हरियाणा के सोनीपत में 4 युवकों को सरकारी नौकरी लगवाने और एक को USA भेजने का झांसा देकर 34 लाख 50 हजार रुपए हड़पने का मामला सामने आया है। एक महिला ने सत्संग में बनी अपनी धर्म बहन के बहकावे में आकर एक व्यक्ति को अपने बेटे और जानकारों को नौकरी दिलाने के लिए रुपए दिए। थाना सेक्टर 27 पुलिस ने एक व्यक्ति के खिलाफ केस दर्ज किया है। वह हरियाणा शिक्षा बोर्ड में क्लर्क बताया जा रहा है। पुलिस छानबीन में लगी है। सोनीपत में सेक्टर 27 की एक सोसाइटी में रहने वाले ओमपति ने पुलिस को बताया कि उसका मुरथल गांव की किरण के पास सत्संग बहन होने के कारण काफी आना जाना था। किरण के जरिए उसकी पहचान नरेश, जो कि हरियाणा शिक्षा बोर्ड में कार्यरत है, के साथ हुई। किरण ने उसे बताया कि नरेश ने काफी बच्चों को नौकरी लगवाया है। कुछ को तो USA भी भेजा है। धर्म भाई होने के कारण नरेश का उनके घर पर आना जाना शुरू हो गया। ननंद के पोते से हुई शुरुआत महिला ने बताया कि नरेश ने उससे कहा कि अगर तुम्हारी जानकारी में कोई बच्चा ग्रुप डी व क्लर्क भर्ती होना चाहता हो या फिर USA जाना चाहता हो, बता दें वह पक्का काम करवाता है। इसके बाद उसने अपनी ननंद के के पोते साहिल उर्फ शालू को क्लर्क लगवाने की बात की। नरेश के मांगने पर व किरण के बतौर जमानती होने के चलते उसने 15 मई को 50 हजार रुपए, 16 मई को 50 हजार रुपए मुकेश के खाते से नरेश कुमारी के खाते में भेजे। जेठ के गए ढ़ाई लाख रुपए उसने बताया कि इसके बाद 16 व 17 जून को 2 लाख रुपए नरेश के खाते में दिए। यानी कि उसने कुल 3 लाख रुपए दिए। इसके बाद उसने अपने जेठ के लड़के अक्षय को ग्रुप-D में लगवाने बाबत 22 जून को 1 लाख रुपए, 23 जून को 1 लाख रुपए व 24 जून को 50 हजार रुपए नरेश के मांगने पर और किरण के बतौर जमानती होने पर उसकी जेठानी निर्मला के खाते से कुल 2 लाख 50 हजार रुपए दिए। बेटे को भेजना था USA ओमपति ने बताया कि अन्य जानकार सुमित को क्लर्क लगवाने के लिए 12 अगस्त को नरेश को 3 लाख रुपए कैश दिए गए। इसी प्रकार सोहित उर्फ विवेक को क्लर्क लगवाने बाबत नरेश के मांगने पर अलग अलग दिन 6 लाख 99 हजार 999 रुपए नरेश के खाते में भेजे गए। उसने अपने बेटे रवि को USA भिजवाने बारे अपने पति के खाते व अन्य के खातों से कुल 19 लाख रुपए नरेश को दिए। न तो किसी को नौकरी लगी, न ही उसका बेटा विदेश गया और न ही रुपए वापस मिले। पुलिस ने दर्ज किया केस सेक्टर 27 थाना सोनीपत के ASI विनित के अनुसार पुलिस ने ओमपति की शिकायत पर धारा 420 व 406 IPC के तहत केस दर्ज कर लिया है। पुलिस छानबीन कर रही है। महिला ने कुछ रिकॉर्डिंग व एक फोन दिया है। पुलिस इनकी जांच कर रही है। जल्द ही आरोपी नरेश को पूछताछ के लिए बुलाकर आगे की कार्रवाई की जाएगी। हरियाणा के सोनीपत में 4 युवकों को सरकारी नौकरी लगवाने और एक को USA भेजने का झांसा देकर 34 लाख 50 हजार रुपए हड़पने का मामला सामने आया है। एक महिला ने सत्संग में बनी अपनी धर्म बहन के बहकावे में आकर एक व्यक्ति को अपने बेटे और जानकारों को नौकरी दिलाने के लिए रुपए दिए। थाना सेक्टर 27 पुलिस ने एक व्यक्ति के खिलाफ केस दर्ज किया है। वह हरियाणा शिक्षा बोर्ड में क्लर्क बताया जा रहा है। पुलिस छानबीन में लगी है। सोनीपत में सेक्टर 27 की एक सोसाइटी में रहने वाले ओमपति ने पुलिस को बताया कि उसका मुरथल गांव की किरण के पास सत्संग बहन होने के कारण काफी आना जाना था। किरण के जरिए उसकी पहचान नरेश, जो कि हरियाणा शिक्षा बोर्ड में कार्यरत है, के साथ हुई। किरण ने उसे बताया कि नरेश ने काफी बच्चों को नौकरी लगवाया है। कुछ को तो USA भी भेजा है। धर्म भाई होने के कारण नरेश का उनके घर पर आना जाना शुरू हो गया। ननंद के पोते से हुई शुरुआत महिला ने बताया कि नरेश ने उससे कहा कि अगर तुम्हारी जानकारी में कोई बच्चा ग्रुप डी व क्लर्क भर्ती होना चाहता हो या फिर USA जाना चाहता हो, बता दें वह पक्का काम करवाता है। इसके बाद उसने अपनी ननंद के के पोते साहिल उर्फ शालू को क्लर्क लगवाने की बात की। नरेश के मांगने पर व किरण के बतौर जमानती होने के चलते उसने 15 मई को 50 हजार रुपए, 16 मई को 50 हजार रुपए मुकेश के खाते से नरेश कुमारी के खाते में भेजे। जेठ के गए ढ़ाई लाख रुपए उसने बताया कि इसके बाद 16 व 17 जून को 2 लाख रुपए नरेश के खाते में दिए। यानी कि उसने कुल 3 लाख रुपए दिए। इसके बाद उसने अपने जेठ के लड़के अक्षय को ग्रुप-D में लगवाने बाबत 22 जून को 1 लाख रुपए, 23 जून को 1 लाख रुपए व 24 जून को 50 हजार रुपए नरेश के मांगने पर और किरण के बतौर जमानती होने पर उसकी जेठानी निर्मला के खाते से कुल 2 लाख 50 हजार रुपए दिए। बेटे को भेजना था USA ओमपति ने बताया कि अन्य जानकार सुमित को क्लर्क लगवाने के लिए 12 अगस्त को नरेश को 3 लाख रुपए कैश दिए गए। इसी प्रकार सोहित उर्फ विवेक को क्लर्क लगवाने बाबत नरेश के मांगने पर अलग अलग दिन 6 लाख 99 हजार 999 रुपए नरेश के खाते में भेजे गए। उसने अपने बेटे रवि को USA भिजवाने बारे अपने पति के खाते व अन्य के खातों से कुल 19 लाख रुपए नरेश को दिए। न तो किसी को नौकरी लगी, न ही उसका बेटा विदेश गया और न ही रुपए वापस मिले। पुलिस ने दर्ज किया केस सेक्टर 27 थाना सोनीपत के ASI विनित के अनुसार पुलिस ने ओमपति की शिकायत पर धारा 420 व 406 IPC के तहत केस दर्ज कर लिया है। पुलिस छानबीन कर रही है। महिला ने कुछ रिकॉर्डिंग व एक फोन दिया है। पुलिस इनकी जांच कर रही है। जल्द ही आरोपी नरेश को पूछताछ के लिए बुलाकर आगे की कार्रवाई की जाएगी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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फरीदाबाद में ATO के सहयोगी को रिश्वत लेते पकड़ा:3 लाख की घूस लेते एसीबी ने पकड़ा, ऑफिसर को हिरासत में लिया
फरीदाबाद में ATO के सहयोगी को रिश्वत लेते पकड़ा:3 लाख की घूस लेते एसीबी ने पकड़ा, ऑफिसर को हिरासत में लिया हरियाणा के फरीदाबाद जिले में असिस्टेंट टेक्सेसन ऑफिसर अशोक कुमार मीना के सहयोगी को एसीबी टीम ने 3 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि आरोपी ने इनकम टैक्स रिटर्न में कुछ कमी के चलते रिश्वत की मांग की थी। पीड़ित ने की थी शिकायत सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक शिकायतकर्ता तरुण कुमार पुत्र अशोक कुमार अरोड़ा निवासी बाली नगर पलवल ने एसीबी को शिकायत दी थी, कि इनकम टैक्स रिटर्न में हुई खामियों के चलते 7 लाख रुपए की रिश्वत की मांग की जा रही है। जिसकी शिकायत के आधार पर जिसमें से पहली किस्त 3 लाख रुपए ATO का गुर्गा नेशनल हाईवे नंबर 19 स्थित पृथला पुल के नीचे से ले रहा था। आरोपी से की जा रही पूछताछ मौके पर पहुंची एसीबी की टीम ने आरोपी को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। जिसकी निशानदेही पर एनआईटी 4 नंबर स्थित इनकम टैक्स के ऑफिस से सोमवार की देर शाम ATO अशोक कुमार मीणा को हिरासत में लेकर पूछताछ के लिए अपने साथ ले गई। फिलहाल इस मामले में अभी एसीबी की टीम की तरफ से कोई पुष्टि नहीं की गई है। आधिकारिक पुष्टि के बाद पूरे मामले का खुलासा हो पाएगा।
हरियाणा में VIP सीटों पर मतगणना के हाल:पहले राउंड में नायब सैनी, भूपेंद्र हुड्डा, विनेश फोगाट आगे; अनिल विज, गोपाल कांडा, दुष्यंत पीछे
हरियाणा में VIP सीटों पर मतगणना के हाल:पहले राउंड में नायब सैनी, भूपेंद्र हुड्डा, विनेश फोगाट आगे; अनिल विज, गोपाल कांडा, दुष्यंत पीछे हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों पर काउंटिंग शुरू हो गई है। रुझान में कांग्रेस बढ़त बनाए हुए है। इस चुनाव में 10 ऐसी सीटें हैं, जिन पर सबकी नजर लगी हुई हैं। कार्यवाहक मुख्यमंत्री नायब सैनी लाडवा से चुनाव लड़ रहे हैं। वह भाजपा की तरफ से CM फेस हैं। इसी तरह, भूपेंद्र सिंह हुड्डा की गढ़ी सांपला किलोई सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस में वह मुख्यमंत्री की कुर्सी के प्रबल दावेदार हैं। जुलाना से पहलवान विनेश फोगाट चुनाव लड़ रही हैं। 5 अक्टूबर को राज्य में 67.90% वोटिंग हुई। इस चुनाव में 10 ऐसी सीटें हैं, जिन पर सबकी नजर लगी हुई हैं। लाइव अपडेट्स… सिलसिलेवार ढंग से राज्य की 10 VIP सीटों पर वोटिंग % के मायने जानिए… लाडवा: वोटिंग % का ट्रेंड CM नायब सैनी के हक में
BJP सरकार में CM नायब सैनी करनाल से बदलकर कुरूक्षेत्र की लाडवा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। इस सीट पर 74.96% मतदान हुआ। 2019 में यहां 75.4% वोटिंग हुई थी। सीएम सैनी की सीट पर 0.44% वोटिंग कम हुई है। 2014 की बात करें तो इस सीट पर 83.1% वोटिंग हुई थी। पिछले 2 चुनाव का ट्रेंड देखें तो यहां जब भी मतदान घटा तो नई पार्टी का उम्मीदवार चुनाव जीता है। इस लिहाज से सीएम सैनी के जीतने के अच्छे आसार नजर आ रहे हैं क्योंकि 2019 में यहां कांग्रेस के मेवा सिंह विधायक थे। गढ़ी सांपला किलोई : हुड्डा की जीत संभव, लेकिन अंतर घट सकता है
पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा की गढ़ी सांपला किलोई में 67.02% वोटिंग हुई। 2019 में यहां 73.3% और 2014 में यहां 74.8% वोटिंग हुई थी। हालांकि दोनों ही बार भूपेंद्र हुड्डा की जीत हुई। 2019 में हुड्डा की जीत का अंतर 58312 और 2014 में 47,185 रहा था। यह सीट हुड्डा का गढ़ है। इस बार पिछले 2 चुनाव के मुकाबले कम वोटिंग हुई है। ऐसे में हुड्डा की जीत तय मानी जा रही है, लेकिन उनकी जीत का अंतर घट सकता है। जुलाना : कम वोटिंग % विनेश के लिए टेंशन
विनेश फोगाट की जुलाना सीट पर 74.66% वोटिंग हुई। 2019 में जुलाना में 73% और 2014 में 78.1% वोटिंग हुई थी। दोनों ही बार यहां वोटिंग बढ़ी तो जीतने वाली पार्टी बदल गई। 2014 में इनेलो के परमिंदर ढुल तो 2019 में जजपा के अमरजीत ढांडा जीते। वोटिंग बढ़ी तो यह नई पार्टी और खास तौर पर विनेश के लिए अच्छा संकेत है। हालांकि कांग्रेस के सामने इस सीट पर करीब 15 साल का सूखा है। आखिरी बार 2005 में कांग्रेस के शेर सिंह ने जीत दर्ज की थी। उचाना कलां : वोटिंग % घटने से दुष्यंत की राह आसान नहीं
दुष्यंत चौटाला की उचाना कलां सीट पर 75.44% वोटिंग हुई है। 2019 में यहां 76.9% और 2014 में 85.4% वोटिंग हुई थी। वोटिंग बढ़ने के बाद 2014 में जीती भाजपा की प्रेमलता की जगह 2019 में दुष्यंत चौटाला जीत गए। हालांकि इस बार वोटिंग % पिछले दोनों चुनावों से कम है। ऐसे में यहां पासा किसी भी तरफ जा सकता है। ऐसे में दुष्यंत चौटाला के लिए यहां जीत आसान नहीं लग रही। हिसार: सावित्री जिंदल की राह मुश्किल
देश की सबसे अमीर महिला सावित्री जिंदल वाली हिसार सीट पर रात 12 बजे तक 61.44% वोटिंग हुई। 2019 में यहां 59.9% और 2014 में 70.1% वोटिंग हुई थी। दोनों ही बार BJP के डॉ. कमल गुप्ता जीते थे। कमल गुप्ता इस बार भी भाजपा के उम्मीदवार हैं। पिछले 2 चुनावों में उनके लिए कम और ज्यादा वोटिंग, दोनों ही फायदेमंद रही। ऐसी सूरत में सावित्री जिंदल की राह मुश्किल नजर आती है। अटेली : वोटिंग % और नया चेहरा आरती राव के हक में
केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत की बेटी आरती राव वाली अटेली सीट पर 70.58% वोटिंग हुई। 2019 में इस सीट पर 67.8% और 2014 में 77.7% वोटिंग हुई थी। दोनों ही बार भाजपा जीती लेकिन उम्मीदवार अलग-अलग थे। इस बार भी वोटिंग % दोनों चुनावों के बीच का है लेकिन आरती नई उम्मीदवार हैं। ऐसे में इस सीट पर पॉलिटिकल डेब्यू में ही उनकी जीत की उम्मीद जताई जा रही है। अंबाला कैंट : वोटिंग% विज के लिए चिंता, जीते भी तो अंतर मामूली होगा
प्रदेश के दिग्गज पंजाबी नेता अनिल विज की अंबाला कैंट सीट पर 64.45% वोटिंग हुई। 2019 में यहां 62.7% और 2014 में 72.8% वोटिंग हुई थी। दोनों ही बार अनिल विज यहां से चुनाव जीते। 2014 में उनकी जीत का अंतर 15,462 और 2019 में 20,165 रहा था। इन आंकड़ों को देखें तो विज कड़े मुकाबले में फंसे नजर आते हैं। अगर वे जीते तो फिर अंतर कम हो सकता है। तोशाम : बंसीलाल की विरासत का साथ मिला तो वोटिंग % श्रुति के हक में
पूर्व CM बंसीलाल की पोती श्रुति चौधरी वाली तोशाम सीट पर रात 12 बजे तक 72% वोटिंग हुई थी। यह आंकड़ा रविवार को बढ़कर 72.24% वोटिंग हुई। 2019 में यहां 70.8% और 2014 में 82.3% वोटिंग हुई थी। हालांकि दोनों ही बार कांग्रेस की किरण चौधरी ने चुनाव जीता था। किरण श्रुति की मां हैं जो विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़ भाजपा में आ चुकी हैं। वोटिंग % फिलहाल उन्हीं के हक में दिख रहा है लेकिन यहां से कांग्रेस ने बंसीलाल परिवार से ही अनिरुद्ध चौधरी को टिकट दी है। ऐसे में कम वोटिंग से किसी एक पक्ष में लहर की जगह यहां बंसीलाल की विरासत का फायदा जिसे मिलेगा, वही जीत सकता है। इस रेस में श्रुति चौधरी आगे दिख रही हैं। सिरसा : कम वोटिंग कांडा के पक्ष में लेकिन सेतिया की वजह से टेंशन हरियाणा लोकहित पार्टी (HLP) के सुप्रीमो गोपाल कांडा वाली सिरसा सीट पर शनिवार रात 12 बजे तक 64% वोटिंग थी। यह आंकड़ा रविवार को बढ़कर 67.76% हो गया। 2019 में यहां 69.5% और 2014 में 77.8% वोटिंग हुई थी। इस बार की वोटिंग पिछले 2 चुनावों के मुकाबले कम है। 2014 में ज्यादा वोटिंग हुई तो कांग्रेस के मक्खनलाल को फायदा हुआ था। 2019 में कम वोटिंग कांडा के पक्ष में गई थी। हालांकि इस बार अहम ये भी है कि कांडा ने पिछली बार जिस निर्दलीय गोकुल सेतिया को महज 602 वोटों से हराया, वही सेतिया इस बार कांग्रेस के उम्मीदवार हैं। ऐसे में कांडा के लिए वोटिंग % टेंशन बढ़ाने वाले हैं। आदमपुर : बिश्नोई परिवार बड़ी पार्टी से उम्मीदवार को वोटिंग कम
पूर्व CM भजनलाल परिवार की विरासत वाली आदमपुर सीट पर भव्य बिश्नोई चुनाव लड़ रहे हैं। रात 12 बजे तक वोटर टर्नआउट एप पर यहां की वोटिंग 72.9% थी। अब यह आंकड़ा बढ़कर 75.47% हो गया है। 2019 में यहां 76.5% और 2014 में 78.4% वोटिंग हुई थी। हालांकि दोनों ही बार भव्य के पिता कुलदीप बिश्नोई जीते थे लेकिन 2014 में उन्होंने हजकां और 2019 में कांग्रेस से चुनाव जीता। इस बार उनके बेटे भव्य को भाजपा ने टिकट दी है। ऐसे में कम वोटिंग % उनकी थोड़ी चिंता बढ़ा सकता है क्योंकि 2014 में जब कुलदीप ने अपनी पार्टी से चुनाव लड़ा तो लोगों ने खूब वोट दिए। 2019 में वे कांग्रेस से लड़े तो वोटिंग % कम हो गया। इस बार भी वोटिंग % और कम हुआ है तो इसकी चिंता भजनलाल परिवार को ही हो सकती है। हालांकि उनके गढ़ की वजह से वह थोड़े आश्वस्त जरूर हो सकते हैं।
हरियाणा में महिला डॉक्टर ने फंदा लगाया:बेटा बोला- पत्नी से नहीं बनती थी, भाई बोला- पति जिम्मेदार; पूरी फैमिली डॉक्टर्स की
हरियाणा में महिला डॉक्टर ने फंदा लगाया:बेटा बोला- पत्नी से नहीं बनती थी, भाई बोला- पति जिम्मेदार; पूरी फैमिली डॉक्टर्स की हरियाणा के फतेहाबाद में बस स्टैंड के पीछे लूथरा अस्पताल की संचालिका डॉ. सुनीता लूथरा ने आज तड़के फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। इसका कारण घरेलू क्लेश बताया जा रहा है। सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और छानबीन शुरू की। इसमें मृतका के डॉक्टर बेटे का कहना है कि उसकी पत्नी की मां से बनती नहीं थी। अक्सर लड़ाई होती रहती थी। वहीं, मृतका के भाई ने आरोप लगाया है कि उसका जीजा यानी मृतका का पित इस वारदात का जिम्मेदार है। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है। बेटे और बहू का भी अलग क्लीनिक
पुलिस के अनुसार, 65 वर्षीय डॉ. देवेंद्र लूथरा और उनकी पत्नी 62 वर्षीय डॉ. सुनीता लूथरा बस स्टैंड के पीछे सालों से चर्म रोग व मैटरनिटी अस्पताल चला रहे हैं। उनके बेटे डॉ. प्रतीक लूथरा और बहू नैंसी लूथरा का भी भूना में क्लिनिक है। बस स्टैंड के पीछे मौजूद बिल्डिंग के ग्रांउड फ्लोर पर अस्पताल, पहली मंजिल पर डॉक्टर लूथरा रहते है और उससे ऊपर की मंजिल पर उनके बेटे का परिवार रह रहा है। बताया जा रहा है कि पूरे परिवार में घरेलू कलह चल रही थी। नाश्ता करने आया बेटा तो मां को लटका देखा
मृतका के बेटे डॉ. प्रतीक लूथरा ने पुलिस को बताया है कि वह रोजाना की भांति आज भी करीब साढ़े 8 बजे अपने क्लिनिक भूना जाने के लिए तैयार हुआ था। नाश्ता करने के लिए जब नीचे आया तो देखा कि उसकी मां अपने कमरे से अभी तक बाहर नहीं आई थीं। डॉ. प्रतीक का कहना है कि जब उन्होंने दरवाजा खोला तो दंग रह गए। उनकी मां सुनीता कमरे में पंखे पर कपड़े के सहारे लटकी हुई थीं। प्रतीक ने बताया कि उन्होंने ही मां को फंदे से उतारा और वारदात के बारे में परिवार को सूचित किया। डॉ. प्रतीक ने रोते हुए पुलिस को बताया कि उसकी पत्नी डॉ. नैंसी और मां सुनीता की आपस में नहीं बनती थी। उन दोनों में अक्सर झगड़ा होता रहता था। साले ने जीजा पर लगाए बहन को परेशान करने के आरोप
उधर, डॉ. सुनीता लूथरा के भाई विकास झंडई और सुनील ने अपने जीजा डॉ. देवेंद्र लूथरा को बहन की मौत का जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने पुलिस के सामने गुस्सा प्रकट करते हुए कहा कि देवेंद्र उनकी बहन को परेशान करते थे। विकास ने कहा कि बहन परेशान रहती थी, इसलिए वह चार-पांच साल से उसके घर भी नहीं आ रहे थे। सुनीता अक्सर फोन पर उन्हें परेशानी बयान करती थी। पुलिस जांच कर रही
इस मामले में सिटी थाने के SHO रणजीत सिंह का कहना है कि फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। घरवालों और रिश्तेदारों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। इनके बयानों के आधार पर ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।