दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आज होने वाले नीति आयोग की मीटिंग में हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के शामिल होने पर संशय बना हुआ है। हालांकि सीएम सुक्खू इसके लिए पिछले कल ही दिल्ली पहुंच गए हैं। मगर इंडिया गंठबंधन के ज्यादातर दलों ने नीति आयोग की बैठक के बहिष्कार का ऐलान कर रखा है। इस वजह से हिमाचल सीएम की भी मीटिंग में शामिल होने की कम संभावना है। सीएम ने यदि नीति आयोग की मीटिंग में शामिल होना होता तो हिमाचल में अधिकारी उनका भाषण तैयार करते। मगर इस बात बीती शाम तक मुख्यमंत्री का भाषण तैयार नहीं किया गया और न ही कोई अधिकारी शिमला से दिल्ली गया है। इस बीच प्रदेश में इसे लेकर राजनीति शुरू हो गई है। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी मुख्यमंत्री के नीति आयोग की मीटिंग में बहिष्कार के फैसले पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री का यह फैसला हिमाचली हितों से खिलवाड़ है। अनुराग ने कहा, प्रधानमंत्री मोदी हिमाचल को अपना दूसरा घर मानते हैं। उन्होंने हिमाचल के हितों को प्राथमिकता दी है, लेकिन कांग्रेस ने हमेशा ओछी राजनीति की है। अनुराग ने कहा, मुख्यमंत्री का नीति आयोग की बैठक में न जाने का निर्णय न सिर्फ दुर्भाग्यपूर्ण है बल्कि अति निंदनीय भी है। राजनीति से प्रेरित मुख्यमंत्री का यह निर्णय हिमाचल प्रदेश के हितों के साथ सीधा खिलवाड़ है। मुख्यमंत्री को अपने इस निर्णय पर पुनर्विचार कर प्रदेश हित में बैठक में भाग लेना चाहिए। अनुराग से पहले जयराम ठाकुर भी सुखविंदर सुक्खू पर इसे लेकर जुबानी हमला बोल चुके हैं। मीटिंग में क्या चर्चा होनी है तीन दिन चलने वाली नीति आयोग की मीटिंग में पेयजल की उपलब्धता व गुणवत्ता, बिजली, स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच, एजुकेशन, डिजिटलाइजेशन, रजिस्ट्रेशन और म्यूटेशन जैसे मसलों पर चर्चा होनी है। क्यों बहिष्कार कर रहा इंडिया गठबंधन इंडिया गठबंधन ने मोदी सरकार द्वारा प्रस्तुत बजट को संघीय ढांचे की भावना के खिलाफ बताया और इस बजट में बिहार और आंध्र प्रदेश दो राज्यों का ही ख्याल रखने वाला बताया गया है। इस वजह से इंडिया गठबंधन के ज्यादातर घटक दलों ने नीति आयोग की मीटिंग का बहिष्कार करने का फैसला किया है। ममता बैनर्जी जरूर मीटिंग में शामिल हो सकती है। सीएम सुक्खू ने अभी आधिकारिक तौर पर स्पष्ट नहीं किया कि वह शामिल होंगे या नहीं। लिहाजा यह दिन तक स्पष्ट हो जाएगा। कांग्रेस हाईकमान से चर्चा कर सकते हैं सीएम सुक्खू वह अपने दिल्ली दौरे के दौरान कांग्रेस हाईकमान से भी चर्चा कर सकते हैं। प्रदेश में अभी कैबिनेट में एक पद खाली पड़ा है। इस पर तैनाती को लेकर भी चर्चा संभव है। दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आज होने वाले नीति आयोग की मीटिंग में हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के शामिल होने पर संशय बना हुआ है। हालांकि सीएम सुक्खू इसके लिए पिछले कल ही दिल्ली पहुंच गए हैं। मगर इंडिया गंठबंधन के ज्यादातर दलों ने नीति आयोग की बैठक के बहिष्कार का ऐलान कर रखा है। इस वजह से हिमाचल सीएम की भी मीटिंग में शामिल होने की कम संभावना है। सीएम ने यदि नीति आयोग की मीटिंग में शामिल होना होता तो हिमाचल में अधिकारी उनका भाषण तैयार करते। मगर इस बात बीती शाम तक मुख्यमंत्री का भाषण तैयार नहीं किया गया और न ही कोई अधिकारी शिमला से दिल्ली गया है। इस बीच प्रदेश में इसे लेकर राजनीति शुरू हो गई है। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी मुख्यमंत्री के नीति आयोग की मीटिंग में बहिष्कार के फैसले पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री का यह फैसला हिमाचली हितों से खिलवाड़ है। अनुराग ने कहा, प्रधानमंत्री मोदी हिमाचल को अपना दूसरा घर मानते हैं। उन्होंने हिमाचल के हितों को प्राथमिकता दी है, लेकिन कांग्रेस ने हमेशा ओछी राजनीति की है। अनुराग ने कहा, मुख्यमंत्री का नीति आयोग की बैठक में न जाने का निर्णय न सिर्फ दुर्भाग्यपूर्ण है बल्कि अति निंदनीय भी है। राजनीति से प्रेरित मुख्यमंत्री का यह निर्णय हिमाचल प्रदेश के हितों के साथ सीधा खिलवाड़ है। मुख्यमंत्री को अपने इस निर्णय पर पुनर्विचार कर प्रदेश हित में बैठक में भाग लेना चाहिए। अनुराग से पहले जयराम ठाकुर भी सुखविंदर सुक्खू पर इसे लेकर जुबानी हमला बोल चुके हैं। मीटिंग में क्या चर्चा होनी है तीन दिन चलने वाली नीति आयोग की मीटिंग में पेयजल की उपलब्धता व गुणवत्ता, बिजली, स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच, एजुकेशन, डिजिटलाइजेशन, रजिस्ट्रेशन और म्यूटेशन जैसे मसलों पर चर्चा होनी है। क्यों बहिष्कार कर रहा इंडिया गठबंधन इंडिया गठबंधन ने मोदी सरकार द्वारा प्रस्तुत बजट को संघीय ढांचे की भावना के खिलाफ बताया और इस बजट में बिहार और आंध्र प्रदेश दो राज्यों का ही ख्याल रखने वाला बताया गया है। इस वजह से इंडिया गठबंधन के ज्यादातर घटक दलों ने नीति आयोग की मीटिंग का बहिष्कार करने का फैसला किया है। ममता बैनर्जी जरूर मीटिंग में शामिल हो सकती है। सीएम सुक्खू ने अभी आधिकारिक तौर पर स्पष्ट नहीं किया कि वह शामिल होंगे या नहीं। लिहाजा यह दिन तक स्पष्ट हो जाएगा। कांग्रेस हाईकमान से चर्चा कर सकते हैं सीएम सुक्खू वह अपने दिल्ली दौरे के दौरान कांग्रेस हाईकमान से भी चर्चा कर सकते हैं। प्रदेश में अभी कैबिनेट में एक पद खाली पड़ा है। इस पर तैनाती को लेकर भी चर्चा संभव है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल परिवहन निगम के ड्राइवरों के लिए रेस्ट रूम तैयार:निगम प्रबंध निदेशक ने किया निरीक्षण, दिल्ली में नहीं भटकना पड़ेगा ठहरने के लिए हिमाचल प्रदेश के पथ परिवहन निगम (HRTC) के ड्राइवरों को देश की राजधानी दिल्ली में ठहरने व आराम करने के लिए अब इधर उधर नहीं भटकना पड़ेगा। दिल्ली रूट पर जाने वाले HRTC ड्राइवरों कंडक्टरों को अब गर्मी, सर्दी व बरसात में रात्रि ठहराव व रेस्ट करने के लिए दिल्ली में कोई परेशानी नही होगी। राजघाट में बनाया आलीशान रेस्ट रूम
HRTC ने चालक-परिचालकों की सुविधा के लिए दिल्ली के राजघाट में 128 एचआरटीसी रेस्ट रूम बनाकर तैयार कर दिए गए हैं। राजघाट में बने रेस्ट रूम का निगम प्रबंध निदेशक रोहन चंद ठाकुर व प्रबंधन की टीम ने निरीक्षण किया और चालक-परिचालकों को मिलने वाली सुविधाओं की जांच की। वहीं यह भी जांच की कि चालक-परिचालकों को रेस्ट रूम में किसी तरह की परेशानी तो नहीं होगी। रिकॉर्ड चार में तैयार करवाए रूम
निगम प्रबंधन ने डी.टी.सी. (दिल्ली ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन) ने रेस्ट रूम बनाए जाने के लिए करार किया। वहीं इसी करार के चलते निगम प्रबंधन ने मात्र 4 माह में यह रेस्ट रूम तैयार करवाया है। खुद दिल्ली गए है MD HRTC
निगम प्रबंध निदेशक रोहन चंद ठाकुर मंगलवार को खुद दिल्ली दौरे पर गए।उन्होंने बताया कि दिल्ली के राजघाट में 128 चालक-परिचालकों के लिए रेस्ट रूम बनकर तैयार हो गया है। वहीं इस रेस्ट रूम में 7 स्नानघर और 7 शौचालय बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि अब हिमाचल से दिल्ली रूट पर आने वाले चालक-परिचालकों रूट के दौरान रात को ठहरने में कोई परेशानी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि निगम प्रबंधन ने मात्र 4 माह में यह रेस्ट रूम बनाकर तैयार किया है। इस निरीक्षण में डी.एम. ट्रैफिक देवासेन नेगी सहित निगम के अन्य अधिकारी मौजूद रहे।