एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्टीय अध्यक्ष एवं विश्व हिन्दू तख्त के अंतर्राष्ट्रीय प्रमुख वीरेश शांडिल्य शनिवार को पानीपत पहुंचे। शांडिल्य ने मदन भारद्वाज को विश्व हिन्दू तख्त का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया। वीरेश शांडिल्य ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि यदि केंद्र सरकार ने या लोकसभा स्पीकर ने खालिस्तानी और आईएसआई के एजेंट अमृतपाल सिंह को लोकसभा सदस्य के रूप में शपथ दिलाई तो उनका संगठन केंद्र सरकार का विरोध करेगा। शांडिल्य ने घोषणा की कि यदि अमृतपाल सिंह डिबरूगढ़ जेल से दिल्ली शपथ लेने आएगा तो एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के सदस्य उसे काले झंडे दिखाएंगे व उसके खिलाफ प्रदर्शन करेंगे। यदि अमृतपाल सिंह को किसी अदालत ने भी लोकसभा सदस्यता की शपथ के लिए इजाजत दी तो वह उस राज्य के हाईकोर्ट में उस आदेश को एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया की तरफ से चुनौती देंगे। अमृतपाल के खिलाफ प्रदर्शन को लेकर वह दिल्ली संसद भवन का मुआयना भी कर चुके है। वीरेश शांडिल्य ने कहा कि अमृतपाल सिंह को वोट देने वाले कट्टरपंथी हैं। जो पंजाब में खालिस्तान चाहते हैं। लेकिन किसी कीमत पर भी पंजाब में खालिस्तानी मुहिम को सिर उठाने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि 2022 में सबसे पहले उनके संगठन एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया ने पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित को ज्ञापन देकर अमृतपाल सिंह को आईएसआई का एजेंट बताया था और उसे देशद्रोह में गिरफ्तार करने की मांग की थी। लगातार पंजाब में अमृतपाल सिंह के खिलाफ पंजाब में प्रदर्शन किए थे। वीरेश शांडिल्य ने कहा कि संविधान को, तिरंगे को, कानून को चेतावनी देने वाला भले ही अमृतपाल सांसद बन गया लेकिन उस खालिस्तानी को जो पंजाब में फिर जरनैल सिंह भिंडरावाला की तरह तबाही मचाना चाहता था उसे लोकसभा सदस्य के रूप में एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया शपथ नहीं लेने देगी। इसके लिए चाहे उन्हें सड़कों पर उतरना पड़ा या अदालत का दरवाजा खटखटाना पड़े। वे पीछे नहीं हटेंगे। केंद्रीय चुनाव आयोग को सौंपेंगे ज्ञापन वीरेश शांडिल्य ने कहा कि वे पिछले 25 साल से पाकिस्तानी आतंकवाद, बब्बर खालसा के आतंकवादियों सहित जरनैल सिंह भिंडरावाला के साहित्य व खालिस्तानी मुहिम का हाईकोर्ट से लेकर सड़कों तक विरोध कर रहे हैं। शांडिल्य ने चुनाव आयोग से मांग की कि एनएसए के तहत जेल में बंद आतंकी अमृतपाल के साथी पंजाब में उप चुनाव लड़ने का एलान कर चुके है। ऐसे आतंकी विचारधारा के देशद्रोहियों को किसी कीमत पर चुनाव लड़ने की इजाजत ना दी जाए। उन्होंने कहा इसके लिए वह केंद्रीय चुनाव आयुक्त को ज्ञापन भी सौंपेंगे। अमृतपाल संसद की दहलीज पर मत्था टेककर मांगे माफी वीरेश शांडिल्य ने कहा कि यदि अमृतपाल सिंह लोकसभा की सदस्यता लेना चाहता है तो वह भारतीय संसद की दहलीज पर माथा टेक कर माफी मांगे और कहे कि उसे तिरंगा व संविधान प्यारा है। अमृतपाल सिंह कभी जीवन में जरनैल सिंह भिंडरावाला या खालिस्तानी मुहिम नहीं चलाएगा। तो उनका संगठन अमृतपाल सिंह का सम्मान खुद करेगा। एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्टीय अध्यक्ष एवं विश्व हिन्दू तख्त के अंतर्राष्ट्रीय प्रमुख वीरेश शांडिल्य शनिवार को पानीपत पहुंचे। शांडिल्य ने मदन भारद्वाज को विश्व हिन्दू तख्त का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया। वीरेश शांडिल्य ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि यदि केंद्र सरकार ने या लोकसभा स्पीकर ने खालिस्तानी और आईएसआई के एजेंट अमृतपाल सिंह को लोकसभा सदस्य के रूप में शपथ दिलाई तो उनका संगठन केंद्र सरकार का विरोध करेगा। शांडिल्य ने घोषणा की कि यदि अमृतपाल सिंह डिबरूगढ़ जेल से दिल्ली शपथ लेने आएगा तो एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के सदस्य उसे काले झंडे दिखाएंगे व उसके खिलाफ प्रदर्शन करेंगे। यदि अमृतपाल सिंह को किसी अदालत ने भी लोकसभा सदस्यता की शपथ के लिए इजाजत दी तो वह उस राज्य के हाईकोर्ट में उस आदेश को एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया की तरफ से चुनौती देंगे। अमृतपाल के खिलाफ प्रदर्शन को लेकर वह दिल्ली संसद भवन का मुआयना भी कर चुके है। वीरेश शांडिल्य ने कहा कि अमृतपाल सिंह को वोट देने वाले कट्टरपंथी हैं। जो पंजाब में खालिस्तान चाहते हैं। लेकिन किसी कीमत पर भी पंजाब में खालिस्तानी मुहिम को सिर उठाने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि 2022 में सबसे पहले उनके संगठन एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया ने पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित को ज्ञापन देकर अमृतपाल सिंह को आईएसआई का एजेंट बताया था और उसे देशद्रोह में गिरफ्तार करने की मांग की थी। लगातार पंजाब में अमृतपाल सिंह के खिलाफ पंजाब में प्रदर्शन किए थे। वीरेश शांडिल्य ने कहा कि संविधान को, तिरंगे को, कानून को चेतावनी देने वाला भले ही अमृतपाल सांसद बन गया लेकिन उस खालिस्तानी को जो पंजाब में फिर जरनैल सिंह भिंडरावाला की तरह तबाही मचाना चाहता था उसे लोकसभा सदस्य के रूप में एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया शपथ नहीं लेने देगी। इसके लिए चाहे उन्हें सड़कों पर उतरना पड़ा या अदालत का दरवाजा खटखटाना पड़े। वे पीछे नहीं हटेंगे। केंद्रीय चुनाव आयोग को सौंपेंगे ज्ञापन वीरेश शांडिल्य ने कहा कि वे पिछले 25 साल से पाकिस्तानी आतंकवाद, बब्बर खालसा के आतंकवादियों सहित जरनैल सिंह भिंडरावाला के साहित्य व खालिस्तानी मुहिम का हाईकोर्ट से लेकर सड़कों तक विरोध कर रहे हैं। शांडिल्य ने चुनाव आयोग से मांग की कि एनएसए के तहत जेल में बंद आतंकी अमृतपाल के साथी पंजाब में उप चुनाव लड़ने का एलान कर चुके है। ऐसे आतंकी विचारधारा के देशद्रोहियों को किसी कीमत पर चुनाव लड़ने की इजाजत ना दी जाए। उन्होंने कहा इसके लिए वह केंद्रीय चुनाव आयुक्त को ज्ञापन भी सौंपेंगे। अमृतपाल संसद की दहलीज पर मत्था टेककर मांगे माफी वीरेश शांडिल्य ने कहा कि यदि अमृतपाल सिंह लोकसभा की सदस्यता लेना चाहता है तो वह भारतीय संसद की दहलीज पर माथा टेक कर माफी मांगे और कहे कि उसे तिरंगा व संविधान प्यारा है। अमृतपाल सिंह कभी जीवन में जरनैल सिंह भिंडरावाला या खालिस्तानी मुहिम नहीं चलाएगा। तो उनका संगठन अमृतपाल सिंह का सम्मान खुद करेगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
हरियाणा कांग्रेस की 8 मेंबरी कमेटी का EVM पर फोकस:हुड्डा के समधी अध्यक्ष; राठौड़ बोले- कांग्रेस को पार्टी के लोगों ने ही नुकसान पहुंचाया
हरियाणा कांग्रेस की 8 मेंबरी कमेटी का EVM पर फोकस:हुड्डा के समधी अध्यक्ष; राठौड़ बोले- कांग्रेस को पार्टी के लोगों ने ही नुकसान पहुंचाया हरियाणा विधानसभा चुनाव में हार के बाद इसके कारणों को जानने के लिए प्रदेश कांग्रेस ने एक 8 सदस्यीय कमेटी बनाई है। यह कमेटी के कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने बनाई है और इसका अध्यक्ष पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समधी करण सिंह दलाल को बनाया गया है। आज मंगलवार को दोपहर 12 बजे इस कमेटी की पहली मीटिंग होगी। इस मीटिंग में तय होगा कि यह कमेटी काम कैसे करेगी, और हरियाणा में कांग्रेस की हार के कारणों का कैसे पता लगाएगी। 90 विधानसभाओं में कांग्रेस के विधायकों और प्रत्याशियों से मुलाकात की जाएगी। सभी मेंबर एक साथ एक टीम के रूप में विधानसभाओं में जाएंगे या विधानसभा क्षेत्र की रिपोर्ट के लिए अलग-अलग मेंबर जाएंगे, यह सब मीटिंग में ही तय होगा। बता दें कि कांग्रेस हाईकमान की भेजी फैक्ट फाइंडिंग कमेटी पहले ही हार के कारणों पर सभी नेताओं से वन टू वन बात कर चुकी है। हालांकि, उसकी रिपोर्ट सामने नहीं आई है। EVM से जुड़े मुद्दों पर फोकस करेगी कमेटी
अब यह नई 8 मेंबरी कमेटी विशेष रूप से EVM से जुड़े मुद्दों पर फोकस करेगी, जोकि देशभर में चर्चा का विषय बना हुआ है। इसके अलावा कांग्रेस ने माना है कि कुछ आंतरिक पार्टी विरोधी गतिविधियों ने भी पार्टी को नुकसान पहुंचाया है, जिन पर समिति की ओर से विचार किया जाएगा। समिति उन सभी विधायकों से बातचीत करेगी, जो चुनाव में जीतकर आए हैं और उन प्रत्याशियों से भी चर्चा करेगी, जो चुनाव हार गए। इसके साथ ही पार्टी में संगठन निर्माण में देरी और विपक्षी दल के प्रति जनता के असंतोष के मुद्दों पर भी समिति द्वारा विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जाएगी। यह समिति एक सप्ताह में रिपोर्ट सौंपेगी। इसके बाद पार्टी की ओर से आवश्यक कदम उठाए जाने की उम्मीद है। कमेटी में 5 हारे हुए नेता
हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से बनाई कमेटी में करण सिंह दलाल अध्यक्ष हैं। कमेटी के सदस्यों में पार्टी के लीगल सेल के अध्यक्ष केसी भाटिया और नूंह के विधायक आफताब अहमद के अलावा चुनाव हारने वाले 5 नेता शामिल हैं। इनमें घरौंडा सीट से कैंडिडेट रहे वीरेंद्र राठौड़, बड़खल से कैंडिडेट रहे विजय प्रताप सिंह, पानीपत सिटी से चुनाव हारे वीरेंद्र बुल्ले शाह, दादरी सीट से उम्मीदवार रहीं डॉ. मनीषा सांगवान और सोनीपत जिले की खरखौदा सीट से चुनाव हारे पूर्व विधायक जयवीर वाल्मीकि शामिल हैं। कमेटी के सदस्य वीरेंद्र राठौड़ ने बताया है कि EVM का मुद्दा पूरे देश में है। इस मुद्दे पर कमेटी का विशेष फोकस रहेगा। इसमें डाटा फाइल अपलोड करने का एक महत्वपूर्ण विषय है। दूसरा, कांग्रेस में कांग्रेस के ही लोगों ने पार्टी नेताओं का नुकसान किया। ऐसे मुद्दों पर एक विस्तृत रिपोर्ट कमेटी तैयार करेगी। राठौड़ बोले- 14 सीटों के रिजल्ट को मैन्युपुलेट किया गया
राठौड़ का कहना है कि हरियाणा की जनता बदलाव चाहती थी। हालांकि, अब यह बात कहना ठीक नहीं लगेगा, क्योंकि चुनावी परिणाम आ चुके हैं, लेकिन कुछ मुद्दे जरूर हैं जिन पर चर्चा होना जरूरी है। राठौड़ ने एक वॉट्सऐप मैसेज का जिक्र करते हुए कहा कि काउंटिंग शुरू होने से पहले मैसेज मिला, जिसमें लिखा था कि 14 ऐसी सीटें हैं, जिन्हें कांग्रेस जीत रही है, लेकिन डेटा फाइल्स को अपलोड कर इन 14 सीटों के रिजल्ट को मैन्युपुलेट कर दिया। हालांकि, मैं यह नहीं कह रहा कि इसमें पूरी सच्चाई है, लेकिन यह एक ऐसा प्रश्न चिह्न जरूर खड़ा करता है कि किसी भी व्यक्ति को गिनती शुरू होने से पहले उन 14 सीटों की जानकारी कैसे हुई कि यही 14 सीटें कांग्रेस हारेगी? यही 14 सीटें कांग्रेस हारी भी और इन्हीं सीटों की वजह से कांग्रेस की सरकार नहीं बन पाई। कहीं न कहीं सबूत इस तरफ इशारा जरूर कर रहे है। हालांकि, इस बात को साबित करना मुश्किल है, लेकिन सोचने पर जरूर मजबूर किया जा रहा है। ऐसा क्या हुआ कि इस प्रकार के नतीजे आए? भाजपा की कैबिनेट ही चुनाव हार गई
वीरेंद्र राठौर ने भाजपा के पक्ष में आए चुनावी नतीजों को लेकर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि अगर भाजपा कैबिनेट ने अच्छा काम किया होता तो अनिल विज को छोड़कर सभी कैबिनेट मंत्री क्यों चुनाव हारते? अगर विधायकों ने काम अच्छा काम किया होता तो 11 उम्मीदवारों की जमानत जब्त न होती। भाजपा 89 सीटों पर चुनाव लड़ी और 89 में से 10 कैबिनेट मंत्री चुनाव हारे और 11 लोगों की जमानत जब्त हो गई। फिर बचीं 69 सीटें। ऐसे में सवाल यह खड़ा होता है कि ऐसी कौन सी आंधी भाजपा की चल रही थी कि 69 में से 48 सीटें भाजपा जीत गई? आज भी लोग इस नतीजे को स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं। विकसित देश EVM का इस्तेमाल नहीं करते
राठौड़ ने कहा कि किसी भी चीज को साबित करने के लिए सबूत चाहिए, लेकिन जब टेक्नोलॉजी से फ्रॉड किए जाते हैं तो उन्हें साबित करना आसान नहीं होता। आज टेक्नोलॉजी उस लेवल पर है, जहां डेटा को मैन्युपुलेट करना कोई बड़ी बात नहीं है, लेकिन लोगों का विश्वास इलेक्शन कमीशन और EVM पर होना जरूरी है। देश की जनता कह रही है कि बैलट से इलेक्शन करवाए जाएं। विकसित देश EVM का इस्तेमाल नहीं करते। जाट और नॉन-जाट पॉलिटिक्स पर राठौड़ ने कहा कि यह सोशल मीडिया के माध्यम से प्रोपेगेट कर समाज को बांटने का काम भाजपा करती है। यहां वोटर बीजेपी के खिलाफ था। जो लोग BJP से त्रस्त थे, छोटा व्यापारी BJP की नीतियों से परेशान था। यहां जाट और नॉन-जाट का सवाल बेमाना है। वहीं, कांग्रेस के संगठन और नेता प्रतिपक्ष को लेकर राठौड़ करते हैं कि विपक्ष का नेता तो पार्टी हाईकमान ही तय करेगी। और संगठन भी जल्दी बन जाना चाहिए। बता दें कि हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हवा होने के बाद भी पार्टी को 37 सीटें मिली हैं। वहीं, भाजपा 48 सीटें जीतकर पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने में कामयाब रही।
अंबाला में अनिल विज का राहुल गांधी पर अटैक:बोले- अब वे अपने लिए मोची जैसा काम ढूंढ रहे; मनु भाकर को बधाई
अंबाला में अनिल विज का राहुल गांधी पर अटैक:बोले- अब वे अपने लिए मोची जैसा काम ढूंढ रहे; मनु भाकर को बधाई हरियाणा के पूर्व गृह मंत्री एंव अंबाला विधायक अनिल विज ने ट्वीट करके महिला शूटर मनु भाकर पेरिस ओलिंपिक में मेडल जीतने पर बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने X पर लिखा कि ‘‘देश की नाज़ हरियाणा की महिला शूटर मनु भाकर ने पेरिस में अपना दम दिखा दिया है। मनु भाकर ने पेरिस ओलिंपिक में 10 मीटर महिला एयर पिस्टल इवेंट में देश के लिए कांस्य पदक जीता। जिस पर पूरे देश और हरियाणा प्रदेश को गर्व है’’। दूसरी तरफ नीति आयोग की बैठक को लेकर उन्होंने कहा कि ममता बैनर्जी नीति आयोग की बैठक से बाहर आकर केवल राजनीति कर रही है। वे बैठक में अपनी बात पूरी कर चुकी थी। उन्होंने बताया कि इसको लेकर गृह मंत्री अमित शाह पूरी बात क्लियर कर चुके हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल की पत्नी सुनीता के हरियाणा दौरे पर अनिल विज ने कहा कि ‘‘वे प्रचार करने आई हैं अच्छी बात है। सभी को प्रजातंत्र में ये हक है, लेकिन उन्हें ये अच्छा लगा कि वे दिल्ली व पंजाब का उदाहरण दे रही हैं। दिल्ली में जाकर तो देखो कि क्या बुरा हाल उन्होंने किया हुआ है और वही स्थिति पंजाब की है। दिल्ली में इनकी सरकार होने के बावजूद भी लोगों ने इनको हरा दिया। इस परिवार ने कुछ तो दिया- विज कांग्रेस सांसद राहुल गांधी द्वारा मोची को सिलाई मशीन भेंट करने के बयान पर विज ने कहा कि ‘‘राहुल की राजनीति खत्म हो चुकी है, इसलिए अब वे कोई काम धंधा ढूंढ रहे हैं। इसलिए कभी कहीं जाते हैं, कभी कही, इनमें से ही वे कोई काम करेंगे। विज ने कहा कि इस परिवार (गांधी) ने कभी किसी को कुछ नहीं दिया, अब दिया वो अच्छी बात है।
पानीपत में महिला ने की आत्महत्या:दंपती को 10 लाख दिए उधार; पैसे मांगे तो मिली धमकियां, बेटे को मैसेज भेजकर खाया जहर
पानीपत में महिला ने की आत्महत्या:दंपती को 10 लाख दिए उधार; पैसे मांगे तो मिली धमकियां, बेटे को मैसेज भेजकर खाया जहर हरियाणा के पानीपत शहर के खेल बाजार स्थित फूल वाली गली में एक महिला ने संदिग्ध जहर खाकर आत्महत्या कर ली। महिला ने मरने से पहले अपने बेटे के पास एक वॉयस मैसेज भी भेजा। जिसमें उसने अपनी मौत का जिम्मेदार भावना चौक निवासी दंपती को ठहराया है। महिला ने दंपती को 10 लाख रुपए उधार दिए थे। अब पैसे वापस मांगने पर उसे जान से मारने की धमकी मिल रही थी। दंपती की प्रताड़नाओं से परेशान होकर महिला ने जान दी है। मामले की शिकायत परिजनों ने पुलिस को दी है। किला थाना प्रभारी एसआई महाबीर ने बताया कि शिकायत के आधार पर दंपती और दंपती के माता-पिता के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज कर लिया है। वहीं, पोस्टमॉर्टम करवा कर शव परिजनों के हवाले कर दिया गया है। काफी दिन पहले दिए थे रुपए उधार
पुलिस को दी शिकायत में खैल बाजार निवासी राहुल अरोड़ा ने बताया कि उसके पिता सुभाष की पहले ही मौत हो चुकी है। उसकी मां मोनिका अरोड़ा ही परिवार का भरण पोषण करती थी। उससे छोटी उसकी एक बहन काजल है। उसकी मां मोनिका अरोड़ा मोहल्ले में कमेटी डालती थी। इससे होने वाले लाभ से ही परिवार चलता था। उसकी माता मोनिका ने काफी दिन पहले भावना चौक निवासी अमित कपूर व उसकी पत्नी उमा कपूर को 10 लाख रुपए दिए थे। तय समय सीमा पर इन्होंने यह राशि नहीं लौटाई। अब उसकी माता इनसे अपने उधार दिए पैसे मांगती थी तो वह बुरा बर्ताव करते थे। अब तो पैसे मांगने पर यह जान से मारने की धमकी देने लगे थे। वॉयस मैसेज मिलते ही बेटे ने की कॉल, नहीं मिला जवाब शनिवार को वह गंगा में स्नान करने हरिद्वार गया था। घर पर कोई नहीं था। उसकी माता मोनिका अकेली घर थी। उसके पास उसकी माता का वॉयस मैसेज आया। जिसमें उन्होंने कहा था कि अमित व उमा ने उसके 10 लाख रुपये वापस नहीं किए। अब पैसे मांगने पर वह जान से मारने की धमकी देते हैं। उसकी मौत के जिम्मेदार वह दोनों हैं। उसने वापस अपनी माता को कॉल की तो उन्होंने कॉल रिसीव नहीं की। उसने अपने संबंधियों को इसकी सूचना दी। जब वह घर पहुंचे तो उसकी माता मोनिका का शव बेड पर पड़ा था।