप्रीम कोर्ट पहुंचा हिंदू पक्ष:भारतीय मूल के वकील ने दी याचिका, बोले-कोर्ट जांच करवाए; खालिस्तानी प्रदर्शन पर प्रतिबंध की मांग कनाडा के ब्रैम्पटन में हिंदू मंदिर में किए गए उपद्रव के मामले हिंदू पक्ष ने कनाडा सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। इस मामले में कनाडा के सर्वोच्च न्यायालय में भारतीय मूल के वकील विनीत जिंदल ये याचिका दायर की है। उन्होंने कहा कि हमने कनाडा के सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति रिचर्ड वैगनर के समक्ष अपील दायर की है। बीते दिन वकील विनीत जिंदल ने कनाडा के सर्वोच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार के समक्ष एक डिजिटल याचिका दायर की। जिसमें 3 नवंबर को हिंदू सभा मंदिर और भक्तों पर हमले में शामिल पील पुलिस अधिकारियों और एसएफजे जैसे खालिस्तानी समर्थक संगठनों और अन्य व्यक्तियों की कार्रवाई की जांच का अनुरोध किया गया। याचिका में अपराधियों को जवाबदेह ठहराने और कनाडा में हिंदू पूजा स्थलों की सुरक्षा की गारंटी देने के लिए सर्वोच्च न्यायालय की निगरानी में जांच की मांग की गई है। विनीत जिंदल ने कहा- कनाडाई न्यायपालिका की क्षमता में पूर्ण विश्वास के साथ हम आशा करते हैं कि न्याय होगा और हिंदू समुदाय को वह सुरक्षा मिलेगी जिसका वह हकदार है। साथ ही मांग की है कि कोर्ट द्वारा खालिस्तानियों के इस प्रदर्शन पर पूर्ण रूप से रोक लगाई जाए। कनाडा में पहले भी मंदिरों पर हो चुके हमले कनाडा के ब्रैम्पटन शहर में उच्चायोग ने हिंदू सभा मंदिर के बाहर कॉन्सुलर कैंप लगाया था। यह कैंप भारतीय नागरिकों की जरूरतों को पूरा करने के लिए लगा था। इसमें जीवन प्रमाण पत्र जारी किए जा रहे थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक 1984 में हुए सिख विरोधी दंगों के 40 साल पूरे होने को लेकर प्रोटेस्ट कर रहे खालिस्तानी वहां पहुंचे और उन्होंने लोगों पर हमला कर दिया। कनाडा में पिछले कुछ समय से हिंदू मंदिरों और समुदाय के लोगों को निशाना बनाए जाने से भारतीय समुदाय चिंतित है। पिछले कुछ सालों में ग्रेटर टोरंटो एरिया, ब्रिटिश कोलंबिया और कनाडा में बाकी जगहों पर हिंदू मंदिरों को नुकसान पहुंचाया गया है। PM मोदी ने उक्त हमले का किया था विरोध प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कनाडा में हिंदू मंदिर पर हुए इस हमले की कड़ी निंदा की थी। उन्होंने कहा था कि हमें कनाडा सरकार से कार्रवाई की उम्मीद है। ऐसी घटनाएं हमें कमजोर नहीं कर सकती। पीएम मोदी ने लिखा था कि मैं कनाडा में हिंदू मंदिर पर जानबूझकर किए गए हमले की कड़ी निंदा करता हूं। हमारे डिप्लोमेट्स को डराने के कायरतापूर्ण प्रयास भी उतने ही निंदनीय हैं। ऐसे हिंसक कृत्य भारत के संकल्प को कभी कमजोर नहीं कर सकते। हमें उम्मीद है कि कनाडा सरकार न्याय सुनिश्चित करेगी और कानून के शासन को बनाए रखेगी। कनाडाई पीएम ने भी घटना की निंदा की थी इस बारे में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भी निंदा की थी। जिसमें उन्होंने ब्रैम्पटन में हिंदू सभा मंदिर में हुई हिंसा को स्वीकार नहीं किया जा सकता। हर कनाडाई को अपने धर्म का स्वतंत्र और सुरक्षित तरीके से पालन करने का अधिकार है। घटना के बाद से इलाके में तनाव है। भारी संख्या में पुलिस की तैनाती की गई है। पील रीजनल पुलिस चीफ निशान दुरईप्पा ने लोगों से संयम बरतने की अपील की है। भारत का आरोप- वोट बैंक के लिए भारत विरोधी राजनीति कर रहे PM ट्रूडो भारत और कनाडा के बीच संबंधों में एक साल से भी ज्यादा समय से गिरावट देखी गई है। इसकी शुरुआत जून 2020 में खालिस्तानी समर्थक नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद हुई। पिछले साल सितंबर में PM ट्रूडो ने संसद में आरोप लगाया कि निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंसी का हाथ है। इसके बाद ट्रूडो ने पिछले महीने 13 अक्टूबर निज्जर हत्याकांड में भारतीय राजनयिकों के शामिल होने का आरोप लगाया था। इसके बाद भारत ने संजय वर्मा समेत अपने 6 राजनयिकों को वापस बुला लिया। भारत का कहना है कि कनाडा सरकार के आरोप बेबुनियाद हैं। कनाडा ने भारत सरकार के साथ एक भी सबूत साझा नहीं किया है। वे बिना तथ्य के दावे कर रहे हैं। ट्रूडो सरकार राजनीतिक लाभ उठाने के लिए जानबूझकर भारत को बदनाम करने की कोशिश में जुटी है। भारत के विदेश मंत्रालय ने पिछले महीने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि PM ट्रूडो की भारत से दुश्मनी लंबे समय से जारी है। उनके मंत्रिमंडल में ऐसे लोग शामिल हैं जो खुले तौर पर चरमपंथी संगठनों से जुड़े हुए हैं।
राजा वडिंग ने AAP पर कसा तंज:बोले- बरनाला में होगा पार्टी का अंतिम समागम, सुखबीर बादल भाजपा में होंगे शामिल
राजा वडिंग ने AAP पर कसा तंज:बोले- बरनाला में होगा पार्टी का अंतिम समागम, सुखबीर बादल भाजपा में होंगे शामिल पंजाब में 20 नवंबर को चार विधानसभा सीटों पर होने वाले उप चुनावों के लिए विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता अपने-अपने उम्मीदवारों के पक्ष में प्रचार कर रहे हैं। वहीं, पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग बरनाला में कांग्रेस प्रत्याशी कुलदीप सिंह काला ढिल्लों के पक्ष में प्रचार करने पहुंचे। इस मौके पर मीडिया से बात करते हुए राजा वडिंग ने कहा कि आम आदमी पार्टी का जन्म बरनाला और संगरूर में हुआ था। बरनाला उप चुनाव में लोग कांग्रेस पार्टी के साथ खड़े हैं और आम आदमी पार्टी का अंतिम समागम भी बरनाला उप चुनाव में होगा। उन्होंने कहा कि पंजाब में आम आदमी पार्टी को सत्ता में आए लगभग 3 साल हो गए हैं। इन 3 सालों में अरविंद केजरीवाल ने पंजाब के किसी भी इलाके की सार नहीं ली। लेकिन अब अरविंद केजरीवाल उप चुनाव के लिए प्रचार कर रहे हैं। बादल को पहले ही इस्तीफा दे देना चाहिए था : वडिंग उन्होंने कहा कि इन उप चुनावों में जनता ने आम आदमी पार्टी को पूरी तरह से नकार दिया है। शिरोमणि अकाली दल बादल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल के इस्तीफे के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि सुखबीर सिंह बादल को उस समय ही इस्तीफा दे देना चाहिए था, जब उनकी पार्टी की कोर कमेटी ने उनसे इस्तीफा देने के लिए कहा था। उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि सुखबीर सिंह बादल जल्द ही बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि इन विधानसभा उप चुनावों में कांग्रेस पार्टी बड़ी बढ़त के साथ जीत हासिल करेगी।
धीरेंद्र शास्त्री बोले- मैंने हरिहर मंदिर की बात की:जान से मारने की धमकी पर कहा- परवाना ने हरमंदिर साहेब समझा; जल्द अमृतसर जाऊंगा
धीरेंद्र शास्त्री बोले- मैंने हरिहर मंदिर की बात की:जान से मारने की धमकी पर कहा- परवाना ने हरमंदिर साहेब समझा; जल्द अमृतसर जाऊंगा ‘सनातन हिंदू एकता’ पदयात्रा के बाद बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने मंगलवार को शिवपुरी के करैरा में मीडिया से बात की। उन्होंने अपनी पदयात्रा से लेकर जान से मारने की मिली धमकी को लेकर बात की। उन्होंने भेदभाव-छुआछूत को खत्म कर हिंदू एकता को बढ़ाने की बात कही। धमकी वाली बात पर उन्होंने कहा- संभल के हरिहर मंदिर के बयान को समझने में उन्हें कुछ भेद हो गया, उन्हें एक बार फिर से मेरे बयान को सुनना चाहिए। पढ़िए…सवाल और धीरेंद्र शास्त्री के जवाब सवाल : आपको मारने की धमकी मिल रही है?
जवाब : वीडियो के माध्यम से हमें भी खबर मिली है। कोई जत्थे के सरदार श्री परवाना जी हैं। उन्होंने हमारे वीडियो के अर्थ को अनर्थ समझा। मैंने पदयात्रा के मध्य में उत्तर प्रदेश के संभल में जो जामा मस्जिद के लिए कोर्ट में अभी मुकदमा चल रहा है, एएसआई सर्वे भी हुआ। सर्वे के तहत हरिहर मंदिर के प्राचीन लेख और इतिहास मिले…इस संबंध में बयान दिया था। मैंने कहा था- यदि कोर्ट अपना आदेश निकालेगी तो हम सब महात्मा वहां जाकर प्राण-प्रतिष्ठा और अभिषेक करेंगे। पंजाब के परवाना जी ने जान से मारने की धमकी दी है। सरदार हमारे, सिख हमारे भाई हैं। हमारा परिवार हैं। उनकी तालियां, गालियां, धमकियां, उनका प्यार सब हमें स्वीकार है। उनकाे समझने में थोड़ा सा भेद हो गया, इसलिए उन्होंने इस प्रकार के शब्दों को बोला है। एक बार हमारे बयान को फिर से सुनें। हम नहीं चाहते कि हिंदू और सिख दो अलग-अलग हो जाएं, क्याेंकि हर मंदिर साहेब के प्रति हमारी स्वयं की निष्ठा है। हम स्वयं गुरुओं की पावन नगरी अमृतसर जाएंगे। परवाना जी हमारे अपने हैं। सिख धर्म के सब हमारे अपने हैं। परवाना जी ने जो भी कहा है, उनसे भूल हुई है। सवाल : आपकी मांग है कि संविधान में संशोधन कर भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित किया जाए?
जवाब : भारत के संविधान में 125 से ज्यादा बार संशोधन हो चुका है। हिंदुत्व के लिए एक बार और हो जाएगा तो कोई बड़ी बात नहीं है। आधार हमारा एक है। भेदभाव मुक्त करना, जात-पात मुक्त करना। लोगों के दिल में तलवार से नहीं विचारों से बदलाव आए। सनातन के प्रति सतर्क हों। अपनी आवाज को बुलंद कर धर्म विरोधियों को प्रति उत्तर देने का सामर्थ्य रखें। इस आधार पर हम हिंदू राष्ट्र बनाएंगे। सवाल : हिंदू राष्ट्र बन गया गया तो इसमें जातियों का क्या स्थान होगा?
जवाब : जातियां होंगी, पर जातिवाद नहीं होगा। हिंदू एक होगा, जातियों का सही स्थान होगा। सवाल : हिंदू राष्ट्र के लिए राजनीति में उतरना पड़े तो आप तैयार हैं?
जवाब : बिल्कुल भी नहीं। क्यों उतरूंगा। जरूरी थोड़ी है कि ऊपर से नीचे आना पड़े। कई ऐसे लोग हैं, जिन्होंने राजनीति में आए बिना भी काम किया है। बिना राजनीति में आए यह कार्य करूंगा। सवाल : शंकराचार्य जी ने कहा है कि आप जो हिंदुओं को जोड़ने की बात कर रहे हैं, राजनीतिक लोगों ने आपका इस्तेमाल किया है?
जवाब : वे हमारे आदर्श हैं। शंकराचार्यों पर हम कोई टिप्पणी नहीं कर सकते हैं। वे सनातन संस्कृति के आचार्य हैं। उन्हें कहने का पूरा अधिकार है। हमें यह अधिकार नहीं है। हमारा इस्तेमाल हमारे घरवाले नहीं कर पाए तो राजनेता क्या खाक करेंगे। सवाल : 1947 के चुनाव में 90 फीसदी मुस्लिमों ने मुस्लिम लीग का समर्थन किया था, तब हिंदू राष्ट्र घोषित नहीं करना क्या बड़ी भूल थी?
जवाब : राजनीति पर टिप्पणी करना, मेरी समझ से सही नहीं है। 1947 में मैं तो था नहीं। होते जो हम जरूर मांग करते। सत्ता में होते तो घोषित करते। पिछली बातें करेंगे तो हम अपनी बातों को सिर्फ फैलाएंगे। वर्तमान समय में जो घटना घटी हैं, चाहे वह बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार की बात हो, बहराइच, बरेली की घटना, मेवात, मणिपुर, राजस्थान के कन्हैयालाल की घटना हो, 8 साल के बच्चे आर्दश हेमराज की घटना हो, रामचरित मानस को बीच सड़क पर जलाया जाना हो या फिर पालघर में संतों को मारने की घटना हो… इससे सिद्ध होता है कि विशेष वर्ग के लोग हिंदुओं को टारगेट कर रहे हैं और हिंदू आपस में बंटकर मर रहे हैं, इसलिए हिंदू राष्ट्र होना जरूरी है। सवाल : अजमेर शरीफ में मंदिर के अवशेष मिलने की बात सामने आ रही है?
जवाब : कोर्ट मंदिर बनाने का आदेश दे दे तो वहां भी रामलाल जैसा भव्य मंदिर बन जाएगा। सवाल : आप कहते हैं हिंदू तर्कशील नहीं है?
जवाब : मैं इसलिए कहता हूं कि जब मुझसे देश या विदेश में इसे लेकर सवाल किए जाते हैं तो वो मुझसे मुंह की खाते हैं। कारण मेरे गुरुओं ने मुझे जो सिखाया है, मैं उससे उन्हें मुंह तोड़ जवाब देता हूं। मुसलमान को कुरान का ज्ञान, ईसाई को बाइबिल का ज्ञान, मुसलमान शुक्रवार को मस्जिद जाना नहीं छोड़ता, ईसाई रविवार को प्रेयर करना नहीं छाेड़ता। हिंदू को न तो गीता का ज्ञान है ना ही पुराण का। हिंदू न तो मंदिर जाता है, न गुरुओं के पास। वह भगवान और त्योहारों का मजाक बनाता है। हिंदू अपने ही भगवान का रूप बना करके नचवाता है। यह एक विचित्र तर्क जरूर है। आपको दीवार या दुकानों के सामने लिखा मिल जाएगा राम बूट हाऊस। कभी अल्लाह बूट हाऊस लिखा किसी दुकान के सामने देखा है। पटाखों के हमारे देवी देवताओं के चित्र छपे मिल जाएंगे। वे भी अपने देवी-देवताओं को कभी नहीं छापते, क्याेंकि वे इतने श्रद्धावन हैं, इतने कट्टर हैं। हम कट्टर नहीं हैं, इसलि हिंदू बर्बाद हो रहा है। इसलिए हम इंडोनेशिया, फिजी, नेपाल और मॉरीशस में अल्पसंख्यक हो गए। भारत के 9 राज्यों मणिपुर, मेघाल, त्रिपुरा, असम, केरल समेत इन राज्यों में तुम अल्पसंख्यक हो गए। धीरे-धीरे मध्यप्रदेश, यूपी में भी होगे। देश 2050 तक गजवा-ए-हिंदू हो जाएगा। अभी नहीं जागे तो कभी नहीं जाग पाओगे। सवाल : कई बार ऐसे बयान से एक वर्ग में डर पैदा हो जाता है?
जवाब : मुसलमानों को यह देश छोड़ने की जरूरत नहीं है। यह देश सबका है। देश संविधान से चलेगा, ना कि बाबा के ज्ञान से। सबको यहां रहने का अधिकार है। उनके भी दादा-परदादा ने देश को आजादी दिलाने में अपना अहम योगदान दिया है। इसको स्वीकारोक्ति के साथ कायदे में रहोगे तो फायदे में रहोगे। सवाल : आपकी पदयात्रा को लेकर लोग सवाल उठा रहे हैं?
जवाब : जो पदयात्रा में पैदल चला नहीं, जिसने वह सब देखा नहीं, उसे एक भी टिप्पणी करने का अधिकार नहीं है। सवाल : आज देश को जगाने की बात करते हैं, अब कह रहे हैं देश को बच्चों की जरूरत है, हिंदू बच्चे पैदा करे?
जवाब : जितने बच्चे, उतने ही अच्छे। क्वाॅन्टिटी से ज्यादा क्वॉलिटी होनी चाहिए। बच्चा एक हो, लेकिन कट्टर हिंदू हो। तीन या चार बच्चे नहीं होने से परिवार का विखंडन हो रहा है। परिवार खत्म हो रहा है। न चाचा का सुख मिल रहा, न बुआ का सुख रहा, न मौसी का सुख मिल रहा। एक या दो बच्चे होने में यह सुख खत्म हो रहा है, इसलिए चार बच्चे जरूरी हैं। सवाल: बांग्लादेश में हिंदुओं पर हत्याचार हो रहे हैं?
जबाव : हिंदुओं का अलग क्षेत्र होना चाहिए। बांग्लादेश में हिंदुओं को एकत्र होकर सड़कों पर आना चाहिए। वहां की सरकार को किसी भी हाल में हिंदुओं को सुरक्षा देनी चाहिए या इस्तीफा देना चाहिए। बांग्लादेश के हिंदुओं के साथ पूरे विश्व के हिंदुओं को सपोर्ट करना चाहिए। ऐसा नहीं कर पाए तो हम बुजदिल हैं, कायर हैं, डरपोक हैं। सवाल : आप हिंदुओं को एक करने की बात कह रहे हैं, यहां तो आरक्षण की लड़ाई चल रही है?
जबाव : आरक्षण एक अलग विषय है। हिंदू राष्ट्र विचारों की लड़ाई है, न की सरकारों की। सवाल : सनातनियों को मनाने के लिए क्या पहल करेंगे, आप सनातन बोर्ड बनाने की मांग भी कर रहे हैं?
जबाव : हम पहल कर ही रहे हैं। हिंदुओं को एक कर ही रहे हैं। सनातन बोर्ड के लिए यही सबसे बड़ी पहल है। आप लोगों के माध्यम से बात सरकारों तक पहुंचा रहे हैं, ताकि सरकार के लोग जागें। या तो वक्फ बोर्ड खत्म हो सनातन बोर्ड बने। हिंदू राष्ट्र बनेगा तो सनातन बोर्ड की जरूरत ही नहीं पड़ेगी, उसी में सब आ जाएगा। 100 करोड़ हिंदुओं में हमें एक करोड़ कट्टर हिंदुओं की जरूरत है। इस दुनिया में अभी तहलका मचा रखा है AI (आर्टिफिशियल इंटेलीजेंट) ने। हमारे हिंदुओं में एक ही सबसे बड़ी कमजोरी है। वो अपने तथ्यों को, गीता, रामायण पुराण को पढ़ता नहीं है या तथ्य रख नहीं पाता है। AI के बाद भारत को बचाने के लिए HI (हिंदू इंटलेएक्चुअल) की जरूरत है। सवाल : अगली पदयात्रा कब और कहां से करेंगे?
जबाव : 2025 में समय और तिथि निश्चित नहीं हुई है। वृंदावन से दिल्ली की ओर यात्रा करेंगे, जो संपूर्ण समाज को एक करने और 200 से 300 सालों में हिंदुओं में सबसे बड़ी खाई जात-पात, ऊंच-नीच की है, उस खाई को भरकर हिंदुओं को एक करने के लिए, जब तक जिएंगे, इसके लिए कार्य करते रहेंगे। बाकी यात्राओं के बाद हम दक्षिण में यात्रा शुरू करेंगे। बैल्लूर से तिरुपति बालाजी तक जल्द ही हम अपनी यात्रा शुरू करेंगे। सवाल : प्रयागराज महाकुंभ में लाखों लोग जुड़ेंगे, वहां यात्रा को लेकर आपकी कोई प्लानिंग है क्या?
जवाब : नहीं, प्लानिंग से हम काम नहीं करते हैं। महाकुंभ में पहुंचकर सभी संतों के दर्शन करेंगे। हमारा एक मिशन और एक विजन है। हिंदुओं को एक करना। हिंदुओं को तर्कवादी बनाना। हिंदुओं को अपने अधिकार बताना। हिंदुओं को जागृत करना। हम बताने नहीं आए हैं, हम जगाने आए हैं। हम जगाकर रहेंगे, चाहे कोई कुछ भी कर ले। कितने भी अवरोध, रोड़े आ जाएं। हम न झुकेंगे, न रुकेंगे, न मुड़ेंगे, जब तक हिंदू एक नहीं हो जाता। कहा था- हरिहर मंदिर में रुद्राभिषेक हो जाना चाहिए
मुरादाबाद के एक धार्मिक कार्यक्रम में पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा था कि अब तो आवाज यहां तक भी आ गई। अब तो जल्दी से जल्दी उस मंदिर की पूजा भी प्रारंभ हो जानी चाहिए। अयोध्या में राम जी बैठ गए। काशी में नंदी भगवान निकल आए। यह मुहूर्त है। अब हरिहर मंदिर में भी अभिषेक-रुद्राभिषेक हो जाना चाहिए। परवाना ने कहा- गोल्डन टेंपल के लिए यह बात कही
सिख कट्टरपंथी बरजिंदर परवाना ने कहा- बागेश्वर धाम वाले साधु ने बयान दिया कि वह जो हरमंदिर है, वहां हम अपनी पूजा करेंगे। अभिषेक करेंगे और मंदिर बनाएंगे। बागेश्वर वाला बाबा नोट कर ले कि आज से उसकी उल्टी गिनती शुरू हो गई है। चाहे जैसे मर्जी हो, तुझे भी मार डालेंगे। तू आ तो सही। हरमंदिर साहेब तो दूर, बागेश्वर वाला बाबा अमृतसर या पंजाब में आकर दिखाए। पढ़ें पूरी खबर…