पटियाला के गुरु नानक नगर इलाके में रिश्तो को तार-तार करती एक शर्मनाक घटना सामने आई है। इलाके में रहने वाली 25 साल की लड़की के माता-पिता के गुजरने के बाद सहारा बनकर आए लड़की के जीजा ने रेप की वारदात को अंजाम दिया और भांजे ने छेड़छाड़ की। थाना अर्बन एस्टेट की पुलिस ने घटना की जानकारी मिलते ही लड़की के जीजा ललित चौधरी और भांजे आरव के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। आरोपी ललित चौधरी करीब 40 साल का है, जबकि उसका बेटा आरव 20 साल का है, यह दोनों पिता पुत्र फिलहाल फरार चल रहे हैं। एक महीने में दोनों पिता पुत्र ने की शर्मनाक वारदात लड़की की स्टेटमेंट के अनुसार, उसकी बड़ी बहन अपने पति ललित चौधरी और बच्चों के साथ तकरीबन 5 साल से उसके मकान में रह रही है। माता-पिता के देहांत के बाद मदद के तौर पर बहन का परिवार रहने आया था। 6 जुलाई की सुबह 4 बजे लड़की का जीजा ललित उसके कमरे में आया और उसके साथ रेप कर दिया। परिवार ने बदनामी के नाम पर उसे चुप करवा दिया, लेकिन इस घटना के 7 दिन बाद ही भांजे आरव ने रात को 11 बजे उसके साथ अश्लील हरकत कर दी। इन दोनों की हरकतों से परेशान होकर लड़की ने तुरंत पुलिस में कंप्लेंट दर्ज करवा दी। इसके बाद दोनों पिता पुत्र के खिलाफ केस रजिस्टर हुआ है। महिला सब इंस्पेक्टर को सौंपी जांच इस मामले में अर्बन स्टेट पुलिस थाना में भारतीय न्याय संहिता की धारा 64 (2) के तहत केस दर्ज करने के बाद महिला सब इंस्पेक्टर संदीप कौर को जांच की जिम्मेदारी सौंपी है। पटियाला के गुरु नानक नगर इलाके में रिश्तो को तार-तार करती एक शर्मनाक घटना सामने आई है। इलाके में रहने वाली 25 साल की लड़की के माता-पिता के गुजरने के बाद सहारा बनकर आए लड़की के जीजा ने रेप की वारदात को अंजाम दिया और भांजे ने छेड़छाड़ की। थाना अर्बन एस्टेट की पुलिस ने घटना की जानकारी मिलते ही लड़की के जीजा ललित चौधरी और भांजे आरव के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। आरोपी ललित चौधरी करीब 40 साल का है, जबकि उसका बेटा आरव 20 साल का है, यह दोनों पिता पुत्र फिलहाल फरार चल रहे हैं। एक महीने में दोनों पिता पुत्र ने की शर्मनाक वारदात लड़की की स्टेटमेंट के अनुसार, उसकी बड़ी बहन अपने पति ललित चौधरी और बच्चों के साथ तकरीबन 5 साल से उसके मकान में रह रही है। माता-पिता के देहांत के बाद मदद के तौर पर बहन का परिवार रहने आया था। 6 जुलाई की सुबह 4 बजे लड़की का जीजा ललित उसके कमरे में आया और उसके साथ रेप कर दिया। परिवार ने बदनामी के नाम पर उसे चुप करवा दिया, लेकिन इस घटना के 7 दिन बाद ही भांजे आरव ने रात को 11 बजे उसके साथ अश्लील हरकत कर दी। इन दोनों की हरकतों से परेशान होकर लड़की ने तुरंत पुलिस में कंप्लेंट दर्ज करवा दी। इसके बाद दोनों पिता पुत्र के खिलाफ केस रजिस्टर हुआ है। महिला सब इंस्पेक्टर को सौंपी जांच इस मामले में अर्बन स्टेट पुलिस थाना में भारतीय न्याय संहिता की धारा 64 (2) के तहत केस दर्ज करने के बाद महिला सब इंस्पेक्टर संदीप कौर को जांच की जिम्मेदारी सौंपी है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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ISI के इशारे पर हमला, ड्रोन से आए हथियार पंजाब पुलिस की जांच में यह साफ हो चुका है कि 11 सितंबर को ग्रेनेड अटैक पाकिस्तान की इंटर सर्विस इंटेलिजेंस (ISI) के इशारे पर करवाया गया था। इसका मास्टरमाइंड पाकिस्तान में बैठा आतंकी हरविंदर रिंदा था। उसने US में बैठे हैप्पी पासिया के जरिए इसे अंजाम दिलाया। पंजाब के DGP गौरव यादव ने खुद इसका खुलासा किया था। उन्होंने बताया था कि हैप्पी पासिया के गांव का ही रोहन पासिया है, जो कि ग्रेनेड फैंकने में शामिल है। यह बात साफ हो गई कि ड्रोन के जरिए ग्रेनेड पाकिस्तान से भारत आया था।
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ऊना में पंजाब के श्रद्धालुओं से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली पलटी:पीरनिगाह से दर्शन कर लौटते समय हादसा, 25 लोग घायल हिमाचल प्रदेश के ऊना जिला के पीरनिगाह में श्रद्धालुओं से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली सड़क पर पलट गई। इस हादसे में 25 श्रद्धालु घायल हो गए। घायलों का क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में उपचार चल रहा है। गंभीर रूप से घायल छह साल के मासूम रमन सिंह को पीजीआई चंडीगढ़ रेफर किया गया है। बताया जा रहा है कि सभी श्रद्धालु पंजाब के मानसा जिले के पोहा गांव के रहने वाले हैं। वे धार्मिक स्थल पीरनिगाह में माथा टेकने के बाद पंजाब लौट रहे थे। इस दौरान उनकी ट्रैक्टर ट्रॉली पलट गई। इसके बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई। सूचना के अनुसार, ट्रॉली में करीब 35 श्रद्धालु सवार थे। हादसे के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है। एएसपी सुरेंद्र शर्मा ने बताया कि घायलों को उपचार चल रहा है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। पीरनिगाह हादसे के घायलों की लिस्ट रणजीत सिंह (40) पुत्र जीत सिंह, गगनदीप कौर (23) पत्नी कुलदीप कुमार, जटो देवी (23) पत्नी मनप्रीत कुमार, कुलविंदर (30) पत्नी गुरमीत, रमन सिंह (6) पुत्र सुक्खा, सतवीर (12) पुत्र कुलबीर, सुखदेव (14) पुत्र दर्शन सिंह, संदीप सिंह (32) पुत्र शिंगारा सिंह, जगतार (22) पुत्र काला सिंह, अमनदीप सिंह (32) पुत्र मंगल सिंह, कुलदीप (14) पुत्र गुरमीत सिंह, प्रीत कौर (25) पत्नी चरन सिंह, प्रीत कौर (9) पुत्री चरन सिंह, चरन सिंह (40) पुत्र करतार सिंह, गुरमीत (20) पुत्र भोला सिंह, रनबीर सिंह (40) पुत्र करतार सिंह, हैरी (11)पुत्र संदीप, स्वराज (40) पुत्र कुलविंदर सिंह, बलबिंदर (21) पुत्र जयवीर, लवप्रीत (14) पुत्री नव सिंह, संदीप (25) पुत्र रूलदा राम, पुनीत (18)पुत्री नव सिंह, कुलदीप सिंह (15) पुत्र जुना, विक्की (18) पुत्र जुना और रविंदर पुत्र रशपाल शामिल हैं।
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पंजाब में अमृतपाल के भाई हरप्रीत को जमानत मिली:फिल्लौर से ड्रग्स के साथ किया था गिरफ्तार; 4 दिन पहले भेजा था न्यायिक हिरासत खालिस्तान समर्थक और श्री खडूर साहिब सीट से नवनिर्वाचित सांसद अमृतपाल सिंह के भाई हरप्रीत सिंह हैप्पी को फिल्लौर कोर्ट से जमानत मिल गई है। 4 दिन पहले रिमांड खत्म होने के बाद हैप्पी और लवप्रीत को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था। आपको बता दें कि, विगत शनिवार को कोर्ट ने जमानत याचिका पर सुनवाई के लिए 23 जुलाई की तारीख दी थी, लेकिन मंगलवार को लवप्रीत सिंह और हैप्पी की जमानत पर सुनवाई पूरी नहीं हो पाई। आज कोर्ट में दोनों पक्षों की सुनवाई हुई। जिसके बाद कोर्ट ने हैप्पी को जमानत दे दी है। फिल्लौर हाईवे से हुई थी हैप्पी और लवप्रीत की गिरफ्तारी बता दें कि, फिल्लौर पुलिस ने हैप्पी को उसके साथी लवप्रीत के साथ 11 जुलाई की शाम फिल्लौर हाईवे से गिरफ्तार किया था। इनके पास से 4 ग्राम आइस ड्रग बरामद हुई थी। निचली अदालत से दोनों का रिमांड न मिलने के कारण पुलिस ने एडिशनल सेशन जज केके जैन की अदालत में क्रिमिनल रिवीजन याचिका दायर की है। वहीं, पुलिस उस व्यक्ति को पहले ही जेल भेज चुकी है, जिससे हैप्पी और लवप्रीत ने ड्रग खरीदी थी। इनमें आइस सप्लायर संदीप अरोड़ा और संदीप के फोटोग्राफर दोस्त मनीष मारवाह का नाम शामिल है। लुधियाना से 10 हजार की आइस लेकर आया था हैप्पी मिली जानकारी के अनुसार हैप्पी और लवप्रीत अपनी क्रेटा कार में लुधियाना के हैबोवाल निवासी संदीप से 10 हजार रुपए का आइस ड्रग खरीदने आए थे। पुलिस ने संदीप को भी पकड़ लिया था। एसएसपी अंकुल गुप्ता ने बताया था कि रूटीन चेकिंग के दौरान पुलिस ने फिल्लौर हाईवे से दोनों को गिरफ्तार किया था। दोनों काले शीशे लगी सफेद क्रेटा कार में बैठकर ड्रग लेने की तैयारी कर रहे थे। आरोपियों के पास लाइटर और पन्नी भी थी। अमृतपाल के वकील ने कहा था कि केस दर्ज किया खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के वकील ईमान सिंह ने हरप्रीत की गिरफ्तारी पर कहा था कि पुलिस ने सियासत के दबाव में आकर झूठा केस दर्ज किया है। सत्ताधारी आम आदमी पार्टी द्वारा बदले की राजनीति की जा रही है। उन्होंने कहा कि, आम आदमी पार्टी द्वारा अमृतपाल की देखरेख में बनाई जा रही पार्टी को क्षति पहुंचाने की कोशिश की जा रही है। जिससे क्षेत्रीय पार्टी पंजाब में सिर न उठा सके। ये झूठा केस 2-4 ग्राम के लिए बना दिया गया। जिले का एसएसपी सिर्फ चार ग्राम नशीले पदार्थ के लिए प्रेसवार्ता कर रहा है। कौन है अमृतपाल, जो नशा विरोधी मुहिम से सुर्खियों में आया अमृतपाल मूल रूप से अमृतसर के जल्लूपुर खेड़ा गांव का रहने वाला है। अमृतपाल दुबई में रहता था। लाल किला हिंसा से चर्चा में आए पंजाबी एक्टर दीप सिद्धू की मौत के बाद 2022 में पंजाब लौटा। यहां आकर दीप सिद्धू के संगठन वारिस पंजाब दे का चीफ बन गया। इसके बाद अमृतपाल ने पंजाब में नशा विरोधी मुहिम चलानी शुरू कर दी। उसने अपने गांव जल्लूपुर खेड़ा में नशा छुड़ाओ केंद्र तक खोला। अमृतपाल ने पंजाब में नशा विरोधी लहर भी चलाई। हालांकि इसी दौरान बाद अमृतपाल ने भड़काऊ और खालिस्तान समर्थित बयानबाजी शुरू कर दी। जिस वजह से पुलिस ने अमृतपाल के एक साथी को हिरासत में ले लिया। उसे छुड़ाने के लिए अमृतपाल ने साथियों के साथ अजनाला पुलिस थाने में धरना दिया। अमृतपाल पर आरोप लगे कि उन्होंने थाने पर हमला किया। पुलिस से टकराव हुआ। इसके बाद पंजाब पुलिस ने अमृतपाल पर केस दर्ज कर घेराबंदी शुरू कर दी। कई दिनों की फरारी के बाद अमृतपाल को जनरैल सिंह भिंडरावाले के गांव रोडे से गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद अमृतपाल पर देश विरोधी साजिश रचने का आरोप लगाकर राष्ट्रीय सुरक्षा एक्ट (NSA) के तहत केस दर्ज कर असम की डिब्रूगढ़ जेल भेज दिया गया था।