पंजाब के 4 लोगों की कनाडा में मौत:सड़क हादसे में गई जान, फरीदकोट का रहने वाला था परिवार

पंजाब के 4 लोगों की कनाडा में मौत:सड़क हादसे में गई जान, फरीदकोट का रहने वाला था परिवार

पंजाब के एक परिवार के चार सदस्यों की कनाडा में सड़क हादसे में मौत हो गई है। ये सभी फरीदकोट जिले के जैतो सब डिवीजन के गांव रोड़ीकपुरा के रहने वाले थे। मृतकों में दंपती, बेटी और रिश्तेदार शामिल हैं। मृतकों की पहचान सुखवंत सिंह सुख बराड़, राजजिंदर कौर, छिंदर पाल कौर और एक अन्य रिश्तेदार के रूप में हुई है। कनाडा पुलिस मामले की जांच कर रही है। सुखवंत सिंह बराड़ पिछले बीस साल से कनाडा के एबट्सफोर्ड, बीसी में रह रहे थे। बुधवार शाम वे अपनी पत्नी, बेटी और रिश्तेदार के साथ कार में सवार होकर दोस्त के घर जा रहे थे। कैनोला के पास उनकी कार का एक्सीडेंट हो गया। हादसा इतना खतरनाक था कि कार में सवार चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। सामाजिक कार्यों में करता था सहयोग बड़ी मुश्किल से उन्हें कार से बाहर निकाला गया और अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। जैसे ही यह सूचना फरीदकोट पहुंची, लोग बेहद दुखी हो गए। जानकारों के मुताबिक खुखवंत सिंह गांव में सामाजिक कार्यों में हाथ बंटाते थे। वह हमेशा अपने गांव से जुड़े रहते थे, कोई भी यकीन नहीं कर पा रहा है कि वह अब नहीं रहे। पंजाब के एक परिवार के चार सदस्यों की कनाडा में सड़क हादसे में मौत हो गई है। ये सभी फरीदकोट जिले के जैतो सब डिवीजन के गांव रोड़ीकपुरा के रहने वाले थे। मृतकों में दंपती, बेटी और रिश्तेदार शामिल हैं। मृतकों की पहचान सुखवंत सिंह सुख बराड़, राजजिंदर कौर, छिंदर पाल कौर और एक अन्य रिश्तेदार के रूप में हुई है। कनाडा पुलिस मामले की जांच कर रही है। सुखवंत सिंह बराड़ पिछले बीस साल से कनाडा के एबट्सफोर्ड, बीसी में रह रहे थे। बुधवार शाम वे अपनी पत्नी, बेटी और रिश्तेदार के साथ कार में सवार होकर दोस्त के घर जा रहे थे। कैनोला के पास उनकी कार का एक्सीडेंट हो गया। हादसा इतना खतरनाक था कि कार में सवार चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। सामाजिक कार्यों में करता था सहयोग बड़ी मुश्किल से उन्हें कार से बाहर निकाला गया और अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। जैसे ही यह सूचना फरीदकोट पहुंची, लोग बेहद दुखी हो गए। जानकारों के मुताबिक खुखवंत सिंह गांव में सामाजिक कार्यों में हाथ बंटाते थे। वह हमेशा अपने गांव से जुड़े रहते थे, कोई भी यकीन नहीं कर पा रहा है कि वह अब नहीं रहे।   पंजाब | दैनिक भास्कर