हरियाणा के रेवाड़ी जिले में एनएच-71 पर एक इलेक्ट्रिक कार में आग लग गई। आग लगने के समय कार में 4 लोग सवार थे। आग की लपटें देखकर चारों कार से कूद गए। कार में आग लगी देख राहगीर रुक गए और तुरंत दमकल विभाग को सूचना दी। हालांकि, जब तक दमकल की गाड़ी मौके पर पहुंची, तब तक कार राख में तब्दील हो चुकी थी। प्रत्यक्षदर्शी मनोज के अनुसार, शुक्रवार रात करीब 10 बजे रेवाड़ी शहर के रामगढ़ चौक से एक टाटा कंपनी की इलेक्ट्रिक कार एनएच-71 पर पहुंची। हाईवे पर उतरने के बाद कार झज्जर की तरफ जा रही थी। तभी अचानक उसमें आग लग गई। कार में 3 से 4 लोग सवार थे। सबसे पहले आगे की सीट पर बैठे दो लोग बाहर निकले और फिर पीछे की सीट पर बैठे लोग भी बाहर आ गए। देखते ही देखते राख हो गई कार कार में देखते ही देखते आग की ऊंची लपटे उठनी शुरू हो गई। कार में सवार कौन लोग थे और कार में आग कैसे लगी ये पता नहीं चल पाया। क्योंकि कार सवार मौके से भाग गए। राहगीरों ने तुरंत इसकी सूचना पुलिस और दमकल विभाग को दी। सूचना के बाद दमकल की गाड़ी मौके पर भी पहुंची। लेकिन तब तक कार पूरी तरह जल चुकी थी। हालांकि अभी ये पता नहीं चल पाया है कि कार में आग किस कारण लगी। हरियाणा के रेवाड़ी जिले में एनएच-71 पर एक इलेक्ट्रिक कार में आग लग गई। आग लगने के समय कार में 4 लोग सवार थे। आग की लपटें देखकर चारों कार से कूद गए। कार में आग लगी देख राहगीर रुक गए और तुरंत दमकल विभाग को सूचना दी। हालांकि, जब तक दमकल की गाड़ी मौके पर पहुंची, तब तक कार राख में तब्दील हो चुकी थी। प्रत्यक्षदर्शी मनोज के अनुसार, शुक्रवार रात करीब 10 बजे रेवाड़ी शहर के रामगढ़ चौक से एक टाटा कंपनी की इलेक्ट्रिक कार एनएच-71 पर पहुंची। हाईवे पर उतरने के बाद कार झज्जर की तरफ जा रही थी। तभी अचानक उसमें आग लग गई। कार में 3 से 4 लोग सवार थे। सबसे पहले आगे की सीट पर बैठे दो लोग बाहर निकले और फिर पीछे की सीट पर बैठे लोग भी बाहर आ गए। देखते ही देखते राख हो गई कार कार में देखते ही देखते आग की ऊंची लपटे उठनी शुरू हो गई। कार में सवार कौन लोग थे और कार में आग कैसे लगी ये पता नहीं चल पाया। क्योंकि कार सवार मौके से भाग गए। राहगीरों ने तुरंत इसकी सूचना पुलिस और दमकल विभाग को दी। सूचना के बाद दमकल की गाड़ी मौके पर भी पहुंची। लेकिन तब तक कार पूरी तरह जल चुकी थी। हालांकि अभी ये पता नहीं चल पाया है कि कार में आग किस कारण लगी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा के निर्दलीय उम्मीदवार देवेंद्र कादियान ने बड़ा दावा किया है। उनका कहना है कि उन्हें ED-CBI की धमकियां मिल रही हैं। कादियान भारतीय जनता पार्टी (BJP) से टिकट कटने के बाद गन्नौर विधानसभा से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि मोहन लाल बड़ौली हरियाणा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष हैं, लेकिन वह उन्हें टिकट तक नहीं दिला सके। देवेंद्र कादियान मन्नत ग्रुप होटल्स के चेयरमैन हैं। उन्होंने राजनीति की शरुआत युवा कांग्रेस में की। वे राहुल गांधी के करीबी रहे हैं। युवा कांग्रेस में राष्ट्रीय महासचिव भी रह चुके हैं। 2018 में कांग्रेस छोड़ कर उन्होंने भाजपा जॉइन कर ली थी। 2019 में मनोहर लाल खट्टर ने रथ यात्रा निकली थी। तब कादियान ने गन्नौर में रथ यात्रा का भव्य स्वागत किया था, इस दौरान भी वे गन्नौर भाजपा में टिकट के प्रबल दावेदार थे, लेकिन भाजपा ने टिकट निर्मल चौधरी को दे दी। इसके बाद कादियान बागी हो गए। तब मनोहर लाल खट्टर ने उन्हें मनाया था। (पूरी खबर पढ़ें ) BJP कैंडिडेट रेनू बोलीं- पार्टी छोड़ने वालों ने खुद का नुकसान किया
हरियाणा में रोहतक की कलानौर विधानसभा से भाजपा की उम्मीदवार रेनू डाबला ने कहा कि विधायक शकुंतला खटक ने 15 साल में जनता की आवाज नहीं उठाई, जिसके कारण लोग नाराज हैं। वहीं उनको टिकट मिलने से पार्टी के नेताओं की नाराजगी पर भी चुटकी ली। रेनू डाबला ने कहा कि पार्टी छोड़ने वालों ने खुद को नुकसान किया है। जो भाजपा के समर्पित कार्यकर्ता हैं, वे ऐसा कभी फैसला नहीं लेते। रेनू डाबला से खास बातचीत सवाल : किन मुद्दों को लेकर प्रचार कर रही हैं? रेनू डाबला : भाजपा की केंद्र और राज्य सरकार की नीतियों को लेकर लोगों के बीच जाया जा रहा है। भाजपा ने जो संकल्प पत्र जारी किया है, उसको लेकर जनता के बीच जा रही हैं। सवाल: 3 बार की विधायक से मुकाबला है और पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रही हैं। क्या देखती हैं ? रेनू डाबला: कांग्रेस से 3 बार की विधायक है। चुनाव को चुनाव की तरह से ही लड़ना ठीक रहता है। कभी किसी को कमजोर समझना ठीक नहीं रहता। जनता के मन से चमत्कार होते हैं। सवाल: किन कारणों से खुद को बेहतर मानती हैं ? रेनू डाबला: 2 या 3 उम्मीदवार हैं तो उनकी ख़ासियत देखी जाती है। जनता एक तरीके से थोड़ा सोचती है। जिसको व्यवहार व काम करने का तरिका पसंद आता है तो उसे चुना जाता है। सवाल: कलानौर विधायक 15 साल से हैं, उन्होंने क्या काम किए ? क्या लगता है ? रेनू डाबला: कलानौर विधानसभा क्षेत्र में जहां तक कामों की बात है, तो 10 साल से भाजपा की सरकार है। भाजपा ने कभी असमानता का काम कभी नहीं किया। चाहे सरकार के विधायक थे या ना थे। अगर कहीं जनता को दुख है तो इस बात का है कि कलानौर की विधायिका उनकी आवाज नहीं बन पाई। उनकी बातें व समस्याएं व सुख-दुख थे, वे कमजोर महसूस करवाते हैं। कलानौर की जनता ने मन बनाया है कि उन्हें सशक्त विधायक चाहिए। जो उनकी आवाज चंडीगढ़ जाकर विधानसभा में पहुंचा सके (पढ़िए पूरा इंटरव्यू)
रोहतक NHM कर्मचारियों ने जलाया वित्त विभाग का पत्र:बायलॉज फ्रीज करने के लिए किया था जारी, हड़ताल से स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित
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उन्होंने कहा कि कर्मचारियों ने एक शपथ ली। जिसमें 18000 कर्मचारियों द्वारा यह शपथ ली गई कि अगर सरकार उन्हें पक्का करती है, रेगुलराइज करती है तो हम सभी मिलकर परिवार व रिश्तेदार सहित सरकार को पक्का करवाएंगे। अगर सरकार हमें पक्का नहीं करती तो हम सरकार को वोट नहीं करेंगे। एनएचएम कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सांझा मोर्चा के प्रदेश मीडिया प्रभारी जिला अध्यक्ष फरीदाबाद धर्मेंद्र सिंह ने कहा सरकार की अनदेखी के विरोध में एनएचएम के तहत चलने वाली सभी सेवाएं पूर्ण रूप से बाधित रही।
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परिवार की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। लेकिन परिवार वाले ऑपरेशन करने वाले राजीव आर्य और ऑपरेशन में शामिल सभी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। परिवार वालों के मुताबिक, स्वास्तिक ने इस साल ही नीट का पेपर दिया था। वह डॉक्टर बनाना चाहता था। इसके लिए उसने कोटा में कोचिंग करने का प्लान भी बनाया था। चाचा भुवनेश्वर हिंदुस्तानी ने बताया कि जब तक पुलिस आरोपी डॉक्टर और उसके स्टाफ के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं करती तब तक वे शव का दाह संस्कार नहीं करेंगे। पिता शशिकांत ने अपने बेटे के कई अंगों को दान कर दिया। उनके पिता चाहते है कि उनके बेटे की आंखों से दूसरों की जिंदगी में उजाला आए।