हरियाणा में करनाल के इंद्री थाना के चंद्राव गांव में एक युवक का शव खेतों में मिलने से हड़कंप मच गया। मृतक के परिवार ने हत्या के आरोप लगाए हैं। परिवार में यह चौथी मौत है। घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस तुरंत मौके पर पहुंच गई और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में भेज दिया। आज पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों क हवाले कर दिया जाएगा। दोपहर को घर से गया था खाना खाकर मृतक की पत्नी ने बताया है कि उसका 28 वर्षीय पति राजेश कुमार दोपहर एक बजे उसके साथ खाना खाकर घर से निकला था। देर शाम को मेरी उसके साथ बात हुई थी। मेरे बच्चे ने भी फोन पर बात की थी, उसने कहा था कि वह 15 मिनट में घर आ रहा है, लेकिन ग्रामीणों के जरिए देर रात साढ़े 9 बजे हमें सूचना मिली कि कोई उसको घर के नजदीक ही खेतों में फेंककर चला गया है। दो संदिग्ध लोग उसके साथ बताए जा रहे थे। घर में चौथी मौत, एक के बाद एक हुई परिजनों ने बताया कि करीब दो साल पहले मृतक राजेश के पिता को भी कुछ लोग ऐसे ही बाहर फेंककर चले गए थे। इससे पहले राजेश के दादा को भी मारा गया था, राजेश के भाई को भी मारा गया और आज राजेश को भी मार दिया गया। किसी से परिवार की कोई दुश्मनी नहीं है, उसके बावजूद भी लगातार इस परिवार को मारते जा रहे है। उस समय पुलिस भी आई थी, कार्रवाई का भी आश्वासन दिया था लेकिन कुछ नहीं हुआ। घर में कोई बड़ा नहीं, सिर्फ दो छोटे बच्चे मृतक की पत्नी ने बताया कि अब उनके घर में कोई बड़ा नहीं है। उसके दो छोटे छोटे बच्चे है। जिसमें एक तीन साल का है और दूसरा एक साल का है। न तो इन बच्चों पर दादा का साया रहा, ना पिता का और न ही चाचा का। दो संदिग्धों को पुलिस ने उठाया परिजनों ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने बताया कि इंद्री थाना पुलिस ने दो संदिग्ध व्यक्तियों को हिरासत में लिया है, लेकिन अब तक किसी ठोस कार्रवाई की जानकारी नहीं मिली है। पुलिस जुटी जांच में इंद्री थाना के SHO श्री भगवान ने बताया कि पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम हाउस में रखवा दिया है। कल पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों के हवाले कर दिया जाएगा। पुलिस इस मामले में हर पहलू पर गहनता से जांच कर रही है। हरियाणा में करनाल के इंद्री थाना के चंद्राव गांव में एक युवक का शव खेतों में मिलने से हड़कंप मच गया। मृतक के परिवार ने हत्या के आरोप लगाए हैं। परिवार में यह चौथी मौत है। घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस तुरंत मौके पर पहुंच गई और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में भेज दिया। आज पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों क हवाले कर दिया जाएगा। दोपहर को घर से गया था खाना खाकर मृतक की पत्नी ने बताया है कि उसका 28 वर्षीय पति राजेश कुमार दोपहर एक बजे उसके साथ खाना खाकर घर से निकला था। देर शाम को मेरी उसके साथ बात हुई थी। मेरे बच्चे ने भी फोन पर बात की थी, उसने कहा था कि वह 15 मिनट में घर आ रहा है, लेकिन ग्रामीणों के जरिए देर रात साढ़े 9 बजे हमें सूचना मिली कि कोई उसको घर के नजदीक ही खेतों में फेंककर चला गया है। दो संदिग्ध लोग उसके साथ बताए जा रहे थे। घर में चौथी मौत, एक के बाद एक हुई परिजनों ने बताया कि करीब दो साल पहले मृतक राजेश के पिता को भी कुछ लोग ऐसे ही बाहर फेंककर चले गए थे। इससे पहले राजेश के दादा को भी मारा गया था, राजेश के भाई को भी मारा गया और आज राजेश को भी मार दिया गया। किसी से परिवार की कोई दुश्मनी नहीं है, उसके बावजूद भी लगातार इस परिवार को मारते जा रहे है। उस समय पुलिस भी आई थी, कार्रवाई का भी आश्वासन दिया था लेकिन कुछ नहीं हुआ। घर में कोई बड़ा नहीं, सिर्फ दो छोटे बच्चे मृतक की पत्नी ने बताया कि अब उनके घर में कोई बड़ा नहीं है। उसके दो छोटे छोटे बच्चे है। जिसमें एक तीन साल का है और दूसरा एक साल का है। न तो इन बच्चों पर दादा का साया रहा, ना पिता का और न ही चाचा का। दो संदिग्धों को पुलिस ने उठाया परिजनों ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने बताया कि इंद्री थाना पुलिस ने दो संदिग्ध व्यक्तियों को हिरासत में लिया है, लेकिन अब तक किसी ठोस कार्रवाई की जानकारी नहीं मिली है। पुलिस जुटी जांच में इंद्री थाना के SHO श्री भगवान ने बताया कि पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम हाउस में रखवा दिया है। कल पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों के हवाले कर दिया जाएगा। पुलिस इस मामले में हर पहलू पर गहनता से जांच कर रही है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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करनाल में मानवता हुई शर्मसार:14 साल की नाबालिग को किया गर्भीवती, प्रशासन की टीम ने किया रेस्क्यू
करनाल में मानवता हुई शर्मसार:14 साल की नाबालिग को किया गर्भीवती, प्रशासन की टीम ने किया रेस्क्यू हरियाणा के करनाल में मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। करनाल के कर्ण पार्क में एक छह माह की गर्भवती नाबालिग मिली है। जिसके बाद प्रशासन हरकत में आया और करनाल सीडब्ल्यूसी, अपना आशियाना तथा सिविल लाइन करनाल की टीम मौके पर पहुंची। दोनों टीमों ने नाबालिग की काउंसिलिंग की। अब पुलिस नाबालिग के साथ ऐसा कृत्य करने वाले आरोपी की तलाश कर रही है। इसके साथ ही बच्ची के परिवार तक भी पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है। कर्ण पार्क में मांग रही थी भीख गर्भवती नाबालिग कर्ण पार्क में घूम रही थी और आने जाने वाले लोगों से भीख में पैसे मांग रही थी। लोगों को बच्ची की हालत देखकर शक हुआ। जिसके बाद उन्होंने अपना आशियाना की टीम का जानकारी दी। अपना आशियाना की टीम ने सीडब्ल्यूसी को बुलाया और पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। अपना आशियाना की टीम ने बताया कि बच्ची अभी तक खुलकर कोई बात नहीं बता पा रही है और बार-बार अपने बयान बदल रही है। अब बच्ची को पुलिस स्टेशन लेकर जाएंगे जहां पर उसकी काउंसलिंग की जाएगी, ताकि बच्ची अपने बारे में या फिर अपने परिवार के बारे में कुछ बता सके। पुलिस जुटी जांच में सिविल लाइन थाना से बच्ची को रेस्क्यू करने पहुंची पुलिस अधिकारी ने बताया कि कर्ण पार्क से 14 साल की बच्ची मिली है, जो गर्भवती है। अभी बच्ची से पूछताछ की गई है और बच्ची गर्भवती है या नहीं इसको लेकर मेडिकल करवाया जाएगा। कोई लड़का छोड़कर गया ईआरवी 411 इंचार्ज राजेश कुमार ने बताया कि हमारे पास इवेंट आया था कि कर्ण पार्क में एक गर्भवती नाबालिग है। जिसके कोई लड़का छोड़कर गया है। जिसके बाद पुलिस सिविल लाइन यहां पर पहुंच गई थी और वे बच्ची को लेकर चले गए है। पहले मेडिकल होगा, उसके बाद गर्भवती है या नहीं, इसका पता चल पाएगा। मामले की जांच की जा रही है।
हरियाणा में चौटाला के मंत्री बने रहने पर विवाद:निर्दलीय MLA के तौर पर शपथ, अब विधायकी से इस्तीफा दे चुके, फिर भी मंत्रीपद बरकरार
हरियाणा में चौटाला के मंत्री बने रहने पर विवाद:निर्दलीय MLA के तौर पर शपथ, अब विधायकी से इस्तीफा दे चुके, फिर भी मंत्रीपद बरकरार हरियाणा के ऊर्जा मंत्री रणजीत सिंह चौटाला की मुख्यमंत्री नायब सैनी की कैबिनेट में नियुक्ति को लेकर सवाल उठ रहे हैं। कहा जा रहा है कि वह 12 मार्च को निर्दलीय विधायक के रूप में सरकार में शामिल हुए थे। इसके बाद वह बीजेपी में शामिल हो गए। 24 मार्च को उन्होंने रानियां विधानसभा की सीट से इस्तीफा दे दिया। ऐसे में अब उन्हें कैबिनेट में शामिल होने के लिए दोबारा मंत्री की शपथ लेनी होगी। पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट के वकील हेमंत कुमार ने उनकी नियुक्ति पर सवाल उठाते हुए इसकी शिकायत राष्ट्रपति से भी की है। जहां से हरियाणा के मुख्य सचिव को लेटर भेजकर इस संबंध में आवश्यक कार्यवाही कर इसकी सूचना शिकायतकर्ता को भेजने को कहा गया है। रणजीत चौटाला को भाजपा ने लोकसभा चुनाव में हिसार सीट से मैदान में उतारा था, लेकिन उन्हें कांग्रेस कैंडिडेट जयप्रकाश ने हरा दिया। यहां पढ़िए कब क्या हुआ…
हरियाणा में नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में गठित भाजपा की नई सरकार 12 जून को अपने 3 माह का कार्यकाल पूरा कर चुकी है। 12 मार्च को मुख्यमंत्री नायब सैनी के साथ शपथ लेने वाले 5 कैबिनेट मंत्रियों में रणजीत सिंह भी शामिल थे, जो तब सिरसा जिले की रानियां विधानसभा सीट से निर्दलीय विधायक थे। 22 मार्च को रणजीत को ऊर्जा और जेल विभाग आबंटित किए गए। हालांकि वह पिछली मनोहर लाल खट्टर सरकार में भी इन विभागों के मंत्री रह चुके थे। इसके बाद 24 मार्च की शाम रणजीत सिंह भाजपा में शामिल हो गए। जिसके कुछ समय बाद ही उन्हें हिसार लोकसभा सीट से पार्टी उम्मीदवार घोषित कर दिया गया। जिस कारण रणजीत ने उसी दिन विधायक पद से त्यागपत्र दे दिया। इसलिए रणजीत चौटाला ने दिया इस्तीफा
चूंकि निर्दलीय विधायक रहते हुए कोई भी किसी राजनीतिक दल में शामिल नहीं हो सकता। यदि वह ऐसा करता है तो उसे दल-बदल विरोधी कानून के अंतर्गत विधानसभा सदस्यता से अयोग्य घोषित कर दिया जाता है। हालांकि विधायक पद से त्यागपत्र के साथ रणजीत ने प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्रीपद ने अपना इस्तीफा नहीं दिया। रानियां विधानसभा सीट से विधायक पद से त्यागपत्र देने के बाद स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता ने उसे स्वीकार कर लिया। क्यों उठ रहे नियुक्ति पर सवाल
पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के एडवोकेट हेमंत कुमार ने 2 मई को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और हरियाणा गवर्नर बंडारू दत्तात्रेय को लेटर लिखकर उनकी नियुक्ति पर सवाल उठाए थे। लेटर में लिखा कि रणजीत सिंह 12 मार्च को वर्तमान 14वीं हरियाणा विधानसभा के सदस्य (विधायक) थे। इस दिन उन्होंने सीएम नायब सैनी के साथ मंत्रीपद के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ ली। इसके बाद 24 मार्च 2024 से विधायक के रूप में उनका इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष द्वारा स्वीकार कर लिया गया। इसके बाद अब वह पूर्व विधायक या दूसरे शब्दों में एक गैर-विधायक हो गए हैं। मंत्री बने रहने के लिए लेनी होगी दोबारा शपथ
भारतीय संविधान के अनुच्छेद 164(4) के अनुसार गैर- विधायक के तौर पर अधिकतम 6 माह तक मंत्रीपद पर तो रह सकते हैं, लेकिन उसके लिए उन्हें हरियाणा के राज्यपाल द्वारा मंत्री के रूप में नए सिरे से पद एवं गोपनीयता की शपथ लेनी होगी। क्योंकि 24 मार्च 2024 से वे गैर-विधायक हैं। टेक्निकल सवाल यह भी है कि जब उन्होंने मंत्री के रूप में पद एवं गोपनीयता की शपथ ली थी तब वह निर्दलीय विधायक थे, लेकिन अब वह भाजपा में शामिल हो चुके हैं, इसलिए गैर-विधायक होने के नाते मंत्री के रूप में उनका नया कार्यकाल माना जाएगा। कानूनी जानकारों का क्या कहना है?
राष्ट्रपति सचिवालय के अंडर सेक्रेटरी द्वारा 9 मई को इस विषय पर हरियाणा के मुख्य सचिव को लिखकर मामले में आवश्यक कार्यवाही करने एवं उसकी सूचना याचिकाकर्ता को देने बारे कहा गया था, हालांकि अभी तक हेमंत को हरियाणा सरकार से कोई जवाब नहीं प्राप्त हुआ है। हेमंत का कहना है कि जब भी केंद्र सरकार या राज्य सरकार में नियुक्त किसी मंत्री का निर्वाचन (सांसद या विधायक के रूप में, जैसा भी मामला हो) संबंधित उच्च न्यायालय या भारत के सर्वोच्च न्यायालय द्वारा रद्द या अमान्य घोषित कर दिया जाता है तो ऐसे सांसद या विधायक को तत्काल केंद्र सरकार या राज्य सरकार में मंत्रीपद से इस्तीफा देना होता है। वह व्यक्ति यह तर्क नहीं दे सकता कि गैर-सांसद या गैर-विधायक के रूप में भी, वह सांसद या विधायक के रूप में अपने अयोग्य होने की तिथि से अधिकतम छह महीने तक केंद्र या राज्य सरकार में मंत्री के रूप में बना रह सकता है।
रोहतक में 2 लोगों से 21 लाख की ठगी:शेयर बाजार में निवेश का दिया लालच, ऐप में डलवाए पैसे; निकालने गए तो फ्रॉड का पता चला
रोहतक में 2 लोगों से 21 लाख की ठगी:शेयर बाजार में निवेश का दिया लालच, ऐप में डलवाए पैसे; निकालने गए तो फ्रॉड का पता चला रोहतक में शेयर मार्केट में निवेश के नाम पर दो लोगों से ठगी का मामला सामने आया है। दोनों को शेयर मार्केट में निवेश का लालच दिया गया। उनसे फोन पर एक ऐप डाउनलोड करवाया गया। निवेश के नाम पर एक से 16.13 लाख और दूसरे से 5.25 लाख रुपए जमा करवाए गए। जब वे पैसे निकालने लगे तो उन्हें ठगी का पता चला और उन्होंने पुलिस में शिकायत की। पहला मामला : रोहतक की चिन्योट कॉलोनी निवासी गंधर्व कोचर ने साइबर क्राइम थाना में शिकायत दी। जिसमें उन्होंने बताया कि वह दिल्ली स्थित जूतों की कंपनी में काम करता है। फेसबुक पर शेयर मार्केट निवेश करने का वीडियो देखा। इस दौरान वीडियो में बताए जाने के अनुसार एक वाट्सएप ग्रुप में जुट गया। 3 अगस्त को वाट्सअप पर मैसेज आया और शेयर मार्केट में निवेश व आईपीओ खरीदने की जानकारी दी। वाट्सएप पर एक एप का लिंक मिला, जिस पर क्लिक करके एप डाउनलोड की। 16 लाख 13 हजार 677 रुपए ठगे
एप पर रजिस्ट्रेशन किया। उनकी बातों में आकर उसने विभिन्न बैंक खातों से रुपए ट्रांसफर किए। उसने 25 अगस्त से 4 अक्टूबर तक कुल 23 ट्रांजेक्शन की और आरोपियों द्वारा दिए गए खातों में कुल 16 लाख 13 हजार 677 रुपए जमा करवाए। जब उसने पैसे निकालने चाहे तो नहीं निकले। इसके बाद उससे टैक्स के नाम पर रुपए मांगने लगे। जिसके कारण शक हुआ। पैसे भी नहीं निकले। इसके बाद मामले की शिकायत पुलिस को दे दी। दूसरा मामला : निवेश के नाम पर सवा 5 लाख ठगे
रोहतक की डीएलएफ कॉलोनी निवासी राजेश गुप्ता ने साइबर क्राइम थाने में शिकायत दी। जिसमें उन्होंने बताया कि उसने फेसबुक पर शेयर मार्केट में निवेश की वीडियो देखता था। 23 अगस्त को उन्हें एक वाट्सएप ग्रुप में जोड़ा गया। जहां पर निवेश के बारे में जानकारी दी जाती थी। इसके बाद उसे एक लिंक भेजा गया। उस पर क्लिक करके एप डाउनलोड की और रजिस्ट्रेशन किया। इसके बाद उन्होंने अपने खाते से 25000 रुपए डाले, लेकिन निवेश की रकम में काफी मुनाफा दिखाते रहे। जिसके कारण विश्वास बढ़ा और 25 सितंबर को 5 लाख रुपए निवेश कर दिए। जब पैसे निकालने चाहे तो पैसे नहीं निकले। शक हुआ तो फोन नंबर पर संपर्क किया, लेकिन सभी नंबर बंद मिले और इसकी शिकायत पुलिस को दे दी।