झांसी में तीन दिन पहले केशव जाटव की हत्या हो गई थी। इस हत्याकांड में केशव की पत्नी लक्ष्मी, उसके प्रेमी कमलेश और कमलेश के ममेरे भाई रवि अहिरवार को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में सभी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। केशव की पत्नी का कहना है कि उसने टीवी सीरियल क्राइम पेट्रोल देख पति का मर्डर प्लान किया था। बकौल पुलिस, लक्ष्मी ने कहा- मैं नहीं चाहती थी कि वो जिंदा रहे। उसके मर्डर के लिए अपने ब्वाय फ्रेंड को पूरा गाइड किया। उसको मारने के बाद कमलेश ने मुझसे कहा था कि काम तमाम हो गया। इसपर मैंने उसे शाबाशी भी दी। हम दोनों कोर्ट मैरिज करते। केशव हत्याकांड में क्या कुछ खुलासा हुआ, चलिए सिलसिलेवार तरीके से जानते हैं… शराब के साथ दिया जहर, पीटा और गला घोंट दिया केशव की पत्नी के प्रेमी ने उसे रक्सा के कोटखेरा गांव के पास शराब पिलाई। इसमें जहर मिलाया गया था। इसके बाद उसने अपने साथियों के साथ मिलकर उसे जमकर पीटा। फिर तौलिए से केशव का गला घोंट दिया। केशव की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में प्राइवेट पार्ट और सिर में चोट मिली। साथ ही पॉइजन और गला दबाकर हत्या की पुष्टि हुई है। हत्या वाले दिन लक्ष्मी लगातार अपने प्रेमी से बात कर रही थी। हत्या के तुरंत बाद प्रेमी ने लक्ष्मी को कॉल लगाकर बताया कि काम हो गया। हमने केशव का गला घोंटकर अपने रास्ते से हटा दिया। यह सुनते ही लक्ष्मी खुश हो गई और उसने प्रेमी को शाबाशी दी थी। पुलिस से बचने के लिए आरोपियों ने सबूत भी मिटाए, लेकिन वे अपने मसूबों पर कामयाब नहीं हो पाए। पत्नी के 5 साल से अवैध संबंध थे मृतक केशव जाटव (46) पुत्र रामरतन मध्य प्रदेश के दतिया जिले के इंदरगढ़ थाना क्षेत्र के वरिया गांव का रहने वाला था। वह खेतीबाड़ी के साथ मजदूरी करता था। केशव के दूर के रिश्तेदार दतिया के उन्नाव बालाजी थाना क्षेत्र के धवाई गांव निवासी कमलेश (36) का घर पर आना-जाना था। करीब 5 साल पहले कमलेश और केशव की पत्नी लक्ष्मी के बीच दोस्ती हो गई। ये दोस्ती जल्द ही प्यार में बदल गई। दोनों चोरी छुपे मिलने लगे थे। करीब दो माह पहले केशव को उनके रिश्ते के बारे में पता चल गया था। उसने कमलेश को भी घर आने से मना कर दिया था। वह दोनों के प्यार में रोड़ा बन गया था। भाई के शक पर ट्रेस हुई पत्नी और उसका आशिक कमलेश हत्या की सूचना पर केशव का बड़ा भाई कालीचरण आया तो सबसे पहले कमलेश पर शक जताया। पुलिस ने कमलेश के फोन को सर्विलांस पर लगाया, तो हत्या वाले दिन उसकी लोकेशन घटनास्थल के पास मिली। वह लगातार एक नंबर पर बात कर रहा था। छानबीन में यह नंबर लक्ष्मी का निकला। इसके बाद वे पकड़े गए। कालीचरण ने घर पर जाकर छानबीन की तो कमलेश और लक्ष्मी की कपड़ों में एक फोटो भी मिली। पत्नी प्रेमी से बोली- कमलेश को मारो, शादी करुंगी पुलिस के अनुसार, कमलेश और लक्ष्मी का मिलना-जुलना बंद हो गया था। करीब दो माह पहले लक्ष्मी ने कमलेश को पति केवम को रास्ते से हटा दो। इसके बाद हम दोनों कोर्ट मैरिज कर लेंगे। वह कमलेश पर दो माह से इसके लिए दबाव बना रही थी। लक्ष्मी की योजना के अनुसार कमलेश ने 8 दिन पहले अपने ममेरे भाई दतिया के बडौनी थाना क्षेत्र के राव गांव निवासी रवि अहिरवार को बुलाया और उसे अपने साथ शामिल कर दिया। अब वे केशव के मर्डर के लिए मौका ढूंढ़ रहे थे। शादी का निमंत्रण आया तो बना प्लान पुलिस के अनुसार, केशव के साले के बहनोई जितेंद्र अहिरवार की बेटी की 11 जुलाई को कोटखेरा गांव में शादी थी। शादी का निमंत्रण केशव के अलावा कमलेश और रवि को भी आया था। यही मौका उनको हत्या के लिए सबसे अच्छा लगा। सबसे पहले कमलेश ने केशव को शादी में चलने के लिए राजी कर लिया। दोनों बाइक से कोटखेरा गांव के लिए रवाना हो गए। योजना के तहत कमलेश ने रवि को पहले ही इंदरगढ़ के भांडेर तिराहा पर बुला लिया। रवि मिला तो उसे भी बाइक के पीछे बैठा लिया। बीच में केशव बैठा था और कमलेश बाइक चला रहा था। शराब में जहर मिलाकर पिलाया कोटखेरा गांव के पास नहर किनारे सुनसान जगह पर कमलेश ने बाइक रोक दी। कहा कि शराब पीकर शादी में चलेंगे। वहां से शादी स्थल की दूरी लगभग 500 मीटर दूर थी। केशव शराब का शौकीन था और पार्टी की बात सुनते ही वह राजी हो गया। तब दोनों आरोपियों ने शराब में कीटनाशक मिला दिया और वो शराब केशव को पिला दी। थोड़ी देर बाद केशव अचेत हो गया। तब दोनों आरोपियों ने उसी की तौलिया से गला घोंट दिया। इसके बाद वह मर गया। 12 जुलाई की सुबह केशव का शव मिला था। यह खबर भी पढ़ें झांसी में जेठ को बहू से प्यार…छोड़ने को नहीं तैयार: घर से दूसरी बार भागकर उड़ीसा पहुंचे, जेठानी की शिकायत पर पकड़े गए झांसी में जेठ को अपने ममेरे भाई की पत्नी से प्यार हो गया। उनका इश्क इस कदर परवान चढ़ा कि वे एक-दूसरे का साथ छोड़ने को तैयार नहीं है। परिवार की बंदिशों से बचने के लिए वे घर छोड़कर भाग गए और दो माह से उड़ीसा में पति-पत्नी बनकर रहने लगे। पढ़ें पूरी खबर… झांसी में तीन दिन पहले केशव जाटव की हत्या हो गई थी। इस हत्याकांड में केशव की पत्नी लक्ष्मी, उसके प्रेमी कमलेश और कमलेश के ममेरे भाई रवि अहिरवार को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में सभी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। केशव की पत्नी का कहना है कि उसने टीवी सीरियल क्राइम पेट्रोल देख पति का मर्डर प्लान किया था। बकौल पुलिस, लक्ष्मी ने कहा- मैं नहीं चाहती थी कि वो जिंदा रहे। उसके मर्डर के लिए अपने ब्वाय फ्रेंड को पूरा गाइड किया। उसको मारने के बाद कमलेश ने मुझसे कहा था कि काम तमाम हो गया। इसपर मैंने उसे शाबाशी भी दी। हम दोनों कोर्ट मैरिज करते। केशव हत्याकांड में क्या कुछ खुलासा हुआ, चलिए सिलसिलेवार तरीके से जानते हैं… शराब के साथ दिया जहर, पीटा और गला घोंट दिया केशव की पत्नी के प्रेमी ने उसे रक्सा के कोटखेरा गांव के पास शराब पिलाई। इसमें जहर मिलाया गया था। इसके बाद उसने अपने साथियों के साथ मिलकर उसे जमकर पीटा। फिर तौलिए से केशव का गला घोंट दिया। केशव की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में प्राइवेट पार्ट और सिर में चोट मिली। साथ ही पॉइजन और गला दबाकर हत्या की पुष्टि हुई है। हत्या वाले दिन लक्ष्मी लगातार अपने प्रेमी से बात कर रही थी। हत्या के तुरंत बाद प्रेमी ने लक्ष्मी को कॉल लगाकर बताया कि काम हो गया। हमने केशव का गला घोंटकर अपने रास्ते से हटा दिया। यह सुनते ही लक्ष्मी खुश हो गई और उसने प्रेमी को शाबाशी दी थी। पुलिस से बचने के लिए आरोपियों ने सबूत भी मिटाए, लेकिन वे अपने मसूबों पर कामयाब नहीं हो पाए। पत्नी के 5 साल से अवैध संबंध थे मृतक केशव जाटव (46) पुत्र रामरतन मध्य प्रदेश के दतिया जिले के इंदरगढ़ थाना क्षेत्र के वरिया गांव का रहने वाला था। वह खेतीबाड़ी के साथ मजदूरी करता था। केशव के दूर के रिश्तेदार दतिया के उन्नाव बालाजी थाना क्षेत्र के धवाई गांव निवासी कमलेश (36) का घर पर आना-जाना था। करीब 5 साल पहले कमलेश और केशव की पत्नी लक्ष्मी के बीच दोस्ती हो गई। ये दोस्ती जल्द ही प्यार में बदल गई। दोनों चोरी छुपे मिलने लगे थे। करीब दो माह पहले केशव को उनके रिश्ते के बारे में पता चल गया था। उसने कमलेश को भी घर आने से मना कर दिया था। वह दोनों के प्यार में रोड़ा बन गया था। भाई के शक पर ट्रेस हुई पत्नी और उसका आशिक कमलेश हत्या की सूचना पर केशव का बड़ा भाई कालीचरण आया तो सबसे पहले कमलेश पर शक जताया। पुलिस ने कमलेश के फोन को सर्विलांस पर लगाया, तो हत्या वाले दिन उसकी लोकेशन घटनास्थल के पास मिली। वह लगातार एक नंबर पर बात कर रहा था। छानबीन में यह नंबर लक्ष्मी का निकला। इसके बाद वे पकड़े गए। कालीचरण ने घर पर जाकर छानबीन की तो कमलेश और लक्ष्मी की कपड़ों में एक फोटो भी मिली। पत्नी प्रेमी से बोली- कमलेश को मारो, शादी करुंगी पुलिस के अनुसार, कमलेश और लक्ष्मी का मिलना-जुलना बंद हो गया था। करीब दो माह पहले लक्ष्मी ने कमलेश को पति केवम को रास्ते से हटा दो। इसके बाद हम दोनों कोर्ट मैरिज कर लेंगे। वह कमलेश पर दो माह से इसके लिए दबाव बना रही थी। लक्ष्मी की योजना के अनुसार कमलेश ने 8 दिन पहले अपने ममेरे भाई दतिया के बडौनी थाना क्षेत्र के राव गांव निवासी रवि अहिरवार को बुलाया और उसे अपने साथ शामिल कर दिया। अब वे केशव के मर्डर के लिए मौका ढूंढ़ रहे थे। शादी का निमंत्रण आया तो बना प्लान पुलिस के अनुसार, केशव के साले के बहनोई जितेंद्र अहिरवार की बेटी की 11 जुलाई को कोटखेरा गांव 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Gujarat: सूरत की हीरा कंपनी ने 50 हजार कर्मचारियों को छुट्टी पर भेजा, वजह जानकर हो जाएंगे हैरान <p style=”text-align: justify;”><strong>Gujarat Latest News: </strong>गुजरात में सूरत की एक प्रमुख हीरा विनिर्माण कंपनी ने मंगलवार को मंदी के कारण अंतरराष्ट्रीय बाजारों में पॉलिश किए गए हीरों की कम मांग का हवाला देते हुए अपने 50,000 कर्मचारियों के लिए 17 से 27 अगस्त तक 10 दिन की ‘छुट्टी’ की घोषणा की. किरण जेम्स कंपनी की वेबसाइट के अनुसार, यह प्राकृतिक हीरों की दुनिया की सबसे बड़ी विनिर्माता कंपनी है. किरण जेम्स के चेयरमैन वल्लभभाई लखानी ने बताया कि हमने अपने 50,000 कर्मचारियों के लिए 10 दिन की छुट्टी की घोषणा की है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>किरण जेम्स ने कहा कि हम कुछ राशि काटेंगे, लेकिन सभी कर्मचारियों को इस अवधि के लिए वेतन दिया जाएगा. मंदी के कारण हमें यह छुट्टी घोषित करने के लिए मजबूर होना पड़ा है. मैं अब इस मंदी से थक गया हूं. उन्होंने कच्चे हीरों की कम आपूर्ति और कंपनी की ओर से निर्यात किए जाने वाले पॉलिश किए गए हीरों की पर्याप्त मांग की कमी को रेखांकित किया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>कंपनी के चेयरमैन वल्लभभाई लखानी ने कहा कि मांग में इस गिरावट से अन्य खिलाड़ी भी प्रभावित हुए हैं, लेकिन वे चुप हैं. हमने इसे सक्रिय रूप से घोषित किया है, क्योंकि हम चाहते हैं कि लोगों को वास्तविकता पता चले. कर्मचारियों के लिए यह अवकाश हमारे उत्पादन को सुसंगत बनाने में मदद करेगा. इस मंदी के पीछे सटीक कारण कोई नहीं जानता.</p>
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पीड़ित का कहना है कि 2020 में उन्होंने एमजी रोड पर प्रखर गर्ग व इनके साथियों से एक बिल्डिंग में फर्स्ट फ्लोर खरीदा था। फ्लोर को फुली फर्निश करा कर 4.5 लाख रुपए किराया देने का एमओयू साइन किया था। लेकिन, लंबे समय तक काम नहीं कराया न किश्त दी। काफी समय गुजरने के बाद जब ये टालमटोल करने लगे। 2024 तक ऐसे टहलाते रहे। पीड़ित ने 9 अक्टूबर को तहरीर दी। पुलिस ने प्रखर गर्ग, राखी गर्ग, सतीश गुप्ता, सुमित कुमार जैन व मुकेश कुमार जैन के खिलाफ धोखाधड़ी मुकदमा दर्ज कर लिया है। भूमाफिया का लगाया आरोप
पीड़ित अरुण का आरोप है कि प्रखर गर्ग व उनकी पत्नी राखी गर्ग पर 25 से ज्यादा धोखाधड़ी के मुकदमे चल रहे हैं। इनमें कुछ मुकदमे ED मुख्यालय नई दिल्ली द्वारा भी किए गए हैं। ED ने इनके बैंक खाते भी फ्रीज कर दिए हैं। प्रखर गर्ग का आपराधिक इतिहास भी है। पीड़ित ने अपनी जान को खतरा होने की बात कही है। पहले भी जा चुके है जेल
थाना हरीपर्वत पुलिस ने 2022 अक्टूबर में धोखाधड़ी के मामले में आरोपी बिल्डर प्रखर गर्ग को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया था। वहां से उसे जेल भेज दिया गया। आरोपी बिल्डर प्रखर गर्ग पर वकील दंपती अनुराग गुप्ता ने ढाई करोड़ रुपए हड़पने का आरोप लगाया था। मामले में उनकी पत्नी और भरतपुर हाउस कालोनी निवासी कारोबारी अरुण कुमार सोढ़ी व उनकी पत्नी को भी आरोपी बनाया गया था। वकील ने आरोप लगाए थे कि उन्होंने व्यापार के लिए प्रखर को गर्ग को रुपए दिए थे। मुनाफा होने पर यह रकम आरोपी ने लौटाई नहीं। कई बार तगादा किया गया। लेकिन, आरोपी प्रखर हर बार कोई नया बहाना बनाकर वकील को टहलाता रहा। रकम की एवज में प्रखर गर्ग ने जो चेक दिया था, वह बाउंस हो गया था। बिल्डर पर करीब ढाई करोड़ रुपए की धोखाधड़ी किए जाने का आरोप है। कई और मामले भी दर्ज थे
आरोपी प्रखर गर्ग के खिलाफ कोर्ट ने NBW जारी किया था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार न्यायालय में पेश किया और वहां उसे जेल भेज दिया। आरोपी प्रखर गर्ग समेत अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी के कई मामले में दर्ज हैं। वकील अनुराग गुप्ता ने अगस्त 2021 में आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।