रोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता, सांसद और विपक्ष के नेता राहुल गांधी द्वारा संसद सत्र के दौरान गुरु नानक देव जी की तस्वीर दिखाते हुए की गई टिप्पणी पर आपत्ति जताई है। एसजीपीसी के प्रधान एडवोकेट धामी ने धर्म और राजनीति को दूर रखने की सलाह दी है। उन्होंने लोकसभा स्पीकर से भी अनुरोध किया है कि भविष्य में किसी को भी किसी तरह का अनादर करने की इजाजत न दी जाए। एसजीपीसी के प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि एक फोटो वायरल हुई, जिसमें राहुल गांधी ने गुरु नानक देव जी की तस्वीर दिखाई। जिसमें गुरु नानक देव जी का एक हाथ उठा हुआ है। राहुल गांधी ने इसे अभय मुद्रा कहा। इस पर एसजीपीसी की बैठक में आपत्ति जताई गई। प्रधान एडवोकेट धामी ने कहा कि इसका सिख पंथ के साथ कोई संबंध नहीं है। गुरु नानक देव जी का जो फलसफा है, वे एक ओंकार का है। जिसमें गुरु साहिब ने नीचों को ऊंचा किया, जिनकी एक समय में निंदा की जाती थी। अंतरिम कमेटी में किया गया मत पास अंतरिम कमेटी की बैठक पर इसका नोटिस लेते हुए स्पष्ट किया गया कि गुरु साहिबान की शिक्षाओं को राजनीतिक बहस का हिस्सा नहीं बनाना चाहिए। अक्सर राजनीतिक लोग ऐसा कर गुरु साहिबों के मौलिक सिद्धांतों व गुरबानी की व्याख्या को गलत कर देते हैं। एसजीपीसी लोकसभा स्पीकर से भी निवेदन करते हैं कि आगे से किसी को भी बेअदबी करने की इजाजत ना की जाए। अभय मुद्रा का गुरु साहिब का कोई सिद्धांत नहीं है। पवित्र सिद्धांत सिर्फ गोल्डन टेंपल है। यहां किसी की जात पात नहीं पूछी जाती। रोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता, सांसद और विपक्ष के नेता राहुल गांधी द्वारा संसद सत्र के दौरान गुरु नानक देव जी की तस्वीर दिखाते हुए की गई टिप्पणी पर आपत्ति जताई है। एसजीपीसी के प्रधान एडवोकेट धामी ने धर्म और राजनीति को दूर रखने की सलाह दी है। उन्होंने लोकसभा स्पीकर से भी अनुरोध किया है कि भविष्य में किसी को भी किसी तरह का अनादर करने की इजाजत न दी जाए। एसजीपीसी के प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि एक फोटो वायरल हुई, जिसमें राहुल गांधी ने गुरु नानक देव जी की तस्वीर दिखाई। जिसमें गुरु नानक देव जी का एक हाथ उठा हुआ है। राहुल गांधी ने इसे अभय मुद्रा कहा। इस पर एसजीपीसी की बैठक में आपत्ति जताई गई। प्रधान एडवोकेट धामी ने कहा कि इसका सिख पंथ के साथ कोई संबंध नहीं है। गुरु नानक देव जी का जो फलसफा है, वे एक ओंकार का है। जिसमें गुरु साहिब ने नीचों को ऊंचा किया, जिनकी एक समय में निंदा की जाती थी। अंतरिम कमेटी में किया गया मत पास अंतरिम कमेटी की बैठक पर इसका नोटिस लेते हुए स्पष्ट किया गया कि गुरु साहिबान की शिक्षाओं को राजनीतिक बहस का हिस्सा नहीं बनाना चाहिए। अक्सर राजनीतिक लोग ऐसा कर गुरु साहिबों के मौलिक सिद्धांतों व गुरबानी की व्याख्या को गलत कर देते हैं। एसजीपीसी लोकसभा स्पीकर से भी निवेदन करते हैं कि आगे से किसी को भी बेअदबी करने की इजाजत ना की जाए। अभय मुद्रा का गुरु साहिब का कोई सिद्धांत नहीं है। पवित्र सिद्धांत सिर्फ गोल्डन टेंपल है। यहां किसी की जात पात नहीं पूछी जाती। पंजाब | दैनिक भास्कर
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जालंधर में आशु की गिरफ्तारी पर कांग्रेस की चुप्पी:लुधियाना से सांसद पद के दावेदार थे भारत भूषण, 9 घंटे चली ED की पूछताछ लुधियाना से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु को ईडी ने गुरुवार को जालंधर में गिरफ्तार कर लिया है। करीब 9 घंटे की पूछताछ के बाद आशु को ईडी ने गिरफ्तार किया है। इन 9 घंटों में पंजाब कांग्रेस के किसी भी वरिष्ठ नेता या लुधियाना से किसी पूर्व विधायक या जिला प्रधान ने आशु की गिरफ्तारी का विरोध नहीं किया। विधायक परगट सिंह, विधायक सुखविंदर कोटली और पूर्व विधायक राजेंद्र बेरी रात को पहुंचे लेकिन उन्हें आशु से मिलने का मौका नहीं मिला। आशु 16 महीने पहले भी जेल जा चुके हैं। आशु 7 महीने जेल में रहे। वह 7 मई 2023 को जमानत पर बाहर आए हैं। जालंधर शहर कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी का लोकसभा क्षेत्र है। पंजाब के प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग से लेकर पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी तक सभी ने आशु की गिरफ्तारी पर चुप्पी साध रखी है। इससे साफ है कि कहीं न कहीं अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने आशु से दूरी बनानी शुरू कर दी है। वड़िंग ने 2022 में बनाया था स्थायी मोर्चा यहां आपको बता दें कि 22 अगस्त 2022 को ट्रांसपोर्टेशन टेंडर घोटाले के आरोप में भारत भूषण आशु को एक सैलून में बाल कटवाते समय विजिलेंस ने गिरफ्तार किया था। उस समय आशु की गिरफ्तारी के चंद घंटों बाद ही कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग खुद गिद्दड़बाहा से आए और आशु के समर्थन में विजिलेंस दफ्तर के बाहर बैठ गए थे। लेकिन इस बार वड़िंग आशु की गिरफ्तारी पर पूरी तरह खामोश हैं। वड़िंग की जीत के बाद आशु ने सोशल मीडिया पर जाहिर किया था दर्द
पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु ने राजा वड़िंग की जीत के बाद एक पोस्ट डालकर अपने दिल के दर्द को जाहिर किया था। जिसमें उन्होंने लिखा था कि-रास्ते भी जिद्दी है, मंजिलें भी जिद्दी है, देखते है कल क्या होता है,हौंसले भी जिद्दी है। आशु थे लुधियाना लोकसभा टिकट के प्रबल दावेदार
बता दें लोकसभा चुनाव में रवनीत सिंह बिट्टू के भाजपा में शामिल होने के बाद भारत भूषण आशु एक मात्र बड़ा चेहरा लुधियाना से थे लेकिन शहर के कुछ पूर्व विधायकों के बगावती सुरों के कारण हाईकमान ने प्रदेश प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग को लुधियाना से उम्मीदवार घोषित कर दिया। शहर में चर्चा यह भी रही है कि वड़िंग का आशु ग्रुप ने खुलकर समर्थन नहीं किया। वड़िंग की जीत के जश्न और दफ्तर के उद्घाटन पर आशु रहे नदारद वड़िंग को जिला लुधियाना से कम वोट मिले जबकि ग्रामीण इलाकों से वड़िंग को बंपर वोट मिले जिस कारण वह जीते। वड़िंग की जीत के बाद जो शहर में जश्न मनाया गया उसमें भी आशु गैरहाजिर रहे। वड़िंग से ने जब अपने सांसदीय दफ्तर का बचत भवन में उद्घाटन किया उस समय भी भारत भूषण आशु नदारद रहे। यह भी एक बड़ा कारण है कि वड़िंग और आशु में दूरियां बढ़ी है। पत्रकारों के द्वारा कई बार वड़िंग से यह सवाल भी किया जा चुका है कि क्या आशु उनसे नाराज है तो वड़िंग का जवाब हमेश यही रहा है कि वह किसी से नाराज नहीं है। वह सभी को मनाने की कोशिश में रहते है लेकिन अब कोई न माने तो वह क्या करें। वह कांग्रेस को पंजाब में एकजुट रखेंगे। पंजाब विजिलेंस भी कर चुकी जांच ये मामला पहले पंजाब विजिलेंस ब्यूरो की तरफ से उठाया गया था। इस मामले में विजिलेंस कोर्ट में चालान भी पेश कर चुकी है। इसके बाद इस मामले से जुड़े दस्तावेज ईडी ने मांगे थे और मामले की जांच अपने स्तर पर शुरू की थी। सूचना के अनुसार ईडी ने भारत भूषण आशु को आज पेश होने के लिए कहा था। जाने क्या है टेंडर घोटाला : स्कूटर, बाइक पर माल की ढुलाई दिखाई लेबर ट्रांसपोर्टेशन टेंडर घोटाला में अनाज मंडियों में आरोपी वाहनों पर नकली नंबर प्लेट लगाकर माल की ढुलाई करते थे। वहीं, आरोपियों ने टेंडर लेने से पहले विभाग में गलत वाहनों के नंबर लिखवा दिए। जांच के दौरान पता चला कि जो नंबर लिखवाए थे वह स्कूटर, बाइक आदि टू-व्हीलर के थे। जिन वाहनों के यह नंबर हैं, वह माल ढोने के लिए मान्य ही नहीं हैं। इस मामले में करीब 2 महीने पहले कुछ ट्रांसपोर्ट मालिकों व ठेकेदारों की ओर से उस समय के कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु पर कुछ कॉन्ट्रेक्टर और ठेकेदारों को फायदा पहुंचाने और करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी करने के आरोप लगे थे। अब इस मामले में जांच के बाद विजिलेंस की ओर से FIR दर्ज करके गिरफ्तारी करनी शुरू कर दी गई है। आशु पर टेंडरिंग के 2 हजार करोड़ के घोटाले का भी आरोप है।
अमृतसर में किसानों ने लगाया जाम:4 घंटे तक रहा ट्रैफिक ब्लॉक, कुर्की को लेकर हुई थी पुलिस से धक्का- मुक्की
अमृतसर में किसानों ने लगाया जाम:4 घंटे तक रहा ट्रैफिक ब्लॉक, कुर्की को लेकर हुई थी पुलिस से धक्का- मुक्की अमृतसर में किसानों की ओर से आज शहर को पूरी तरह से जाम कर दिया गया। किसान जत्थेबंदियों ने शहर की लाइफ लाइन भंडारी पुल पर धरना लगा दिया। बीते दिन एक घर को कुर्की करने गए पुलिस और प्रशासन के साथ किसानों की धक्का मुक्की हुई थी, जिसके बाद आज लगभग चार घंटे किसानों ने जाम लगाया। जाम लगाने के बाद पुलिस प्रशासन की ओर से मिलकर धरने को हटवाया गया और मंगलवार को बैठक के आश्वासन दिया गया। गांव नंगली में घर कुर्की करने के थे आदेश जानकारी के मुताबिक, गांव नंगली में बीते दिन बैंक का कर्जा ना चुका पाने की स्थिति में बैंक द्वारा घर दुकान को कुर्क करने के निर्देश दिए गए थे। जिसके बाद बैंक अधिकारी पुलिस और प्रशासन के साथ पहुंचा, लेकिन वहां मौजूद बीकेयू सिद्धूपुर के किसान लीडर्स ने कुर्की करवाने से मना कर दिया। इस दौरान धक्का मुक्की की नौबत आ गई, जिसके बाद किसान नेता भड़क गए। उनका कहना था कि बैंक के कर्जे के संबंध में बैठकर बात की जा सकती है, लेकिन अगर घर और दुकान बंद कर दी जाएगी तो फिर उनके बच्चे कहां जाएंगे। जिसके बाद आज गुस्साए किसानों ने भंडारी पुल पर जाम लगा दिया। चार घंटे बंद रहा शहर का ट्रैफिक किसानों की ओर से तकरीबन 4 घंटे के लिए जाम लगाया गया। शहर के बीचो बीच भंडारी ब्रिज को बंद करने से हर तरफ ट्रैफिक हो गया। किसान तकरीबन 12 बजे से 4 बजे तक पुल पर बैठे रहे जिससे कि स्कूली बच्चों की बसें भी जाम में फंस गई। इसके बाद डीसीपी ला एंड आर्डर आलम विजय सिंह ने प्रशासन के साथ मिलकर किसान नेताओं से बात की और धरना हटाकर जाम खुलवाया। पुलिस अधिकारी के मुताबिक किसानों के साथ मंगलवार को बैठक की जाएगी उनकी मांगों पर विचार किया जाएगा इसी आश्वासन पर आज धरना खत्म किया गया है।
पंजाब कांग्रेस सांसदों का संसद के बाहर प्रदर्शन:वित्तमंत्री चीमा- पंजाब से सौतेली मां जैसा व्यवाहर; हरसिमरत ने जताई निराशा
पंजाब कांग्रेस सांसदों का संसद के बाहर प्रदर्शन:वित्तमंत्री चीमा- पंजाब से सौतेली मां जैसा व्यवाहर; हरसिमरत ने जताई निराशा केंद्रीय बजट 2024 में पंजाब के लिए कोई विशेष पैकेज घोषित नहीं किए जाने के बाद कांग्रेस सांसदों ने संसद से बाहर आकर केंद्र के खिलाफ प्रदर्शन किया। मुर्दाबाद के नारे लगाए। वहीं, हरसिमरत बादल ने इसे सरकार बचाओ बजट बताया है। इधर, आम आदमी पार्टी के नेताओं ने ईडी-सीबीआई का इस्तेमाल कर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी का विरोध किया। कांग्रेस सांसदों ने एनडीए सरकार को पंजाब के साथ विश्वासघात करने वाली सरकार बताया। लुधियाना के सांसद अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर भाजपा को पंजाब के साथ सौतेला व्यवहार करने वाली सरकार बताया है। वित्तमंत्री चीमा- पंजाब को निराश किया गया पंजाब के वित्तमंत्री हरपाल चीमा ने इस बजट से निराशा जताई है। उन्होंने कहा कि पंजाब के साथ सौतेली मां जैसा व्यवहार किया है। छोटे उद्योग के लिए कुछ नहीं दिया। फर्टिलाइजर पर जो 36% सब्सिडी मिलती थी, वे घटा दी है। इनपुट कॉस्ट बढ़ गई है। भाजपा सरकार किसानों को आत्महत्या करने के लिए मजबूर कर रही है। इससे पता चलता है भाजपा पंजाब विरोधी पार्टी है। इस बजट ने पंजाब को बुरी तरह निराश किया है। उन्होंने बताया कि बजट से पहले हर राज्य से इनपुट लिया जाता है। वे जब वित्तमंत्री सीतारमण से मिले थे तो पंजाब को दो फसलों को डायवर्सिफिकेशन के लिए आर्थिक पैकेज की जरूरत जताई थी। इससे पानी व किसान को बचाया जा सके। लेकिन केंद्र सरकार ने इसे इग्नोर किया। 500 किमी इंटरनेशल बॉर्डर है। ऐसे में पंजाब के युवाओं के लिए हिमाचल प्रदेश की तरह इंडस्ट्री लाने के लिए कोई पैकेज नहीं दिया। इस बजट ने पंजाब को निराश किया है। हरसिमरत बोलीं- किसानों और युवाओं की अनदेखी की गई अकाली दल की एकमात्र सांसद हरसिमरत कौर बादल ने सोशल मीडिया पर पंजाब की अनदेखी का विरोध किया है। उन्होंने पोस्ट कर लिखा- केंद्रीय बजट 2024 को “सरकार बचाओ” बजट के रूप में जाना जाएगा, जो बिहार और आंध्र प्रदेश में एनडीए के दो सहयोगियों के लिए बनाया गया, जबकि देश भर में किसानों, गरीबों और युवाओं की अनदेखी की गई। शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) के एनडीए गठबंधन और सरकार से बाहर निकलने के बाद से लगातार छठे बजट में पंजाब के लिए कुछ भी नहीं है। “पंजाब के मुद्दों को सुलझाने” के नाम पर अपने हितों को साधने के लिए भाजपा में शामिल होने वालों को अब जवाब देना चाहिए कि राज्य को केंद्र के हाथों लगातार भेदभाव का सामना क्यों करना पड़ रहा है। सुखबीर बादल -बजट 2024-25 पंजाब के प्रति भेदभावपूर्ण अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर बादल ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर बजट को भेदभावपूर्ण बताया है। उन्होंने 10 पॉइंट अपने सोशल मीडिया एकाउंट्स पर डालकर विरोध जताया है। उन्होंने कहा- ▪️केंद्रीय बजट 2024-25 पंजाब के प्रति भेदभावपूर्ण है। ▪️राज्य की कोई भी मांग नहीं मानी गई। ▪️राज्य के किसानों के लिए अति आवश्यक विविधीकरण या ऋण माफी के लिए कोई आवंटन नहीं किया गया है। ▪️पड़ोसी पहाड़ी राज्यों को दिए गए प्रोत्साहनों के कारण ठप पड़े औद्योगिक क्षेत्र के लिए किसी कर रियायत की घोषणा नहीं की गई है। ▪️केंद्र सरकार एमएसपी के लिए कानूनी गारंटी देने और एमएसपी पर सभी फसलों की खरीद के लिए धन आवंटित करने में भी विफल रही है। ▪️गरीबों और युवाओं की भी कमी हो गई है। मनरेगा में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है. ▪️आय असमानता को दूर करने के लिए कुछ भी नहीं किया गया है। यहां तक कि 5,000 रुपये प्रति माह की अप्रेंटिसशिप योजना भी दिखावा है, क्योंकि इस टोकन राशि का लाभ उठाने के लिए युवा विस्थापित होकर बड़ी कंपनियों में शामिल नहीं हो पाएंगे। ▪️गठबंधन की मजबूरियां राष्ट्रीय हित से अधिक महत्वपूर्ण लगती हैं। ▪️सरकार का समर्थन करने वाले प्रमुख सहयोगियों को जिस असंतुलित तरीके से धन आवंटित किया गया है, उसने कई प्रमुख राज्यों को धन से वंचित कर दिया है। इसकी समीक्षा किये जाने की जरूरत है। ▪️सीमावर्ती राज्य होने के नाते पंजाब को इस तरह से नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। AAP सांसदों ने केजरीवाल के समर्थन में उठाई मांग वहीं, आम आदमी पार्टी ने बजट सत्र के दौरान संसद के बाहर अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी का विरोध किया है। आरोप लगाया है कि BJP की सरकार ने ED-CBI का गलत प्रयोग कर दिल्ली सीएम केजरीवाल को गिरफ्तार किया है। राघव चड्ढा ने अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर तस्वीर को सांझा किया। जिसमें उनके साथ सांसद संजय सिंह, संदीप पाठक, मलविंदर सिंह कंग, गुरमीत सिंह मीत हेयर, डॉ. राज कुमार चब्बेवाल दिख रहे हैं। पूरी तरह निराश करने वाला बजट है-AAP AAP वक्ता और पंजाब सरकार में पंजाब मध्यम उद्योग विकास बोर्ड के अध्यक्ष नील गर्ग ने कहा- आज के बजट को सत्ता बचाओ बजट कहना सही होगा। बजट में पंजाब की अनदेखी की गई है, ये पूरी तरह निराश करने वाला बजट है। इस बजट में ना महिलाओं के लिए कुछ है ना ही गरीबों के लिए। किसानों की MSP गारंटी पर भी एक शब्द नहीं बोला गया। पांच राज्यों मे किसान क्रेडिट कार्ड जारी किए जाएंगे लेकिन उसका क्या आधार होगा, इस बारे में कुछ भी स्पष्ट नहीं कहा गया कि वो राज्य कौन से होंगे और क्या लिमिट रहेगी।