किसान की गोल्ड मेडलिस्ट बेटी डॉ. शिखा बनीं डीएचओ

किसान की गोल्ड मेडलिस्ट बेटी डॉ. शिखा बनीं डीएचओ

भास्कर न्यूज| यमुनानगर बूड़िया निवासी रमेश सैनी नंबरदार की बेटी डॉ. शिखा सैनी का जिला बागवानी अधिकारी (डीएचओ) के पद पर चयन हुआ है। डॉ. शिखा गोल्ड मेडलिस्ट हैं। किसान परिवार की बेटी हैं। वे जल्द ही जिला कुरुक्षेत्र में कार्यभार संभालेंगी। इनके चयन पर परिवार में खुशी का माहौल है। आसपास के लोग परिवार को बधाई देने के लिए घर पर पहुंच रहे हैं। इनके भाई कर्ण सिंह कृषि विभाग में एग्रीकल्चर डिवेलपमेंट ऑफिसर (एडीओ) के पद पर सेवाएं दे रहे हैं। शिखा सैनीने इंडियन काउंसिल एग्रीकल्चर रिसर्च में पहले प्रयास में क्वालीफाई करते हुए 5वां रैंक हासिल किया। जिला बागवानी अधिकारी में चयनित हुई हैं। इनका परिणाम गत माह जारी हुआ था। उन्होंने इस पद तक पहुंचने के लिए कड़ी मेहनत की है। अपनी हर क्लास अव्वल दर्ज में पास की। मेडिकल से 12वीं कक्षा सरस्वती पब्लिक स्कूल जगाधरी से पास की है। इसके बाद बीएससी हॉर्टिकल्चर की डिग्री नवसारी गुजरात से की है। एमएससी की डिग्री पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी लुधियाना से की है। इस समय पीएचडी की डिग्री भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान नई दिल्ली से कर रही है। शिखा दिल्ली में हैं। फोन पर हुई बातचीत में बताया कि उन्होंने इंडियन काउंसिल एग्रीकल्चर रिसर्च में पहले प्रयास में क्वालीफाई करते हुए 5वां रैंक हासिल किया है। जिला बागवानी अधिकारी में चयनित हुई हैं। शिखा के बीएससी हॉर्टिकल्चर में यूनिवर्सिटी में टॉप करने पर दो गोल्ड मेडल देकर वाइस चांसलर ने सम्मानित किया। ये एनईटी का एग्जाम क्वालीफाई कर चुकी हैं। साधारण परिवार से ताल्लुक रखती हैं। ये दो भाई-बहन हैं। शिखा का कहना है कि बचपन ही लक्ष्य तय किया हुआ था कि प्रशासनिक सेवाओं में जाना है। इसके लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की है। उन्होंने पढ़ाई के दौरान ही अपने लक्ष्य का साधने की तैयारी शुरू कर दी थी। उन्होंने युवाआंे को संदेश दिया कि सफलता के लिए मेहनत जरूरी है। इसके लिए कोई शॉर्टकट नहीं है, जिसे अपनाकर सफलता हासिल की जा सके। जॉइनिंग को लेकर बताया कि चयनित होने का लेटर तो मिल गया है। अभी वह पीएचडी कर रहीं है। यह भी जल्द पूरी होने वाली है। फिर भी परमिशन के बाद वे जॉइन करेंगी। उन्हें कुरुक्षेत्र में जॉइन करना है। जिला बागवानी का पद संभालने को उत्साहित हैं। बचपन में देखा सपना कड़ी मेहनत करने के बाद पूरा हुआ है। शिखा सैनी के पिता रमेश सैनी का कहना है कि उनको अपने दोनों बच्चों पर गर्व है। दोनों ने गर्व से उनका सिर ऊंचा कर दिया है। उनके दोनों बच्चों की मेहनत का परिणाम है कि आज वे इस मुकाम पर पहुंचे हैं। शिखा का भाई कर्ण सिंह सैनीकृषि विभाग में एडीओ के पद पर कार्यरत हैं। दोनों भाई-बहन आफिसर हैं। एक घर मंे दो ऑफिसर बने हैं। भास्कर न्यूज| यमुनानगर बूड़िया निवासी रमेश सैनी नंबरदार की बेटी डॉ. शिखा सैनी का जिला बागवानी अधिकारी (डीएचओ) के पद पर चयन हुआ है। डॉ. शिखा गोल्ड मेडलिस्ट हैं। किसान परिवार की बेटी हैं। वे जल्द ही जिला कुरुक्षेत्र में कार्यभार संभालेंगी। इनके चयन पर परिवार में खुशी का माहौल है। आसपास के लोग परिवार को बधाई देने के लिए घर पर पहुंच रहे हैं। इनके भाई कर्ण सिंह कृषि विभाग में एग्रीकल्चर डिवेलपमेंट ऑफिसर (एडीओ) के पद पर सेवाएं दे रहे हैं। शिखा सैनीने इंडियन काउंसिल एग्रीकल्चर रिसर्च में पहले प्रयास में क्वालीफाई करते हुए 5वां रैंक हासिल किया। जिला बागवानी अधिकारी में चयनित हुई हैं। इनका परिणाम गत माह जारी हुआ था। उन्होंने इस पद तक पहुंचने के लिए कड़ी मेहनत की है। अपनी हर क्लास अव्वल दर्ज में पास की। मेडिकल से 12वीं कक्षा सरस्वती पब्लिक स्कूल जगाधरी से पास की है। इसके बाद बीएससी हॉर्टिकल्चर की डिग्री नवसारी गुजरात से की है। एमएससी की डिग्री पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी लुधियाना से की है। इस समय पीएचडी की डिग्री भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान नई दिल्ली से कर रही है। शिखा दिल्ली में हैं। फोन पर हुई बातचीत में बताया कि उन्होंने इंडियन काउंसिल एग्रीकल्चर रिसर्च में पहले प्रयास में क्वालीफाई करते हुए 5वां रैंक हासिल किया है। जिला बागवानी अधिकारी में चयनित हुई हैं। शिखा के बीएससी हॉर्टिकल्चर में यूनिवर्सिटी में टॉप करने पर दो गोल्ड मेडल देकर वाइस चांसलर ने सम्मानित किया। ये एनईटी का एग्जाम क्वालीफाई कर चुकी हैं। साधारण परिवार से ताल्लुक रखती हैं। ये दो भाई-बहन हैं। शिखा का कहना है कि बचपन ही लक्ष्य तय किया हुआ था कि प्रशासनिक सेवाओं में जाना है। इसके लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की है। उन्होंने पढ़ाई के दौरान ही अपने लक्ष्य का साधने की तैयारी शुरू कर दी थी। उन्होंने युवाआंे को संदेश दिया कि सफलता के लिए मेहनत जरूरी है। इसके लिए कोई शॉर्टकट नहीं है, जिसे अपनाकर सफलता हासिल की जा सके। जॉइनिंग को लेकर बताया कि चयनित होने का लेटर तो मिल गया है। अभी वह पीएचडी कर रहीं है। यह भी जल्द पूरी होने वाली है। फिर भी परमिशन के बाद वे जॉइन करेंगी। उन्हें कुरुक्षेत्र में जॉइन करना है। जिला बागवानी का पद संभालने को उत्साहित हैं। बचपन में देखा सपना कड़ी मेहनत करने के बाद पूरा हुआ है। शिखा सैनी के पिता रमेश सैनी का कहना है कि उनको अपने दोनों बच्चों पर गर्व है। दोनों ने गर्व से उनका सिर ऊंचा कर दिया है। उनके दोनों बच्चों की मेहनत का परिणाम है कि आज वे इस मुकाम पर पहुंचे हैं। शिखा का भाई कर्ण सिंह सैनीकृषि विभाग में एडीओ के पद पर कार्यरत हैं। दोनों भाई-बहन आफिसर हैं। एक घर मंे दो ऑफिसर बने हैं।   हरियाणा | दैनिक भास्कर