हरियाणा के लोक निर्माण मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर कटाक्ष किया है। गुरुवार को रेवाड़ी के बावल स्थित अपनी कोठी पर मीडिया से बातचीत करते हुए डॉ. बनवारी लाल ने कहा कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा के राज में ओपीएस योजना बंद कर दी गई थी। अब चुनाव नजदीक आते देख हुड्डा ओपीएस लागू करने के नाम पर गुमराह कर रहे हैं। डॉ. बनवारी लाल ने कहा कि विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उनके बेटे दीपेंद्र हुड्डा तरह-तरह के वादे करने में व्यस्त हैं। हिमाचल में भी कांग्रेस ने इसी तरह के झूठ बोले थे, लेकिन आज तक ओपीएस योजना लागू नहीं की गई। चुनाव से पहले कांग्रेस झूठे वादे करने में व्यस्त है। अगर उन्हें कुछ करना ही था तो जनता ने उन्हें 10 साल दिए होते, लेकिन उस समय सिर्फ भाई-भतीजावाद और भ्रष्टाचार का बोलबाला था। सुशील गुप्ता के बयान पर पलटवार कैबिनेट मंत्री ने आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुशील गुप्ता पर भी निशाना साधा और कहा कि वह उन पर एक भी विकास कार्य न करने का आरोप लगा रहे हैं। जबकि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की सरकार सबका साथ-सबका विकास के सिद्धांत पर काम कर रही है। भाजपा शासन में हर क्षेत्र में चारों तरफ विकास हुआ है। पानी, बिजली, सड़क और स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सुविधाओं में बड़े सुधार किए गए हैं। हर जिले में खोले जा रहे हैं मेडिकल कॉलेज डॉ. बनवारी लाल ने कहा कि प्रदेश में डॉक्टरों की कमी को पूरा करने के लिए हर जिले में मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे हैं। प्रदेश में बड़े पैमाने पर स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने की दिशा में कदम उठाए गए हैं। आने वाले समय में प्रदेश की तस्वीर पूरी तरह बदल जाएगी। डॉ. बनवारी ने यह भी कहा कि भाजपा लगातार तीसरी बार प्रदेश में अपने दम पर सरकार बनाएगी। हरियाणा के लोक निर्माण मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर कटाक्ष किया है। गुरुवार को रेवाड़ी के बावल स्थित अपनी कोठी पर मीडिया से बातचीत करते हुए डॉ. बनवारी लाल ने कहा कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा के राज में ओपीएस योजना बंद कर दी गई थी। अब चुनाव नजदीक आते देख हुड्डा ओपीएस लागू करने के नाम पर गुमराह कर रहे हैं। डॉ. बनवारी लाल ने कहा कि विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उनके बेटे दीपेंद्र हुड्डा तरह-तरह के वादे करने में व्यस्त हैं। हिमाचल में भी कांग्रेस ने इसी तरह के झूठ बोले थे, लेकिन आज तक ओपीएस योजना लागू नहीं की गई। चुनाव से पहले कांग्रेस झूठे वादे करने में व्यस्त है। अगर उन्हें कुछ करना ही था तो जनता ने उन्हें 10 साल दिए होते, लेकिन उस समय सिर्फ भाई-भतीजावाद और भ्रष्टाचार का बोलबाला था। सुशील गुप्ता के बयान पर पलटवार कैबिनेट मंत्री ने आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुशील गुप्ता पर भी निशाना साधा और कहा कि वह उन पर एक भी विकास कार्य न करने का आरोप लगा रहे हैं। जबकि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की सरकार सबका साथ-सबका विकास के सिद्धांत पर काम कर रही है। भाजपा शासन में हर क्षेत्र में चारों तरफ विकास हुआ है। पानी, बिजली, सड़क और स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सुविधाओं में बड़े सुधार किए गए हैं। हर जिले में खोले जा रहे हैं मेडिकल कॉलेज डॉ. बनवारी लाल ने कहा कि प्रदेश में डॉक्टरों की कमी को पूरा करने के लिए हर जिले में मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे हैं। प्रदेश में बड़े पैमाने पर स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने की दिशा में कदम उठाए गए हैं। आने वाले समय में प्रदेश की तस्वीर पूरी तरह बदल जाएगी। डॉ. बनवारी ने यह भी कहा कि भाजपा लगातार तीसरी बार प्रदेश में अपने दम पर सरकार बनाएगी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
पानीपत में विवाहिता ने किया सुसाइड:ससुराल वाले पैसों के लिए करते थे मारपीट; तंग आकर लगाया फंदा, 2 बच्चों की थी मां
पानीपत में विवाहिता ने किया सुसाइड:ससुराल वाले पैसों के लिए करते थे मारपीट; तंग आकर लगाया फंदा, 2 बच्चों की थी मां हरियाणा के पानीपत जिले के गांव सिवाह में बीती रात विवाहिता ने संदिग्ध परिस्थितियों में घर पर फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली है। शव को फंदे पर लटका देख, इसकी सूचना पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। मौके से सभी साक्ष्यों को जुटाने के बाद एवं सभी आवश्यक कार्रवाई करने के बाद शव को सिविल अस्पताल भिजवाया। जहां उसका पंचनामा भरवा कर शवगृह में रखवा दिया गया है। वहीं, महिला के मायका पक्ष वालों ने ससुराल पक्ष पर दहेज की मांग के लिए हत्या का आरोप लगाया है। पुलिस ने मामले की आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। मायका वालों का कहना- 5 लाख रुपए दे चुके थे जानकारी देते हुए अजीत ने बताया कि वह सोनीपत के गन्नौर का रहने वाला है। उसकी बहन प्रीति (25) की शादी करीब 6 साल पहले पानीपत के गांव सिवाह निवासी कर्मवीर के साथ हुई थी। वह दो बच्चों की मां थी। शादी के बाद से ही ससुराल वालों ने उसके साथ दहेज के लिए अक्सर मारपीट की। इतना ही नहीं, 5 लाख से ज्यादा ससुराल वालों को रुपए भी दे चुके थे। लेकिन इसके बाद भी उनकी मांग लगातार जारी थी। कई बार ससुराल वालों को समझाया भी गया था। लेकिन वे अपनी हरकतों से बाज नहीं आए। वहीं, मायका वालों का ये भी आरोप है कि प्रीति को मार कर फंदे पर लटकाया गया है।
IOA ने विनेश फोगाट के बढ़े वजन से पल्ला झाड़ा:अध्यक्ष पीटी उषा बोली- वेट मैनेजमेंट की जिम्मेदारी खुद खिलाड़ी-कोच की, हमारी टीम कसूरवार नहीं
IOA ने विनेश फोगाट के बढ़े वजन से पल्ला झाड़ा:अध्यक्ष पीटी उषा बोली- वेट मैनेजमेंट की जिम्मेदारी खुद खिलाड़ी-कोच की, हमारी टीम कसूरवार नहीं इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन (IOA) ने हरियाणा की रेसलर विनेश फोगाट के बढ़े वजन से पल्ला झाड़ लिया है। इस बारे में IOA की अध्यक्ष पीटी उषा ने कहा- ”वजन का मैनेजमेंट करना खिलाड़ी और कोच की जिम्मेदारी है। खासकर कुश्ती, वेटलिफ्टिंग, बॉक्सिंग और जूडो जैसे खेलों में। इनमें एथलीटों के वजन मैनेजमेंट की जिम्मेदारी प्रत्येक एथलीट और उसके कोच की है, न कि IOA द्वारा नियुक्त चीफ मेडिकल अफसर डॉ. दिनशॉ पारदीवाला और उनकी टीम की।” विनेश फोगाट ने पेरिस ओलिंपिक में 50kg भार वर्ग में हिस्सा लिया था। जापान की ओलिंपिक चैंपियन समेत एक दिन में 3 पहलवानों को हराने के बाद वह फाइनल में पहुंची थीं। हालांकि, फाइनल वाले दिन की सुबह उनका 100 ग्राम वजन ज्यादा आया। इसके बाद उन्हें अयोग्य करार दे दिया गया। विनेश न केवल फाइनल मुकाबला खेलने से वंचित हुई बल्कि सिल्वर मेडल से भी चूक गईं। हालांकि, सिल्वर मेडल के लिए विनेश ने खेल कोर्ट (CAS) में अपील की है। इस पर 13 अगस्त को फैसला आएगा। विवाद के बाद पहली बार दिखीं विनेश फोगाट
इस पूरे विवाद के बाद पेरिस में पहली बार विनेश फोगाट को ओलिंपिक विलेज के बाहर स्पॉट किया गया है। वहां से उनकी कुछ वीडियो और फोटो सामने आए हैं। इनमें विनेश बैग उठाकर जाने के लिए तैयार हैं। वह कल भारत पहुंच सकती हैं। पेरिस ओलिंपिक की क्लोजिंग सेरेमनी बीते रविवार को हुई। इसी के साथ पेरिस में ओलिंपिक खेलों का समापन हुआ। IOA की मेडिकल टीम का काम बताया
विनेश फोगाट के मामले में पीटी उषा ने कहा है कि ओलिंपिक में कुश्ती समेत कुछ अन्य खेलों में प्रत्येक भारतीय एथलीट की अपनी सपोर्ट टीम थी। ये सपोर्ट टीमें कई वर्षों से एथलीटों के साथ काम कर रही हैं। आईओए ने कुछ महीने पहले एक मेडिकल टीम नियुक्त की थी, जो मुख्य रूप से एक ऐसी टीम थी, जो प्रतियोगिता के दौरान और बाद में एथलीटों की रिकवरी और इंजरी में सहायता के लिए लगाई गई थी। यह टीम उन एथलीटों की सहायता करने के लिए भी बनाई की गई थी जिनके पास पोषण विशेषज्ञ और फिजियोथेरेपिस्ट की अपनी टीम नहीं थी। डॉ. उषा ने कहा कि आईओए मेडिकल टीम, विशेषकर डॉ. पारदीवाला की निंदा करना उचित नहीं है। उन्होंने उम्मीद जताई कि आईओए की मेडिकल टीम पर निर्णय लेने की जल्दबाजी करने वाले किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले सभी तथ्यों पर विचार करेंगे। विनेश के सिल्वर मेडल पर फैसला कल, IOA प्रेजिडेंट बोले- इसका पालन करेंगे
हरियाणा की रेसलर विनेश फोगाट को ओलिंपिक में सिल्वर मेडल मिलेगा या नहीं, इसका इंतजार और बढ़ गया है। खेल कोर्ट यानी कोर्ट ऑफ आरबिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) ने फैसले के डेडलाइन बढ़ा दी है। अब 13 अगस्त को डॉ. एनाबेले बेनेट फैसला सुनाएंगी। इससे पहले विनेश के पक्ष में दलीलें दी गईं कि रेसलर ने कोई फ्रॉड नहीं किया। फाइनल में पहुंचने के बाद सिल्वर मेडल की वह कन्फर्म दावेदार थीं। इंटरनेशनल ओलिंपिक कमेटी (IOC) के प्रेजिडेंट थॉमस बाक ने कहा था कि वह CAS के फैसले का पालन करेंगे। विनेश फोगाट मामले में अब तक क्या- हुआ, सिलसिलेवार ढंग से पढ़ें… 1. ओलिंपिक में 1 दिन में 3 पहलवानों को हराया
विनेश फोगाट ने 50 किग्रा वेट कैटेगरी में मंगलवार को 3 मैच खेले। प्री-क्वार्टर फाइनल में उन्होंने टोक्यो ओलिंपिक की चैंपियन यूई सुसाकी को हरा दिया। क्वार्टर फाइनल में उन्होंने यूक्रेन और सेमीफाइनल में क्यूबा की रेसलर को पटखनी दी। विनेश फाइनल में पहुंचने वालीं पहली ही भारतीय महिला रेसलर बनीं थीं। 2. डाइट से वजन बढ़ा, पूरी रात कोशिश बेकार गई
सेमीफाइनल तक 3 मैच खेलने के दौरान उन्हें प्रोटीन और एनर्जी के लिए खाना-पानी दिया गया। जिससे उनका वजन 52.700 kg तक बढ़ गया। भारतीय ओलिंपिक टीम के डॉक्टर डॉक्टर दिनशॉ पारदीवाला के मुताबिक विनेश का वेट वापस 50KG पर लाने के लिए टीम के पास सिर्फ 12 घंटे थे। पूरी टीम रातभर विनेश का वजन कम करने की कोशिश में लगी रही। विनेश पूरी रात नहीं सोईं और वजन को तय कैटेगरी में लाने के लिए जॉगिंग, स्किपिंग और साइकिलिंग जैसी एक्सरसाइज करती रहीं। विनेश ने अपने बाल और नाखून तक काट दिए थे। उनके कपड़े भी छोटे कर दिए गए थे। 3. वजन 100 ग्राम ज्यादा मिला, वजन घटाने को सिर्फ 15 मिनट थे
बुधवार सुबह नियम के अनुसार दोबारा से विनेश के वजन की जांच की गई। उनका वजन ज्यादा निकला। उन्हें 15 मिनट मिले लेकिन आखिरी बार वजन में भी वह 100 ग्राम अधिक निकलीं। जिसके बाद उन्हें अयोग्य करार दे दिया गया। 4. विनेश ने अयोग्य करार देने के खिलाफ अपील की
इसके बाद विनेश ने अयोग्य करार देने पर खेल कोर्ट (CAS) में अपील की। जिसमें विनेश ने फाइनल मुकाबला खेलने देने की अपील की। यह संभव नहीं था तो विनेश ने अपील बदलकर कहा कि सेमीफाइनल तक उसका वजन नियमों के अनुरूप था। उसे संयुक्त सिल्वर मेडल दिया जाए। 5. विनेश ने संन्यास का ऐलान किया
विनेश फोगाट ने गुरुवार सुबह कुश्ती से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया। उन्होंने गुरुवार सुबह 5.17 बजे सोशल मीडिया पोस्ट लिखी। विनेश ने लिखा- “मां कुश्ती मेरे से जीत गई, मैं हार गई। माफ करना आपका सपना, मेरी हिम्मत सब टूट चुके। इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब। अलविदा कुश्ती 2001-2024, आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी। …माफी।”। विनेश फोगाट से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें…
हरियाणा कांग्रेस कैंडिडेट काफिला फायरिंग केस में गैंगवार एंगल:जांच में इसकी पुष्टि; वजह गोल्डी के खिलाफ पंजाब के केस, लॉरेंस से भी जुड़ चुका नाम
हरियाणा कांग्रेस कैंडिडेट काफिला फायरिंग केस में गैंगवार एंगल:जांच में इसकी पुष्टि; वजह गोल्डी के खिलाफ पंजाब के केस, लॉरेंस से भी जुड़ चुका नाम हरियाणा के कालका से कांग्रेस उम्मीदवार प्रदीप चौधरी के चुनावी काफिले पर हुई फायरिंग केस में गैंगवार एंगल की एंट्री हो गई है। अभी तक की जांच में इसकी पुष्टि भी हो चुकी है। इसकी वजह गोली लगने से घायल हुए गोल्डी के खिलाफ पंजाब में दर्ज केस हैं। सबसे अहम बात यह है कि गोल्डी का नाम इससे पहले लॉरेंस बिश्नोई के साथ भी जुड़ चुका है। जांच में यह भी सामने आया है कि हमलावर गैंगस्टर भूप्पी राणा गैंग से जुड़े हैं। बताया जा रहा है कि गोल्डी का झगड़ा पंजाब मोहाली में भुप्पी राणा गैंग के कुछ गुर्गों से हुआ था, जिसके बाद उसके लोग गोल्डी की तलाश कर रहे थे। कालका में इन दिनों गोल्डी कांग्रेस उम्मीदवार के चुनाव प्रचार में लगा हुआ था, रेकी में जब इसकी लोकेशन कंफर्म हो गई, तब हमला प्लान किया गया। पुलिस बोली- काफिले में नहीं था गोल्डी पंचकूला पुलिस का कहना है कि कांग्रेस की रैली में शामिल गोल्डी हिस्ट्रीशीटर है, जिसके खिलाफ 29 मामलें अंबाला, यमुनानगर, पंचकूला, लालडू, मोहाली में कई केस दर्ज हैं। जिसका काफिले के साथ कोई सबंध नही था और काफिले से काफी दूरी पर था। प्रदीप चौधरी ने भी एक बयान दिया है कि वह रैली में शामिल नहीं था। कुछ लोगों का कहना है कि प्रदीप चौधरी इस बयान के बाद चंडीगढ़ पीजीआई में भर्ती गोल्डी से देर रात मिलने गए थे। गैंगस्टर एंगल के बाद STF ने शुरू की जांच पुलिस के मुताबिक फायरिंग करने वालों को पकड़ने के लिए पंचकूला पुलिस की 4 टीमें बना दी गई थीं। ये सभी टीमें इलाके में छानबीन कर रही हैं। पुलिस का दावा है कि जल्द ही इन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। केस में गैंगस्टर एंगल आने के बाद अब जांच स्पेशल टास्क फोर्स (STF) को सौंप दी गई है। पंचकूला की डीसीपी हिमाद्री कौशिक ने बताया कि मामले में गोल्डी से जुड़े कुछ संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। शुरुआती जांच में यह मामला पुरानी रंजिश का है। CCTV में दिखे हमलावर पंचकूला पुलिस की स्पेशल जांच टीम, क्राइम ब्रांच, लोकल थाना पुलिस और ACP क्राइम की टीमें हमलावरों की तलाश कर रही हैं। उन्होंने कहा कि वारदात के बाद आसपास लगे CCTV कैमरों की जांच की गई। इस फुटेज में 3 हमलावर नजर आए हैं। जांच में पता चला कि बाइक से 2 हमलावर नीचे उतरे और फायरिंग के बाद मौके से फरार हो गए। अब यहां पढ़िए पूरा मामला हरियाणा में पंचकूला की कालका सीट से कांग्रेस उम्मीदवार प्रदीप चौधरी के काफिले पर शुक्रवार दोपहर बाद फायरिंग हो गई। प्रदीप चौधरी का काफिला उस वक्त रायपुर रानी के पास भरौली गांव पहुंचा था।फायरिंग करने वाले 3 बदमाश एक ही बाइक पर सवार होकर आए थे। उसमें से 2 बदमाशों ने चलती बाइक से ही काफिले में चल रही एक कार को टारगेट कर 3 गोलियां चलाई। इससे कार में बैठे गोल्डी खेड़ा के कंधे पर गोली लग गई। कार के ड्राइवर को भी छर्रा लगा। जिसके बाद काफिले में हड़कंप मच गया। फायरिंग के बाद बदमाश वहां से फरार हो गए। गोल्डी को अस्पताल में भर्ती कराया गया। चश्मदीद के 3 बड़े दावे 1. कांग्रेस उम्मीदवार के काफिले में शामिल चश्मदीदों के मुताबिक हमलावरों ने अचानक काफिले पर हमला किया। प्रदीप चौधरी के काफिले में कुल 50 से 60 गाड़ियां थीं। आधे रास्ते में कार्यकर्ताओं की एक गाड़ी रुक कर काफिले का वीडियो बनाने लगी। जिस वजह से वे काफिले से पीछे रह गए। तभी बाइक पर आए 3 हमलावरों ने उनकी कार पर फायरिंग कर दी। 2. उनका दावा है कि हमलावरों ने 5 से 6 राउंड फायर किए हैं। इस हमले में गोल्डी के अलावा किसी को ज्यादा चोट नहीं आई। हालांकि इसके बाद वहां तनाव का माहौल बन गया। फिर पुलिस वहां पहुंची और पूरे इलाके को घेर लिया। काफिले पर हमले को लेकर कांग्रेसी वर्करों ने सुरक्षा में कमी का हवाला देते हुए रोष जताया। गोल्डी को इलाज के लिए सेक्टर 6 के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 3. घटना के एक चश्मदीद नायब चौधरी ने बताया कि हम प्रचार के लिए रेती गांव में जा रहे थे। रेती गांव की एंट्री पर हमला हुआ। वहां पर गोल्डी नाम का लड़का हमारे काफिले की वीडियो बना रहा था। सभी साथी प्रचार में जा रहे थे। इसी दौरान फायरिंग की वजह से 2 लोगों को गोली लगी।