पंजाब के पठानकोट में मंगलवार देर रात फागतोली गांव में 7 संदिग्ध देखे गए। सूचना पाकर पुलिस की टीमें मौके पर पहुंची और संदिग्धों की तलाश शुरू की। बुधवार को भी सुरक्षाबल सर्च ऑपरेशन चलाए हुए हैं। अभी तक संदिग्धों का सुराग नहीं लग पाया है। फागतोली गांव की रहने वाली सीमा देवी ने बताया कि कुछ लोग जंगल की ओर से उनके घर में घुस आए और पानी मांगा। पानी पिलाने के बाद वे फिर से जंगल में घुस गए। जिसके बाद उन्होंने पुलिस को इसकी सूचना दी। DSP बोले- हर एंगल से जांच कर रहे DSP समीर सिंह मान ने कहा कि कल शाम करीब 7 बजे 7 संदिग्ध लोगों को देखे जाने की खबर सामने आई है। जिसके आधार पर हम सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं। ये लोग मजदूर भी हो सकते है। यह इसलिए भी संभव है क्योंकि पीछे जंगल का इलाका है। वहां मजदूर काम कर रहे हैं। हम सभी पहलुओं को देखकर काम कर रहे हैं। बिना किसी गलतफहमी के लगातार सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं, ताकि जिले में किसी भी प्रकार की कोई घटना न घटित हो सके। पहले भी दिख चुके संदिग्ध दरअसल, पिछले कुछ दिनों से पठानकोट में लगातार संदिग्ध लोगों की मूवमेंट देखी जा रही है। जिसके चलते पुलिस लगातार अलर्ट पर है। 2 दिन पहले 2 संदिग्धों ने एक घर जाकर रोटी मांगी थी। उसके बाद बेहदिया गांव में 2 संदिग्ध देखे गए। सुजानपुर के चक माधो सिंह गांव में भी सेना की वर्दी में 4 संदिग्ध देखे गए। उनके पास हथियार भी थे। हालांकि बाद में सामने आया था कि वर्दी वाले BSF के जवान थे। पंजाब के पठानकोट में मंगलवार देर रात फागतोली गांव में 7 संदिग्ध देखे गए। सूचना पाकर पुलिस की टीमें मौके पर पहुंची और संदिग्धों की तलाश शुरू की। बुधवार को भी सुरक्षाबल सर्च ऑपरेशन चलाए हुए हैं। अभी तक संदिग्धों का सुराग नहीं लग पाया है। फागतोली गांव की रहने वाली सीमा देवी ने बताया कि कुछ लोग जंगल की ओर से उनके घर में घुस आए और पानी मांगा। पानी पिलाने के बाद वे फिर से जंगल में घुस गए। जिसके बाद उन्होंने पुलिस को इसकी सूचना दी। DSP बोले- हर एंगल से जांच कर रहे DSP समीर सिंह मान ने कहा कि कल शाम करीब 7 बजे 7 संदिग्ध लोगों को देखे जाने की खबर सामने आई है। जिसके आधार पर हम सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं। ये लोग मजदूर भी हो सकते है। यह इसलिए भी संभव है क्योंकि पीछे जंगल का इलाका है। वहां मजदूर काम कर रहे हैं। हम सभी पहलुओं को देखकर काम कर रहे हैं। बिना किसी गलतफहमी के लगातार सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं, ताकि जिले में किसी भी प्रकार की कोई घटना न घटित हो सके। पहले भी दिख चुके संदिग्ध दरअसल, पिछले कुछ दिनों से पठानकोट में लगातार संदिग्ध लोगों की मूवमेंट देखी जा रही है। जिसके चलते पुलिस लगातार अलर्ट पर है। 2 दिन पहले 2 संदिग्धों ने एक घर जाकर रोटी मांगी थी। उसके बाद बेहदिया गांव में 2 संदिग्ध देखे गए। सुजानपुर के चक माधो सिंह गांव में भी सेना की वर्दी में 4 संदिग्ध देखे गए। उनके पास हथियार भी थे। हालांकि बाद में सामने आया था कि वर्दी वाले BSF के जवान थे। पंजाब | दैनिक भास्कर
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हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले बाहर आया राम रहीम:21 दिन की फरलो मिली; काफिले में संदिग्ध SUV घुसने से मचा हड़कंप, एक गिरफ्तार
हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले बाहर आया राम रहीम:21 दिन की फरलो मिली; काफिले में संदिग्ध SUV घुसने से मचा हड़कंप, एक गिरफ्तार हरियाणा में रोहतक की सुनारिया जेल से मंगलवार को बाहर आए डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम के काफिले के आगे अचानक एक अनजान SUV गाड़ी ने आकर सनसनी फैला दी। काफिले के आगे गाड़ी रुक गई और 2 युवक उसमें से उतरकर भागे। संदिग्ध युवकों की एक्टिविटी देख पुलिस भी फौरन गाड़ी के पास आकर उसकी तलाशी ली। साथ ही भाग रहे युवकों का पीछा किया। उनमें से एक युवक को पुलिस ने पकड़ लिया, जबकि दूसरा भागने में कामयाब रहा। वहीं, गाड़ी की तलाशी लेने पर उसमें से नशीला पदार्थ बरामद हुआ। इस पर रोहतक के DSP विरेंद्र सिंह ने बताया है कि गाड़ी में बोरियां थीं, जिनमें डोडा पोस्त भरा था। एक आरोपी को काबू किया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि आरोपी राजस्थान से इसे लेकर आए हैं। पुलिस रिमांड में आरोपी से पूछताछ की जाएगी। साध्वियों के यौन शोषण और कत्ल केस में सजा काट रहा डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम एक बार फिर जेल से बाहर आया है। हरियाणा विधानसभा चुनाव से ठीक पहले उसकी 21 दिन की फरलो मंजूर हुई है। हालांकि, काफिले के आगे गाड़ी आने की घटना से राम रहीम का काफिला रुका नहीं। वह जेल से बाहर निकलने के बाद उत्तर प्रदेश के बागपत में बरनावा आश्रम पहुंच गया। बरनावा आश्रम में ही रहेगा राम रहीम
2 दिन पहले ही पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार को कहा था कि वह राम रहीम को सोच-समझकर ही फरलो या पैरोल दे। इसके बाद सरकार ने राम रहीम को इस शर्त पर फरलो दी कि वह सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा में नहीं जाएगा। वह पूरे 21 दिन बागपत स्थित बरनावा आश्रम में रहेगा। बरनावा आश्रम पहुंचकर राम रहीम ने 23 सेकेंड का वीडियो जारी किया। जिसमें कहा- ”प्यारी साध संगत जी, आपके दर्शनों के लिए फिर से हाजिर हुए हैं। आप अपने-अपने घरों में रहना है। किसी ने यहां नहीं आना। जैसे ही सेवादार-जिम्मेदार आपको बताएंगे, उसी हिसाब से सेवा करनी है। सबको बहुत-बहुत आशीर्वाद।” इससे पहले 10 अगस्त को हाईकोर्ट ने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (SGPC) की याचिका को खारिज कर दिया था, जिसमें राम रहीम को बार-बार पैरोल या फरलो देने पर सवाल उठाए गए थे। हाईकोर्ट ने स्पष्ट किया है कि राज्य सरकार ऐसे मुद्दों पर निर्णय लेने में सक्षम है। पहले भी चुनाव से पहले बाहर आ चुका
राम रहीम का चुनाव से पहले जेल से बाहर आना नई बात नहीं है। इससे पहले भी उसे अलग-अलग चुनाव से पहले पैरोल-फरलो मिल चुकी है। वह हरियाणा के पंचायत चुनावों के अलावा पंजाब, हिमाचल प्रदेश और राजस्थान के विधानसभा चुनावों में बाहर आ चुका है। इस साल हुए लोकसभा चुनाव में भी राम रहीम जेल से बाहर आना चाहता था। उसने कहा था कि मैं 14 दिन की पैरोल का हकदार हूं। हालांकि हाईकोर्ट की सख्ती के बाद सरकार ने राम रहीम को पैरोल नहीं दे सकी। 2014 में भाजपा का किया था समर्थन
पंजाब में साल 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में अंतिम समय पर डेरा समर्थकों ने भाजपा का समर्थन किया था। इसका भाजपा और अकाली दल गठबंधन को फायदा मिला। हरियाणा में 2014 में हुए चुनाव में भाजपा की जीत में डेरे का बड़ा योगदान रहा। 2019 के चुनाव में बाबा के जेल जाने के बावजूद कई नेता, पूर्व विधायक और उम्मीदवार डेरे के संपर्क में थे। इसका उन्हें फायदा भी मिला। डेरा मैनेजर हत्याकांड में बरी हो चुका राम रहीम
वर्ष 2024 में पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट राम रहीम सहित 5 लोगों को डेरा मैनेजर रणजीत सिंह हत्याकांड में बरी कर चुका है। 10 जुलाई 2002 को कुरुक्षेत्र के रहने वाले डेरे के मैनेजर रणजीत सिंह की गोली मारकर हत्या हुई थी। रणजीत सिंह के बेटे जगसीर सिंह ने जनवरी 2003 में हाईकोर्ट में याचिका दायर कर CBI जांच की मांग की थी। CBI कोर्ट ने अक्टूबर 2021 में राम रहीम समेत 5 आरोपियों को CBI कोर्ट ने उम्रकैद की सजा दी थी। हाईकोर्ट ने 27 मई 2024 को CBI का फैसला रद्द कर राम रहीम को बरी कर दिया था। ये खबरें भी पढ़ें… राम रहीम डेरा मैनेजर की हत्या के केस में बरी: हाईकोर्ट ने CBI कोर्ट का फैसला रद्द किया; पत्रकार हत्याकांड और साध्वी रेप केस में जेल में रहेगा पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने डेरा सच्चा सौदा चीफ राम रहीम समेत 5 लोगों को डेरा मैनेजर रणजीत सिंह हत्याकांड में बरी कर दिया है। राम रहीम समेत 5 आरोपियों को CBI कोर्ट ने उम्रकैद की सजा दी थी। पूरी खबर पढ़ें…
फतेहगढ़ साहिब में 5 स्कूल बसों के काटे चालान:बिना कैमरों और अटेंडेंट के दौड़ा रहे थे ड्राइवर, फर्स्ट एड बॉक्स भी जरूरी
फतेहगढ़ साहिब में 5 स्कूल बसों के काटे चालान:बिना कैमरों और अटेंडेंट के दौड़ा रहे थे ड्राइवर, फर्स्ट एड बॉक्स भी जरूरी सेफ स्कूल वाहन पालिसी के तहत पंजाब के फतेहगढ़ साहिब में स्कूलों पर शिकंजा कस दिया गया है। बुधवार को यहां विशेष मुहिम लगाकर नियमों की धज्जियां उड़ा रही स्कूली बसों के चालान काटे गए। चेकिंग के दौरान 5 ऐसी बसें पकड़ी गईं, जिनके सीसीटीवी नहीं चल रहे थे और बसों में महिला अटेंडेंट नहीं थे। भविष्य में बसों को थाने में बंद करने की चेतावनी दी गई है। माता पिता कम उम्र के बच्चों को वाहन न दें जिला फतेहगढ़ साहिब में सेफ स्कूल वाहन पॉलिसी के तहत जिला स्तरीय सेफ स्कूल वाहन कमेटी द्वारा स्कूली बसों की चेकिंग की गई। जिला बाल सुरक्षा अधिकारी हरभजन सिंह मेहमी ने कहा कि आज सड़क सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा बन गया है। क्योंकि सड़क दुर्घटनाओं से होने वाली मौतें लगातार बढ़ रही हैं, जो बेहद अफसोस जनक है। बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह बहुत जरूरी हो जाता है कि बच्चों के माता-पिता उन्हें कम उम्र में वाहन चलाने की इजाजत न दें, और जिन स्कूली बसों में बच्चे सफर कर रहे हैं, वे सेफ स्कूल वाहन पालिसी के नियमों का पालन करें। फर्स्ट एड बाक्स और स्पीड गवर्नर जरूरी जांच टीम के मुताबिक स्कूल बसों में सीसीटीवी जैसी कई खामियां पाई गईं। कोई कैमरा चालू नहीं था और कोई महिला अटेंडेंट नहीं थी। जिसके चलते 5 स्कूली बसों का चालान किया गया। उन्होंने कहा कि बसों में नियमों को ध्यान में रखते हुए फर्स्ट एड बॉक्स और स्पीड गवर्नर लगाना बहुत जरूरी है। सभी स्कूल प्रबंधक कमेटियां इस तरफ ध्यान दें।
पंजाब के पूर्व मंत्री की न्यायिक हिरासत 14 दिन बढ़ी:2 हजार करोड़ के घोटाले का मामला; 5 सितंबर को दोबारा होगी पेशी
पंजाब के पूर्व मंत्री की न्यायिक हिरासत 14 दिन बढ़ी:2 हजार करोड़ के घोटाले का मामला; 5 सितंबर को दोबारा होगी पेशी पंजाब के लुधियाना से वरिष्ठ कांग्रेस नेता व पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु की 14 दिनों की न्यायिक हिरासत और बढ़ा दी गई है। अब उनके मामले में 5 सितंबर को अगली सुनवाई होगी। ED की टीम ने 1 अगस्त को आशु को गिरफ्तार किया था। 10 दिन का रिमांड खत्म होने के बाद वह 14 दिन की न्यायिक हिरासत में थे। आज उन्हें दोबारा कोर्ट में पेश किया गया था। बता दें कि भारत भूषण आशु 1 अगस्त को सुबह ED कार्यालय पहुंचा था। जालंधर ED ऑफिस में उनसे शाम तक लगातार पूछताछ की जा रही थी, जिसके बाद उनकी गिरफ्तारी की गई। आशु के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार किया गया था। पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु जब खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्रालय के प्रभारी थे, तब उन पर करीब 2 हजार करोड़ रुपए के टेंडरों में घोटाले का आरोप लगा था। पंजाब की मंडियों में लेबर और ट्रांसपोर्टेशन के टेंडरों में बड़े पैमाने पर अनियमितता सामने आई थी। इसके बाद तलाशी के दौरान ED को करीब डेढ़ करोड़ रुपए की संपत्ति के दस्तावेज मिले थे। इस दौरान करीब 30 लाख रुपए भी जब्त किए गए थे। पंजाब विजिलेंस भी कर चुकी जांच
यह मामला पहले पंजाब विजिलेंस ब्यूरो की तरफ से उठाया गया था। इस मामले में विजिलेंस कोर्ट में चालान भी पेश कर चुका है। इसके बाद इस मामले से जुड़े दस्तावेज ED ने मांगे थे और मामले की जांच अपने स्तर पर शुरू की थी। सूचना के अनुसार, ED ने भारत भूषण आशु को आज पेश होने के लिए कहा था। जानें क्या है टेंडर घोटाला: स्कूटर, बाइक पर माल की ढुलाई दिखाई
लेबर ट्रांसपोर्टेशन टेंडर घोटाले में अनाज मंडियों में आरोपी वाहनों पर नकली नंबर प्लेट लगाकर माल की ढुलाई करते थे। वहीं, आरोपियों ने टेंडर लेने से पहले विभाग में गलत वाहनों के नंबर लिखवा दिए। जांच के दौरान पता चला कि जो नंबर लिखवाए थे, वह स्कूटर, बाइक आदि टू-व्हीलर के थे। जिन वाहनों के ये नंबर हैं, वह माल ढोने के लिए मान्य ही नहीं हैं। इस मामले में करीब 2 महीने पहले कुछ ट्रांसपोर्ट मालिकों व ठेकेदारों की ओर से उस समय के कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु पर कुछ कॉन्ट्रेक्टर और ठेकेदारों को फायदा पहुंचाने और करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी करने के आरोप लगे थे। अब इस मामले में जांच के बाद विजिलेंस की ओर से FIR दर्ज करके गिरफ्तारी करनी शुरू कर दी गई है। आशु पर टेंडरिंग के 2 हजार करोड़ के घोटाले का भी आरोप है।