हिमाचल प्रदेश के नादौन में प्रवर्तन निदेशालय (ED) और इनकम टैक्स (IT) की संयुक्त रेड आज भी जारी है। जांच टीम के सदस्य देर रात तक क्रशर मालिकों के ठिकानों पर जांच करते रहे। आज सुबह फिर से जांच शुरू कर दी है। केंद्रीय जांच एजेंसियों के निशाने पर नादौन से ताल्लुक रखने वाले तीन व्यवसायी है। इनके आवासों और स्टोन क्रशर पर जांच टीम दस्तावेज खंगाल रही है। इनमें दो ठिकाने नादौन के कुनाह खड्ड के आसपास हैं, जबकि एक नादौन के साथ लगते कांगड़ा जिले में ज्वालामुखी के अधवानी में है। जहां बीते रोज जांच टीम पानी के तेज बहाव में खड्ड किनारे स्थित क्रशर में फंस गई थी। देर रात को जांच एजेंसी के अधिकारी-कर्मचारी वहां से जेसीबी मशीन में निकाले गए। व्यापारियों के बाद अब नेता भी आ सकते हैं निशाने पर केंद्रीय जांच एजेंसियों की कार्रवाई से खासकर सत्ता पक्ष से जुड़े हुए नेताओं और व्यवसायियों में हड़कंप मच गया है। ईडी-आईटी टीम ने एक सप्ताह में दूसरी बार रेड की है। इस दौरान केंद्रीय टीम 8 से ज्यादा ज्वैलर, क्रशर मालिक और व्यापारियों पर छापेमारी कर चुकी है। एक दर्जन और निशाने पर सूत्रों की माने तो कई और व्यवसाईयों और सत्ता पक्ष से ताल्लुक रखने वाले लोगों के ठिकानों पर भी जांच एजेंसियों की रेड पड़ सकती है। इस तरह की कार्रवाई अगले कुछ दिन में देखने को मिल सकती है। बताया जा रहा है कि अब तक व्यापारी ही ईडी-आईटी के निशाने पर रहे हैं। अब कुछ नेता भी दोनों जांच एजेंसी की रडार में आ सकते है। हमीरपुर में कुछ खास मिला है गोल्ड और शराब के कारोबारियों के पास जांच टीम को कुछ खास मिला है, इसमें स्टॉक से ज्यादा गोल्ड और पुरानी ऐसी मोहरें मिली हैं, जो अब रखी नहीं जा सकतीं। वायरल वीडियो के धुरंधर परेशानी में हमीरपुर में पिछले महीने एक वीडियो वायरल हुआ था। जिसमें करोड़ों के लेन-देन की बात कही जा रही थी। इस वायरल वीडियो में जिस पैसे के लेनदेन की चर्चा हुई है। जांच टीम की ‘धुरी’ उसी के इर्द-गिर्द घूम रही है। अगले कुछ दिनों में इन पर शिकंजा कसने वाला है, क्योंकि कुछ अहम सबूत इसमें जहां टीम को मिले हैं। हिमाचल प्रदेश के नादौन में प्रवर्तन निदेशालय (ED) और इनकम टैक्स (IT) की संयुक्त रेड आज भी जारी है। जांच टीम के सदस्य देर रात तक क्रशर मालिकों के ठिकानों पर जांच करते रहे। आज सुबह फिर से जांच शुरू कर दी है। केंद्रीय जांच एजेंसियों के निशाने पर नादौन से ताल्लुक रखने वाले तीन व्यवसायी है। इनके आवासों और स्टोन क्रशर पर जांच टीम दस्तावेज खंगाल रही है। इनमें दो ठिकाने नादौन के कुनाह खड्ड के आसपास हैं, जबकि एक नादौन के साथ लगते कांगड़ा जिले में ज्वालामुखी के अधवानी में है। जहां बीते रोज जांच टीम पानी के तेज बहाव में खड्ड किनारे स्थित क्रशर में फंस गई थी। देर रात को जांच एजेंसी के अधिकारी-कर्मचारी वहां से जेसीबी मशीन में निकाले गए। व्यापारियों के बाद अब नेता भी आ सकते हैं निशाने पर केंद्रीय जांच एजेंसियों की कार्रवाई से खासकर सत्ता पक्ष से जुड़े हुए नेताओं और व्यवसायियों में हड़कंप मच गया है। ईडी-आईटी टीम ने एक सप्ताह में दूसरी बार रेड की है। इस दौरान केंद्रीय टीम 8 से ज्यादा ज्वैलर, क्रशर मालिक और व्यापारियों पर छापेमारी कर चुकी है। एक दर्जन और निशाने पर सूत्रों की माने तो कई और व्यवसाईयों और सत्ता पक्ष से ताल्लुक रखने वाले लोगों के ठिकानों पर भी जांच एजेंसियों की रेड पड़ सकती है। इस तरह की कार्रवाई अगले कुछ दिन में देखने को मिल सकती है। बताया जा रहा है कि अब तक व्यापारी ही ईडी-आईटी के निशाने पर रहे हैं। अब कुछ नेता भी दोनों जांच एजेंसी की रडार में आ सकते है। हमीरपुर में कुछ खास मिला है गोल्ड और शराब के कारोबारियों के पास जांच टीम को कुछ खास मिला है, इसमें स्टॉक से ज्यादा गोल्ड और पुरानी ऐसी मोहरें मिली हैं, जो अब रखी नहीं जा सकतीं। वायरल वीडियो के धुरंधर परेशानी में हमीरपुर में पिछले महीने एक वीडियो वायरल हुआ था। जिसमें करोड़ों के लेन-देन की बात कही जा रही थी। इस वायरल वीडियो में जिस पैसे के लेनदेन की चर्चा हुई है। जांच टीम की ‘धुरी’ उसी के इर्द-गिर्द घूम रही है। अगले कुछ दिनों में इन पर शिकंजा कसने वाला है, क्योंकि कुछ अहम सबूत इसमें जहां टीम को मिले हैं। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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सीएम सूक्खु ने कहा कि पिछली बार हिमाचल प्रदेश ने भयंकर आपदा का सामना किया पूरे प्रदेश ने कभी ऐसी आपदा नही देखी लेकिन सरकार ने जनता के सहयोग से उस पर नियंत्रण पाया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बादल फटने की घटनाएं बड़ी है क्लाइमेट चेंज इसका एक बड़ा कारण हो सकता है।
इसकी स्टडी करने को प्रदेश सरकार ने केंद्र सरकार को भी पत्र लिखा है और प्रदेश सरकार केके अपने स्तर पर भी प्रयास जारी हैं । अपने स्तर पर आपदा के लिए सरकार ने एक प्रोजेक्ट बनाया है जो करीब 800 करोड़ का है SDRF को मजबूत कर रहे हैं ताकि भविष्य में जो भी आपदा है उसका सामना कर सकें। हिमाचल में दो सालों में प्राकृतिक आपदा में करीब 900 लोगो की गई जान
बता दें कि बीते दो वर्षो से हिमाचल प्रदेश ने बड़ी आपदा का सामना किया है ।वर्ष 2023 में पूरे मानसून के दौरान हिमाचल प्रदेश में 10 हजार करोड़ से ज्यादा का नुकसान व 500 से ज्यादा लोग आपदा में काल का ग्रास बने । वहीं साल 2024 में आई आपदा से प्रदेश में 1200 करोड़ से ज्यादा का नुकसान व 340 से ज्यादा लोगों ने जान गंवाई है।
हिमाचल दौरे पर आज मंडी सांसद कंगना रनोट:समेज और बागीपुल में आपदा प्रभावितों से मिलेंगी; मंडी संसदीय क्षेत्र से 46 लोग लापता
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