चंडीगढ़ में आज सुबह से ही मौसम में बदलाव हो गया है। चंडीगढ़ के कई इलाकों में रुक-रुक कर बारिश हो रही है। हालांकि पंचकूला और मोहाली में कल शाम से ही कई इलाकों में यह बारिश देखी गई है। जिसकी वजह से अब ट्राईसिटी के तापमान में भी गिरावट देखी जाएगी। मौसम विभाग ने आज और कल शनिवार के लिए बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के अनुसार इन दोनों दिन अच्छी बारिश होने की संभावना है। यह बारिश आंधी तूफान और बिजली चमकने के साथ हो सकती है। जुलाई महीने में पिछले सालों से कम हुई बारिश इस साल जुलाई महीने में पिछले कई सालों से बारिश कम हुई है। मौसम विभाग के अनुसार 1 जून से अब तक चंडीगढ़ में 185.3 एमएम बारिश दर्ज की गई है। वहीं पिछले साल सिर्फ जुलाई महीने में ही 693.2 एमएम बारिश दर्ज की गई थी। जबकि 2022 में 473.3 एमएम, 2021 में 128.6 एमएम, 2020 में 302.6 एमएम बारिश हुई थी। जुलाई का महीना लगभग खत्म होने को है। चंडीगढ़ में मानसून ने पहले सप्ताह में ही दस्तक दे दी थी। लेकिन उसके बाद से चंडीगढ़ में मानसून सुस्त रहा है। मौसमी बीमारियों का बढ़ा खतरा बरसात के मौसम में तापमान घटने और बढ़ने के कारण इस मौसम में होने वाली बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने एक एडवाइजरी भी जारी की है। वहीं पिछले दिनों चंडीगढ़ में स्वाइन फ्लू का पहला एक केस भी आ चुका है। यह स्वाइन फ्लू का मरीज चंडीगढ़ का डॉक्टर है। इसके बारे में स्वास्थ्य विभाग ने कोई ज्यादा जानकारी नहीं दी है। हालांकि यह बताया है कि इसकी हालत ठीक है। और इलाज चल रहा है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को सावधान रहने की भी सलाह दी है। चंडीगढ़ में आज सुबह से ही मौसम में बदलाव हो गया है। चंडीगढ़ के कई इलाकों में रुक-रुक कर बारिश हो रही है। हालांकि पंचकूला और मोहाली में कल शाम से ही कई इलाकों में यह बारिश देखी गई है। जिसकी वजह से अब ट्राईसिटी के तापमान में भी गिरावट देखी जाएगी। मौसम विभाग ने आज और कल शनिवार के लिए बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के अनुसार इन दोनों दिन अच्छी बारिश होने की संभावना है। यह बारिश आंधी तूफान और बिजली चमकने के साथ हो सकती है। जुलाई महीने में पिछले सालों से कम हुई बारिश इस साल जुलाई महीने में पिछले कई सालों से बारिश कम हुई है। मौसम विभाग के अनुसार 1 जून से अब तक चंडीगढ़ में 185.3 एमएम बारिश दर्ज की गई है। वहीं पिछले साल सिर्फ जुलाई महीने में ही 693.2 एमएम बारिश दर्ज की गई थी। जबकि 2022 में 473.3 एमएम, 2021 में 128.6 एमएम, 2020 में 302.6 एमएम बारिश हुई थी। जुलाई का महीना लगभग खत्म होने को है। चंडीगढ़ में मानसून ने पहले सप्ताह में ही दस्तक दे दी थी। लेकिन उसके बाद से चंडीगढ़ में मानसून सुस्त रहा है। मौसमी बीमारियों का बढ़ा खतरा बरसात के मौसम में तापमान घटने और बढ़ने के कारण इस मौसम में होने वाली बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने एक एडवाइजरी भी जारी की है। वहीं पिछले दिनों चंडीगढ़ में स्वाइन फ्लू का पहला एक केस भी आ चुका है। यह स्वाइन फ्लू का मरीज चंडीगढ़ का डॉक्टर है। इसके बारे में स्वास्थ्य विभाग ने कोई ज्यादा जानकारी नहीं दी है। हालांकि यह बताया है कि इसकी हालत ठीक है। और इलाज चल रहा है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को सावधान रहने की भी सलाह दी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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राव इंद्रजीत ने 7 विधानसभा सीटें मांगी:5 पर केंद्रीय नेतृत्व सहमत, पैनल में समर्थित नेताओं के नाम न होने पर भड़के थे
राव इंद्रजीत ने 7 विधानसभा सीटें मांगी:5 पर केंद्रीय नेतृत्व सहमत, पैनल में समर्थित नेताओं के नाम न होने पर भड़के थे हरियाणा के विधानसभा चुनाव में टिकट वितरण से पहले भारतीय जनता पार्टी (BJP) में घमासान मचा हुआ है। BJP के गढ़ कहे जाने वाले अहीरवाल बेल्ट में इसका असर ज्यादा देखने को मिल रहा है। यहां के कद्दावर नेता और केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने टिकट वितरण के मामले में खुद को पूरी तरह एक्टिव किया हुआ है। राव इंद्रजीत सिंह की अहीरवाल की 11 सीटों पर खुद की पकड़ है, जिसके बलबूते राव 7 सीटों पर खुद के समर्थकों का हक जता रहे हैं। केंद्रीय नेतृत्व 5 सीटों पर उनकी रजामंदी से कैंडिडेट उतारने के लिए तैयार है, लेकिन राव अपने उन राजनीतिक धुर विरोधियों को निपटाने के लिए कुछ और भी शर्तें रख रहे हैं। BJP शीर्ष नेतृत्व जिन्हें मजबूत कैंडिडेट मानकर चुनावी मैदान में उतारने के लिए तैयार है वह अहीरवाल की 3 सीटें हैं। इन सीटों पर राव इंद्रजीत सिंह चाहते हैं कि उनकी पसंद और संगठन दोनों को तवज्जो मिले। अहीरवाल बेल्ट से विरोधियों को निपटाना है असली लड़ाई
राव इंद्रजीत सिंह की नाराजगी की पहली वजह उनकी बेटी आरती राव की टिकट को लेकर मानी जा रही थी, लेकिन हकीकत ये है कि पार्टी नेतृत्व ने शुरू से ही आरती राव को टिकट देने में कोई संकोच नहीं रखा। राव इंद्रजीत सिंह की असली लड़ाई अहीरवाल बेल्ट में अपने राजनीतिक विरोधियों को निपटा कर ज्यादा से ज्यादा अपने समर्थकों को टिकट दिलाने की रही है। BJP से जुड़े सूत्रों के मुताबिक अगर राव इंद्रजीत सिंह की नाराजगी नहीं होती तो 27 या 28 अगस्त को ही कैंडिडेट की पहली लिस्ट जारी हो सकती थी। कई सीटों पर राव ने दी जीत की गारंटी
राव की नाराजगी को BJP ने पहले से ही भांप लिया था। उसके बाद राव को तवज्जो दी गई। सूत्र ये भी बताते हैं कि जिन सीटों पर राव इंद्रजीत सिंह ने अपने समर्थकों के लिए टिकट मांगी उन पर उन्होंने जीत की गारंटी भी पार्टी नेतृत्व को दी है। अहीरवाल बेल्ट की 2 सीटें उनकी साख का सवाल बनी हुई हैं। इनमें एक पटौदी और दूसरी बावल सीट है। ये दोनों ही सीटें अनुसूचित जाति के लिए रिजर्व हैं और इन पर रामपुरा हाउस यानी राव इंद्रजीत सिंह के परिवार का दबदबा रहा है। इन चार सीटों में राव की खास रुचि
नारनौल, बावल, कोसली, पटौदी ऐसी सीट हैं, जहां पर मौजूदा विधायकों की टिकट कटना लगभग तय ही माना जा रहा है। राव इंद्रजीत सिंह की इन चारों ही सीटों पर खास रुचि है। पिछले दिनों गुरुग्राम में हुई BJP की मीटिंग में 90 सीटों के कैंडिडेट को लेकर लंबी चर्चा हुई थी, लेकिन राव इंद्रजीत सिंह अपने समर्थकों का पैनल में नाम ही नहीं होने से नाराज हो गए थे। जिसके बाद पूरे मामले में शीर्ष नेतृत्व ने हस्ताक्षेप किया। वीटो का इस्तेमाल कर पैनल में शामिल कराए नाम
राव इंद्रजीत सिंह ने वीटो पावर का इस्तेमाल कर न केवल अपने समर्थित नेताओं के नाम पैनल में शामिल कराए बल्कि एक दिन पहले केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में इन नामों पर चर्चा भी हुई। BJP की तरफ से हरियाणा की 90 सीटों में से 55 सीटों पर उम्मीदवार के नाम लगभग फाइनल कर लिए गए हैं। इनमें अहीरवाल बेल्ट में राव इंद्रजीत सिंह की पसंद के कुछ कैंडिडेट भी शामिल हैं। हालांकि उम्मीदवारों की लिस्ट को अमित शाह की रैली के चलते रोका गया है। बादशाहपुर में सुधा टॉप पर
गुरुग्राम जिले की बादशाहपुर सीट भी अहीरवाल बेल्ट में ही आती है। इस सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और वर्तमान सीएम नायब सैनी के सबसे करीबी राव नरबीर सिंह प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं। इसके अलावा खट्टर के पूर्व OSD जवाहर यादव, मनीष यादव भी टिकट मांग रहे हैं, लेकिन राव इंद्रजीत सिंह इस सीट पर खुद के समर्थक नेता को चुनावी मैदान में उतारने के मूड में हैं। गुरुग्राम में 4 दिन पहले हुई बैठक में BJP पार्लियामेंट्री बोर्ड की सदस्य और पूर्व सांसद सुधा यादव द्वारा सीनियर नेताओं के सामने राव नरबीर सिंह के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग उठाना उनके लिए काफी फायदेमंद रहा। BJP सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय नेतृत्व सुधा यादव को बादशाहपुर सीट से चुनाव लड़ाना चाहता था, जिस पर राव इंद्रजीत सिंह ने भी किसी भी तरह का विरोध नहीं किया। इससे साफ ही कि राव नरबीर का टिकट काटकर BJP सुधा यादव को बादशाहपुर सीट से चुनाव लड़ा सकती है। 2019 के चुनाव में भी BJP ने राव नरबीर सिंह की टिकट काट दी थी। नरबीर सिंह उस वक्त मनोहर लाल की कैबिनेट में तीसरे नंबर के पावरफुल मंत्री थे। नरबीर सिंह के समर्थकों ने टिकट कटवाने का आरोप राव इंद्रजीत सिंह पर लगाया था। 2019 में भी इस्तेमाल की थी वीटो पावर राव इंद्रजीत सिंह 2014 में BJP में शामिल हुए थे। विधानसभा चुनाव में BJP की पूर्ण बहुमत से सरकार बनने के बाद मनोहर लाल से उनके रिश्तों में खटास बनी रही। 2019 के विधानसभा चुनाव में मनोहर लाल खट्टर जिन्हें चुनाव लड़ाना चाहते थे, उन पर वीटो पावर का इस्तेमाल करते हुए राव इंद्रजीत सिंह ने उनकी टिकट ही कटवा दी थी। इसमें बादशाहपुर से राव नरबीर सिंह, रेवाड़ी से रणधीर सिंह कापड़ीवास, अटेली से संतोष यादव के अलावा कुछ अन्य नेता थे। हालांकि राव इंद्रजीत सिंह ने अपनी पसंद के मुताबिक रेवाड़ी और बादशाहपुर में प्रत्याशी उतारे, लेकिन इन दोनों ही सीट पर BJP को हार मिली। केंद्रीय राज्य मंत्री बनाए जाने से नाराज राव राव इंद्रजीत केंद्र में तीसरी बार केंद्रीय राज्य मंत्री बनाए जाने से नाराज चल रहे हैं। वह खुद भी कह चुके हैं कि मैं इतिहास में ऐसा नेता हूं, जिसने केंद्र में राज्य मंत्री बनने का रिकॉर्ड बना दिया है। राव इंद्रजीत को मोदी 3.0 सरकार में केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनाया गया है। इसके बाद से उनकी नाराजगी कई मौकों पर सामने आ चुकी है।
हरियाणा में नौतपा शुरू, 15 जिलों में लू का कहर:पारा पहुंचा 46 डिग्री के पार, अगले 9 दिन झुलसाएगी गर्मी; डिहाइड्रेशन का खतरा बढ़ा
हरियाणा में नौतपा शुरू, 15 जिलों में लू का कहर:पारा पहुंचा 46 डिग्री के पार, अगले 9 दिन झुलसाएगी गर्मी; डिहाइड्रेशन का खतरा बढ़ा नौतपा बेशक आज से शुरू हुआ हो लेकिन हरियाणा में सूरज देवता पिछले कई दिनों से आग उगल रहे हैं। मौसम विभाग ने राज्य के 22 में से 15 जिलों में हीटवेव (लू) की चेतावनी दी है। इनमें हिसार, सिरसा, फतेहाबाद, जींद, भिवानी, सोनीपत, रोहतक, चरखी दादरी, झज्जर, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल और नूंह शामिल हैं। इन जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है और यहां पारा 46 डिग्री तक पहुंच गया है। राज्य के बाकी 7 जिलों में भी मौसम विभाग ने यलो अलर्ट जारी किया है। इनमें पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल और पानीपत शामिल है। इन जिलों में भी तापमान 44 से 45 डिग्री के आसपास दर्ज किया गया। आगे कैसा रहेगा मौसम
हरियाणा में अगले 3 दिन गर्मी से कोई राहत मिलती नहीं दिख रही है। 25 मई यानी आज से हरियाणा में नौतपा भी शुरू हो चुका है। 26 और 27 मई को भी ऐसे ही हालात रहेंगे। इस दौरान तेज गर्म हवाएं चलेंगी। नौतपा के दौरान लगातार 9 दिन भीषण गर्मी पड़ती है। नौतपा तब होता है जब सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करता है। यह हर साल आता है। इस दौरान 9 दिनों तक सूर्य देव उग्र रूप में रहते हैं। डॉक्टरों का कहना है कि इस मौसम में डिहाइड्रेशन का खतरा बढ़ जाता है। हरियाणा के हांसी में 22 मई को डिहाइड्रेशन से एक 70 वर्षीय बुजुर्ग की मौत का मामला भी सामने आया था। स्कूलों में लगेंगे वाटर कूलर
शिक्षा विभाग ने स्कूलों में वाटर कूलर और RO लगाने के ऑर्डर जारी कर दिए हैं। मुख्यालय की ओर से जारी ऑर्डर में सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को कहा गया है कि वह विभाग की आधिकारिक मेल ID पर इसकी जानकारी तुरंत भेजें। विभाग ने यह ऑर्डर लगातार पड़ रही गर्मी को देखते हुए लिया है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि गर्मी की सबसे बड़ी वजह यह भी है कि यहां पिछले ढाई महीने में 31% कम बारिश हुई है। 4 जिले जींद, कुरुक्षेत्र, कैथल व करनाल में सामान्य से ज्यादा और अंबाला में सामान्य के आसपास बारिश हुई है। जबकि, 17 जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई है। 20 मई तक प्रदेश में 35 MM बारिश होनी चाहिए थी, लेकिन 24.8 MM बारिश रिकॉर्ड हुई है। हरियाणा में मई में अब तक मात्र 4.2 MM ही बारिश हुई है, जबकि इस माह में 11.3 MM बारिश सामान्य मानी जाती है।
रेवाड़ी में कार की टक्कर से तीन की मौत:स्कूटी से घर जा रहे थे तीनों दोस्त; राजस्थान के रहने वाले
रेवाड़ी में कार की टक्कर से तीन की मौत:स्कूटी से घर जा रहे थे तीनों दोस्त; राजस्थान के रहने वाले रेवाड़ी जिले के धारुहेड़ा सेक्टर-6 में कार ने स्कूटी को टक्कर मार दी है। हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई है। पुलिस ने कार को जब्त कर चालक को भी गिरफ्तार कर लिया है।पुलिस ने शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए रेवाड़ी शवगृह भेज दिया है। तीनों दोस्त स्कूटी पर सवार होकर घर जा रहे है। दीपक पुत्र राजेंद्र, निवासी मिलकपुर जिला खैरकल राजस्थान ने बताया कि उसके बड़े भाई पवन (35), जो शादीशुदा है। उनके दो बच्चे हैं, अपने साथी सुरजपाल और सचिन के साथ स्कूटी पर जा रहे थे। रात करीब 9:40 बजे, 75 फीट रोड के पास RPS स्कूल के नजदीक, एक काले रंग की सफारी ने उनकी स्कूटी को टक्कर मार दी। कार चालक की तेज रफ्तार और लापरवाही से पवन, सुरजपाल और सचिन की मौके पर ही मौत हो गई। जांच में जुटी पुलिस पुलिस ने बताया कि रात 9:40 बजे सूचना मिलते ही ASI रविकांत, सिपाही नितेश, SPO राजकुमार और सरकारी चालक SPO देवेंद्र घटनास्थल पर पहुंचे। वहां की तस्वीरें लीं। मृतकों की पहचान आधार कार्ड से हुई और उनके परिवार को सूचना दी गई। पुलिस ने परिजनों को आश्वासन दिया है कि मामले की गहन जांच की जाएगी और दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।