अंजुम और सिफ्त कौर पर देश की निगाहें:ओलंपिक में आज साधेंगी निशाना, 50 मीटर विमेंस 3 पोजिशन राइफल में देगी चुनौती

अंजुम और सिफ्त कौर पर देश की निगाहें:ओलंपिक में आज साधेंगी निशाना, 50 मीटर विमेंस 3 पोजिशन राइफल में देगी चुनौती

पेरिस ओलंपिक में आज वीरवार को अंजुम मौदगिल और सिफ्त कौर पर सबकी निगाहें है। दोनों आज ही अपने ओलंपिक सफर का आगाज करेगी। दोनों ही विमेंस 50 मीटर राइफल में थ्री पोजिशन मेंस क्वालिफिकेशन में हिस्सा लेगी। दोपहर साढ़े तीन बजे से उनके मुकाबले शुरू होंगे। दोनों को मैडल का प्रबल दावेदार माना जा रहा है। दोनों का चंडीगढ़ से गहरा रिश्ता है। अंजुम चंडीगढ़ की रहने वाली है तो सिफ्त ने चंडीगढ़ से भी शूटिंग के गुर सीखे हैं। अंजुम पंजाब पुलिस में है सब इंस्पेक्टर अंजुम मौदगिल चंडीगढ़ के सेक्टर-37 की रहने वाली हैं। डीएवी कॉलेज की स्टूडेंट्स रही है। पंजाब पुलिस में सब इंस्पेक्टर के पद पर है। वहीं, सिफ्त कौर पहली बार ओलंपिक में गई है। चंडीगढ़ में उन्होंने कोचिंग ली है। 50 मीटर 3 पोजिशंस में देश की नंबर एक और अंजुम मौदगिल नंबर दो शूटर है। 50 मीटर में घुटने टेककर, लेटकर और खड़े होकर प्रदर्शन निशाना लगाता है। अंजुम दो साल में बनी इंडिया टीम का हिस्सा अंजुम मौदगिल को 2007 में पहली बार उनकी मां ने शुभ मौदगिल ने पिस्टल पकड़ाई थी। वह खुद शिक्षक थी, साथ ही स्कूल में एसोसिएट एनसीसी आफिस की जिम्मेदारी भी थी। इसके बाद उन्होंने चंडीढ़ के सेक्रेड हार्ट स्कूल में दाखिल लिया। साथ ही एनएनसी रखकर शूटिंग पर फोकस किया। मात्र दो साल के बाद वह भारत की जूनियर शूटिंग टीम में अपनी जगह बनाने में कामयाब रही है। वह टोक्यो ओलंपिक में हिस्सा ले चुकी है। वहीं, कई अवार्ड उन्होंने अपने नाम किए है। डॉक्टरी की पढ़ाई तक छोड़ी सिफ्त कौर ने शूटिंग के लिए समय दे पाए। इसके लिए उसने अपनी डॉक्टरी की पढ़ाई तक छोड़ दी थी। वह एमबीबीएस कर रही थी। वहीं, चंडीगढ़ के सेक्टर-25 स्थित शूटिंग रेंज से शूटिंग के गुर सीखे है। 50 मीटर मीटर 3 पोजिशंस में सिफ्त कौर की वर्ल्ड रैकिंग 37 है। पेरिस ओलंपिक में आज वीरवार को अंजुम मौदगिल और सिफ्त कौर पर सबकी निगाहें है। दोनों आज ही अपने ओलंपिक सफर का आगाज करेगी। दोनों ही विमेंस 50 मीटर राइफल में थ्री पोजिशन मेंस क्वालिफिकेशन में हिस्सा लेगी। दोपहर साढ़े तीन बजे से उनके मुकाबले शुरू होंगे। दोनों को मैडल का प्रबल दावेदार माना जा रहा है। दोनों का चंडीगढ़ से गहरा रिश्ता है। अंजुम चंडीगढ़ की रहने वाली है तो सिफ्त ने चंडीगढ़ से भी शूटिंग के गुर सीखे हैं। अंजुम पंजाब पुलिस में है सब इंस्पेक्टर अंजुम मौदगिल चंडीगढ़ के सेक्टर-37 की रहने वाली हैं। डीएवी कॉलेज की स्टूडेंट्स रही है। पंजाब पुलिस में सब इंस्पेक्टर के पद पर है। वहीं, सिफ्त कौर पहली बार ओलंपिक में गई है। चंडीगढ़ में उन्होंने कोचिंग ली है। 50 मीटर 3 पोजिशंस में देश की नंबर एक और अंजुम मौदगिल नंबर दो शूटर है। 50 मीटर में घुटने टेककर, लेटकर और खड़े होकर प्रदर्शन निशाना लगाता है। अंजुम दो साल में बनी इंडिया टीम का हिस्सा अंजुम मौदगिल को 2007 में पहली बार उनकी मां ने शुभ मौदगिल ने पिस्टल पकड़ाई थी। वह खुद शिक्षक थी, साथ ही स्कूल में एसोसिएट एनसीसी आफिस की जिम्मेदारी भी थी। इसके बाद उन्होंने चंडीढ़ के सेक्रेड हार्ट स्कूल में दाखिल लिया। साथ ही एनएनसी रखकर शूटिंग पर फोकस किया। मात्र दो साल के बाद वह भारत की जूनियर शूटिंग टीम में अपनी जगह बनाने में कामयाब रही है। वह टोक्यो ओलंपिक में हिस्सा ले चुकी है। वहीं, कई अवार्ड उन्होंने अपने नाम किए है। डॉक्टरी की पढ़ाई तक छोड़ी सिफ्त कौर ने शूटिंग के लिए समय दे पाए। इसके लिए उसने अपनी डॉक्टरी की पढ़ाई तक छोड़ दी थी। वह एमबीबीएस कर रही थी। वहीं, चंडीगढ़ के सेक्टर-25 स्थित शूटिंग रेंज से शूटिंग के गुर सीखे है। 50 मीटर मीटर 3 पोजिशंस में सिफ्त कौर की वर्ल्ड रैकिंग 37 है।   पंजाब | दैनिक भास्कर