हरियाणा के सिरसा में क्रिकेट मैच में बॉलर ने अंपायर के फैसले पर ऐतराज जताया तो अंपायर ने बॉलर के सिर पर बैट मार दिया। बॉलर गंभीर रूप से घायल हो गया और उसे अस्पताल ले जाना पड़ा। सब्जी मंडी चौकी पुलिस ने घायल का बयान दर्ज करके आरोपी अम्पायर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। जानकारी के अनुसार खैरपुर कॉलोनी निवासी दिशांत बीए सेकेंड ईयर का छात्र है। 21 जुलाई को दिशांत रानियां रोड के पास खुले मैदान में क्रिकेट मैच खेलने गया था। यहां खैरपुर व वाल्मीकि मोहल्ले का मैच था। दिशांत का कहना है कि मैच में वाल्मीकि मोहल्ला निवासी आदित्य मंडल अंपायरिंग कर रहा था। दिशांत अपनी टीम की ओर से बॉलिंग कर रहने लगा। अम्पायर आदित्य मंडल ने उसकी एक बॉल को वाइड दे दिया। दिशांत ने अंपायर आदित्य के इस फैसले पर एतराज जताया तो आदित्य ने उसके गाल पर थप्पड़ मारा और गालियां देने लगा। इसके बाद आदित्य ने उसके सिर पर बैट मार दिया। जिससे दिशांत के मुंह में खून आने लगा और वह नीचे गिर गया। इसके बाद दिशांत को इलाज के लिए सरकारी अस्पताल ले जा गया। यहां डॉक्टरों ने उसकी हालत गंभीर होते देख उसे रेफर कर दिया। दिल्ली न्यूरो हॉस्पिटल में डॉक्टर ने उसका ऑपरेशन किया। 6 दिन बाद शुक्रवार को दिशांत को होश आया और पुलिस ने उसके बयान दर्ज किए। सब्जी मंडी चौकी प्रभारी एएसआई प्रदीप कुमार का कहना है कि आरोपी आदित्य के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार किया जाएगा। हरियाणा के सिरसा में क्रिकेट मैच में बॉलर ने अंपायर के फैसले पर ऐतराज जताया तो अंपायर ने बॉलर के सिर पर बैट मार दिया। बॉलर गंभीर रूप से घायल हो गया और उसे अस्पताल ले जाना पड़ा। सब्जी मंडी चौकी पुलिस ने घायल का बयान दर्ज करके आरोपी अम्पायर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। जानकारी के अनुसार खैरपुर कॉलोनी निवासी दिशांत बीए सेकेंड ईयर का छात्र है। 21 जुलाई को दिशांत रानियां रोड के पास खुले मैदान में क्रिकेट मैच खेलने गया था। यहां खैरपुर व वाल्मीकि मोहल्ले का मैच था। दिशांत का कहना है कि मैच में वाल्मीकि मोहल्ला निवासी आदित्य मंडल अंपायरिंग कर रहा था। दिशांत अपनी टीम की ओर से बॉलिंग कर रहने लगा। अम्पायर आदित्य मंडल ने उसकी एक बॉल को वाइड दे दिया। दिशांत ने अंपायर आदित्य के इस फैसले पर एतराज जताया तो आदित्य ने उसके गाल पर थप्पड़ मारा और गालियां देने लगा। इसके बाद आदित्य ने उसके सिर पर बैट मार दिया। जिससे दिशांत के मुंह में खून आने लगा और वह नीचे गिर गया। इसके बाद दिशांत को इलाज के लिए सरकारी अस्पताल ले जा गया। यहां डॉक्टरों ने उसकी हालत गंभीर होते देख उसे रेफर कर दिया। दिल्ली न्यूरो हॉस्पिटल में डॉक्टर ने उसका ऑपरेशन किया। 6 दिन बाद शुक्रवार को दिशांत को होश आया और पुलिस ने उसके बयान दर्ज किए। सब्जी मंडी चौकी प्रभारी एएसआई प्रदीप कुमार का कहना है कि आरोपी आदित्य के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार किया जाएगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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सैलजा गुट के नेता का हुड्डा पर हमला:कहा, हरियाणा की जिम्मेदारी ऐसे नेता को सौंपी, जिसकी अपने हलके में पकड़ नहीं थी
सैलजा गुट के नेता का हुड्डा पर हमला:कहा, हरियाणा की जिम्मेदारी ऐसे नेता को सौंपी, जिसकी अपने हलके में पकड़ नहीं थी हरियाणा में कांग्रेस गुटबाजी थमने का नाम नहीं ले रही। विधानसभा चुनाव में मिली करारी शिकस्त के बाद सैलजा गुट के नेता लगातार भूपेंद्र हुड्डा पर हमलावर हैं। ताजा बयान पूर्व प्रदेश प्रवक्ता व हरियाणा के पिछड़ा वर्ग उपाध्यक्ष एडवोकेट मुकेश सैनी का आया है। मुकेश सैनी ने आरोप लगाया कि इस विधानसभा चुनाव में पार्टी की बागडोर ऐसे प्रदेश अध्यक्ष के हाथों में थी, जो लगातार 2 बार से अपने खुद के हलके से चुनाव हार रहा हो और अब भी विधानसभा चुनाव में मिली हार दर्शाती है कि इस नेता की अपने हलके में कितनी पकड़ है। मुकेश सैनी ने कहा कि ऐसे नेता कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री रही किरण चौधरी के बारे में कहते कि क्या है किरण चौधरी? जबकि किरण चौधरी ने दूसरी पार्टी में जाकर भी अपनी पुत्री सहित अन्य कई सीटों पर चुनाव जीतवाने का काम किया। इसी बर्ताव के चलते ही किरण चौधरी जैसी कद्दावर नेता को पार्टी छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा। उन्होंने कहा कि कुमारी सैलजा के प्रति सरेआम जातिसूचक अपशब्दों का इस्तेमाल हुआ। इसके बावजूद भी पार्टी के आला नेताओं ने कोई कार्रवाई नहीं की। जिसका परिणाम आज पार्टी को विधानसभा चुनाव में शिकस्त के रूप में भुगतना पड़ रहा है। सैलजा गुट के नेता के हुड्डा पर 4 आरोप
1. कुमारी सैलजा सहित अन्य सभी वरिष्ठ नेताओं को दरकिनार करते हुए केवल एक नेता विशेष को टिकट वितरण में अहमियत देते हुए मजबूत प्रत्याशियों की लगातार अनदेखी की गई। ऐसा करके पीढ़ी दर पीढ़ी कांग्रेस पार्टी के प्रति समर्पित कार्यकर्ताओं का गला काटने जैसा कृत्य किया गया। 2. कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशियों को हराने के लिए ही चुनाव मैदान में उतरे निर्दलीय बागी कांग्रेसियों को समझा बुझाकर बैठाने का प्रयास तक नहीं किया गया। अंबाला कैंट से कांग्रेस प्रत्याशी परविंदर परी के सामने चुनाव मैदान में उतरी बागी कांग्रेसी चित्रा सरवारा, उचाना में कांग्रेस प्रत्याशी बृजेंद्र सिंह के सामने बागी कांग्रेसी वीरेंद्र घोघड़िया को मनाकर नहीं बैठाया गया। 3. नलवा से कांग्रेस प्रत्याशी अनिल मान के खिलाफ पर्चा भरने वाले प्रो. संपत सिंह को व हांसी से कांग्रेस प्रत्याशी राहुल मक्कड़ के सामने उतरे प्रेम सिंह मलिक व सुमन शर्मा और अंबाला सिटी से कांग्रेस प्रत्याशी निर्मल सिंह के सामने खड़े बागी कांग्रेसियों हिम्मत सिंह व जसवीर मल्लौर के नामांकन वापस करवा लिए गए, क्योंकि इन सीटों पर नेता विशेष के समर्थक प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे। 4. प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया ने नेता विशेष के प्रभाव में आकर सिर्फ अपने चहेतों को टिकटें बांटी और चुनाव के वक्त बीमार होकर घर बैठ गए। आलाकमान को इस प्रकार की अहम जिम्मेदारी किसी अन्य नेता को सौंप देनी चाहिए थी। कांग्रेस आलाकमान से की मांग
मुकेश सैनी ने कांग्रेस आलाकमान से मांग की है कि पार्टी को धरातल पर लेकर जाने वाले ऐसे नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाना चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि ऐसे स्वयंभू वरिष्ठ नेताओं के अड़ियल रवैये और केवल खुद को सर्वोपरि रखने की मानसिकता के चलते ही कांग्रेस को आज हरियाणा की सत्ता से हाथ धोना पड़ा है।
रेवाड़ी में कैप्टन अजय का राव इंद्रजीत सिंह पर तंज:कहा-राज्यमंत्री की नहीं लेनी चाहिए थी शपथ; ऐसा महकमा दिया कोई नाम तक नहीं जानता
रेवाड़ी में कैप्टन अजय का राव इंद्रजीत सिंह पर तंज:कहा-राज्यमंत्री की नहीं लेनी चाहिए थी शपथ; ऐसा महकमा दिया कोई नाम तक नहीं जानता हरियाणा के गुरुग्राम से सांसद राव इंद्रजीत सिंह को केंद्र सरकार में तीसरी बार राज्य मंत्री बनाए जाने के बाद दक्षिणी हरियाणा की सियासत पूरी तरह से गरमा गई है। खुद राव इंद्रजीत सिंह खुद को राज्य मंत्री बनाए जाने पर खुलकर नाराजगी जता रहे हैं। राव इंद्रजीत सिंह के बयानों के बाद अब कांग्रेस नेता कैप्टन अजय यादव ने भी उन पर तंज कसा है। कैप्टन अजय यादव ने राव इंद्रजीत सिंह को नसीहत देते हुए कहा-मंत्री पद का मोह छोड़कर उन्हें भाइयों के बीच आकर बैठना चाहिए। साथ ही राज्य मंत्री बनाए जाने पर कैप्टन अजय ने कहा-राव इंद्रजीत सिंह को शपथ ही नहीं लेनी चाहिए थी। उन्हें राज्यमंत्री के तौर भी अच्छा महकमा नहीं दिया गया। उन्हें जो महकमा दिया किसी को उसका नाम तक नहीं मालूम है। कैप्टन ने इंद्रजीत की नाराजगी को जायज़ बताया
यहां तक कि मुझे भी उनके महकमें का मालूम नहीं है। कैप्टन ने माना कि राव इंद्रजीत सिंह के साथ ज्यादती हुई है। कैप्टन ने राव इंद्रजीत सिंह की भाजपा से नाराजगी को भी जायज़ ठहराया। साथ ही कहा कि राव इंद्रजीत के कष्टों को दूर करने के लिए ही कल महेंद्रगढ़ में अमित शाह आ रहे है। बता दें कि पिछली बार की तरह केंद्र सरकार में इस बार भी योजना एवं सांख्यिकी कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्री स्वतंत्र प्रभार बनाया गया है। 6 बार के सांसद राव इंद्रजीत सिंह
राव इंद्रजीत सिंह शनिवार और रविवार को दक्षिणी हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले के दौरे पर पहुंचे थे। यहां उन्होंने खुद को राज्यमंत्री बनाए जाने पर नाराजगी जाहिर की थी। राव का कहना है कि शायद वो ही ऐसे पहले मंत्री होंगे तो पिछले 5 बार से सिर्फ राज्यमंत्री ही बनते आ रहे है, जबकि उनसे जूनियर नेताओं को कैबिनेट मंत्री तक बना दिया गया। दरअसल, राव इंद्रजीत सिंह 6 बार के सांसद है। वे दो बार तत्कालीन महेंद्रगढ़ लोकसभा और पिछले 4 बार से वे गुरुग्राम सीट से सांसद बन चुके हैं। कैबिनेट मंत्री बनने की थी उम्मीद
इस बार विशेषकर दक्षिणी हरियाणा के लोगों को राव इंद्रजीत सिंह के केंद्र सरकार में कैबिनेट मंत्री बनने की उम्मीद थी। हरियाणा से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राव इंद्रजीत सिंह को तीसरी बार रिपीट तो किया, लेकिन उन्हे राज्यमंत्री ही बनाया गया। जबकि पहली बार करनाल सीट से जीते पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल को कैबिनेट मंत्री के रूप में दो अहम मंत्रलायों की जिम्मेदारी दी गई है।
रोहतक जिला परिषद चेयरपर्सन की कुर्सी का फैसला 30 को:मंजू हुड्डा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर 23 को टल गई थी वोटिंग
रोहतक जिला परिषद चेयरपर्सन की कुर्सी का फैसला 30 को:मंजू हुड्डा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर 23 को टल गई थी वोटिंग रोहतक से भाजपा की जिला परिषद चेयरपर्सन मंजू हुड्डा की कुर्सी पर फैसला 30 अक्टूबर को होगा। इससे पहले 23 अक्टूबर को चेयरपर्सन के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को लेकर वोटिंग होनी थी। लेकिन लेकिन वह वोटिंग टल गई। जबकि मीटिंग में पहुंचे पार्षदों ने राजनीतिक हस्तक्षेप का आरोप लगाया था। इस दौरान जिला विकास भवन की गई गाड़ियों में भी हथियार मिले थे। इससे पहले जिला परिषद की चेयरपर्सन मंजू हुड्डा व उनके पति राजेश सरकारी का पार्षद बेटे के अपहरण केस में भी नाम आया है। रोहतक जिला परिषद की चेयरपर्सन के खिलाफ 10 पार्षदों ने डीसी अजय कुमार को अविश्वास प्रस्ताव के लिए ज्ञापन सौंपा था। जिसके बाद डीसी अजय कुमार ने 23 अक्टूबर को वोटिंग के लिए समय निर्धारित किया और पार्षदों को वोटिंग के लिए विकास भवन स्थित डीआरडीए हाल में बुलाया। लेकिन डीसी नहीं पहुंचने के कारण यह वोटिंग टल गई और अब डीसी ने पत्र जारी करके अविश्वास प्रस्ताव के के लिए 30 अक्टूबर को वोटिंग होगी। गाड़ियों में मिले थे हथियार
23 अक्टूबर को वोटिंग स्थगित होने के बाद पुलिस ने विकास भवन में खड़ी गाड़ियों की चेकिंग की तो उनमें से 5 हथियार मिले। जिसके बाद माहौल गर्माया। वहीं चेयरपर्सन मंजू हुड्डा के एक समर्थक अमित कुमार घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती हुए और पार्षदों पर मारपीट करने के आरोप लगाए। मंजू हुड्डा व उनके पति के खिलाफ किडनैप का केस दर्ज
इससे पहले मंजू हुड्डा और उनके पति राजेश सरकारी पर पार्षद नीलम के बेटे को किडनैप करने के भी आरोप लगे थे। जिसे दोनों ने ही नकार दिया था। बता दें कि चेयरपर्सन मंजू हुड्डा इसी साल हुए विधानसभा चुनाव में पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा के खिलाफ BJP उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा था। हालांकि वह हार गई थीं। करीब 2 साल पहले रोहतक जिला परिषद का चुनाव हुआ था, जिसमें पहली बार जीतकर आईं मंजू हुड्डा को चेयरपर्सन बनाया गया था। चेयरपर्सन बनने के बाद मंजू हुड्डा ने भाजपा का दामन थाम लिया।