जालंधर| चीमा नगर में चार एलईडी लाइटें बंद पड़ी हैं। ऐसे में रात के अंधेरे में लोगों को परेशानी होती है। इसके लिए लोगों ने निगम के कंट्रोल रूम में शिकायत भी दर्ज की है। इसके बावजूद भी लाइटों की मेंटेनेंस का काम नहीं हो सका है। इसकी वजह है कि निगम ने एलईडी लाइट कंपनी का लगभग 12 करोड़ रुपए का भुगतान पेडिंग किया, जिस वजह से कंपनी के मुलाजिमों को तीन महीने से वेतन नहीं मिला और उसने काम बंद कर दिया। इस वजह से सिटी में लाइटों की मेंटेनेंस का काम बंद है, और पेंडेंसी बढ़ रही है। जालंधर| चीमा नगर में चार एलईडी लाइटें बंद पड़ी हैं। ऐसे में रात के अंधेरे में लोगों को परेशानी होती है। इसके लिए लोगों ने निगम के कंट्रोल रूम में शिकायत भी दर्ज की है। इसके बावजूद भी लाइटों की मेंटेनेंस का काम नहीं हो सका है। इसकी वजह है कि निगम ने एलईडी लाइट कंपनी का लगभग 12 करोड़ रुपए का भुगतान पेडिंग किया, जिस वजह से कंपनी के मुलाजिमों को तीन महीने से वेतन नहीं मिला और उसने काम बंद कर दिया। इस वजह से सिटी में लाइटों की मेंटेनेंस का काम बंद है, और पेंडेंसी बढ़ रही है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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अबोहर में युवक ने किया सुसाइड:जहरीली वस्तु निगली, पत्नी की हरकतों से परेशान; बच्चों को लेकर चली गई मायके
अबोहर में युवक ने किया सुसाइड:जहरीली वस्तु निगली, पत्नी की हरकतों से परेशान; बच्चों को लेकर चली गई मायके पंजाब में अबोहर के आर्य नगर निवासी तीन बच्चों के पिता द्वारा पत्नी की हरकतों से परेशान होकर जहरीला पदार्थ निगलकर आत्महत्या करने के मामला सामने आया है। पुलिस ने मृतक की मां के बयानों के आधार पर मृतक की पत्नी के खिलाफ धारा 306 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस को दिए बयान में वीना पत्नी राजकुमार निवासी आर्य नगरी गली नंबर 7 ने बताया कि उसके बेटे विक्की की शादी कुछ साल पहले गिदडहाबा निवासी शालू से हुई थी, जो अक्सर उसके बेटे से लड़ाई- झगड़ा करती थी। गत दिवस भी उसका पति के साथ किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था, जिसके बाद वह बच्चों को लेकर मायके चली गई। इसके बाद उसके बेटे विक्की ने घर में रखी किसी जहरीली वस्तु का सेवन कर लिया जिससे उसकी मौत हो गई। परिवार का इकलौता सहारा वीना ने बताया कि विक्की के पिता की भी कुछ वर्ष पहले मौत हो चुकी है और विक्की उसका इकलौता सहारा था जो मजदूरी कर पूरे घर का खर्च चलाता था। वह खुद भी थोड़ा बहुत मजदूरी करती है, जबकि शादी के बाद से विक्की और उसकी पत्नी शालू मे अक्सर झगडा रहता था और वह कई बार अपने पति को धमकियां भी देती थी। इसी से आहत होकर उसके बेटे विक्की ने आत्महत्या कर ली। उसने बताया कि शालू अक्सर अपने बच्चों को छोडकर मायके चली जाती थी। उसने ही विक्की के बच्चों को पाला है। इसलिए अब बेटे के जाने के बाद वह ही उसका सहारा हैं इसलिए पुलिस तीनों बच्चों को वापस उसे दिलवाई।
चंडीगढ़ में एक बार फिर बढ़ने लगा तापमान:आज 41 डिग्री सेल्सियस की संभावना, वेस्टर्न डिस्टरबेंस का असर हुआ कम
चंडीगढ़ में एक बार फिर बढ़ने लगा तापमान:आज 41 डिग्री सेल्सियस की संभावना, वेस्टर्न डिस्टरबेंस का असर हुआ कम चंडीगढ़ में एक बार फिर से तापमान बढ़ना शुरू हो गया है। मौसम विभाग ने आज 41 डिग्री सेल्सियस तक तापमान पहुंचने की संभावना जताई है। वहीं न्यूनतम तापमान भी 29 डिग्री सेल्सियस तक रहेगा। मौसम विभाग के अनुसार अब धीरे-धीरे यह तापमान और बढ़ेगा। पिछले दिनों वेस्टर्न डिस्टरबेंस के कारण हल्की बारिश और तेज हवाओं के कारण तापमान में गिरावट आई थी। तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंच गया था, लेकिन अब वेस्टर्न डिस्टरबेंस का असर खत्म होने के बाद फिर से वही गर्मी देखी जाएगी। हीटवेव का अलर्ट जारी मौसम विभाग ने बढ़ते तापमान को देखते हुए हीटवेव का 11 जून तक के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने पिछले 24 घंटे में अधिकतम तापमान 40.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया था, जो कि 24 घंटे में 0.9 डिग्री सेल्सियस बढ़ गया है और सामान्य से 1.4 डिग्री सेल्सियस अधिक चल रहा है। इसी प्रकार न्यूनतम तापमान 26.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया, जो कि पिछले 24 घंटे में 4.7 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ गया है। यह भी सामान्य से 0.5 डिग्री सेल्सियस अधिक चल रहा है। ऐसे बढ़ते तापमान में मौसम विभाग ने जरूरी न हो तो दिन के समय घर से बाहर न निकलने की सलाह दी है। 1 जून से 3.2 MM हुई बारिश पिछले 1 सप्ताह में वेस्टर्न डिस्टरबेंस के कारण चंडीगढ़ में 3.2 MM बारिश हुई है। यह बारिश जून महीने के पहले सप्ताह में होने वाली सामान्य बारिश से 84.1% कम है। इसलिए तापमान में लगातार बढ़ोतरी देखी जाएगी। मौसम विभाग के अनुसार कल अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाएगा ।10 जून को यह तापमान बढ़कर 43 डिग्री सेल्सियस और 11 जून को 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना है।
लहंदे पंजाब के उजड़े परिवारों के हरियाणा में तोड़े घर:SGPC प्रतिनिधिमंडल ने किया दौरान; सरकार से सहायता की रखी मांग
लहंदे पंजाब के उजड़े परिवारों के हरियाणा में तोड़े घर:SGPC प्रतिनिधिमंडल ने किया दौरान; सरकार से सहायता की रखी मांग शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने लहंदे पंजाब (पश्चिमी पंजाब) से बंटवारे के समय हरियाणा के करनाल जिले में अमुपुर गांव में में बसे चार सिख परिवारों के मकानों को तोड़ने की कार्रवाई का विरोध किया है। हरियाणा सरकार की तरफ से की गई कार्रवाई का संज्ञान लेते हुए आज मंगलवार को SGPC का एक प्रतिनिधिमंडल गांव अमुपुर पहुंचा। प्रभावित परिवारों से मुलाकात की और 1-1 लाख रुपए का चैक सौंपा। SGPC अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने एक कमेटी का गठन किया, जिसमें शिरोमणि कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष हरभजन सिंह मसाना, जूनियर उपाध्यक्ष गुरबख्श सिंह खालसा, सदस्य भाई गुरचरण सिंह ग्रेवाल और धर्म प्रचार समिति के सदस्य तेजिंदरपाल सिंह लाडवां शामिल हैं। SGPC के इस प्रतिनिधिमंडल ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और जमीनी स्तर पर पूरी स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि SGPC की तरफ से हरियाणा सरकार की धक्केशाही और दमन का पुरजोर विरोध किया जाएगा। सहायता देने की घोषणा SGPC ने चारों पीड़ित सिख परिवारों को एक-एक लाख रुपए की प्रारंभिक सहायता देने की घोषणा की और राज्य में हरियाणा की भाजपा सरकार के अमानवीय कृत्य की कड़ी निंदा की। हरियाणा सरकार से इन परिवारों के साथ न्याय करने को कहा। भाजपा की सिख विरोधी नीतियां इससे उजागर हुई SGPC ने मानवाधिकार से जुड़े संगठनों और कार्यकर्ताओं से हरियाणा में भाजपा सरकार द्वारा सिखों के खिलाफ इस धक्के के खिलाफ आवाज उठाने की अपील की। मसाना ने सभी सिख संगठनों और संगठनों से भी अपील की कि वे इन परिवारों की यथासंभव मदद करें, ताकि इस दुख की घड़ी में उन्हें सहारा मिल सके। शिरोमणि कमेटी के सदस्य भाई गुरचरण सिंह ग्रेवाल ने हरियाणा की भाजपा सरकार की सिख विरोधी कार्रवाई की कड़ी निंदा की और कहा कि सरकार की इस कार्रवाई से सिखों में गहरा गुस्सा है। इस कार्रवाई से भाजपा की सिख विरोधी नीति एक बार फिर उजागर हो गई है। हरियाणा सरकार सिखों से कर रही धक्का SGPC सदस्यों ने कहा कि इसकी जिम्मेदारी हरियाणा सरकार की है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देखना चाहिए कि उनकी पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार हरियाणा में सिखों के साथ किस तरह से धक्का कर रही है। खुद को भाजपा नेता बताने वाले सिखों को बताना चाहिए कि बीजेपी सरकार के राज्य में सिखों के घर क्यों तोड़े जा रहे हैं। SGPC ने कुरूक्षेत्र में कार्यरत हरियाणा सरकार द्वारा नामित हरियाणा सिख गुरुद्वारा कमेटी के प्रतिनिधियों की भी कड़ी निंदा की और कहा कि कई दिन बीत जाने के बाद भी उन्होंने अमुपुर में पीड़ित सिख परिवारों से मुलाकात नहीं की नहीं पहुंचे। विभाजन के समय उजड़ कर यहां बसे थे परिवार पीड़ित बूटा सिंह ने जानकारी साझा की कि वे चार भाई हैं। उनका परिवार देश के विभाजन के बाद लहंदे पंजाब से आकर अमूपुर गांव के इस स्थान पर बस गया था। लेकिन 26 जून 2024 को अचानक सरकारी अधिकारियों ने पुलिस बल के साथ चारों परिवारों के घर को तोड़ दिया।