खन्ना के समराला रोड पर बरधाला में शराब के एक ठेके पर अमृतधारी व्यक्ति शराब के नशे में पकड़ा गया। निहंगों ने जब उसे पकड़ा तो उसके मुंह में से शराब की बदबू आ रही थी। जिसके बाद निहंग सिंह उसे सिविल अस्पताल समराला लेकर गए और मेडिकल करवाया। साथ ही अस्पताल में श्री साहिब और क्कार उतरवा दिए। निहंगों ने पुलिस से एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई। सूचना के बाद ठेके पर पहुंचे निहंग हरप्रीत सिंह खालसा ने कहा कि कुछ दिनों पहले गुरुद्वारा श्री संगत साहिब से फैसला लिया गया था कि अगर कोई अमृतधारी किसी प्रकार का नशा करता पकड़ा गया तो उसके खिलाफ कार्रवाई कराई जाएगी। बीती रात उन्हें सूचना मिली थी कि बरधाला ठेके पर एक अमृतधारी व्यक्ति ने शराब पी हुई है। वे तुरंत मौके पर गए और वहां देखा कि एक अमृतधारी शराब के नशे में था। उसे सिविल अस्पताल लाया गया। वहां मेडिकल करवाया गया। बताया जा रहा है कि शराब पीने वाला व्यक्ति कुरुक्षेत्र का रहने वाला है। जांच में जुटी पुलिस सिविल अस्पताल के डॉक्टर हरप्रीत सिंह ने बताया कि मुंह से बदबू आ रही थी। इसकी पुष्टि के लिए मेडिकल किया गया। मेडिकल रिपोर्ट पुलिस को सौंपी जाएगी। एसएचओ दविंदरपाल सिंह ने कहा कि मामले की बारीकी से जांच की जा रही है। तथ्यों के आधार पर कार्रवाई करेंगे। खन्ना के समराला रोड पर बरधाला में शराब के एक ठेके पर अमृतधारी व्यक्ति शराब के नशे में पकड़ा गया। निहंगों ने जब उसे पकड़ा तो उसके मुंह में से शराब की बदबू आ रही थी। जिसके बाद निहंग सिंह उसे सिविल अस्पताल समराला लेकर गए और मेडिकल करवाया। साथ ही अस्पताल में श्री साहिब और क्कार उतरवा दिए। निहंगों ने पुलिस से एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई। सूचना के बाद ठेके पर पहुंचे निहंग हरप्रीत सिंह खालसा ने कहा कि कुछ दिनों पहले गुरुद्वारा श्री संगत साहिब से फैसला लिया गया था कि अगर कोई अमृतधारी किसी प्रकार का नशा करता पकड़ा गया तो उसके खिलाफ कार्रवाई कराई जाएगी। बीती रात उन्हें सूचना मिली थी कि बरधाला ठेके पर एक अमृतधारी व्यक्ति ने शराब पी हुई है। वे तुरंत मौके पर गए और वहां देखा कि एक अमृतधारी शराब के नशे में था। उसे सिविल अस्पताल लाया गया। वहां मेडिकल करवाया गया। बताया जा रहा है कि शराब पीने वाला व्यक्ति कुरुक्षेत्र का रहने वाला है। जांच में जुटी पुलिस सिविल अस्पताल के डॉक्टर हरप्रीत सिंह ने बताया कि मुंह से बदबू आ रही थी। इसकी पुष्टि के लिए मेडिकल किया गया। मेडिकल रिपोर्ट पुलिस को सौंपी जाएगी। एसएचओ दविंदरपाल सिंह ने कहा कि मामले की बारीकी से जांच की जा रही है। तथ्यों के आधार पर कार्रवाई करेंगे। पंजाब | दैनिक भास्कर
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बटाला में पेड़ से टकराई बेकाबू कार:एक युवक की मौके पर मौत, बाइक सवार को मारी टक्कर, चार घायल गुरदासपुर के बटाला में शुक्रवार की दोपहर हुए एक बेकाबू कार के पेड़ से टकराने से एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि चार अन्य गंभीर रुप से घायल हो गए। इस हादसे की चपेट में एक बाइक सवार भी आ गया। घायलों को उपचार के लिए बटाला के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने हादसा ग्रस्त हुए वाहनों को अपने कब्जे में लेकर जांच शुरु कर दी है। घटना की जानकारी देते हुए घायल बाइक चालक बलराज सिंह ने बताया कि वह बाइक पर सवार होकर कहीं जा रहा था। जब वह गांव सरवाली के पास पहुंचा तो सामने से आ रही एक कार का टायर फटने से गाड़ी का संतुलन बिगड़ गया और गाड़ी उसे टक्कर मारती हुई एक पेड़ से जा टकराई। इस हादसे में उसकी एक टांग पर काफी चोट लगी है। घायलों काे किया अमृतसर रेफर सरकारी अस्पताल की डॉक्टर अमनदीप कौर ने बताया कि रोड एक्सीडेंट होने से उनके पास तीन जख्मी लोग आए हैं जिनकी टांगे टूट चुकी है, इनमें से दो काफी गंभीर रूप से घायल हुए हैं। सभी घायलों को अमृतसर रेफर कर दिया गया है। जख्मी हुए युवक की माता ने बताया कि गाड़ी बटाला से डेरा बाबा नानक जा रहा था कि रास्ते में सरवाली गांव के पास गाड़ी का टायर फट गया। जिससे गाड़ी अनियंत्रित होकर पेड़ से टकरा गई। मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने कहा कि हादसा ग्रस्त हुई गाड़ी को अपने कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी गई है। मृतक और घायलों की शिनाख्त के प्रयास किए जा रहे हैं।
पंजाबी सूबा दिवस आज:सुखबीर बादल ने कहा- पंजाब के साथ केंद्र का मतभेद जारी; SGPC बोली-पंजाबियों के साथ हुई बेईमानी
पंजाबी सूबा दिवस आज:सुखबीर बादल ने कहा- पंजाब के साथ केंद्र का मतभेद जारी; SGPC बोली-पंजाबियों के साथ हुई बेईमानी आज 1 नवंबर को पूरे पंजाब में दिवाली और बंदी छोड़ दिवस के साथ पंजाबी राज्य दिवस मनाया जा रहा है। यह दिन 1966 में पंजाबी राज्य के अस्तित्व में आने की स्मृति के रूप में मनाया जाता है। जब हरियाणा और हिमाचल प्रदेश को भाषा के आधार पर अलग कर पंजाब को अलग कर दिया गया था। अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल ने इस दिन पर केंद्र सरकार पर मतभेद के आरोप लगाते हुए सोशल मीडिया X पर एक पोस्ट को शेयर किया है। जिसमें उन्होंने कहा- देश की आजादी के लिए सबसे ज्यादा बलिदान देने वाले सिख समुदाय से कांग्रेस नेताओं ने आजादी से पहले कई वादे किए थे। लेकिन जैसे ही देश आजाद हुआ, कांग्रेस नेता उन वादों से मुकर गए। इन्हीं ज्यादतियों के आक्रोश से शिरोमणि अकाली दल के नेतृत्व में मातृभाषा पंजाबी भाषा के आधार पर ‘पंजाबी प्रांत’ की मांग उठी, जिसके लिए हजारों अकाली नेताओं ने केंद्र सरकार की यातनाएं सहन की और चले गए। जेल गए, धरने दिए और सभी प्रकार की जबरदस्ती का विरोध किया। आखिरकार लंबे संघर्ष और कई बलिदानों के बाद 1 नवंबर, 1966 को ‘पंजाबी प्रांत’ का गठन हुआ। केंद्र सरकार का पंजाब के साथ भेदभाव लगातार जारी है, हमारी जायज़ मांगें आज तक भी नहीं मानी गईं। शिरोमणि अकाली दल इसके लिए संघर्ष करता रहेगा। SGPC ने कहा- पंजाब तकसीम दार तकसीम होता गया सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की तरफ से भी इस दिन पर केंद्र के खिलाफ रोष जाहिर किया गया है। SGPC के सोशल मीडिया पेज पर पोस्ट शेयर की गई। जिसमें लिखा है- आज ही के दिन 1966 में भाषा के आधार पर विभाजित पंजाबी राज्य अस्तित्व में आया था। भारत के विभाजन के बाद दक्षिण से लेकर उत्तर तक भाषा के आधार पर प्रांतों के परिसीमन का मुद्दा उठा। आंध्र प्रदेश के गठन के बाद पंजाब में शिरोमणि अकाली दल ने पंजाबी राज्य की मांग रखी। एक लंबे संघर्ष के बाद (जिसमें हजारों सिखों ने जेल भरीं, यातनाएं झेली, शहादतें दी) 1 नवंबर 1966 को पंजाबी को एक राज्य बनाया गया। केंद्र ने पंजाबियों के साथ बेईमानी करते हुए जान-बूझकर कई पंजाबी भाषी क्षेत्रों को हरियाणा, हिमाचल और राजस्थान में मिला लिया, न केवल पंजाब को खंडित कर दिया, बल्कि उसके जल, बांधों और राजधानी पर भी कब्जा करके बड़ी चोट पहुंचाई। पंजाब पुनर्गठन का इतिहास 1960 के दशक में पंजाबी सूबा आंदोलन के तहत सिखों और पंजाबी भाषी लोगों ने एक अलग राज्य की मांग की थी। 1966 में यह मांग पूरी हुई, और भाषा के आधार पर पंजाब का पुनर्गठन हुआ। इसके बाद पंजाब को मुख्य रूप से पंजाबी बोलने वालों का राज्य घोषित किया गया और हरियाणा को एक अलग हिंदी भाषी राज्य के रूप में पहचान मिली। साथ ही, हिमाचल प्रदेश का भी एक अलग राज्य के रूप में गठन किया गया। इस पुनर्गठन का उद्देश्य भाषाई और सांस्कृतिक पहचान को मजबूत करना था।
केंद्रीय राज्य मंत्री बिट्टू बोले- किसान नेता तालिबान, खाद लूटी:इनकी प्रॉपर्टी की जांच कराएंगे; पंधेर का चैलेंज- मोदी-शाह थक चुके, ये करवाकर दिखाएं
केंद्रीय राज्य मंत्री बिट्टू बोले- किसान नेता तालिबान, खाद लूटी:इनकी प्रॉपर्टी की जांच कराएंगे; पंधेर का चैलेंज- मोदी-शाह थक चुके, ये करवाकर दिखाएं केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत बिट्टू ने किसान नेताओं को तालिबान कह दिया। बिट्टू ने कहा कि ये खाद लूट रहे हैं, ये तालिबान बन गए। सरकार किसान नेताओं की प्रॉपर्टी की जांच कराएगी। इनके पास नेता बनने से पहले और बाद में कितनी प्रॉपर्टी हुई। इस पर किसान मजदूर मोर्चा के नेता सरवन पंधेर ने पलटवार करते हुए कहा कि मणिपुर में भाजपाइयों ने जो किया, असली तालिबान तो ये लोग खुद हैं। पंधेर ने चैलेंज भी किया कि वह किसान नेताओं की जांच करके दिखाएं। उन्होंने बिट्टू को बयान पर माफी मांगने के लिए कहा। केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत बिट्टू की 3 अहम बातें 1. भाजपा का विरोध किसान नहीं नेता कर रहे
केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत बिट्टू ने कहा- किसान कोई विरोध नहीं कर रहा। किसान भाजपा के साथ है। सिर्फ लीडर विरोध कर रहे हैं। किसान के पास कहां टाइम है। किसान मंडियों में है। उसके बाद गेहूं की बिजाई में व्यस्त हो जाएगा। यह लीडर हैं, जो भेजे जाते हैं। कोई बात नहीं, हमारा भी इलेक्शन में विरोध किया। 2. किसान लीडरों की जांच कराएंगे, ये आढ़ती, इनके शैलर चल रहे
किसान यूनियन के कई बड़े लीडर बने हैं, इनकी जांच कराएंगे। उनकी जमीनों की जांच होगी। उनकी किसान लीडर बनने से पहले और बाद में कितनी जमीन-जायदाद बनी है। कौन सा ऐसा किसान नेता है, जो आढ़तिया नहीं या फिर उनके शैलर नहीं हैं। 3. खाद की ट्रेन लूटी, ये तालिबानी
कहीं ट्रेन लूट ली। खाद भी तो किसी जमींदार को मिलनी है। ये कहते हैं यहां नहीं वहां जाएगी। ये तो तालिबान बन गए। कहीं तो यह काम रोकना पड़ेगा। आने वाले दिनों में किसान भाजपा को ठोक कर वोट डालेगा। किसान को पता है कि किसानों का सुधार केंद्र सरकार से ही हो सकता है। उनके पास पैसे के गफ्फे हैं। किसान नेता सरवन पंधेर ने पलटवार में कही 5 अहम बातें 1. मोदी-शाह जोर लगाकर थक गए, बिट्टू को जांच से किसने रोका?
किसान नेता सरवन पंधेर ने कहा कि केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत बिट्टू ने कहा कि किसान नेताओं की जांच होनी चाहिए। वह किसान नेताओं को तालिबान बता रहे हैं। मैं कहूंगा कि बिट्टू की पार्टी 11 साल से सत्ता में है। मोदी और अमित शाह तो जोर लगाकर थक गए। कोई किसान नेता गलत लगता है तो जांच करने से किसने रोका है?। मैं चैलेंज करता हूं कि इसकी जांच करा लो। इसके लिए उपचुनाव खत्म होने का इंतजार क्यों कर रहे हो। 2. पूरे देश में DAP की कमी, ये घिर गए
पंधेर ने कहा कि पूरे देश में DAP खाद का क्राइसिस है। पंजाब, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश और हरियाणा में खाद नहीं मिल रही। इस मामले पर ये बुरी तरह से घिरे हुए हैं। लोगों को पता चल गया कि इस बार 83, 238 हजार करोड़ की सब्सिडी इन्होंने घटा दी। गोदामों का 15 लाख MT का कोटा खत्म हो गया है। बाहर से खाद मंगाई नहीं है। 3. पंजाब से चावलों की लिफ्टिंग नहीं, किसानों से साजिश
इस साल केंद्र ने पंजाब के शैलरों से चावलों की लिफ्टिंग नहीं की। इस बार जो चावल बाहर गए हैं, शेलर एसोसिएशन का कहना है कि बाहर भेजने से पहले 4 बार सैंपलिंग होती है और फिर विदेश में जाकर फेल हो जाते हैं। यह पंजाब के किसानों के साथ साजिश है। 4. पराली के लिए सिर्फ किसान दोषी क्यों, इंडस्ट्री-गाड़ियों पर कार्रवाई क्यों नहीं?
केंद्र सरकार पराली पर सिर्फ किसानों को दोषी क्यों मानती है। किसानों पर जुर्माने डबल क्यों करवा दिए। पंजाब के अफसरशाही पर दबाव डाल रहे कि किसानों को घेरो। केंद्र सरकार 51% इंडस्ट्री पर कार्रवाई क्यों नहीं करती। 25% ट्रैफिक के संसाधनों पर कार्रवाई क्यों नहीं करते?। प्रदूषण के लिए और भी जिम्मेदार हैं। 5. कांग्रेस में रहते बिट्टू हमारा बचाव करते थे
बिट्टू साहब बुरी तरह से घिरे हुए हैं। बिट्टू वह हैं जो आज से 6 महीने पहले कांग्रेस में रहते वक्त हमारा बचाव करते थे। कैप्टन अमरिंदर भी हमारे साथ खड़े होते थे। आज BJP में जाकर अपनी बोली बदल ली। नागपुर की ट्रेनिंग जबरदस्त है। बिट्टू को अपने बयान पर माफी मांगनी चाहिए। अगर पंजाब के किसानों को खाद नहीं मिल रही। साधारण किसान विरोध कर रहे हैं। अगर किसी चुनाव वाले क्षेत्र में खाद जा रही है और किसानों ने विरोध किया कि खाद वहां नहीं जानी चाहिए तो उसे तालिबान बता रहे हो। मणिपुर में क्या किया, तालिबान तो भाजपा वाले हैं।