कौशांबी में एक भाई बहन के घर छोड़कर भागने से इस कदर नाराज हुआ कि उसने अपनी चाची को सरेआम गांव की बीच सड़क पर काटकर मार डाला। वारदात रविवार की देर शाम चरवा थाना इलाके के समसपुर गांव में हुई। घटना इतनी निर्मम तरीके से अंजाम दी गई कि जिसने भी उसे अपनी आंख से देखा उसकी रूह कांप गई। आरोपी युवक खुद वारदात को अंजाम देकर खून से सना चापड़ लेकर 2 किलो मीटर पैदल चल कर पुलिस के पास पहुंचा। चरवा पुलिस के सामने खड़े होकर आरोपी ने कहा- मुझे गिरफ्तार कर लो, मैं अपनी चाची को काट कर आ रहा हूं। इतना सुनकर थाना पुलिस में हड़कंप मच गया। पुलिस कर्मियों ने आनन फानन में युवक के हाथ से आला कत्ल कब्जे में लिया। थाना प्रभारी सहित बड़ी संख्या में पुलिस मौका ए वारदात पर पहुंचे। वहां का नजारा देख पुलिस ने भी दांतो तले उंगली दबा ली। पुलिस की पूछताछ में लोगों ने बताया कि हत्या के आरोपी मनफूल गौतम के सिर पर खून सवार था। उसने अपनी चाची से सिर्फ इतना पूछा की तूने ऐसा क्यों किया? वह कुछ बोलती उसके पहले उसे सड़क पर खींच लिया और फिर एक के बाद एक कई बार उसके गर्दन पर चापड़ करने लगा। उसकी सांस रुकने के बाद मनफूल आला कत्ल के साथ पैदल चला गया। वह जिधर से जाता लोग घर के दरवाजे बंद कर सहम जाते। अब जानिए चाची के कत्ल की सिलसिलेवार तरीके से कहानी…
चरवा के समसपुर गांव में रहने वाले संतोष गौतम अपने 3 भाईयों के साथ खेती किसानी कर अपने अपने परिवार के साथ अलग अलग रहते हैं। संतोष की मौत बीमारी के चलते सालों पहले हो चुकी है। उसकी पत्नी ने अपने 2 बेटी व एक बेटे मनफूल को मेहनत मजदूरी कर पढ़ाया लिखाया। बेटा मनफूल बड़ा हुआ तो उसने मां के कंधे को मजबूत करने के लिए मुंबई कमाने चला गया। वह ज्यादातर समय मुंबई में ही रहता और कमा कर रुपए मां को भेज बहनों की शादी धूम धाम से करने को कहता। उसकी बड़ी बहन उसे बहुत चाहती थी। छोटी बहन रितिका ने बताया, भैया इस बार रक्षा बंधन पर आने वाला था। उसने अच्छे कपड़े देने का वादा किया था, लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था। भाई रविवार को बिना बताए घर आया और अब वह हमसे दूर चला जा रहा है। उसकी बड़ी बहन चाची संगीता (30) पत्नी कृष्ण कुमार के मायके मुंडेरा के एक लड़के बेचूं के साथ कुछ दिन पहले भाग गई। उसकी चाची के घर बेचूं हमेशा आया करता था। चाची के घर रुकता, खाना खाता और रहता था। उसकी चाची संगीता बेचूं को छोड़ कर किसी दूसरे लड़के के साथ घर छोड़ कर चली जाया करती थी। बेचूं उसकी बड़ी बहन से बात करता। बेचूं की हरकत को मैने चाची से बता कर विरोध किया तो चाची ने बेचूं को बता दिया। इसके बाद उसकी बहन से उससे और मां से झगड़ा करने लगी। एक दिन बड़ी बहन बेचूं के साथ घर छोड़ कर भाग गई। शाम 4 बजे मुंबई से पहुंचा गांव
यह बात गांव के लोगों के जरिए उसके मुंबई में रह कर घर की जरूरत पूरा करने में मदद करने वाले भाई को पता चल गई। उसने सब कुछ फोन पर बात कर पूछा। बड़ी बहन के घर छोड़ कर प्रेमी के साथ भागने की खबर ने उसे इतना परेशान कर दिया कि वह बिना किसी को कुछ बताए गांव के लिए निकल पड़ा। मनफूल 24 घंटे ट्रेन से यात्रा कर मुंबई से अपने गांव रविवार की शाम 4 बजे गांव पहुंचा। उसने अपने घर में अपना बैग रखा और सीधे चाची संगीता के दरवाजे पर आकर खड़ा हो गया। इसके हाथ में चापड़ था। जिसे वह पीछे छिपा कर हाथ में पकड़ रखा था। चाची संगीता से पूछा- तुमने ऐसा क्यों किया
लोगों के मुताबिक, मनफूल ने चाची संगीता से पूछा, “तुमने ऐसा क्यों किया” चाची ने कुछ नहीं बोला, वह तेज आवाज में बहन के भागने का सवाल चाची संगीता से पूछता रहा। कोई जवाब न मिलने पर मनफूल ने चाची को दरवाजे से पकड़ कर सड़क के बीच खींच लिया, और सबके सामने एक के बाद एक ताबड़ तोड़ कई बार हमला कर चाची संगीता की गर्दन पर किए। संगीता के शरीर से खून की धार बह निकली। वह मौत की हिचकी लेते हुई जमीन पर गिर कर गई। उसकी मौत हो गई। 2 बच्चों ने सामने हुई घटना
इस वारदात को संगीता के 2 बच्चों ने भी अपने आंखो से देखा। वह चचेरे भाई की निर्ममता देख सहम गए। घर के एक कोने से सहमी हालत में ग्रामीणों ने उन्हें बाहर निकाला। उनके चेहरे पर देर रात तक मां की हत्या का वही मंजर पुलिस ने उनकी मुंह जबानी बयान में दर्ज किया। 2KM पैदल चलकर पहुंचा थाने, कहा- मैंने अपनी चाची को मार डाला
हत्या के बाद मनफूल कही भागा नहीं, बल्कि उसने खून से सना चापड़ लेकर 2KM पैदल ही थाना चरवा पुलिस ने पास पहुंचा। उसने आत्म समर्पण कर खुद के गुनाह को कबूल कर लिया। कहा कि मैंने अपनी चाची को मार डाला है। मुझे गिरफ्तार कर लो। पुलिस कस्टडी में मनफूल अब गुम सुम शांत बैठा है। रात भर पुलिस ने आरोपी मनफूल का बयान सिलसिलेवार लिया। उनसे बिना रुके चाची संगीता के मायके के युवक बेचूं के साथ बहन के प्रेम संबंधों में भागने की बात कही। पुलिस के मुताबिक, मनफूल को अपनी करनी का जरा भी पछतावा नहीं है। वारदात के बाद थाना चरवा पुलिस समेत सर्किल अफसर, एसपी व फॉरेंसिक टीम ने घटना स्थल का जायजा लेकर सबूत एकत्रित किया। चश्मदीदों के बयान लिए गए। सर्किल अफसर मनोज सिंह रघुवंशी ने बताया, समसपुर गांव में युवक ने अपनी चाची की हत्या धारदार हथियार से कर दी है। इस संबंध में मृतक के पति की तहरीर पर आरोपी के विरुद्ध हत्या का मुकद्दमा दर्ज किया गया है। शव को कब्जे में लेकर पीएम कार्रवाई प्रचलित है। हत्या के पीछे आरोपी की बहन का मृतक के मायके के युवक के साथ भागना बताया गया है। शेष प्रकरण में चश्मदीद सहित आरोपी और वादी पक्ष के बयान दर्ज कराए जा रहे हैं। फॉरेंसिक व पीएम रिपोर्ट के आधार पर जांच की कार्रवाई को आगे बढ़ाया जाएगा। कौशांबी में एक भाई बहन के घर छोड़कर भागने से इस कदर नाराज हुआ कि उसने अपनी चाची को सरेआम गांव की बीच सड़क पर काटकर मार डाला। वारदात रविवार की देर शाम चरवा थाना इलाके के समसपुर गांव में हुई। घटना इतनी निर्मम तरीके से अंजाम दी गई कि जिसने भी उसे अपनी आंख से देखा उसकी रूह कांप गई। आरोपी युवक खुद वारदात को अंजाम देकर खून से सना चापड़ लेकर 2 किलो मीटर पैदल चल कर पुलिस के पास पहुंचा। चरवा पुलिस के सामने खड़े होकर आरोपी ने कहा- मुझे गिरफ्तार कर लो, मैं अपनी चाची को काट कर आ रहा हूं। इतना सुनकर थाना पुलिस में हड़कंप मच गया। पुलिस कर्मियों ने आनन फानन में युवक के हाथ से आला कत्ल कब्जे में लिया। थाना प्रभारी सहित बड़ी संख्या में पुलिस मौका ए वारदात पर पहुंचे। वहां का नजारा देख पुलिस ने भी दांतो तले उंगली दबा ली। पुलिस की पूछताछ में लोगों ने बताया कि हत्या के आरोपी मनफूल गौतम के सिर पर खून सवार था। उसने अपनी चाची से सिर्फ इतना पूछा की तूने ऐसा क्यों किया? वह कुछ बोलती उसके पहले उसे सड़क पर खींच लिया और फिर एक के बाद एक कई बार उसके गर्दन पर चापड़ करने लगा। उसकी सांस रुकने के बाद मनफूल आला कत्ल के साथ पैदल चला गया। वह जिधर से जाता लोग घर के दरवाजे बंद कर सहम जाते। अब जानिए चाची के कत्ल की सिलसिलेवार तरीके से कहानी…
चरवा के समसपुर गांव में रहने वाले संतोष गौतम अपने 3 भाईयों के साथ खेती किसानी कर अपने अपने परिवार के साथ अलग अलग रहते हैं। संतोष की मौत बीमारी के चलते सालों पहले हो चुकी है। उसकी पत्नी ने अपने 2 बेटी व एक बेटे मनफूल को मेहनत मजदूरी कर पढ़ाया लिखाया। बेटा मनफूल बड़ा हुआ तो उसने मां के कंधे को मजबूत करने के लिए मुंबई कमाने चला गया। वह ज्यादातर समय मुंबई में ही रहता और कमा कर रुपए मां को भेज बहनों की शादी धूम धाम से करने को कहता। उसकी बड़ी बहन उसे बहुत चाहती थी। छोटी बहन रितिका ने बताया, भैया इस बार रक्षा बंधन पर आने वाला था। उसने अच्छे कपड़े देने का वादा किया था, लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था। भाई रविवार को बिना बताए घर आया और अब वह हमसे दूर चला जा रहा है। उसकी बड़ी बहन चाची संगीता (30) पत्नी कृष्ण कुमार के मायके मुंडेरा के एक लड़के बेचूं के साथ कुछ दिन पहले भाग गई। उसकी चाची के घर बेचूं हमेशा आया करता था। चाची के घर रुकता, खाना खाता और रहता था। उसकी चाची संगीता बेचूं को छोड़ कर किसी दूसरे लड़के के साथ घर छोड़ कर चली जाया करती थी। बेचूं उसकी बड़ी बहन से बात करता। बेचूं की हरकत को मैने चाची से बता कर विरोध किया तो चाची ने बेचूं को बता दिया। इसके बाद उसकी बहन से उससे और मां से झगड़ा करने लगी। एक दिन बड़ी बहन बेचूं के साथ घर छोड़ कर भाग गई। शाम 4 बजे मुंबई से पहुंचा गांव
यह बात गांव के लोगों के जरिए उसके मुंबई में रह कर घर की जरूरत पूरा करने में मदद करने वाले भाई को पता चल गई। उसने सब कुछ फोन पर बात कर पूछा। बड़ी बहन के घर छोड़ कर प्रेमी के साथ भागने की खबर ने उसे इतना परेशान कर दिया कि वह बिना किसी को कुछ बताए गांव के लिए निकल पड़ा। मनफूल 24 घंटे ट्रेन से यात्रा कर मुंबई से अपने गांव रविवार की शाम 4 बजे गांव पहुंचा। उसने अपने घर में अपना बैग रखा और सीधे चाची संगीता के दरवाजे पर आकर खड़ा हो गया। इसके हाथ में चापड़ था। जिसे वह पीछे छिपा कर हाथ में पकड़ रखा था। चाची संगीता से पूछा- तुमने ऐसा क्यों किया
लोगों के मुताबिक, मनफूल ने चाची संगीता से पूछा, “तुमने ऐसा क्यों किया” चाची ने कुछ नहीं बोला, वह तेज आवाज में बहन के भागने का सवाल चाची संगीता से पूछता रहा। कोई जवाब न मिलने पर मनफूल ने चाची को दरवाजे से पकड़ कर सड़क के बीच खींच लिया, और सबके सामने एक के बाद एक ताबड़ तोड़ कई बार हमला कर चाची संगीता की गर्दन पर किए। संगीता के शरीर से खून की धार बह निकली। वह मौत की हिचकी लेते हुई जमीन पर गिर कर गई। उसकी मौत हो गई। 2 बच्चों ने सामने हुई घटना
इस वारदात को संगीता के 2 बच्चों ने भी अपने आंखो से देखा। वह चचेरे भाई की निर्ममता देख सहम गए। घर के एक कोने से सहमी हालत में ग्रामीणों ने उन्हें बाहर निकाला। उनके चेहरे पर देर रात तक मां की हत्या का वही मंजर पुलिस ने उनकी मुंह जबानी बयान में दर्ज किया। 2KM पैदल चलकर पहुंचा थाने, कहा- मैंने अपनी चाची को मार डाला
हत्या के बाद मनफूल कही भागा नहीं, बल्कि उसने खून से सना चापड़ लेकर 2KM पैदल ही थाना चरवा पुलिस ने पास पहुंचा। उसने आत्म समर्पण कर खुद के गुनाह को कबूल कर लिया। कहा कि मैंने अपनी चाची को मार डाला है। मुझे गिरफ्तार कर लो। पुलिस कस्टडी में मनफूल अब गुम सुम शांत बैठा है। रात भर पुलिस ने आरोपी मनफूल का बयान सिलसिलेवार लिया। उनसे बिना रुके चाची संगीता के मायके के युवक बेचूं के साथ बहन के प्रेम संबंधों में भागने की बात कही। पुलिस के मुताबिक, मनफूल को अपनी करनी का जरा भी पछतावा नहीं है। वारदात के बाद थाना चरवा पुलिस समेत सर्किल अफसर, एसपी व फॉरेंसिक टीम ने घटना स्थल का जायजा लेकर सबूत एकत्रित किया। चश्मदीदों के बयान लिए गए। सर्किल अफसर मनोज सिंह रघुवंशी ने बताया, समसपुर गांव में युवक ने अपनी चाची की हत्या धारदार हथियार से कर दी है। इस संबंध में मृतक के पति की तहरीर पर आरोपी के विरुद्ध हत्या का मुकद्दमा दर्ज किया गया है। शव को कब्जे में लेकर पीएम कार्रवाई प्रचलित है। हत्या के पीछे आरोपी की बहन का मृतक के मायके के युवक के साथ भागना बताया गया है। शेष प्रकरण में चश्मदीद सहित आरोपी और वादी पक्ष के बयान दर्ज कराए जा रहे हैं। फॉरेंसिक व पीएम रिपोर्ट के आधार पर जांच की कार्रवाई को आगे बढ़ाया जाएगा। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर