हरियाणा के जींद जिले में 39 महिला-पुरुषों के नाम से अलग-अलग बैंकों से करीब दो करोड़ रुपए का लोन लेकर महिला फरार हो गई। जब इसकी जानकारी कालोनी की महिलाओं को लगी तो वह उसके घर पर पहुंची, लेकिन महिला अपने परिवार के साथ मकान बेचकर कहीं चली गई। पीड़ित महिलाएं शहर की विश्वकर्मा कालोनी की रहने वाली हैं। शहर थाना पुलिस को दी शिकायत में ममता, रानी, मीना, नीता, पूजा, कमलेश, माया आदि महिलाओं ने बताया कि पिछले 25 साल से उनकी कालोनी में शबाना नाम की एक महिला रहती थी। शबाना, उसका पति बंधन बैक, उज्जीवन बैंक, आरबीए बैंक, साइजा बैंक, यूनिट बैंक, हिटपटास बैंक, आशीर्वाद बैंक जैसे फाइनेंस बैंकों से लोन दिलवाने का काम करते थे। शबाना ने कई महिलाओं को दिया लोन इन बैंकों के एजेंट आरोपियों के साथ मिले हुए थे। शबाना ने कालोनी की काफी महिलाओं को लोन दिलवाने के लिए साथ जोड़ना शुरू कर दिया। कुछ महिलाओं को लोन दिलवाया और इसे समय पर भरवा दिया। इससे कालोनी की महिलाओं का उसके प्रति विश्वास बढ़ गया था। बैंक ने किस्त मांगी, तो पता चला शबाना के झांसे में आकर महिलाओं ने आधार कार्ड, फैमिली आईडी व कुछ अन्य दस्तावेज दे दिए। कालोनी की काफी महिलाओं के नाम से दो करोड़ रुपए के लोन लेकर आरोपी महिला फरार हो गई। जब बैंक से इम महिलाओं से लोन की किस्त मांगी, तो इस की जानकारी लगी। कई महिलाओं से ले गई गहने, रुपए व दस्तावेज ममता के अलावा ऐसी कई महिलाएं है, जिसके शबाना रुपए, गहने व दस्तावेज लेकर फरार हुई है। इन में अमित, पूनम, साहिल, नइम, सुनीता, रोशन, बीरमती समेत अन्य महिलाओं का नाम है। इनके अलावा भी और कई महिलाएं हैं, जो अब सामने आ रही हैं। पीड़ितों का आरोप है कि शबाना के भाई रफीक, मुकरम, नदीम भी इसमें मिले हुए हैं। हालांकि पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हरियाणा के जींद जिले में 39 महिला-पुरुषों के नाम से अलग-अलग बैंकों से करीब दो करोड़ रुपए का लोन लेकर महिला फरार हो गई। जब इसकी जानकारी कालोनी की महिलाओं को लगी तो वह उसके घर पर पहुंची, लेकिन महिला अपने परिवार के साथ मकान बेचकर कहीं चली गई। पीड़ित महिलाएं शहर की विश्वकर्मा कालोनी की रहने वाली हैं। शहर थाना पुलिस को दी शिकायत में ममता, रानी, मीना, नीता, पूजा, कमलेश, माया आदि महिलाओं ने बताया कि पिछले 25 साल से उनकी कालोनी में शबाना नाम की एक महिला रहती थी। शबाना, उसका पति बंधन बैक, उज्जीवन बैंक, आरबीए बैंक, साइजा बैंक, यूनिट बैंक, हिटपटास बैंक, आशीर्वाद बैंक जैसे फाइनेंस बैंकों से लोन दिलवाने का काम करते थे। शबाना ने कई महिलाओं को दिया लोन इन बैंकों के एजेंट आरोपियों के साथ मिले हुए थे। शबाना ने कालोनी की काफी महिलाओं को लोन दिलवाने के लिए साथ जोड़ना शुरू कर दिया। कुछ महिलाओं को लोन दिलवाया और इसे समय पर भरवा दिया। इससे कालोनी की महिलाओं का उसके प्रति विश्वास बढ़ गया था। बैंक ने किस्त मांगी, तो पता चला शबाना के झांसे में आकर महिलाओं ने आधार कार्ड, फैमिली आईडी व कुछ अन्य दस्तावेज दे दिए। कालोनी की काफी महिलाओं के नाम से दो करोड़ रुपए के लोन लेकर आरोपी महिला फरार हो गई। जब बैंक से इम महिलाओं से लोन की किस्त मांगी, तो इस की जानकारी लगी। कई महिलाओं से ले गई गहने, रुपए व दस्तावेज ममता के अलावा ऐसी कई महिलाएं है, जिसके शबाना रुपए, गहने व दस्तावेज लेकर फरार हुई है। इन में अमित, पूनम, साहिल, नइम, सुनीता, रोशन, बीरमती समेत अन्य महिलाओं का नाम है। इनके अलावा भी और कई महिलाएं हैं, जो अब सामने आ रही हैं। पीड़ितों का आरोप है कि शबाना के भाई रफीक, मुकरम, नदीम भी इसमें मिले हुए हैं। हालांकि पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में डेरा प्रमुख महाराज बहादुर चंद का निधन:1 साल से थे बीमार, वार्षिक समागम रद्द; दोपहर 3.30 पर अंतिम दर्शन
हरियाणा में डेरा प्रमुख महाराज बहादुर चंद का निधन:1 साल से थे बीमार, वार्षिक समागम रद्द; दोपहर 3.30 पर अंतिम दर्शन हरियाणा के सिरसा जिले में डेरा जगमाल वाली के प्रमुख महाराज बहादुर चंद वकील का आज सुबह निधन हो गया। पिछले कई दिनों से उनकी तबीयत खराब थी। डेरा प्रमुख की हालत बिगड़ने के कारण उन्हें दिल्ली के मैक्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उनका इलाज चल रहा था। संत वकील करीब 1 साल से बीमार थे। आज दोपहर करीब 3.30 बजे उनका अंतिम दर्शन के लिए जगमाल वाली डेरा लाया जाएगा। डेरा प्रमुख के निधन की खबर के कारण डेरा में 3 से 4 अगस्त तक होने वाला वार्षिक समागम रद्द कर दिया गया है। ऐसा पहली बार होगा जब डेरा में कोई वार्षिक समागम नहीं हो रहा है। डेरा प्रमुख की गंभीर हालत के कारण उनके भक्तों में चिंता थी। इसे लेकर डेरा प्रबंधन कमेटी लगातार स्वास्थ्य बुलेटिन जारी कर भक्तों को सांत्वना दे रही थी। 31 जुलाई को डेरा प्रबंधन ने स्वास्थ्य बुलेटिन जारी किया था जिसमें कहा गया कि, “सतगुरु के प्रिय भक्त परम पूज्य महाराज जी का इलाज बहुत अनुभवी और विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम द्वारा किया जा रहा है और उनकी स्वास्थ्य स्थिति स्थिर बनी हुई है। इसलिए भक्तों से अनुरोध है कि वे अस्पताल आने के बजाय महाराज जी के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिए अधिक से अधिक सिमरन करें और अफवाहों पर ध्यान न दें।” हिसार और चंडीगढ़ में की पढ़ाई संत बहादुर चंद (वकील साहिब जी) मूल रूप से गांव चौटाला के रहने वाले हैं। उनका जन्म 10 दिसंबर 1944 को गांव चौटाला में हुआ था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गांव के ही स्कूल में की। स्कूल पास करने के बाद उन्होंने हिसार के दयानंद कॉलेज में दाखिला लिया। जहां वे लाजपत राय छात्रावास में रहे और आर्य समाज प्रचारणी सभा के अध्यक्ष बने। फिर उन्होंने चंडीगढ़ के लॉ कॉलेज से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। वर्ष 1968 में अपनी लॉ की पढ़ाई पूरी करने के बाद वे डेरा जगमालवाली में शामिल हो गए। 9 अगस्त 1998 को संत बहादुर चंद को डेरे की गद्दी सौंपी गई और तब से वे मस्ताना शाह बलूचिस्तानी डेरा जगमालवाली के प्रमुख हैं। देश-विदेश में प्रसिद्ध है डेरा कालांवाली मंडी से 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित गांव जगमालवाली करीब 300 साल पहले बसा था। डबवाली रोड पर स्थित यह छोटा सा गांव देश ही नहीं बल्कि विदेश में भी प्रसिद्ध है और इसकी वजह है गांव में स्थित मस्ताना शाह बलूचिस्तानी आश्रम। इसके अलावा गांव में शिवरात्रि पर्व पर मेला लगता है, जिसमें खेलकूद प्रतियोगिताएं होती हैं। बाबा मोती पुरी स्पोर्ट्स क्लब द्वारा रक्तदान समेत कई समाज कल्याण के कार्य भी किए जाते हैं। क्लब ने गांव में स्थित श्मशान घाट को भी खूबसूरत रूप दिया है। गांव का क्षेत्रफल करीब 5 हजार एकड़ है। यहां 3 गुरुद्वारे और 2 बड़े डेरे हैं। बलूचिस्तानी आश्रम आकर्षण और श्रद्धा का केंद्र वर्ष 1964-65 में यहां के एक किसान बाबा सज्जन सिंह रूहल, जो फकीर और अविवाहित थे, ने संत गुरबख्श सिंह मैनेजर साहिब को कई एकड़ जमीन दान में दी और उनसे यहां एक डेरा बनाने का अनुरोध किया। जिस पर संत गुरबख्श सिंह मैनेजर साहिब ने जहां मस्ताना शाह बलूचिस्तानी आश्रम की स्थापना की। शुरू में छोटा सा यह आश्रम अब संत की प्रसिद्धि के कारण विशाल रूप ले चुका है। डेरे के अंदर करीब 100-100 फीट का एक बहुत ही भव्य सचखंड बनाया गया है, जिसकी खासियत यह है कि इसमें कोई स्तंभ नहीं बना है। वर्तमान में डेरे की गद्दी संत बहादुर चंद वकील साहिब के पास है। जिनका अब निधन हो गया। डेरा जगमालवाली का अगला मुखी कौन होगा? मस्ताना शाह बलूचिस्तानी आश्रम डेरा जगमालवाली के संस्थापक गुरुबख्श सिंह मैनेजर साहब ने अपनी वसीयत के अनुसार बहादुर चंद वकील साहब को अपना उत्तराधिकारी नियुक्त किया था, लेकिन वकील साहब के बाद डेरा का उत्तराधिकारी कौन होगा, इस बारे में कोई जानकारी सामने नहीं आ रही है। बहादुर चंद को डेरा प्रमुख बनाए जाने के बाद गुरुबख्श सिंह के बेटे रघुबीर सिंह ने खुशपुर गोरीवाला में नया डेरा शुरू किया, जिसका प्रबंधन अब चंद महात्मा कर रहे हैं।
अंबाला में हादसे में बुआ-भतीजी की दर्दनाक मौत:पड़ोसी की स्कूटी लेकर बराड़ा जा रही थीं; रास्ते में कार ने मारी टक्कर
अंबाला में हादसे में बुआ-भतीजी की दर्दनाक मौत:पड़ोसी की स्कूटी लेकर बराड़ा जा रही थीं; रास्ते में कार ने मारी टक्कर हरियाणा के अंबाला जिले में तेज रफ्तार कार ने एक्टिवा को टक्कर मार दी। हादसे में बुआ-भतीजी की दर्दनाक मौत हो गई। मृतक महिला की शिनाख्त कुरुक्षेत्र के गांव रतनगढ़ निवासी 45 वर्षीय सिमरनजीत कौर व उसकी भतीजी 15 वर्षीय रमित कौर के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपी कार ड्राइवर के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार कुरुक्षेत्र के गांव रतनगढ़ निवासी हरबंश सिंह ने बताया कि वह इन दिनों अपने बड़े बेटे रमिंदर सिंह के साथ लुधियाना में रह रहा है। उसकी 45 वर्षीय बेटी सिमरजीत कौर गांव रतनगढ़ में रहती है। उसकी 15 वर्षीय पोती रमित कौर भी गांव रतनगढ़ में रहती है। उन्हें शनिवार शाम को फोन पर सूचना मिली कि उसकी बेटी सिमरजीत कौर व पोती रमित कौर उसके पड़ोसी की एक्टिवा पर सवार होकर बराड़ा जा रहा थी। सुभरी के पास हादसा इस बीच, शाहाबाद रोड पर गांव सुभरी के पास एक गाड़ी ने (HR 26 CE- 6134) ने एक्टिवा को टक्कर मार दी। हादसा इतना भयानक था कि उसकी बेटी सिमरजीत कौर व पोती रमित कौर सड़क पर जा गिरे। राहगीरों ने दोनों को खून से लथपथ हालत में MMU मेडिकल कॉलेज पहुंचाया। यहां डॉक्टरों ने प्राथमिक जांच के बाद उसकी बेटी व पोती को मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलने के बाद अस्पताल पहुंची बराड़ा थाने की पुलिस ने शवों को कब्जे में लिया और परिजन पहुंचने के बाद शव का पोस्टमॉर्टम कराया। पुलिस ने आरोपी कार चालक के खिलाफ धारा 279 व 304-A के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
हरियाणा में रेप पीड़िता की हत्या:आधी रात सूट पहन घर में घुसा हत्यारा; भाई के सामने ईंट-पत्थरों से कुचला, दुपट्टे से गला घोंटा
हरियाणा में रेप पीड़िता की हत्या:आधी रात सूट पहन घर में घुसा हत्यारा; भाई के सामने ईंट-पत्थरों से कुचला, दुपट्टे से गला घोंटा हरियाणा के रेवाड़ी में रेप करने वाले ने ही रेप पीड़िता की हत्या कर दी। वह रात के अंधेरे में सूट-सलवार पहन महिला बनकर घर में घुसा और हत्या कर दी। हत्या के वक्त भाई घर पर था लेकिन आरोपी ने उसके कमरे के बाहर से कुंडी लगा दी। जिस वक्त हत्या हुई, मृतका का पति नाइट ड्यूटी पर गया था। मरने वाली महिला की उम्र करीब 36 साल है। उसने 16 जुलाई को ही आरोपी पर रेप का केस दर्ज कराया था। जिसके बाद गुस्से में आकर आरोपी ने उसकी हत्या ही कर दी। हत्या की सूचना के बाद खोल थाने पुलिस वहां पहुंची। जिसके बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवा दिया गया है। पुलिस ने कहा कि आरोपी की तलाश की जा रही है। मृतका के भाई ने बताई हत्या की पूरी कहानी… बहन टॉयलेट जा रही थी, आरोपी चिमनी का जाल उखाड़ कूदा
पीड़िता के भाई के मुताबिक, वह अपनी बहन के घर आया हुआ था। जबकि उसका जीजा पेट्रोल पंप पर नाइट शिफ्ट की ड्यूटी में गया हुआ था। रात करीब 2 बजे उसकी बहन की नींद खुली और वह टॉयलेट की तरफ जा रही थी। तभी गांव का ही रहने वाला सुधीर नाम का शख्स रसोई की चिमनी में लगे लोहे के जाल को उखाड़ नीचे कूद गया। भाई के मुताबिक, आरोपी ने घर में घुसते ही सबसे पहले जिस कमरे में वह सोया हुआ था, उसकी कुंडी बाहर से बंद की। बहन पर ईंट-पत्थर से हमला कर दिया
इसके बाद उसकी बहन पर ईंट और एक अन्य धारदार पत्थर से वार करना शुरू कर दिया। आरोपी ने उसके पैर, चेहरे और अन्य जगह पर वार किए। भाई ने बताया कि बहन की आवाज सुनकर उसकी नींद खुल गई थी। उसने बाहर निकलने की कोशिश भी की, लेकिन कुंडी बंद होने की वजह से वह अंदर ही कैद रहा। कमरे की खिड़की को खोलकर देखा तो आरोपी सुधीर उस पर हमला कर रहा था। ईंट-पत्थर से वार के बाद दुपट्टे से गला घोंटा
भाई ने आरोप लगाया कि उसकी आंखों के सामने आरोपी ने उसकी बहन की हत्या कर दी। पहले उस पर ईंट-पत्थर से वार और फिर उसके ही दुपट्टे से गला घोंट दिया। भाई ने ये भी बताया कि आरोपी ने महिला की ड्रेस सूट-सलवार पहने हुए थे। वारदात के बाद आरोपी भाग गया। उसने काफी शोर शराबा किया। इसके बाद पड़ोसियों ने आकर उसकी कुंडी खोली। सूचना के बाद रात में ही खोल थाना प्रभारी लक्ष्मीनारायण अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। शव को कब्जे में लेने के बाद नागरिक अस्पताल स्थित पोस्टमॉर्टम हाउस में रखवाया। केस दर्ज कराने के बाद आरोपी की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे
मृतका के परिवार के मुताबिक, आरोपी सुधीर पर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। आरोपी ने पीड़िता के साथ भी रेप की वारदात को अंजाम दिया था। इस मामले में 15 दिन पहले 16 जुलाई को ही उसके खिलाफ केस दर्ज कराया था। आरोपी की गिरफ्तारी को लेकर परिवार के लोग एसपी से भी मिले थे। इतना ही नहीं पीड़ित परिवार ने उसकी गिरफ्तारी की अर्जी के लिए कोर्ट में भी अपील की थी। जिस पर 31 जुलाई यानि आज सुनवाई होनी थी। लेकिन इससे पहले ही आरोपी ने उसकी हत्या कर दी। खोल थाना एसएचओ लक्ष्मीनारायण ने बताया कि फिलहाल पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है। हमारी टीमें पूरे मामले की जांच में जुटी है।