हरियाणा में 3 दिन की बाारिश से मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिला है। दिन और रात के तापमान में 10 डिग्री तक की गिरावट आई है। सिरसा में हुई बारिश के दौरान कच्चे मकान की छत गिरने से उसके मलबे में दबकर एक महिला की मौत हो गई। हालांकि आज से फिर मौसम खुष्क रहेगा। यानी दिन और रात के तापमान में बढ़ोतरी होगी, लोगों को एक बार फिर गर्मी का एहसास होगा। 26 जून तक मौसम में कोई बदलाव देखने को नहीं मिलेंगे। अच्छी बात यह है कि 26 जून की रात से फिर मौसम बदलेगा, और बारिश के हालात बनेंगे। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि यह प्री-मानसून बारिश का सेकेंड फेज है। सूबे में मानसून जुलाई के पहले सप्ताह यानी 3 जुलाई से पहले आने की संभावना है। सिरसा में सबसे ज्यादा बारिश 24 घंटे में बारिश की बात करें तो सबसे ज्यादा बारिश सिरसा जिले में हुई। यहां 53 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई। इसके अलावा हिसार में 12.1 MM बारिश हुई। पानीपत में हुई 11 MM बारिश से राष्ट्रीय राज मार्ग पर पानी भर गया, जिससे आने जाने वाले लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा। मौसम विभाग के अनुसार करनाल, नारनौल और रोहतक में भी अच्छी बारिश हुई, जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिली। यहां पढ़िए आगे कैसा रहेगा मौसम चौधरी चरणसिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ मदन खीचड़ ने बताया कि राज्य में 22 जून से 26 जून तक मौसम खुष्क रहेगा, लेकिन बदलाव की भी पूरी संभावना बनी हुई है। इस दौरान दिन के तापमान में हल्की बढ़ोतरी होने की संभावना है। पश्चिमी हवाएं चलने के कारण बीच-बीच में हल्के बादल भी आने की संभावना है। बंगाल की खाड़ी की तरफ से मानसूनी हवाओं के असर से 26 जून की रात से मौसम में फिर बदलाव देखने को मिलेगा, जिससे 27 जून से राज्य में प्री मानसून बारिश का सेकेंड फेज शुरुआत की भी संभावना है, जिससे दिन के तापमान में गिरावट संभावित। यहां देखिए कहां कितना रहा तापमान हरियाणा में सबसे अधिक दिन का पारा भिवानी का रिकॉर्ड किया गया। यहां 41.5 डिग्री पारा दर्ज किया गया। इसके अलावा फरीदाबाद में 30.6, गुरुग्राम और अंबाला का 38.0, रोहतक का 35.6, कुरुक्षेत्र का 35.4, पानीपत 34.6 डिग्री, सिरसा का अधिकतम तापमान 34.4 और करनाल का 31.5 डिग्री पारा रिकॉर्ड किया गया। हरियाणा में 3 दिन की बाारिश से मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिला है। दिन और रात के तापमान में 10 डिग्री तक की गिरावट आई है। सिरसा में हुई बारिश के दौरान कच्चे मकान की छत गिरने से उसके मलबे में दबकर एक महिला की मौत हो गई। हालांकि आज से फिर मौसम खुष्क रहेगा। यानी दिन और रात के तापमान में बढ़ोतरी होगी, लोगों को एक बार फिर गर्मी का एहसास होगा। 26 जून तक मौसम में कोई बदलाव देखने को नहीं मिलेंगे। अच्छी बात यह है कि 26 जून की रात से फिर मौसम बदलेगा, और बारिश के हालात बनेंगे। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि यह प्री-मानसून बारिश का सेकेंड फेज है। सूबे में मानसून जुलाई के पहले सप्ताह यानी 3 जुलाई से पहले आने की संभावना है। सिरसा में सबसे ज्यादा बारिश 24 घंटे में बारिश की बात करें तो सबसे ज्यादा बारिश सिरसा जिले में हुई। यहां 53 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई। इसके अलावा हिसार में 12.1 MM बारिश हुई। पानीपत में हुई 11 MM बारिश से राष्ट्रीय राज मार्ग पर पानी भर गया, जिससे आने जाने वाले लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा। मौसम विभाग के अनुसार करनाल, नारनौल और रोहतक में भी अच्छी बारिश हुई, जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिली। यहां पढ़िए आगे कैसा रहेगा मौसम चौधरी चरणसिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ मदन खीचड़ ने बताया कि राज्य में 22 जून से 26 जून तक मौसम खुष्क रहेगा, लेकिन बदलाव की भी पूरी संभावना बनी हुई है। इस दौरान दिन के तापमान में हल्की बढ़ोतरी होने की संभावना है। पश्चिमी हवाएं चलने के कारण बीच-बीच में हल्के बादल भी आने की संभावना है। बंगाल की खाड़ी की तरफ से मानसूनी हवाओं के असर से 26 जून की रात से मौसम में फिर बदलाव देखने को मिलेगा, जिससे 27 जून से राज्य में प्री मानसून बारिश का सेकेंड फेज शुरुआत की भी संभावना है, जिससे दिन के तापमान में गिरावट संभावित। यहां देखिए कहां कितना रहा तापमान हरियाणा में सबसे अधिक दिन का पारा भिवानी का रिकॉर्ड किया गया। यहां 41.5 डिग्री पारा दर्ज किया गया। इसके अलावा फरीदाबाद में 30.6, गुरुग्राम और अंबाला का 38.0, रोहतक का 35.6, कुरुक्षेत्र का 35.4, पानीपत 34.6 डिग्री, सिरसा का अधिकतम तापमान 34.4 और करनाल का 31.5 डिग्री पारा रिकॉर्ड किया गया। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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विनेश फोगाट के सिल्वर मेडल पर फैसला आज:IOA ने वजन बढ़ने पर खिलाड़ी-कोच जिम्मेदार ठहराए; 100 ग्राम ज्यादा पर हुई थीं अयोग्य
विनेश फोगाट के सिल्वर मेडल पर फैसला आज:IOA ने वजन बढ़ने पर खिलाड़ी-कोच जिम्मेदार ठहराए; 100 ग्राम ज्यादा पर हुई थीं अयोग्य हरियाणा की रेसलर विनेश फोगाट को ओलिंपिक में सिल्वर मेडल मिलेगा या नहीं, इसका आज फैसला हो जाएगा। खेल कोर्ट यानी कोर्ट ऑफ आर्बिटरेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) आज अपना फैसला सुना सकता है। 10 अगस्त को कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखकर 13 अगस्त को फैसला सुनने की बात कही थी। आज डॉ. एनाबेले बेनेट फैसला सुनाएंगी। विनेश के पक्ष में दलीलें दी गईं कि रेसलर ने कोई फ्रॉड नहीं किया। फाइनल में पहुंचने के बाद सिल्वर मेडल की वह कन्फर्म दावेदार थीं। इंटरनेशनल ओलिंपिक कमेटी (IOC) के प्रेसिडेंट थॉमस बाक ने कहा था कि वह CAS के फैसले का पालन करेंगे। बता दें कि विनेश फोगाट ने ओलिंपिक में 50 kg वेट कैटेगरी में कुश्ती लड़ी थी। एक दिन में जापान की ओलिंपिक चैंपियन समेत 3 पहलवानों को पटखनी देकर वह फाइनल में पहुंची। हालांकि अगले दिन फाइनल मुकाबले से पहले उसका वेट 100 ग्राम ज्यादा निकल आया। जिस वजह से उसे अयोग्य करार दे दिया गया। इसी को लेकर विनेश ने खेल कोर्ट में अपील दायर की। जिस पर सुनवाई हुई। उधर, इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन (IOA) की अध्यक्ष पीटी उषा ने कहा- ”वजन का मैनेजमेंट करना खिलाड़ी और कोच की जिम्मेदारी है। खासकर कुश्ती, वेटलिफ्टिंग, बॉक्सिंग और जूडो जैसे खेलों में। इनमें एथलीटों के वजन मैनेजमेंट की जिम्मेदारी प्रत्येक एथलीट और उसके कोच की है, न कि IOA द्वारा नियुक्त चीफ मेडिकल अफसर डॉ. दिनशॉ पारदीवाला और उनकी टीम की।” विनेश के पक्ष में यह दलीलें भी रखी गईं
खेल कोर्ट में विनेश के पक्ष में कहा गया कि 100 ग्राम वजन बहुत कम है। यह एथलीट के वजन के 0.1% से 0.2% से ज्यादा नहीं है। यह गर्मी के मौसम में इंसान के शरीर के फूलने से भी आसानी से बढ़ सकता है क्योंकि गर्मी के कारण इंसान की जीवित रहने की जरूरत की वजह से शरीर में ज्यादा पानी जमा होता है। इसके अलावा विनेश को एक ही दिन में 3 कॉम्पिटिशन लड़ने पड़े। इस दौरान एनर्जी को मेंटेन करने के लिए भी उन्हें खाना पड़ा। इसके अलावा भारतीय पक्ष ने कहा कि खेल गांव और ओलिंपिक गेम्स के एरीना के बीच की दूरी और पहले दिन फाइट के टाइट शेड्यूल की वजह से विनेश को वजन घटाने का पर्याप्त टाइम नहीं मिला। विनेश का वजन पहले दिन की 3 कुश्तियां लड़ने के बाद 52.7 किलो पहुंच चुका था। भारतीय पक्ष ने यह भी कहा कि विनेश को 100 ग्राम वजन बढ़ने से दूसरे रेसलर के मुकाबले कोई फायदा नहीं होना था। यह सिर्फ जरूरी रिकवरी प्रोसेस का परिणाम था। एक दिन में लगातार 3 मुकाबले लड़ने के बाद उसके शरीर को डाइट की भी जरूरत थी। भारतीय पक्ष ने यह भी दलील दी कि विनेश फोगाट के मामले में कोई धोखाधड़ी या हेराफेरी जैसी बात नहीं है। न ही कोई डोपिंग जैसा कोई इश्यू है। पहले सारे मुकाबले सही लड़ने और फाइनल में अयोग्य होने की वजह से विनेश को कड़ी मेहनत के बावजूद सिल्वर मेडल से वंचित नहीं किया जाना चाहिए। विनेश फोगाट मामले में अब तक क्या- हुआ, सिलसिलेवार ढंग से पढ़ें… 1. ओलिंपिक में 1 दिन में 3 पहलवानों को हराया
विनेश फोगाट ने 50 किग्रा वेट कैटेगरी में मंगलवार को 3 मैच खेले। प्री-क्वार्टर फाइनल में उन्होंने टोक्यो ओलिंपिक की चैंपियन यूई सुसाकी को हरा दिया। क्वार्टर फाइनल में उन्होंने यूक्रेन और सेमीफाइनल में क्यूबा की रेसलर को पटखनी दी। विनेश फाइनल में पहुंचने वालीं पहली ही भारतीय महिला रेसलर बनीं थीं। 2. डाइट से वजन बढ़ा, पूरी रात कोशिश बेकार गई
सेमीफाइनल तक 3 मैच खेलने के दौरान उन्हें प्रोटीन और एनर्जी के लिए खाना-पानी दिया गया। जिससे उनका वजन 52.700 kg तक बढ़ गया। भारतीय ओलिंपिक टीम के डॉक्टर डॉक्टर दिनशॉ पारदीवाला के मुताबिक विनेश का वेट वापस 50KG पर लाने के लिए टीम के पास सिर्फ 12 घंटे थे। पूरी टीम रातभर विनेश का वजन कम करने की कोशिश में लगी रही। विनेश पूरी रात नहीं सोईं और वजन को तय कैटेगरी में लाने के लिए जॉगिंग, स्किपिंग और साइकिलिंग जैसी एक्सरसाइज करती रहीं। विनेश ने अपने बाल और नाखून तक काट दिए थे। उनके कपड़े भी छोटे कर दिए गए थे। 3. वजन 100 ग्राम ज्यादा मिला, वजन घटाने को सिर्फ 15 मिनट थे
बुधवार सुबह नियम के अनुसार दोबारा से विनेश के वजन की जांच की गई। उनका वजन ज्यादा निकला। उन्हें 15 मिनट मिले लेकिन आखिरी बार वजन में भी वह 100 ग्राम अधिक निकलीं। जिसके बाद उन्हें अयोग्य करार दे दिया गया। 4. विनेश ने अयोग्य करार देने के खिलाफ अपील की
इसके बाद विनेश ने अयोग्य करार देने पर खेल कोर्ट (CAS) में अपील की। जिसमें विनेश ने फाइनल मुकाबला खेलने देने की अपील की। यह संभव नहीं था तो विनेश ने अपील बदलकर कहा कि सेमीफाइनल तक उसका वजन नियमों के अनुरूप था। उसे संयुक्त सिल्वर मेडल दिया जाए। 5. विनेश ने संन्यास का ऐलान किया
विनेश फोगाट ने गुरुवार सुबह कुश्ती से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया। उन्होंने गुरुवार सुबह 5.17 बजे सोशल मीडिया पोस्ट लिखी। विनेश ने लिखा- “मां कुश्ती मेरे से जीत गई, मैं हार गई। माफ करना आपका सपना, मेरी हिम्मत सब टूट चुके। इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब। अलविदा कुश्ती 2001-2024, आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी। …माफी।”।
हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीख पर आज फैसला:आयोग की मीटिंग, 7-8 अक्टूबर तक होने के आसार; छुटि्टयां-बिश्नोई समाज के कार्यक्रम का हवाला
हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीख पर आज फैसला:आयोग की मीटिंग, 7-8 अक्टूबर तक होने के आसार; छुटि्टयां-बिश्नोई समाज के कार्यक्रम का हवाला हरियाणा में विधानसभा चुनाव की तारीख बदलने पर आज फैसला हो सकता है। इस मामले को लेकर चुनाव आयोग ने दिल्ली में बैठक बुलाई है। जिसमें सभी बिंदुओं पर चर्चा के बाद नई तारीख का ऐलान हो सकता है। भाजपा और इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) ने चुनाव आयोग को चिट्ठी भेजकर छुटि्टयों और बिश्नोई समाज के धार्मिक कार्यक्रम का हवाला देकर तारीख बदलने की मांग की थी। संभावना है कि चुनाव आयोग हरियाणा में 1 अक्टूबर के बजाय 7 या 8 अक्टूबर को वोटिंग कराए। ऐसा होने पर जम्मू-कश्मीर की मतगणना की तारीख भी बदल सकती है, क्योंकि जम्मू-कश्मीर और हरियाणा की मतगणना की तारीख 4 अक्टूबर तय की गई है। भाजपा, इनेलो और बिश्नोई महासभा की तारीख बदलने की मांग 1. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली
25 अक्टूबर को भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने चुनाव आयोग को लेटर भेजा था। जिसमें उन्होंने लिखा कि 28 और 29 सितंबर को शनिवार-रविवार है। 1 अक्टूबर को वोटिंग होगी, जबकि 2 अक्टूबर को गांधी जयंती और 3 अक्टूबर को अग्रसेन जयंती की छुट्टी है। इतनी लंबी छुट्टियों में वोटर बाहर घूमने निकल जाएंगे। इससे वोटिंग कम हो सकती है। बड़ौली ने लेटर में यह भी बताया कि 2 अक्टूबर को राजस्थान में मुकाम धाम में आसोज का मेला शुरू होगा। यह बिश्नोई समाज का बड़ा धार्मिक कार्यक्रम है। इस मेले में राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, दिल्ली से लोग पहुंचते हैं। हरियाणा में बिश्नोई समाज की जनसंख्या अधिक है। इसका असर भी वोटिंग पर हो सकता है। 2. INLD के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला
इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखकर 1 अक्टूबर को होने वाले मतदान की तारीख को आगे बढ़ाने की BJP की मांग का समर्थन किया। उन्होंने लेटर में लिखा कि लोग आमतौर पर वीकेंड पर छुट्टियों पर जाते हैं, इसलिए यह निश्चित रूप से मतदान को प्रभावित करेगा। मत प्रतिशत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा और मतदान प्रतिशत में 15 से 20 प्रतिशत की कमी होने की संभावना है। इसके अलावा चुनाव के लिए कर्मचारियों के प्रशिक्षण के साथ-साथ चुनाव की तैयारी पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। हरियाणा में मतदाताओं की अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करने और मतदान प्रतिशत को अधिकतम करने के लिए मतदान की तारीख/दिन को एक या दो सप्ताह तक आगे बढ़ाया जाए। 3. अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा
अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा ने भी मुख्य चुनाव आयुक्त को चुनाव की तारीख बदलने के लिए लेटर लिखा। महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेंद्र बुडिया ने कहा कि एक अक्टूबर को राजस्थान के बीकानेर में बड़े मेले का आयोजन होगा। इसमें बिश्नोई समाज के काफी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। ऐसे में चुनाव की डेट बदली जाए। राजस्थान के बीकानेर में मुकाम धाम स्थित है, जहां आसोज अमावस्या पर मेला लगता है। इस बार आसोज अमावस्या एक अक्टूबर को रात 9.39 बजे शुरू होगी और 3 अक्टूबर को 12:18 बजे समाप्त होगी। चुनाव की तारीख बदलने के विरोध में कांग्रेस-जेजेपी 1. हरियाणा कांग्रेस बोली- BJP को हार का डर
हरियाणा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने कहा कि भाजपा में मुख्यमंत्री से लेकर भूतपूर्व प्रदेश अध्यक्ष तक, हार से कोई अछूता नहीं है। इनके मुख्यमंत्री अपने बूथ और विधानसभा में हार गए। इनके पूर्व प्रदेशाध्यक्ष धनखड़ चुनाव हार गए थे। सुभाष बराला तक चुनाव हार गए थे। इसलिए भाजपा छुट्टियों का बहाना बनाकर चुनाव टालना चाहती है, जबकि सच यह है कि हरियाणा की जनता ने भाजपा की छुट्टी करने का फैसला कर लिया है। 2. दुष्यंत चौटाला ने कहा- भाजपा का जनाधार गिरा
हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री और JJP नेता दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि प्रदेश में समय से पहले मतदान की घोषणा होने से भाजपा बुरी तरह से घबरा गई है और इसी के चलते बीजेपी मतदान की तारीख को आगे बढ़ाने के लिए चुनाव आयोग के दरबार में पहुंची। भाजपा को इस चुनाव में हार का डर स्पष्ट सता रहा है, क्योंकि अब भाजपा का जनाधार प्रदेश में गिर चुका है और इसके चलते वह 20 सीट भी नहीं जीत पा रही। उन्होंने कहा कि हमें नहीं लगता कि मतदान की तारीख घोषित करने के बाद बीजेपी के इस पत्र पर आयोग विचार करेगा। बिश्नोई समाज का 11 विधानसभा क्षेत्रों में असर
बिश्नोई समाज की वेबसाइट से मिली जानकारी के मुताबिक भिवानी, हिसार, सिरसा और फतेहाबाद जिलों में बिश्नोई बाहुल्य गांव हैं। इनका असर करीब 11 विधानसभा क्षेत्रों में है। जिनमें करीब डेढ़ लाख वोट है। इसमें आदमपुर, उकलाना, नलवा, हिसार, बरवाला, फतेहाबाद, टोहाना, सिरसा, डबवाली, ऐलनाबाद, लोहारू विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं। कब-कहां तारीख बदली गई, वहां क्या रही वजह? राजस्थान : साल 2023 के अंत में राजस्थान में विधानसभा चुनाव हुए। यहां चुनाव आयोग ने 23 नवंबर को एक चरण में चुनाव की घोषणा की थी, लेकिन इस दिन बड़े स्तर पर विवाह समारोह होने के कारण इसे आयोग 25 नवंबर कर दिया था। मिजोरम : यहां चुनाव मतगणना की डेट में आयोग ने बदलाव किया था। पहले 3 दिसंबर को यहां वोटों की गिनती की जानी थी, लेकिन बाद में इसे 4 अक्टूबर कर दिया था। इसकी वजह यही रही कि यहां इस दिन ईसाइयों का पवित्र दिन था। काउंटिंग डेट बदले जाने को लेकर सभी राजनीतिक दल भी एकमत थे। इसके बाद आयोग ने यह डेट चेंज की थी। सिक्किम-अरुणाचल प्रदेश : इन दोनों राज्यों के विधानसभा चुनाव की वोटिंग की डेट में बदलाव किया गया था। आयोग ने यहां मतगणना की तारीख 4 जून से बदलकर 2 जून कर दी थी।
हरियाणा CM का सिरसा दौरा:श्री चिल्ला साहिब में अरदास करने पहुंचे, सरकार ने गुरुद्वार के नाम कर दी है जमीन
हरियाणा CM का सिरसा दौरा:श्री चिल्ला साहिब में अरदास करने पहुंचे, सरकार ने गुरुद्वार के नाम कर दी है जमीन हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी आज सुबह सिरसा पहुंचे। मुख्यमंत्री वायु सेवा केंद्र से सीधा सड़क मार्ग से सबसे पहले हलोपा सुप्रीमो एवं सिरसा विधायक गोपाल के निवास पर पहुंचे हैं। यहां विधायक गोपाल कांडा ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने श्री तारा बाबा कुटिया में पहुंचकर पूजा अर्चना की। यहां मुख्यमंत्री ने कथा वाचक जया किशोरी से भी भेंट की। मुख्यमंत्री तय कार्यक्रम के अनुसार गुरुद्वारा श्री चिल्ला साहिब पहुंच गए हैं। मुख्यमंत्री ने गुरुद्वारा श्री चिल्ला साहिब पहुंचकर अरदास की। थोड़ी देर में यहां मुख्यमंत्री नायब सैनी का सम्मान समारोह शुरू होगा। इसके बाद मुख्यमंत्री डेरा बाबा भूमणशाह में जाएंगे, यहां मुख्यमंत्री सत्संग में शामिल होंगे। मुख्यमंत्री का सिरसा मे यह 10 दिन में दूसरा दौरा है। मुख्यमंत्री इससे पहले 21 जुलाई को सिकंदरपुर स्थित राधा स्वामी सत्संग भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लिया था। मुख्यमंत्री ने यहां पर एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की थी। वहीं बता दें कि 28 दिन पहले भी CM सिरसा में आए थे और चौधरी देवीलाल यूनिवर्सिटी के हॉल में कार्यकर्ता सम्मेलन में शिरकत की थी। सिख समुदाय की ओर से अभिनंदन कार्यक्रम मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी सिरसा दौरे के दौरान गुरुद्वारा श्री चिल्ला साहिब भी जाएंगे। यहां सिख समुदाय की ओर से मुख्यमंत्री का भव्य अभिनंदन समारोह होगा। प्रदेश सरकार की ओर से गुरुद्वारा श्री चिल्ला साहिब को 77 कनाल 7 मरले भूमि नाम की गई है। इससे सिख समुदाय में खुशी है। इस कारण सिख समुदाय मुख्यमंत्री का सम्मान कर रहा है। मुख्यमंत्री नायब सैनी गांव संगर सरिस्तां में डेरा बाबा भुम्मणशाह भी पहुंचेंगे। मुख्यमंत्री गांव संगर सरिस्तां में डेरा के मुख्य धाम में आयोजित 84वें राष्ट्रीय स्तरीय शहीदी महासम्मेलन 2024 में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करेंगे। पंजाबी बेल्ट के वोटरों पर नजर भाजपा की नजर सिरसा में इनेलो और JJP से छिटक चुके वोटरों पर है। लोकसभा चुनाव में इन वोटरों ने कांग्रेस का रूख किया था मगर विधानसभा चुनाव में परिस्थितियां अलग हैं। सिरसा जिले में भाजपा को 2019 में एक भी सीट नहीं मिली थी। यहीं कारण है सिरसा भाजपा के लिए अहम जिला है। यहां विधानसभा की 4 सीटे हैं। सिरसा जिले में डबवाली, रानियां, कालांवाली और सिरसा विधानसभा आती हैं। 4 में से 3 सीटों पर पंजाबी वोटरों का अच्छा प्रभाव है। रानिया में CM के आगमन पर मार्केट बंद का ऐलान सिरसा में रानियां तहसील को सब डिवीजन बनाए जाने की मांग को लेकर बार एसोसिएशन ने आज रानियां बंद का आह्वान किया है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के सिरसा आगमन पर रानियां के सभी बाजार, स्कूल व अनाज मंडी बंद रहेगी। व्यापार मंडल के प्रदेश सचिव भूवनेश मेहता ने कहा था कि कि बार एसोसिएशन रानियां के धरने का समर्थन करते हुए 31 जुलाई बुधवार को बाजार बंद रखेंगे। इसके लिए उन्होंने वकीलों के साथ बाजार में जाकर सभी व्यापारी, दुकानदारों से आह्वान किया कि वे सभी 31 जुलाई बुधवार को अपने प्रतिष्ठान बंद रखकर बार एसोसिएशन का सहयोग करें। उन्होंने कहा कि रानियां तहसील को उपमंडल का दर्जा दिया जाना क्षेत्रवासियों की वर्षों पुरानी मांग है। जिसे लेकर बार एसोसिएशन 17 जलाई से लगातार धरने पर बैठा है।