उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार देर रात एक उच्चस्तरीय बैठक सभी जनपदों के अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े। वही सीएम ने प्रदेश के विभिन्न जनपदों में बाढ़ और जलभराव को देखते हुए आम जन, कृषि फसलों एवं पशुधन की सुरक्षा और सुविधा के लिए किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बाढ़ प्रभावित जनपदों के जिलाधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बाढ़ की स्थानीय स्थिति और राहत एवं बचाव कार्यों के बारे में जानकारी दी। ● बैठक में मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि आज की स्थिति के अनुसार बाढ़ से अब तक कुल 20 जनपदों की 69 तहसीलों के 1571 गांव तथा बरेली, पीलीभीत व शाहजहांपुर के शहरी क्षेत्र प्रभावित हुए हैं, जिसके कारण अब तक कुल 14.80 लाख नागरिक प्रभावित हुए हैं, जिनमें से 5.29 लाख व्यक्ति ऐसे हैं, जिनकी सम्पत्तियों (कृषि, मकान, गृहस्थी का सामान एवं पशु) को क्षति पहुंची है। जल भराव के कारण प्राथमिक रूप से 3.19 लाख हेक्टेअर क्षेत्रफल प्रभावित हुआ है। सेटेलाइट से प्राप्त जलभराव डाटा के आधार पर स्थलीय टीमें बनाकर कृषि क्षति का सर्वेक्षण/पुष्टि करायी जा रही है, साथ में ड्रोन सर्वे की व्यवस्था भी की जा रही है। बैठक में मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए प्रमुख दिशा निर्देश… ● इस वर्ष 1 जून से अब तक प्रदेश में सामान्य वर्षा 220 मिमी के सापेक्ष 242.50 मिमी वर्षा हुई है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार आगामी 22 जुलाई तक पूर्वी उत्तर प्रदेश में तेज वर्षा होने की संभावना है। मौसम की बदलती परिस्थितियों पर सतत नजर रखी जाए। राहत आयुक्त कार्यालय सहित सभी जिला प्रशासन 24×7 अलर्ट मोड में रहें। ● विगत कुछ दिनों में बाढ़, आकाशीय बिजली अथवा डूबने के कारण कई स्थानों पर जन-धन की हानि की दुःखद सूचना मिली है। यह समय सहायता और संवेदना का है। पीड़ित परिवारों को तत्काल सहायता उपलब्ध कराई जाए। आपदा से बचाव हेतु समस्त अधिकारी आपस में बेहतर समन्वय बनाकर कार्य करें। बाढ़ पीड़ितों के साथ सभी अधिकारियों एवं कार्मिकों का शिष्टाचारपूर्ण व्यवहार होना चाहिए। ● बाढ़ में यदि किसी की फसल का नुकसान हुआ हो, नदी में जमीन का कटान हुआ हो और गृहस्थी का सामान बह गया हो, ऐसे सभी प्रकरणों में सहायता धनराशि 24 घंटों में उपलब्ध करा दी जाए। कृषि फसलों का सर्वे करवा लें। सहायता राशि स्थानीय जनप्रतिनिधियों के माध्यम से ही वितरित कराई जाए। ● बाढ़/अतिवृष्टि की स्थिति पर सतत नजर रखी जाए। सभी नदियों के जलस्तर और तटबंधों की 24×7 मॉनीटरिंग की जाए। प्रभावित जिलों में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ/पीएसी की फ्लड यूनिट तथा आपदा प्रबंधन टीमों को 24×7 एक्टिव मोड में रहें। आपदा प्रबंधन मित्र, सिविल डिफेंस के स्वयंसेवकों की आवश्यकतानुसार सहायता ली जानी चाहिए। ● बाढ़ पीड़ितों को भोजन पैकेट एवं राशन सामग्री प्रत्येक दशा में समय से उपलब्ध करायी जाए। भोजन एवं खाद्यान्न की क्वालिटी और क्वांटिटी का विशेष ध्यान रखा जाए। इससे कोई समझौता नहीं किया जाना चाहिए। ● बाढ़ के दौरान जिन गांवों में जलभराव की स्थिति बन रही है, वहां आवश्यकतानुसार पशुओं को अन्यत्र सुरक्षित स्थल पर शिफ्ट कराया जाए। स्थानीय परिस्थितियों को देखते हुए स्थान का चयन कर लिया जाए। इन स्थलों पर पशु चारे की पर्याप्त व्यवस्था होनी चाहिए। ● बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में समस्त चिकित्सालयों में एन्टी स्नेक वेनम और एंटी रैबीज इंजेक्शन की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। सर्पदंश एक भी पीड़ित हो तो भी उसका इलाज किया जाना सुनिश्चित करें। ● राहत आयुक्त द्वारा प्रेषित की जा रही अर्ली वार्निंग अलर्ट को सम्बन्धित क्षेत्रों में आम जनता तक अनिवार्य रूप से तत्काल भेजा जाए और आपदा प्रोटोकाल का अक्षरशः पालन किया जाए। जनपद स्तर पर विज्ञप्ति जारी की जाए। लोगों को सुरक्षा के दृष्टिगत आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराई जाए। ● हमें बाढ़ के साथ-साथ जलभराव के निदान के लिए भी ठोस प्रयास करना होगा। शहरी क्षेत्रों में भी अर्बल फ्लड की सम्भावना के दृष्टिगत नालों की साफ-सफाई करा ली जाए एवं निचले इलाकों से पानी के निकास हेतु पम्पिंग स्टेशन क्रियाशील रखें।शहरी क्षेत्रों के पम्पिंग स्टेशन के संचालन के लिए जेनसेट की भी वैकल्पिक व्यवस्था रखी जाए। ● पर्व-त्योहार में आम जन को जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। धार्मिक परंपरा/आस्था को सम्मान दें, लेकिन परंपरा के विरुद्ध कोई कार्य न हो। ऐसी कोई घटना न हो, जिससे दूसरे धर्म के लोगों की भावनाएं आहत हों। धार्मिक आयोजन के नाम पर अराजकता को स्वीकार नहीं किया जा सकता। अराजक तत्वों के साथ सख्ती से निपटें। हर एक पर्व शांति और सौहार्द के बीच संपन्न हों, इसके लिए स्थानीय जरूरतों को देखते हुए सभी जरूरी प्रयास किए जाएं। ● सभी जिलाधिकारी, बीएसए, एबीएसए के साथ मिलकर स्थानीय शिक्षक प्रतिनिधियों से संवाद करें, उनकी समस्याओं, जिज्ञासाओं का यथोचित समाधान करें शिक्षक प्रतिनिधियों से प्रतिवेदन प्राप्त कर मुख्यालय को प्रेषित करें। पठन- पाठन सुचारु रूप से चलता रहे, यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार देर रात एक उच्चस्तरीय बैठक सभी जनपदों के अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े। वही सीएम ने प्रदेश के विभिन्न जनपदों में बाढ़ और जलभराव को देखते हुए आम जन, कृषि फसलों एवं पशुधन की सुरक्षा और सुविधा के लिए किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बाढ़ प्रभावित जनपदों के जिलाधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बाढ़ की स्थानीय स्थिति और राहत एवं बचाव कार्यों के बारे में जानकारी दी। ● बैठक में मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि आज की स्थिति के अनुसार बाढ़ से अब तक कुल 20 जनपदों की 69 तहसीलों के 1571 गांव तथा बरेली, पीलीभीत व शाहजहांपुर के शहरी क्षेत्र प्रभावित हुए हैं, जिसके कारण अब तक कुल 14.80 लाख नागरिक प्रभावित हुए हैं, जिनमें से 5.29 लाख व्यक्ति ऐसे हैं, जिनकी सम्पत्तियों (कृषि, मकान, गृहस्थी का सामान एवं पशु) को क्षति पहुंची है। जल भराव के कारण प्राथमिक रूप से 3.19 लाख हेक्टेअर क्षेत्रफल प्रभावित हुआ है। सेटेलाइट से प्राप्त जलभराव डाटा के आधार पर स्थलीय टीमें बनाकर कृषि क्षति का सर्वेक्षण/पुष्टि करायी जा रही है, साथ में ड्रोन सर्वे की व्यवस्था भी की जा रही है। बैठक में मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए प्रमुख दिशा निर्देश… ● इस वर्ष 1 जून से अब तक प्रदेश में सामान्य वर्षा 220 मिमी के सापेक्ष 242.50 मिमी वर्षा हुई है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार आगामी 22 जुलाई तक पूर्वी उत्तर प्रदेश में तेज वर्षा होने की संभावना है। मौसम की बदलती परिस्थितियों पर सतत नजर रखी जाए। राहत आयुक्त कार्यालय सहित सभी जिला प्रशासन 24×7 अलर्ट मोड में रहें। ● विगत कुछ दिनों में बाढ़, आकाशीय बिजली अथवा डूबने के कारण कई स्थानों पर जन-धन की हानि की दुःखद सूचना मिली है। यह समय सहायता और संवेदना का है। पीड़ित परिवारों को तत्काल सहायता उपलब्ध कराई जाए। आपदा से बचाव हेतु समस्त अधिकारी आपस में बेहतर समन्वय बनाकर कार्य करें। बाढ़ पीड़ितों के साथ सभी अधिकारियों एवं कार्मिकों का शिष्टाचारपूर्ण व्यवहार होना चाहिए। ● बाढ़ में यदि किसी की फसल का नुकसान हुआ हो, नदी में जमीन का कटान हुआ हो और गृहस्थी का सामान बह गया हो, ऐसे सभी प्रकरणों में सहायता धनराशि 24 घंटों में उपलब्ध करा दी जाए। कृषि फसलों का सर्वे करवा लें। सहायता राशि स्थानीय जनप्रतिनिधियों के माध्यम से ही वितरित कराई जाए। ● बाढ़/अतिवृष्टि की स्थिति पर सतत नजर रखी जाए। सभी नदियों के जलस्तर और तटबंधों की 24×7 मॉनीटरिंग की जाए। प्रभावित जिलों में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ/पीएसी की फ्लड यूनिट तथा आपदा प्रबंधन टीमों को 24×7 एक्टिव मोड में रहें। आपदा प्रबंधन मित्र, सिविल डिफेंस के स्वयंसेवकों की आवश्यकतानुसार सहायता ली जानी चाहिए। ● बाढ़ पीड़ितों को भोजन पैकेट एवं राशन सामग्री प्रत्येक दशा में समय से उपलब्ध करायी जाए। भोजन एवं खाद्यान्न की क्वालिटी और क्वांटिटी का विशेष ध्यान रखा जाए। इससे कोई समझौता नहीं किया जाना चाहिए। ● बाढ़ के दौरान जिन गांवों में जलभराव की स्थिति बन रही है, वहां आवश्यकतानुसार पशुओं को अन्यत्र सुरक्षित स्थल पर शिफ्ट कराया जाए। स्थानीय परिस्थितियों को देखते हुए स्थान का चयन कर लिया जाए। इन स्थलों पर पशु चारे की पर्याप्त व्यवस्था होनी चाहिए। ● बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में समस्त चिकित्सालयों में एन्टी स्नेक वेनम और एंटी रैबीज इंजेक्शन की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। सर्पदंश एक भी पीड़ित हो तो भी उसका इलाज किया जाना सुनिश्चित करें। ● राहत आयुक्त द्वारा प्रेषित की जा रही अर्ली वार्निंग अलर्ट को सम्बन्धित क्षेत्रों में आम जनता तक अनिवार्य रूप से तत्काल भेजा जाए और आपदा प्रोटोकाल का अक्षरशः पालन किया जाए। जनपद स्तर पर विज्ञप्ति जारी की जाए। लोगों को सुरक्षा के दृष्टिगत आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराई जाए। ● हमें बाढ़ के साथ-साथ जलभराव के निदान के लिए भी ठोस प्रयास करना होगा। शहरी क्षेत्रों में भी अर्बल फ्लड की सम्भावना के दृष्टिगत नालों की साफ-सफाई करा ली जाए एवं निचले इलाकों से पानी के निकास हेतु पम्पिंग स्टेशन क्रियाशील रखें।शहरी क्षेत्रों के पम्पिंग स्टेशन के संचालन के लिए जेनसेट की भी वैकल्पिक व्यवस्था रखी जाए। ● पर्व-त्योहार में आम जन को जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। धार्मिक परंपरा/आस्था को सम्मान दें, लेकिन परंपरा के विरुद्ध कोई कार्य न हो। ऐसी कोई घटना न हो, जिससे दूसरे धर्म के लोगों की भावनाएं आहत हों। धार्मिक आयोजन के नाम पर अराजकता को स्वीकार नहीं किया जा सकता। अराजक तत्वों के साथ सख्ती से निपटें। हर एक पर्व शांति और सौहार्द के बीच संपन्न हों, इसके लिए स्थानीय जरूरतों को देखते हुए सभी जरूरी प्रयास किए जाएं। ● सभी जिलाधिकारी, बीएसए, एबीएसए के साथ मिलकर स्थानीय शिक्षक प्रतिनिधियों से संवाद करें, उनकी समस्याओं, जिज्ञासाओं का यथोचित समाधान करें शिक्षक प्रतिनिधियों से प्रतिवेदन प्राप्त कर मुख्यालय को प्रेषित करें। पठन- पाठन सुचारु रूप से चलता रहे, यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
Related Posts
न्यूज इन ब्रीफ@11AM:हरियाणा में ट्रक ने कांवड़ियों को कुचला, एक की मौत, हिमाचल में कांग्रेस नेताओं पर ED रेड; हमास चीफ इस्माइल हानिये मारा गया
न्यूज इन ब्रीफ@11AM:हरियाणा में ट्रक ने कांवड़ियों को कुचला, एक की मौत, हिमाचल में कांग्रेस नेताओं पर ED रेड; हमास चीफ इस्माइल हानिये मारा गया नमस्कार, आइए जानते हैं आज सुबह 11 बजे तक की हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़, हिमाचल समेत देश और दुनिया की 10 बड़ी खबरें… 1. हरियाणा में ट्रक ने कांवड़ियों को कुचला, एक की मौत हरियाणा के गुरुग्राम में मंगलवार-बुधवार रात तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक को टक्कर मार दी। हादसे में एक कांवड़िए की मौत हो गई, जबकि 2 गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा रामपुर फ्लाईओवर पर हुआ। इसके बाद गुस्साए कांवड़ियों ने दिल्ली-जयपुर हाईवे जाम कर दिया। मृतक की पहचान राजस्थान के कोटपूतली के रहने वाले हेमंत मीणा के रूप में हुई है। एक कांवड़िए के दोनों पैरों में फ्रैक्चर आया है। पढ़ें पूरी खबर… 2. हमास का पॉलिटिकल चीफ इस्माइल हानिये ईरान में मारा गया, घर पर ब्लास्ट हुआ हमास का पॉलिटिकल चीफ इस्माइल हानिये मारा गया है। ईरान के इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) ने इसकी पुष्टि की है। IRGC ने बताया- तेहरान में उसके घर को निशाना बनाकर ब्लास्ट किया गया। हानिये की देखरेख में ही हमास ने पिछले साल 7 अक्टूबर को इजराइल पर 75 सालों का सबसे हमला किया था जिसमें 1200 सौ से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। हानिये की हत्या की जिम्मेदारी अभी तक किसी ने नहीं ली है। पढ़ें पूरी खबर… 3. पंजाब का सबसे महंगा टोल प्लाजा दोबारा शुरू पंजाब में लुधियाना स्थित सबसे महंगा लाडोवाल टोल प्लाजा बुधवार सुबह पुलिस ने शुरू करा दिया। विरोध करने पहुंचे 2 किसान नेताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। रेट बढ़ाए जाने के विरोध में किसान संगठनों ने 16 जून को टोल प्लाजा को बंद कर दिया था। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने हाईकोर्ट में याचिका लगाकर टोल प्लाजा शुरू करने की मांग की थी। हाईकोर्ट ने पंजाब सरकार को टोल शुरू कराने के आदेश दिए थे। पढ़ें पूरी खबर… 4. वायनाड में लैंडस्लाइड से 165 मौतें, 220 लापता, राहुल-प्रियंका का दौरा टला केरल के वायनाड में तेज बारिश के बाद हुईं लैंडस्लाइड में मरने वालों का आंकड़ा 165 हो गया है। 116 अस्पताल में हैं, जबकि 220 से ज्यादा लोगों के लापता होने की खबर है। देर रात तक 1 हजार लोगों को मलबे से निकाला जा चुका है। मौसम खराब होने के चलते कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने वायनाड दौरा रद्द कर दिया है। वे बुधवार को यहां पीड़ितों से मिलने जाने वाले थे। आज भी वायनाड, मलप्पुरम, कोझिकोड समेत 9 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है। पढ़ें पूरी खबर… 5. खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह की याचिका पर सुनवाई आज खडूर साहिब से सांसद और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह की राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) की अवधि बढ़ाए को लेकर लगाई गई याचिका पर पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में आज सुनवाई होगी। उनका कहना है कि सांसद पर NSA लगाना गलत है। पिछली सुनवाई में सरकारी वकील ने उनकी याचिका में तकनीकी खामियों की बात उठाई थी। उन्होंने कहा था कि उनके घर का पता और उनके माता-पिता की उम्र सही नहीं है। इसके बाद उनके वकील ने इसमें संशोधन के लिए समय मांगा था। पढ़ें पूरी खबर… 6. दिल्ली हाईकोर्ट में IAS कोचिंग हादसे की सुनवाई आज, स्टूडेंट हड़ताल पर दिल्ली के राउ IAS कोचिंग में तीन छात्रों की मौत को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट में आज सुनवाई होगी। इसमें हादसे की जांच के लिए पैनल गठित करने की मांग की गई है। दरअसल 27 जुलाई की रात राउ कोचिंग में पानी में डूबने से 3 स्टूडेंट की मौत हो गई थी। मंगलवार से धरने पर बैठे छात्रों ने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी है। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने दिल्ली सरकार, दिल्ली पुलिस और MCD कमिश्नर को नोटिस जारी किया है। पढ़ें पूरी खबर… 7. हिमाचल में कांग्रेस विधायक-नेताओं पर ED रेड हिमाचल के कांगड़ा में एन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) ने कांग्रेस नेताओं के ठिकानों पर रेड की है। ED टीम नगरोटा बगवां से कांग्रेस विधायक आरएस बाली के घर और निजी अस्पताल में पहुंची है। इसके अलावा, साल 2022 के विधानसभा चुनाव में देहरा से कांग्रेस प्रत्याशी एवं प्रदेश कांग्रेस के कोषाध्यक्ष डॉ. राजेश शर्मा के घर भी टीम जांच कर रही है। ईडी की लगभग 200 लोगों की टीम 40 गाड़ियों में कांगड़ा के अलग-अलग स्थानों पर सर्च कर रही है। आरएस बाली और राजेश शर्मा के घर के बाहर बड़ी संख्या में CRPF के जवान तैनात हैं। पढ़ें पूरी खबर… 8. संसद सत्र का आज आठवां दिन, केंद्र सरकार 6 नए बिल पेश कर सकती है संसद के मानसून सत्र का आज आठवां दिन है। केंद्र सरकार 6 नए बिल पेश कर सकती है। इसमें 90 साल पुराना एयरक्राफ्ट एक्ट बिल-1934 बदला जा सकता है। इसके अलावा विपक्ष आज फिर अग्निवीर, NEET विवाद और रेल हादसों पर घेर सकता है। संसद सत्र के सातवें दिन अग्निवीर और जातिगत जनगणना पर भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर, राहुल गांधी और अखिलेश यादव भिड़ गए थे। अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी का नाम लिए बिना कहा कि उधार की बुद्धि से राजनीति नहीं चलती। पढ़ें पूरी खबर… 9. हरियाणा में बिजली कट से परेशान लोगों ने जाम लगाया हरियाणा के फतेहाबाद में बिजली कट से परेशान लोगों ने मंगलवार-बुधवार रात भूना रोड पर जाम लगा दिया। इसके अलावा भोड़ियाखेड़ा के लोगों ने रात को ही बिजली निगम के कंट्रोल रूम का घेराव किया। भिरडाना में किसान रात को ही बिजली निगम के दफ्तर में धरना देकर बैठ गए। कुम्हारिया के किसान भी रात को बड़ोपल बिजली घर में पहुंचे। बाद में सभी जगह अधिकारियों ने आश्वासन देकर लोगों को शांत किया। पढ़ें पूरी खबर… 10. शराब नीति केस- केजरीवाल के खिलाफ सुनवाई आज, 31 जुलाई तक थी न्यायिक हिरासत दिल्ली शराब नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में राउज एवेन्यू कोर्ट में CM केजरीवाल के खिलाफ सुनवाई होगी। 31 जुलाई को उनकी न्यायिक हिरासत खत्म हो रही। 12 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट ने केजरीवाल को जमानत दे दी थी, लेकिन उनकी तरफ से अभी तक बेल बॉन्ड नहीं भरा गया है। केजरीवाल को ED ने 21 मार्च को गिरफ्तार किया था। उनके खिलाफ दूसरा मामला CBI का है। जिसमें उन्हें 26 जून को अरेस्ट किया गया था। पढ़ें पूरी खबर..
चंपाई सोरेन की अमित शाह से हो गई मुलाकात, नहीं बनाएंगे नई पार्टी, बताया क्या होगा अगला कदम
चंपाई सोरेन की अमित शाह से हो गई मुलाकात, नहीं बनाएंगे नई पार्टी, बताया क्या होगा अगला कदम <p style=”text-align: justify;”><strong>Champai Soren News:</strong> झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने सोमवार (26 अगस्त) को केंद्रीय गृह मंत्री <a title=”अमित शाह” href=”https://www.abplive.com/topic/amit-shah” data-type=”interlinkingkeywords”>अमित शाह</a> से मुलाकात की. इसी के साथ साफ हो गया कि चंपाई सोरेन बीजेपी में शामिल होंगे. मुलाकात के दौरान असम के मुख्यमंत्री और झारखंड में बीजेपी के सह प्रभारी हिमंत बिस्वा सरमा भी मौजूद रहे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सरमा ने रात के करीब साढ़े 11 बजे एक्स पर लिखा, “झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और हमारे देश के दिग्गज आदिवासी नेता चंपई सोरेन ने कुछ समय पहले माननीय केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कब बीजेपी में शामिल होंगे चंपाई सोरेन?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>सरमा ने बताया कि चंपाई सोरेन 30 अगस्त को रांची में BJP में शामिल होंगे. इसी के साथ साफ है कि चंपाई सोरेन JMM से अलग होकर नया संगठन नहीं बनाएंगे.</p>
<blockquote class=”twitter-tweet”>
<p dir=”ltr” lang=”en”>Former Chief Minister of Jharkhand and a distinguished Adivasi leader of our country, <a href=”https://twitter.com/ChampaiSoren?ref_src=twsrc%5Etfw”>@ChampaiSoren</a> Ji met Hon’ble Union Home Minister <a href=”https://twitter.com/AmitShah?ref_src=twsrc%5Etfw”>@AmitShah</a> Ji a short while ago. He will officially join the <a href=”https://twitter.com/BJP4India?ref_src=twsrc%5Etfw”>@BJP4India</a> on 30th August in Ranchi. <a href=”https://t.co/OOAhpgrvmu”>pic.twitter.com/OOAhpgrvmu</a></p>
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) <a href=”https://twitter.com/himantabiswa/status/1828129586640744656?ref_src=twsrc%5Etfw”>August 26, 2024</a></blockquote>
<p style=”text-align: justify;”>
<script src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” async=”” charset=”utf-8″></script>
</p>
<p style=”text-align: justify;”>विधानसभा चुनाव से पहले चंपाई सोरेन का ये कदम सत्तारुढ़ JMM के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>हेमंत सोरेन सरकार में मंत्री चंपाई सोरेन ने पिछले दिनों JMM बगावत कर दी थी. इसी के बाद से उनके अगले रुख को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही थी. उन्होंने BJP में शामिल होने को लेकर कहा था की वो सभी विकल्प पर विचार कर रहे हैं. उन्होंने इसमें नई पार्टी बनाने की भी बात कही.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्यों नाराज हुए चंपाई सोरेन?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>झारखंड टाइगर के नाम से मशहूर चंपाई सोरेन दो फरवरी को मुख्यमंत्री बने थे. उन्होंने हेमंत सोरेन के इस्तीफे के बाद झारखंड की कमान संभाली थी. हालांकि हेमंत सोरेन की जेल से रिहाई के बाद उन्हें इस्तीफा देना पड़ा. हेमंत सोरेन फिर सीएम बने. इसी फेरबदल पर चंपाई सोरेन ने नाराजगी जताई. नई सरकार में चंपाई मंत्री हैं. माना जा रहा है कि अब जल्द ही वो मंत्री पद से इस्तीफा देंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”झारखंड विधानसभा चुनाव में कितनी सीटों पर है चिराग पासवान की नजर? BJP की टेंशन बढ़ाने वाली है LJP-R की मांग” href=”https://www.abplive.com/states/jharkhand/jharkhand-assembly-elections-2024-arvind-kumar-singh-reaction-on-lok-janshakti-party-r-and-bjp-seat-sharing-chirag-paswan-2769265″ target=”_self”>झारखंड विधानसभा चुनाव में कितनी सीटों पर है चिराग पासवान की नजर? BJP की टेंशन बढ़ाने वाली है LJP-R की मांग</a></strong></p>
हिमालयी तहर संरक्षण पर रिसर्च करेंगे AMU के यह प्रोफेसर, मिला 67 लाख का अनुदान
हिमालयी तहर संरक्षण पर रिसर्च करेंगे AMU के यह प्रोफेसर, मिला 67 लाख का अनुदान <p style=”text-align: justify;”><strong>Aligarh News:</strong> अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में प्रोफेसर को नए-नए शोध को लेकर अनुदान प्राप्त हो रहे हैं. इससे पहले कैंसर को लेकर 2.15 करोड़ रुपए का अनुदान एएमयू के डॉक्टर को मिला था. लेकिन एक बार फिर एएमयू की प्रोफेसर को यह अनुदान मिला है. जिसको लेकर एक नई रिसर्च प्रोफेसर के द्वारा की जाएगी. वहीं उत्तराखंड में किए जाने वाले अध्ययन का उद्देश्य हिमालयन तहर की पारिस्थितिकी और इसके रहने के क्षेत्र में अन्य प्रजातियों के साथ सह-अस्तित्व को समझना है. इससे उत्पन्न निष्कर्ष न केवल इस महत्वपूर्ण प्रजाति के संरक्षण में योगदान देंगे बल्कि क्षेत्र में समग्र जैव विविधता और पारिस्थितिक संतुलन को भी बढ़ाएंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के वन्यजीव विज्ञान विभाग की प्रोफेसर उरूस इलियास को भारत सरकार के अनुसंधान राष्ट्रीय अनुसंधान फाउंडेशन (एएनआरएफ) के एसईआरबी-कोर रिसर्च ग्रांट के तहत एक महत्वपूर्ण शोध के लिए यह अनुदान प्रदान किया गया है. जिसमें उनको लगभग 67 लाख रुपये की राशि का यह अनुदान कश्मीर से उत्तराखंड तक हिमालय के क्षेत्रों में फैले ‘संरक्षण योजना के लिए हिमालयी थार की जनसंख्या पारिस्थितिकी का आकलन’ नामक परियोजना के लिए आवंटित किया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या बोले प्रोफेसर खुर्शीद अहमद</strong><br />एसकेयूएएसटी-कश्मीर के वानिकी संकाय के वन्य जीव विज्ञान प्रभाग के प्रमुख, प्रोफेसर खुर्शीद अहमद परियोजना के सह-प्रमुख अन्वेषक रहेंगे. प्रोफेसर उरूस इलियास ने पूरे मामले को लेकर बताया कि हिमालयन थार बकरी मृग एक दुर्लभ प्रजाति है जो हिमालय के दक्षिणी भाग में जंगल की रेखा के आसपास के संकीर्ण क्षेत्र, विशेष रूप से जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और सिक्किम के कुछ हिस्सों में पाई जाती है. इसकी आबादी में 30 प्रतिशत से अधिक गिरावट के कारण, इस प्रजाति को वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम 1972 की अनुसूची एक में रखा गया है. वही अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में उनकी उपलब्धि को लेकर गजब का उत्साह है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ये भी पढ़ें: <strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/india-bangladesh-test-match-green-park-stadium-condition-bad-15-thousand-people-seating-capacity-ann-2749832″>कानपुर: टेस्ट मैच से पहले ग्रीन पार्क स्टेडियम की हालत खस्ता, इमारतों से निकल चुका प्लास्टर</a></strong></p>