हरियाणा के सिरसा में शहर के वार्ड नंबर 24 से एक महिला अपनी 22 दिन की छोटी बच्ची को घर पर छोड़कर संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गई। शहर थाना पुलिस ने महिला के पति की शिकायत पर एफआईआर दर्ज करके उक्त महिला की तलाश शुरू कर दी है। दूसरी तरफ गांव भडोलिया वाली से भी एक महिला लापता हो गई है। जानकारी के अनुसार सिरसा के वार्ड नंबर 24 निवासी महिला के पति ने बताया कि वह मजदूरी करता है। उसकी शादी 2 साल पहले पंजाब के संघ की रहने वाली युवती के साथ हुई थी। 27 जुलाई को उसकी पत्नी बिना किसी को बताए अपनी 22 दिन की बेटी को घर पर छोड़ क़र बाहर चली गई थी, लेकिन वापस नहीं लौटी। इसके बाद घरवालों ने उसकी तलाश शुरू कर दी,लेकिन उसका कहीं कुछ पता नहीं चला। इसके बाद इसकी जानकारी पुलिस को दी। पुलिस का कहना है कि पति की शिकायत पर गुमशुदगी की रपट दर्ज करके पल्लवी की तलाश शुरू कर दी गई है। जल्द ही उसका पता लगा लिया जाएगा। वहीं, गांव भडोलिया वाली से भी एक महिला लापता हो गई है। पुलिस को दी शिकायत में व्यक्ति ने बताया है कि उसकी पत्नी गत दिवस कहकर गई थी कि वह रिश्तेदारी में जा रही है और जल्द वापस लौट आएगी। इसके बाद वह वापस नहीं लौटी। घरवालों ने उसकी तलाश शुरू कर दी परंतु उसका कुछ पता नहीं चला। पति का कहना है कि उसने पत्नी के मोबाइल पर कॉल की तो वह स्वीच ऑफ मिला। इसके बाद उसने इसकी सूचना रानियां थाना पुलिस को दी। हरियाणा के सिरसा में शहर के वार्ड नंबर 24 से एक महिला अपनी 22 दिन की छोटी बच्ची को घर पर छोड़कर संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गई। शहर थाना पुलिस ने महिला के पति की शिकायत पर एफआईआर दर्ज करके उक्त महिला की तलाश शुरू कर दी है। दूसरी तरफ गांव भडोलिया वाली से भी एक महिला लापता हो गई है। जानकारी के अनुसार सिरसा के वार्ड नंबर 24 निवासी महिला के पति ने बताया कि वह मजदूरी करता है। उसकी शादी 2 साल पहले पंजाब के संघ की रहने वाली युवती के साथ हुई थी। 27 जुलाई को उसकी पत्नी बिना किसी को बताए अपनी 22 दिन की बेटी को घर पर छोड़ क़र बाहर चली गई थी, लेकिन वापस नहीं लौटी। इसके बाद घरवालों ने उसकी तलाश शुरू कर दी,लेकिन उसका कहीं कुछ पता नहीं चला। इसके बाद इसकी जानकारी पुलिस को दी। पुलिस का कहना है कि पति की शिकायत पर गुमशुदगी की रपट दर्ज करके पल्लवी की तलाश शुरू कर दी गई है। जल्द ही उसका पता लगा लिया जाएगा। वहीं, गांव भडोलिया वाली से भी एक महिला लापता हो गई है। पुलिस को दी शिकायत में व्यक्ति ने बताया है कि उसकी पत्नी गत दिवस कहकर गई थी कि वह रिश्तेदारी में जा रही है और जल्द वापस लौट आएगी। इसके बाद वह वापस नहीं लौटी। घरवालों ने उसकी तलाश शुरू कर दी परंतु उसका कुछ पता नहीं चला। पति का कहना है कि उसने पत्नी के मोबाइल पर कॉल की तो वह स्वीच ऑफ मिला। इसके बाद उसने इसकी सूचना रानियां थाना पुलिस को दी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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करनाल में बोले CM- पहलवानों के सहारे चुनाव में कांग्रेस:विनेश फोगाट को राज्यसभा भेजने के बयान पर पलटवार, कहा- ऐसी राजनीति नहीं होनी चाहिए
करनाल में बोले CM- पहलवानों के सहारे चुनाव में कांग्रेस:विनेश फोगाट को राज्यसभा भेजने के बयान पर पलटवार, कहा- ऐसी राजनीति नहीं होनी चाहिए रविवार देर रात करनाल के पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस पहुंचे सीएम नायब सैनी ने पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा पर जमकर निशाना साधा। इस दौरान उन्होंने कुछ दिन पहले पहलवान विनेश फोगाट को राज्यसभा उम्मीदवार बनाए जाने के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि इस तरह की राजनीति नहीं होनी चाहिए। ये लोग झूठ का सहारा इसलिए ले रहे हैं, क्योंकि इनकी राजनीतिक दुकान बंद हो गई है। अब ये संविधान खत्म होने जैसी अफवाह फैला रहे हैं और जनता को गुमराह कर रहे हैं। इनके पास अब जनता का समर्थन नहीं बचा है। इसलिए ये अब पहलवानों का सहारा ले रहे हैं। चंडीगढ़ जाते समय कार्यकर्ताओं से की मुलाकात आपको बता दें कि रविवार देर रात 9:30 बजे सीएम नायब सैनी पानीपत से चंडीगढ़ जाते समय करनाल के पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस पहुंचे। इस दौरान उन्होंने करीब 1 घंटे तक कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और उनकी समस्याएं सुनीं। साथ ही उन्होंने कार्यकर्ताओं से आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर भी चर्चा की। टिकट वितरण पर दिया ये जवाब टिकट वितरण पर पूछे गए सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हर बार निचले स्तर पर कार्यकर्ताओं की राय ली जाती है। उनकी राय से सही फीडबैक मिलता है और फिर सभी कार्यकर्ता एकजुट होकर चुनाव लड़ते हैं। जिसका नाम कार्यकर्ता सुझाते हैं, उसे टिकट देकर मैदान में उतारा जाता है। करनाल विधानसभा से किसकी राय आई है, इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे इस बारे में कुछ नहीं पता। कार्यकर्ताओं की राय का पालन किया जाएगा। विपक्ष द्वारा घोषणाई मुख्यमंत्री के कहने पर किया पलटवार मुख्यमंत्री को विपक्ष द्वारा घोषणाई मुख्यमंत्री कहे जाने पर उन्होंने कहा कि विपक्ष ने कभी इस तरह के काम नहीं किए, इसलिए उन्हें हमारी घोषणाएं अजीब लगती हैं। हम अपनी घोषणाओं को एक्ट बनाकर कैबिनेट से पास कर रहे हैं, ताकि वे कानूनी चुनौती से बच सकें।हमने 1.20 लाख युवाओं को सुरक्षित रोजगार देने का काम किया है, जबकि कांग्रेस के समय में भर्तियां पर्ची पर होती थीं और बाद में कोर्ट में चैलेंज हो जाती थी। सरकार से बढ़ी लोगों की अपेक्षाएं हरियाणा में कर्मचारियों के धरना-प्रदर्शन पर मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों की अपेक्षाएं बढ़ गई हैं, क्योंकि उन्हें भरोसा है कि बीजेपी में काम हो रहे हैं। फिरौती मांगने वाले गैंगों पर सख्त रुख अपनाते हुए सीएम ने कहा कि सरकार ऐसे तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है और प्रदेश का माहौल बिगड़ने नहीं दिया जाएगा।
हरियाणा में इकलौते बेटे की हत्या:पिता ने सोते वक्त चारपाई के पाये से सिर पर वार किए; पत्नी को बोला- मैंने उसे मार डाला
हरियाणा में इकलौते बेटे की हत्या:पिता ने सोते वक्त चारपाई के पाये से सिर पर वार किए; पत्नी को बोला- मैंने उसे मार डाला हरियाणा के फतेहाबाद के टोहाना क्षेत्र में एक पिता ने बेरहमी से अपने 16 वर्षीय बेटे की हत्या कर दी। पिता नशे का आदी है और शाम को बाप-बेटे में लड़ाई हुई थी। इसके बाद आधी रात को पिता ने चारपाई के पाये से अपने बेटे के सिर पर ताबड़तोड़ वार कर उसे मौत के घाट उतार डाला। सचिन दसवीं कक्षा का छात्र था और तीन बहनों का इकलौता भाई था। पुलिस ने किशोर की मां की शिकायत पर धारा 302 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सीन ऑफ क्राइम की टीम भी फोरेंसिक एक्सपर्ट डॉक्टर जोगिंदर सिंह के नेतृत्व में जांच में जुटी है। पुलिस को डेड बॉडी आने की सूचना मिली
पुलिस के अनुसार आज सुबह उन्हें नागरिक अस्पताल से सूचना मिली थी कि गांव कन्हडी से एक ब्रॉड डेड युवक लाया गया है। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची तो पाया कि युवक के सिर पर कई बार किए गए थे। इसके बाद युवक की मां से शिकायत मिली। मां बोली- दोनों को खाना खिलाकर सुलाया
कन्हड़ी गांव निवासी माया देवी ने बताया कि उसका पति दलबीर सिंह शराब पीने का आदी है। इसी बात को लेकर घर में अक्सर क्लेश रहता है। शनिवार शाम को दलबीर सिंह और उनके बेटे 16 वर्षीय सचिन के बीच कहासुनी हो गई थी। इसके बाद उसने बीच बचाव करते हुए खाना खिला कर दोनों को सुला दिया था। रात 3 बजे पति ने कहा- मैंने बेटे को मार डाला
रात करीब 3:00 बजे उसके पति ने उसे उठाकर बताया कि उसने सचिन को मार डाला है। वह उठी तो पता चला कि सचिन के सिर पर चारपाई के पाये से कई बार किए गए। इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया था। वे बेटे को तुरंत अस्पताल ले गए, लेकिन वहां डॉक्टर ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। फिलहाल बेटे की हत्या के बाद आरोपी पिता फरार बताया जा रहा है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
हरियाणा के गांव में 35 युवाओं को एकसाथ सरकारी नौकरी:पटवारी, क्लर्क, कॉन्स्टेबल कहकर पुकार रहे लोग; युवक बोला-हारकर प्राइवेट स्कूल में पढ़ाने लगा था
हरियाणा के गांव में 35 युवाओं को एकसाथ सरकारी नौकरी:पटवारी, क्लर्क, कॉन्स्टेबल कहकर पुकार रहे लोग; युवक बोला-हारकर प्राइवेट स्कूल में पढ़ाने लगा था हरियाणा के हिसार मुख्यालय से 56 किलोमीटर दूर पाबड़ा गांव। यह गांव इसलिए चर्चा में है, क्योंकि हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (HSSC) की तरफ से जारी ग्रुप C-D रिजल्ट में यहां के 35 बच्चों की सरकारी नौकरी लगी है। भाजपा सरकार प्रचार कर रही है कि सभी बच्चे बिना (पर्ची-खर्ची) सिफारिश के नौकरी लगे हैं। पाबड़ा गांव करीब 400 साल पुराना है। सरपंच दर्शन सिंह का कहना है कि यहां कि आबादी करीब 12 हजार है। वोट 8,200 के करीब हैं। इस गांव के एक हजार लोग सरकारी नौकरी पर हैं। जिन भी युवाओं का सिलेक्शन हुआ है, गांव में लोग उनके पद का नाम लेकर ही पुकार रहे हैं। कोई इन्हें पटवारी कहता है, कोई क्लर्क या कॉन्स्टेबल। दैनिक भास्कर की टीम ग्राउंड जीरो पर उतरी और जानने का प्रयास किया कि क्या सही में एक ही गांव के 35 बच्चों का सिलेक्शन हुआ है। बरवाला होते हुए भास्कर की टीम पाबड़ा गांव पहुंची। गांव के बस अड्डे के सामने पंच ग्रामी (पाबड़ा, फरीदपुर, खैरी, किनाला, कंडूल) चौपाल की तरफ रास्ता जाता है। यहां बैठे बुजुर्ग गांव में बिना पर्ची खर्ची की नौकरी की बात करते मिले। बुजुर्गों ने बताया कि गांव के इतने बच्चे एक साथ कभी नौकरी नहीं लगे। सरकार अच्छा काम कर रही है। ऐसे ही काम किया तो चौथी बार सरकार आएगी। दुकानदार अशोक कुमार बताते हैं, ’35 बच्चों के सरकारी नौकरी लगने के बाद पूरे गांव में खुशी का माहौल है। इन अधिकतर बच्चों के माता-पिता गरीब हैं। कोई रेहड़ी लगाता है तो कोई दिहाड़ी मजदूरी करता है।’ अब सरकारी नौकरी लगने वाले युवाओं की कहानी जानिए… पिता को पैरालिसिस, बेटा कॉन्स्टेबल लगा
गांव में ही बीचोंबीच राजेंद्र शर्मा का मकान है। राजेंद्र शर्मा के पास डेढ़ एकड़ जमीन है। इसी से परिवार का गुजारा चलता था। इनका बड़ा बेटा ललित कुमार कई सालों से सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहा था। ललित का कहीं सिलेक्शन नहीं हुआ। आखिर में ललित प्राइवेट स्कूल में पढ़ाने लग गया। इसके बाद घरवालों ने उसकी शादी कर दी। ललित का एक छोटा भाई भी है। पिता को इसी बीच पैरालिसिस हो गया। सारी जिम्मेदारी ललित पर आ गई। ललित ने प्राइवेट जॉब के साथ-साथ सरकारी नौकरी की तैयारी की। उसने ग्रुप-C का एग्जाम दिया और 28 साल की उम्र में हरियाणा पुलिस में कॉन्स्टेबल के लिए सिलेक्ट हो गया। ललित के पिता राजेंद्र शर्मा ने बताया कि 2 साल पहले मुझे पैरालिसिस हुआ। इसका इलाज महंगा था। ललित ने संभाला और खुद की पढ़ाई भी जारी रखी। नौकरी के लिए एक पैसा नहीं लगा और न ही किसी की सिफारिश करवानी पड़ी। वह अपनी मेहनत पर नौकरी लगा है। मां राजपति का कहना है कि हम बहुत खुश हैं कि बेटा नौकरी लग गया। अब हमें और क्या चाहिए। कोई 5 साल से तैयारी कर रहा था तो कोई 3 साल से प्रदीप कुमार का सिलेक्शन ग्राम सचिव के लिए हुआ है। उसका कहना है कि घर में भाई-बहन और माता-पिता हैं। पिता गांव में ही मजदूरी करते हैं। मैं पिछले 6 साल से सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहा था। इससे पहले भी पेपर क्लियर किया, लेकिन फिजिकल में रह गया। दोबारा भर्ती निकली तो एग्जाम दिया। अब उसका बिना पर्ची और बिना खर्ची के सिलेक्शन हुआ है। इसके लिए हम मुख्यमंत्री नायब सैनी का धन्यवाद करते हैं। अभिषेक बोले- हर बार फाइनल में रह जाता था
अभिषेक कहते हैं कि मेरा हरियाणा पुलिस में कॉन्स्टेबल के लिए सिलेक्शन हुआ है। मैं साल 2018 से सरकारी नौकरी के लिए तैयारी कर रहा था। मेरे पहले भी 2 से 3 टेस्ट क्लियर हो चुके हैं। हर बार मैं फाइनल में रह जाता था। घर में पिता रमेश और मां कविता हैं। पिता मजदूरी करते हैं। हम 3 भाई-बहन हैं। एक हरियाणा पुलिस में कमांडो और एक एयरफोर्स में है। मैं इनमें सबसे बड़ा था। बेरोजगार होने की वजह से मुझे बहुत शर्म आती थी, लेकिन अब मेरा चयन हो गया। कैबिनेट मंत्री गंगवा बोले- रेहड़ी वाले का बेटा लगा, उसने मुझे मिठाई खिलाई
बरवाला से भाजपा विधायक और कैबिनेट मंत्री रणबीर गंगवा ने कहा कि आज जब मैं चुनाव जीतने के बाद बरवाला आया तो एक आदमी मेरी तरफ मिठाई का डिब्बा लेकर आया और उसने मुझे कहा कि साहब मैं यहां रेहड़ी लगाता हूं। मुझे बहुत खुशी हुई कि गरीब का भला हुआ। मेरे बेटे की सरकारी नौकरी लगी है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पदभार ग्रहण करने से पहले अपने वादे को पूरा करते हुए 25 हजार युवाओं को नौकरी दी है। युवाओं का सपना साकार हुआ है, बिना खर्ची-पर्ची के योग्य पात्रों को नौकरी मिली है। जिसकी हर तरफ प्रशंसा हो रही है। पूर्व पार्षद प्रतिनिधि बोले- योग्यता के आधार पर चयन हुआ पूर्व जिला पार्षद प्रतिनिधि कीर्तिरत्न शर्मा ने बताया कि भाजपा में बिना पर्ची खर्ची की शुरुआत मनोहर लाल खट्टर ने की और नायब सैनी ने उसको आगे बढ़ाया। मेरा लोगों के घर और लोगों का मेरे यहां आना जाना लगा रहता है। गांव में बड़ी खुशी की लहर है। मेरे पास 70 से 80 लोगों के फोन आए। यह सब योग्यता के आधार पर नौकरी लगे हैं। सरकार ने बड़ी ईमानदारी से युवाओं का चयन किया है। इसके लिए मैं सरकार का धन्यवाद करता हूं। राजली में मजदूर के 3 बच्चे नौकरी लगे हिसार जिले के ही राजली गांव की बात करें तो यहां 16 बच्चों की सरकारी नौकरी लगी है। रमेश के 3 बच्चों की सरकारी नौकरी लगी है। बेटे संजय और बेटी किरण का कॉन्स्टेबल और दूसरी बेटी पूनम का क्लर्क के लिए चयन हुआ है। रमेश के 5 बच्चे हैं। वह मजदूरी करके घर चला रहा था। रमेश कुमार ने कहा कि बच्चों को कामयाब करने के लिए दिन रात मेहनत की। कभी ऐसा भी समय आया कि घर में 2 वक्त की रोटी का जुगाड़ भी नहीं था। बच्चों को जैसे-तैसे गांव में पढ़ाया। मेरी पत्नी ने साथ दिया और भगवान की दया से बच्चे भी लायक निकले। मैं नायब सैनी सरकार का धन्यवाद करता हूं मेरे पास शब्द नहीं हैं। नौकरी से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें :- हरियाणा का गांव,जिसके 55 युवा एक साथ सरकारी नौकरी लगे:सैनी की शपथ के बाद आया रिजल्ट; सरपंच प्रतिनिधि बोले- 350 बच्चे गवर्नमेंट जॉब लग चुके हरियाणा में कैथल जिले के डीग गांव के एक साथ 55 युवाओं की सरकारी नौकरी लगी है। एक दिन पहले नायब सिंह सैनी के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (HSSC) ने ग्रुप C-D का रिजल्ट जारी किया था। एक साथ 55 युवाओं का सिलेक्शन होने पर HSSC के चेयरमैन हिम्मत सिंह ने शुक्रवार को डीग गांव के सरपंच प्रतिनिधि रोहताश नैन से फोन पर बात की। पूरी खबर पढ़ें…