जहां हरिशंकर तिवारी की मूर्ति लगनी थी, वो फाउंडेशन तोड़ा:अखिलेश बोले- बुलडोजर अब मान-सम्मान पर चलने लगा; 5 अगस्त को लगनी थी मूर्ति

जहां हरिशंकर तिवारी की मूर्ति लगनी थी, वो फाउंडेशन तोड़ा:अखिलेश बोले- बुलडोजर अब मान-सम्मान पर चलने लगा; 5 अगस्त को लगनी थी मूर्ति

गोरखपुर में नया पॉलिटिकल विवाद खड़ा हो गया है। यहां बड़हलगंज इलाके में पूर्व कैबिनेट मंत्री पंडित हरिशंकर तिवारी की मूर्ति लगनी थी। उसका फाउंडेशन बनकर तैयार हो गया था। 5 अगस्त को मूर्ति लगाई जानी थी। इससे पहले प्रशासन ने बुलडोजर एक्शन कर दिया। फाउंडेशन को तोड़ दिया गया। मौके पर अफसरों और गांव के लोगों के बीच तीखी नोकझोंक हुई। दरअसल, हरिशंकर तिवारी की 88वीं जयंती है। SDM गोला राजू कुमार ने बताया- मूर्ति लगाने के लिए अनुमति नहीं ली गई थी। ग्राम प्रधान दयाशंकर तिवारी ने बताया- ग्राम पंचायत ने सबकी सहमति से प्रस्ताव पारित किया था। मूर्ति लगाने का फैसला लिया था। प्रशासन ने मनमाने रवैया के तहत कार्रवाई की। वहीं, इस पूरे घटनाक्रम के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने X पर लिखा – अब भाजपा का बुलडोजर दिवंगतों के मान सम्मान पर चलने लगा है। पढ़िए क्या-कुछ ट्वीट में लिखा… प्रशासन ने बिना सूचना के बुलडोजर चलाया
दरअसल, 21 जुलाई को गांव के डॉ. राजा वशिष्ठ त्रिपाठी ने सार्वजनिक भूमि पर प्रतिमा स्थापना का विरोध करते हुए पत्र लिखा, जिसकी कॉपी कई उच्चाधिकारियों को भेजी गई। इसके बाद प्रशासन एक्टिव हो गया। अचानक बुधवार को दोपहर में बुलडोजर से निर्माणाधीन फाउंडेशन को ध्वस्त कर दिया गया। जब गांव के लोगों को इस बारे में जानकारी हुई। तो वह मौके पर आ गए। अधिकारियों से तीखी नोकझोंक हुई। मगर प्रशासन ने कार्रवाई नहीं रोकी। गांव के लोगों ने प्रशासन पर अराजकता फैलाने का आरोप लगाया है। विनय शंकर बोले – समर्थक धैर्य बनाए रखे
पूर्व विधायक विनय शंकर तिवारी ने कहा – सत्ता के अहंकार की पराकाष्ठा है। यह कार्रवाई गलत की गई है। उन्होंने अपने सहयोगियों और समर्थकों से धैर्य और शांति बनाए रखने की अपील की, साथ ही आश्वासन दिया कि इस अन्याय का उत्तर कानूनी और मर्यादित तरीके से दिया जाएगा।
वहीं अब प्रशासन का कहना है कि प्रतिमा बिना अनुमति के सार्वजनिक जमीन पर लगाई जा रही थी, जबकि ग्रामीणों का दावा है कि उन्हें मौखिक अनुमति प्राप्त थी। इस विवाद ने गांव में तनाव का माहौल पैदा कर दिया है। गोरखपुर में नया पॉलिटिकल विवाद खड़ा हो गया है। यहां बड़हलगंज इलाके में पूर्व कैबिनेट मंत्री पंडित हरिशंकर तिवारी की मूर्ति लगनी थी। उसका फाउंडेशन बनकर तैयार हो गया था। 5 अगस्त को मूर्ति लगाई जानी थी। इससे पहले प्रशासन ने बुलडोजर एक्शन कर दिया। फाउंडेशन को तोड़ दिया गया। मौके पर अफसरों और गांव के लोगों के बीच तीखी नोकझोंक हुई। दरअसल, हरिशंकर तिवारी की 88वीं जयंती है। SDM गोला राजू कुमार ने बताया- मूर्ति लगाने के लिए अनुमति नहीं ली गई थी। ग्राम प्रधान दयाशंकर तिवारी ने बताया- ग्राम पंचायत ने सबकी सहमति से प्रस्ताव पारित किया था। मूर्ति लगाने का फैसला लिया था। प्रशासन ने मनमाने रवैया के तहत कार्रवाई की। वहीं, इस पूरे घटनाक्रम के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने X पर लिखा – अब भाजपा का बुलडोजर दिवंगतों के मान सम्मान पर चलने लगा है। पढ़िए क्या-कुछ ट्वीट में लिखा… प्रशासन ने बिना सूचना के बुलडोजर चलाया
दरअसल, 21 जुलाई को गांव के डॉ. राजा वशिष्ठ त्रिपाठी ने सार्वजनिक भूमि पर प्रतिमा स्थापना का विरोध करते हुए पत्र लिखा, जिसकी कॉपी कई उच्चाधिकारियों को भेजी गई। इसके बाद प्रशासन एक्टिव हो गया। अचानक बुधवार को दोपहर में बुलडोजर से निर्माणाधीन फाउंडेशन को ध्वस्त कर दिया गया। जब गांव के लोगों को इस बारे में जानकारी हुई। तो वह मौके पर आ गए। अधिकारियों से तीखी नोकझोंक हुई। मगर प्रशासन ने कार्रवाई नहीं रोकी। गांव के लोगों ने प्रशासन पर अराजकता फैलाने का आरोप लगाया है। विनय शंकर बोले – समर्थक धैर्य बनाए रखे
पूर्व विधायक विनय शंकर तिवारी ने कहा – सत्ता के अहंकार की पराकाष्ठा है। यह कार्रवाई गलत की गई है। उन्होंने अपने सहयोगियों और समर्थकों से धैर्य और शांति बनाए रखने की अपील की, साथ ही आश्वासन दिया कि इस अन्याय का उत्तर कानूनी और मर्यादित तरीके से दिया जाएगा।
वहीं अब प्रशासन का कहना है कि प्रतिमा बिना अनुमति के सार्वजनिक जमीन पर लगाई जा रही थी, जबकि ग्रामीणों का दावा है कि उन्हें मौखिक अनुमति प्राप्त थी। इस विवाद ने गांव में तनाव का माहौल पैदा कर दिया है।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर