लुधियाना में रविवार को करवा चौथ पर्व की धूम रही। शहर में कई जगहों पर विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया, जिनमें विवाहित महिलाओं ने भाग लिया। शाम को महिलाओं ने सोलह श्रृंगार कर पूजा की, करवाचौथ की कथा सुनी और अपने पति की लंबी आयु की कामना की। रात को विवाहिताओं ने चांद का दीदार और छलनी में अपने सुहाग का चेहरा देखकर अपना अपना व्रत खोला। शापिंग सेंटरों पर रही भीड़ करवाचौथ पर रविवार का दिन होने के चलते शहर के माल व शापिंग सेंटर पर भीड देखी गई। जहां महिलाओं ने परिवार समेत इंज्वाय भी किया। रेस्टोरेंटों ने दिए करवाचौथ स्पेशल ऑफर करवाचौथ पर रविवार छुट्टी वाला दिन होने के कारण शहर के नामी होटल व रेस्टोरेंट में करवा चौथ को लेकर पूरी तैयारी कर ली गई है। कई रेस्टोरेंट की तरफ से करवा चौथ स्पेशल ऑफर दिए गए हैं। लुधियाना में रविवार को करवा चौथ पर्व की धूम रही। शहर में कई जगहों पर विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया, जिनमें विवाहित महिलाओं ने भाग लिया। शाम को महिलाओं ने सोलह श्रृंगार कर पूजा की, करवाचौथ की कथा सुनी और अपने पति की लंबी आयु की कामना की। रात को विवाहिताओं ने चांद का दीदार और छलनी में अपने सुहाग का चेहरा देखकर अपना अपना व्रत खोला। शापिंग सेंटरों पर रही भीड़ करवाचौथ पर रविवार का दिन होने के चलते शहर के माल व शापिंग सेंटर पर भीड देखी गई। जहां महिलाओं ने परिवार समेत इंज्वाय भी किया। रेस्टोरेंटों ने दिए करवाचौथ स्पेशल ऑफर करवाचौथ पर रविवार छुट्टी वाला दिन होने के कारण शहर के नामी होटल व रेस्टोरेंट में करवा चौथ को लेकर पूरी तैयारी कर ली गई है। कई रेस्टोरेंट की तरफ से करवा चौथ स्पेशल ऑफर दिए गए हैं। पंजाब | दैनिक भास्कर
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बारिश से मौसम हुआ ठंडा, बिजली की मांग 11,204 मेगावाट रिकॉर्ड
बारिश से मौसम हुआ ठंडा, बिजली की मांग 11,204 मेगावाट रिकॉर्ड लुधियाना | पिछले दिनों हल्की बारिश से तापमान गिर गया है। प्रदेश में बिजली की अधिकतम मांग 11,204 मेगावाट रिकॉर्ड हुई। पिछले साल इस अवधि में यह आंकड़ा 12,518 मेगावाट था। मांग कम होने से पावरकॉम को राहत मिली है। 3 दिन पहले बिजली की मांग 14 हजार मेगावाट पार चल रही थी। पावरकॉम के अनुसार मंगलवार शाम तक सरकारी और प्राइवेट पावर थर्मल प्लांटों से 5164 मेगावाट बिजली का उत्पादन हुआ है। 6 अक्टूबर तक दिन-रात काफी गर्म थे, जिसके चलते लोड बढ़ गया था। आने वाले दिनों में बिजली की मांग में फिर उछाल आने की संभावना है। कारण दीपावली से पहले घरों-बाजारों में बिजली उपकरणों का ज्यादा इस्तेमाल होगा। मौसम विभाग की मानें तो 1 जून से 30 सितंबर तक 30% मानसून कम बरसा है।
पंजाब के 17 जिलों में शीतलहर जारी:14 दिसंबर तक येलो अलर्ट, बारिश की उम्मीद नहीं, चंडीगढ़ में तापमान बढ़ा
पंजाब के 17 जिलों में शीतलहर जारी:14 दिसंबर तक येलो अलर्ट, बारिश की उम्मीद नहीं, चंडीगढ़ में तापमान बढ़ा पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी के साथ ही पंजाब और चंडीगढ़ में भी शीतलहर चल रही है। मौसम विभाग की तरफ से 14 दिसंबर तक शीतलहर का येलो अलर्ट जारी किया गया है। जबकि पिछले 24 घंटे में पंजाब के औसत अधिकतम तापमान 0.4 डिग्री और चंडीगढ़ के तापमान में 0.3 डिग्री की बढ़ोतरी हुई है। हालांकि राज्य में तापमान सामान्य से 3 डिग्री कम है। पंजाब में सबसे अधिक तापमान आनंदपुर साहिब 22.2 डिग्री दर्ज किया गया है। बाकि सभी जिलों का तापमान इससे कम रहा है। सबसे कम तापमान गुरदासपुर और पठानकोट में दर्ज किया गया। सुबह और शाम के समय लोगों को काफी मुश्किल उठानी पड़ रही है। इन जिलों के लिए जारी हुआ है अलर्ट आज हिमाचल से सटे पठानकोट, गुरदासपुर, अमृतसर, तरनतारन, होशियारपुर, नवांशहर, कपूरथला, जालंधर, फिरोजपुर, फाजिल्का, फरीदकोट, मुक्तसर, बठिंडा, मानसा, संगरूर, रूपनगर और मोहाली में शीतलहर का येलो अलर्ट है। अभी तक बारिश संबंधी कोई अलर्ट नहीं है। ऐसे में मौसम शुष्क रहेगा। सर्दियों के मौसम में इन चीजों का रखे ध्यान मौसम विभाग के मुताबिक फ्लू, बहती/भरी हुई नाक या नकसीर जैसी विभिन्न बीमारियों की संभावना बढ़ जाती है। जो आमतौर पर ठंड के संपर्क में लंबे समय तक रहने के कारण उत्पन्न होती हैं या बढ़ जाती हैं। कंपकंपी को नजर अंदाज न करें। यह पहला संकेत है कि शरीर गर्मी खो रहा है। ऐसे में घर के अंदर आएं। ठंड के लंबे समय तक संपर्क में रहने के कारण शीतदंश हो सकता है। त्वचा पीली, सख्त और सुन्न हो जाती है, अंततः शरीर के खुले हिस्सों जैसे उंगलियों, पैर की उंगलियों, नाक और कान के लोब पर काले छाले दिखाई देते हैं। गंभीर शीतदंश के लिए तत्काल चिकित्सा ध्यान और उपचार की आवश्यकता होती है। ऐसे में पर्याप्त मात्रा में सर्दियों के कपड़े पहने, कपड़ों की कई परतें भी उपयोगी होती हैं। जितना संभव हो सके घर के अंदर रहें। ठंडी हवा के संपर्क में आने से बचने के लिए यात्रा कम से कम करें। सूखे रहें। यदि गीले हों, तो शरीर की गर्मी को खोने से बचाने के लिए तुरंत कपड़े बदलें।
पंजाब में दो दिन बारिश के आसार नहीं:इस मानसून राज्य में 34% कम बारिश हुई; बांधों का जलस्तर गिरा, चिंता बढ़ी
पंजाब में दो दिन बारिश के आसार नहीं:इस मानसून राज्य में 34% कम बारिश हुई; बांधों का जलस्तर गिरा, चिंता बढ़ी पंजाब में रविवार व सोमवार बारिश के आसार ना के बराबर हैं। कहीं-कहीं पाकेट रेन होने की संभावनाएं हैं। जिससे उमस बढ़ेगी और तापमान में भी बढ़ौतरी देखने को मिलेगी। शनिवार कुछ जिलों में हुई बारिश ने राज्य के औसतन तापमान में 1.5 डिग्री की कमी ला दी है। पंजाब में सर्वाधिक तापमान बठिंडा में दर्ज किया गया, जो 36 डिग्री रहा है। पंजाब व पड़ोसी राज्य हिमाचल में कम हुई बारिश ने चिंताओं को बढ़ा दिया है। मौसम विभाग के अनुसार 1 जून से अभी तक हिमाचल प्रदेश में 21 फीसदी और पंजाब में 34 फीसदी कम बारिश हुई है। तापमान बढ़ने से इस साल बिजली की मांग में भी इजाफा हुआ। वहीं, पंजाब के लिए जरूरी तीनों बांधों भाखड़ा, पौंग और रणजीत सागर डैम में पानी का स्तर काफी कम हो गया है। जिसने चिंताओं को बढ़ा दिया है। डैम मैनेजमेंट बोर्ड से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार भाखड़ा में वॉटर रिजर्व 1680 फीट, पोंग डैम में 1,390 फीट और रणजीत सागर बांध में ये 1,731.5 फीट है। जबकि तीनों बांधों का टार्गेट इससे काफी अधिक है। भाखड़ा और रणजीत सागर डैम से ऐसी स्थिति पैदा हो गई है कि अगले साल ना पर्याप्त बिजली उत्पन्न हो पाएगी और ना ही सिंचाई के लिए जरूरी पानी मिल पाएगा। अगस्त में भी सुस्त रहा मानसून पंजाब में अगस्त महीने में भी मानसून पूरी तरह एक्टिव नहीं हो पाया। कुछ जिलों को छोड़ पंजाब 11 जिले ऐसे हैं, जहां 21 से 61 फीसदी तक बारिश कम हुई है। पंजाब में अगस्त महीने में भी औसतन 9 फीसदी कम बादल बरसे हैं। अगस्त में सामान्यता 94.6 मिमी बारिश 1 से 17 अगस्त तक हो जाती है, लेकिन अभी तक राज्य में मात्र 85.7 मिमी ही बारिश हुई है। वहीं, अगले दो दिन बारिश के आसार नहीं है। 20 अगस्त को कुछ जगहों पर ही बारिश का अनुमान है। अगर अगस्त भी जून-जुलाई की भरपाई ना कर पाया तो अगला साल पंजाब को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।