हरियाणा में विधानसभा डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा ने कहा- प्रदेश में क्रिमिनल से सख्ती से निपटा जाएगा। पिछले दिनों प्रदेश में हुई घटनाओं पर सीएम नायब सैनी ने कड़ा संज्ञान लिया है। इसी के चलते हिसार में व्यापारी के शोरूम पर फायरिंग करने का ना केवल साजिशकर्ता पकड़ा गया, बल्कि वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी भी एनकाउंटर में मारे गए हैं। गंगवा ने कहा कि अपराधियों की इस प्रदेश में कोई जगह नहीं है। उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई का एक्शन शुरू हो चुका हैं। कांग्रेस ने फैलाया भ्रम रणबीर गंगवा शनिवार को रेवाड़ी में ओबीसी मोर्चा से संबंधित बैठक को संबोधित करने पहुंचे थे। PWD रेस्ट हाउस में मीडिया से बात करते हुए गंगवा ने कहा-लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने देश में बहुत बड़ा झूठ फैलाने का काम किया। कांग्रेस ने झूठ फैलाया कि हम संविधान खत्म कर देंगे। जबकि उनकी पार्टी और दादी ने इमरजेंसी लगाकर संविधान को खत्म करने की कोशिश की थी। चुनाव में हमारे अनुसूचित जाति के वोटर्स के बीच इस तरह का भ्रम फैलाकर उन्हें बरगलाया गया, लेकिन अब हम कांग्रेस के झूठ को उजागर करेंगे। इनेलो-बसपा और जेजेपी पर कसा तंज रणबीर गंगवा ने बसपा और इनेलो के गठबंधन पर भी चुटकी ली और कहा कि इनेलो हरियाणा तो बसपा यूपी में अपना जनाधार खो चुकी है। ऐसे में हरियाणा में इनके गठबंधन से किसी तरह का कोई नुकसान किसी को नहीं होगा। हरियाणा में इनेलो का एक तो यूपी में भी बसपा के एक-दो विधायक हैं। अभी हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में इनकी दशा सबने देख ली। ये सीट जीतना तो दूर जमानत भी नहीं बचा सके। यही हाल हरियाणा में जेजेपी का है। जेजेपी भी जनता के बीच अपना विश्वास खो चुकी है। ये तो अब सिर्फ अपना वजूद बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं। कांग्रेस एक जेब की पार्टी बनकर रह गई डिप्टी स्पीकर ने कांग्रेस पर भी तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस हरियाणा में एक जेब की पार्टी बनकर रह गई है। उनका इशारा पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा की तरफ था। गंगवा ने कहा कि कांग्रेस गुटों में बंटी हुई हैं। लोकसभा चुनाव में टिकट कटने के डर से जरूर ये एकजुट दिखे, लेकिन विधानसभा चुनाव में ये एक-दूसरे को ही निपटाने का काम करेंगे। इसलिए ही मैं कह रहा हूं कि हरियाणा में लगातार तीसरी बार बीजेपी की सरकार बनेगी। हम इनकी तरह जात-पात नहीं, बल्कि पिछले 10 सालों में हर वर्ग के लिए किए गए कार्यों के नाम पर वोट मांग रहे है। हरियाणा में विधानसभा डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा ने कहा- प्रदेश में क्रिमिनल से सख्ती से निपटा जाएगा। पिछले दिनों प्रदेश में हुई घटनाओं पर सीएम नायब सैनी ने कड़ा संज्ञान लिया है। इसी के चलते हिसार में व्यापारी के शोरूम पर फायरिंग करने का ना केवल साजिशकर्ता पकड़ा गया, बल्कि वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी भी एनकाउंटर में मारे गए हैं। गंगवा ने कहा कि अपराधियों की इस प्रदेश में कोई जगह नहीं है। उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई का एक्शन शुरू हो चुका हैं। कांग्रेस ने फैलाया भ्रम रणबीर गंगवा शनिवार को रेवाड़ी में ओबीसी मोर्चा से संबंधित बैठक को संबोधित करने पहुंचे थे। PWD रेस्ट हाउस में मीडिया से बात करते हुए गंगवा ने कहा-लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने देश में बहुत बड़ा झूठ फैलाने का काम किया। कांग्रेस ने झूठ फैलाया कि हम संविधान खत्म कर देंगे। जबकि उनकी पार्टी और दादी ने इमरजेंसी लगाकर संविधान को खत्म करने की कोशिश की थी। चुनाव में हमारे अनुसूचित जाति के वोटर्स के बीच इस तरह का भ्रम फैलाकर उन्हें बरगलाया गया, लेकिन अब हम कांग्रेस के झूठ को उजागर करेंगे। इनेलो-बसपा और जेजेपी पर कसा तंज रणबीर गंगवा ने बसपा और इनेलो के गठबंधन पर भी चुटकी ली और कहा कि इनेलो हरियाणा तो बसपा यूपी में अपना जनाधार खो चुकी है। ऐसे में हरियाणा में इनके गठबंधन से किसी तरह का कोई नुकसान किसी को नहीं होगा। हरियाणा में इनेलो का एक तो यूपी में भी बसपा के एक-दो विधायक हैं। अभी हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में इनकी दशा सबने देख ली। ये सीट जीतना तो दूर जमानत भी नहीं बचा सके। यही हाल हरियाणा में जेजेपी का है। जेजेपी भी जनता के बीच अपना विश्वास खो चुकी है। ये तो अब सिर्फ अपना वजूद बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं। कांग्रेस एक जेब की पार्टी बनकर रह गई डिप्टी स्पीकर ने कांग्रेस पर भी तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस हरियाणा में एक जेब की पार्टी बनकर रह गई है। उनका इशारा पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा की तरफ था। गंगवा ने कहा कि कांग्रेस गुटों में बंटी हुई हैं। लोकसभा चुनाव में टिकट कटने के डर से जरूर ये एकजुट दिखे, लेकिन विधानसभा चुनाव में ये एक-दूसरे को ही निपटाने का काम करेंगे। इसलिए ही मैं कह रहा हूं कि हरियाणा में लगातार तीसरी बार बीजेपी की सरकार बनेगी। हम इनकी तरह जात-पात नहीं, बल्कि पिछले 10 सालों में हर वर्ग के लिए किए गए कार्यों के नाम पर वोट मांग रहे है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा कांग्रेस प्रदेश प्रभारी का लोकसभा चुनाव पर मंथन:8 उम्मीदवार ही पहुंचे, सैलजा ने बनाई दूरी, 3 जगह से भीतरघात की रिपोर्ट
हरियाणा कांग्रेस प्रदेश प्रभारी का लोकसभा चुनाव पर मंथन:8 उम्मीदवार ही पहुंचे, सैलजा ने बनाई दूरी, 3 जगह से भीतरघात की रिपोर्ट हरियाणा कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया ने आज लोकसभा चुनाव को लेकर प्रत्याशियों के साथ मंथन किया। इस बैठक में हरियाणा से 9 प्रत्याशियों को बुलाया गया था और एक सीट गठबंधन की होने के कारण उस पर फीडबैक नहीं मिल पाया। कुल 9 प्रत्याशियों को विचार-विमर्श के लिए बुलाया गया था। बाबरिया ने बैठक तो नहीं की, लेकिन प्रत्याशियों और जीते हुए सांसदों से एक-एक कर बात की। खास बात यह रही कि सिरसा से कांग्रेस सांसद कुमारी शैलजा दीपक बाबरिया के साथ विचार-विमर्श में शामिल नहीं हुईं। प्रदेश प्रभारी ने सिरसा को छोड़कर सभी जगहों से रिपोर्ट ली। सबसे खराब रिपोर्ट भिवानी और करनाल से मिली है, यहां के उम्मीदवारों ने भीतरघात की रिपोर्ट दी। वहीं हिसार के सांसद जयप्रकाश जेपी ने भी भीतरघात की बात स्वीकार की है। उन्होंने कहा कि हिसार के बड़े नेताओं ने साथ नहीं दिया अगर साथ दिया होता तो जीत का मार्जन और बड़ा होता। इतना ही नहीं कुछ नेताओं के भाजपा प्रत्याशी की मदद करने की बात रिपोर्ट में कही गई है। इसी तरह गुरुग्राम में भी स्थानीय नेताओं के अहीरवाल क्षेत्र में साथ नहीं देने की बात सामने आई है। हाईकमान को सौंपी जाएगी रिपोर्ट कांग्रेस प्रदेश प्रभारी की ओर से बनाई गई रिपोर्ट कल कांग्रेस हाई कमान को सौंपी जाएगी। बाबरिया ने उम्मीदवारों से आगामी विधानसभा के संभावित नामों पर चर्चा भी की ओर उनकी तरफ से हर विधानसभा में कौन बेहतर उम्मीदवार हो सकता है। इसके नाम भी पूछे। वहीं चुनाव में बढ़चढ़ कर काम करने वाले नेताओं और काम न करने वाले नेताओं व भीतरघात करने वालों के नाम भी उम्मीदवारों ने बताए। अब इसकी रिपोर्ट प्रदेश प्रभारी कल हाईकमान से होनी वाली बैठक में रखेंगे। हाई कमान आज करेगा बैठक, 30 नेताओं को बुलाया कांग्रेस हाई कमान आज दिल्ली में हरियाणा लोकसभा चुनाव को लेकर मंथन करेगा। इसमें खास तौर पर हारने वाली सीटों पर ज्यादा फोकस किया जाएगा। इसमें गुरुग्राम, फरीदाबाद, भिवानी-महेंद्रगढ़, करनाल और कुरूक्षेत्र सीट पर विस्तृत चर्चा होगी। इस बैठक में 10 लोकसभा क्षेत्र के प्रत्याशी, सांसद, 3 बार के विधायक, 3 बार के पूर्व विधायक, कांग्रेस के प्रदेश सचिव सहित कुल 30 नेताओं को बुलाया गया है। इस बैठक में राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे शामिल होंगे। खास बात यह है कि इस बैठक में बीरेंद्र सिंह और उनके बेटे बृजेंद्र सिंह को आमंत्रित नहीं किया गया है। कांग्रेस इन कारणों से 5 सीटों पर हार गई… 1. करनाल में कमजोर कैंडिडेट
कांग्रेस ने करनाल लोकसभा सीट पर अपने यूथ विंग के नेता दिव्यांशु बुद्धिराजा को टिकट दिया। दिव्यांशु के नाम का ऐलान होते ही क्लियर हो गया था कि कांग्रेस ने इस सीट पर BJP के मनोहर लाल खट्टर को एक तरह से वॉकओवर दे दिया है। करनाल के कांग्रेसी नेताओं के तमाम तरह के असहयोग के बावजूद दिव्यांशु 4 लाख 79 हजार से ज्यादा वोट लेने में कामयाब रहे। अगर कांग्रेस इस सीट पर किसी बड़े चेहरे को उतारती और करनाल के नेता उसका साथ देते तो भाजपा को यहां परेशानी हो सकती थी। 2. गुटबाजी भारी पड़ी
हरियाणा में कांग्रेसी नेताओं की धड़ेबंदी जगजाहिर है और पार्टी ने इसका नुकसान कम से कम 2 सीटें गवांकर चुकाया। भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट पर पूर्व मंत्री किरण चौधरी और गुरुग्राम में पूर्व कैबिनेट मंत्री कैप्टन अजय यादव ने टिकट कटने के बाद अपनी नाराजगी खुलकर जताई। किरण चौधरी ने तो हुड्डा कैंप पर उनकी सियासी हत्या की साजिश रचने जैसे आरोप तक लगा डाले। इस सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार राव दान सिंह की हार का अंतर 41 हजार 510 वोट रहा। भिवानी जिले की 3 में से 2 सीटों पर भाजपा को लीड मिली। इनमें किरण चौधरी की तोशाम सीट शामिल रही। अगर पार्टी के नेता एकजुटता दिखाते तो यहां रिजल्ट कांग्रेस के पक्ष में भी आ सकता था। गुरुग्राम सीट पर भी यही कहानी रही। यहां कांग्रेस कैंडिडेट राज बब्बर 75 हजार वोट से हारे। लालू यादव के समधी कैप्टन अजय यादव इस सीट पर लंबे अर्से से एक्टिव थे लेकिन पार्टी ने ऐन मौके पर उनकी जगह राज बब्बर को टिकट थमा दिया। इससे कैप्टन नाराज हो गए। राज बब्बर की इलेक्शन कैंपेनिंग के दौरान अजय यादव बहुत कम मौकों पर नजर आए। फरीदाबाद सीट पर भी टिकट न मिलने के कारण पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समधी करण दलाल की नाराजगी देखने को मिली। 3. पार्टी के भीतर चौधर की लड़ाई लोकसभा चुनाव में कांग्रेसी नेताओं के बीच चलने वाली चौधर की लड़ाई भी जमकर देखने को मिली। पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह शुरू से आखिर तक बांगर बेल्ट में हिसार के उम्मीदवार जयप्रकाश जेपी को नीचा दिखाने की कोशिश करते नजर आए। हालांकि चुनाव नतीजों में जेपी को सबसे बड़ी लीड बीरेंद्र सिंह के गढ़ उचाना से ही मिली। जयप्रकाश जेपी के हुड्डा कैंप से जुड़े होने के कारण सैलजा, किरण चौधरी और रणदीप सुरजेवाला की तिकड़ी ने हिसार में एक सभा तक नहीं की। सैलजा सिरसा तक सिमटी रही तो रणदीप सिरसा के अलावा कुरुक्षेत्र एरिया में एक्टिव रहे। 4. चुनाव चिन्ह गायब होने से गठबंधन की कीमत चुकाई कांग्रेस ने I.N.D.I.A. अलायंस के तहत कुरूक्षेत्र सीट आम आदमी पार्टी (AAP) को दी। इसलिए यहां कांग्रेस का चुनाव चिन्ह गायब रहा। आम आदमी पार्टी से उसकी हरियाणा इकाई के प्रदेशाध्यक्ष सुशील गुप्ता कुरूक्षेत्र के रण में उतरे तो पार्टी की पूरी लीडरशिप यहां डट गई। कांग्रेस से भूपेंद्र हुड्डा और रणदीप सुरजेवाला ने सुशील गुप्ता के लिए प्रचार किया लेकिन राज्य की दूसरी किसी सीट पर AAP नेताओं ने कांग्रेस उम्मीदवारों के लिए ऐसा जोर नहीं लगाया। ऐसे में कहा नहीं जा सकता कि AAP ने बाकी 9 सीटों पर अपना कितना वोट बैंक कांग्रेस के पक्ष में शिफ्ट कराया? हां, कुरूक्षेत्र में सुशील गुप्ता को कांग्रेसी कैडर के वोट जरूर मिले।
कैथल में चेयरपर्सन के खिलाफ वोटिंग पर घमासान:बीडीपीओ कार्यालय के बाहर नारेबाजी, पुलिस ने खदेड़ा, अतिरिक्त फोर्स बुलाई
कैथल में चेयरपर्सन के खिलाफ वोटिंग पर घमासान:बीडीपीओ कार्यालय के बाहर नारेबाजी, पुलिस ने खदेड़ा, अतिरिक्त फोर्स बुलाई सीवन ब्लॉक समिति चेयरपर्सन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर आज दोपहर बाद बीडीपीओ ऑफिस में वोटिंग करवाई जाएगी। इसको लेकर एडीसी कैथल द्वारा 28 अक्टूबर को सभी समिति के सभी 16 मेंबरों को नोटिस जारी किया गया था। वोटिंग के लिए मेंबरों की एंट्री का समय दोपहर 2 बजे का रखा गया है। मेंबरों द्वारा उनका आई कार्ड दिखाने के बाद ही अंदर जाने दिया जाएगा। इसके बाद ठीक 2:30 बजे वोटिंग प्रक्रिया शुरू करवाई जाएगी। वहीं लगभग 3:30 बजे तक रिजल्ट आ जाएगा, इसको लेकर प्रशासन ने भी अपनी सभी तैयारियां पूरी कर ली है, वोटिंग प्रक्रिया की जिम्मेवारी कैथल एडीसी बाबूलाल करवा को दी गई है, जिसमें वह प्रशासक के तौर पर मौजूद रहेंगे। वहीं समिति के भाजपा से संबंधित 12 सदस्यों के साथ पूर्व विधायक कुलवंत बाजीगर डीपीओ कार्यालय पहुंचे। जिनके अंदर जाने पर विपक्ष द्वारा जमकर विरोध किया गया। तनावपूर्ण स्थिति देख पुलिस को उन्हें खदेड़ना पड़ा और अतिरिक्त फोर्स बुलाई, ताकि वोटिंग को शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न करवाया जा सके। दो तिहाई वोटिंग होनी चाहिए खिलाफ चेयरपर्सन को हटाने के लिए कुल सदस्यों में से दो तिहाई सदस्यों की वोटिंग खिलाफ होनी चाहिए। यानि ब्लॉक समिति के 16 सदस्यों में से यदि 11 सदस्य अविश्वास प्रस्ताव के लेकर चेयरपर्सन के खिलाफ वोटिंग करेंगे, तभी अविश्वास प्रस्ताव मान्य होगा। वही चेयरपर्सन मनजीत कौर को अपनी कुर्सी बचाने के लिए समिति के 16 सदस्यों में से केवल 6 सदस्यों की वोटिंग अपने हक में करवानी होगी, तब जाकर उनकी कुर्सी बच सकती है। 16 में से 12 सदस्य भाजपा के पलड़े में चेयरपर्सन को हटाने के लिए लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को गुहला के पूर्व विधायक कुलवंत बाजीगर लीड कर रहे हैं। सूत्रों से अनुसार कुल 16 सदस्य में से 12 सदस्य उनके साथ हैं, जो दोपहर बाद उनके साथ ही वोटिंग करने बीडीपीओ कार्यालय पहुंचेंगे। पिछले एक हफ्ते से पूर्व विधायक कुलवंत बाजीगर 12 सदस्यों को लेकर घूमने चले गए थे, जो आज वापस आकर चेयरपर्सन को कुर्सी से हटवाने के लिए उनके खिलाफ वोटिंग करवाएंगे। चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी के साथ थे चेयरपर्सन प्रतिनिधि बताया जा रहा है कि विधानसभा चुनाव में चेयरपर्सन प्रतिनिधि बजिंद्र सिंह कांग्रेस प्रत्याशी देवेंद्र हंस के साथ थे, इसीलिए भाजपा के पूर्व विधायक कुलवंत बाजीगर उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ला रहे हैं। हालांकि चुनाव संपन्न होने के बाद चेयरपर्सन फिर से भाजपा की बैठकों में दिखाई दिए, परंतु भाजपा नेता अब उनको कुर्सी से हटाना चाहते हैं। पिछले चुनाव में जब चेयरपर्सन मनजीत कौर को बनाया गया था, तब भाजपा पूर्व प्रत्याशी रवि तरावली ने इनका समर्थन किया था।
करनाल में 19 वर्षीय लड़की लापता:घर से सिलाई सेंटर गई थी युवती, नहीं लौटी वापस
करनाल में 19 वर्षीय लड़की लापता:घर से सिलाई सेंटर गई थी युवती, नहीं लौटी वापस करनाल जिले के कुंजपुरा थाना क्षेत्र के एक गांव से संदिग्ध हालात में एक युवती लापता हो गई। युवती सिलाई सेंटर पर दूसरे गांव में गई थी। लेकिन वापस नहीं लौटी। परिजनों ने आसपास के एरिया में तलाश की, उसका कोई भी सुराग नहीं लग पाया। परेशान परिजनों ने मामले की शिकायत कुंजपुरा थाना पुलिस को दी। पुलिस ने शिकायत के आधार पर गुमशुदगी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। नलवीपार गांव में सीखती थी सिलाई शिकायतकर्ता मां ने पुलिस को बताया है कि उसकी बेटी 19 साल की है और 12वीं पास है। सिलाई कढ़ाई का काम सिखाने के लिए बेटी नलवीपर गांव में एक सेंटर पर पर भेजा। वह कई महीनों से सेंटर पर जा रही थी। वह समय पर घर से निकलती और समय पर घर आ जाती थी, लेकिन 1 सितंबर को वह सेंटर के लिए घर से तो निकली, लेकिन घर वापस नहीं लौटी। शुरू की गई तलाश, नहीं लगा सुराग शिकायतकर्ता ने बताया है कि जब बेटी घर नहीं लौटी तो घर वालों को जानकारी दी। उसके बाद घर वालों ने तलाश शुरू की। सबसे पहले सिलाई सेंटर पर पता किया गया। लेकिन वह वहां पर नहीं थी। फिर आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों, रिश्तेदारियों, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, अस्पताल व अन्य जगहों पर तलाश की गई। बेटी का कोई भी सुराग नहीं लगा। जिससे फैमिली की चिंता ओर भी ज्यादा बढ़ती चली गई। पुलिस ने किया मामला दर्ज बेटी की तलाश के बाद परिजन कुंजपुरा थाना में पहुंचे। जहां पर उन्होंने बेटी के लापता होने की शिकायत दी। जिसमें उन्होंने बेटी के हुलिए का भी जिक्र किया है। परिजनों ने बताया है कि उनकी बेटी की हाइट 5 फुट 6 इंच है। जांच अधिकारी एएसआई नरेंद्र ने बताया कि युवती के लापता होने की शिकायत मिली है। शिकायत के आधार पर गुमशुदगी का मामला दर्ज कर लिया है। तलाश जारी है। जल्द ही युवती को खोज लिया जाएगा।