सीरियल रेपिस्ट और किलर से पूछताछ करने गुड़गांव पुलिस की एक टीम चंडीगढ़ पहुंची है। टीम ने चंडीगढ़ पुलिस से संपर्क किया है। बता दें कि गुड़गांव सेक्टर 37 में 2008 में एक नाबालिग लड़की के साथ हुए रेप और हत्या के मामले में पूछताछ करने आई है। चंडीगढ़ पुलिस ने हाल ही में सीरियल रेपिस्ट और किलर मोनू कुमार को गिरफ्तार किया था, जो पेशे से टैक्सी ड्राइवर है। वह अक्सर हिमाचल, दिल्ली, गुड़गांव जाता रहता था। गुड़गांव पुलिस को शक है कि इसी मोनू कुमार ने गुड़गांव की इस लड़की के साथ यह अपराध किया है। वारदात का तरीका वही पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आरोपी मोनू ने 2010 में चंडीगढ़ के सेक्टर 38 में 22 वर्षीय MBA छात्रा के साथ रेप कर उसकी हत्या कर दी थी। जब पुलिस उसे पकड़ नहीं पाई तो 2022 में उसने मलोया में 40 वर्षीय महिला को अपना निशाना बनाया। पुलिस पूछताछ में जो तरीका सामने आया, वही तरीका गुड़गांव में 8 वर्षीय नाबालिग के साथ रेप और हत्या में भी सामने आया था। गुड़गांव पुलिस अब चंडीगढ़ पुलिस की मदद से आरोपी के DNA का मिलान उस लड़की से मिले DNA से करना चाहती है। ताकि इस मामले को सुलझाया जा सके। पुलिस ने कोर्ट में दाखिल की थी अनट्रेस रिपोर्ट गुड़गांव पुलिस ने 2008 के मामले में कोर्ट में अनट्रेस रिपोर्ट दाखिल की थी। लेकिन चंडीगढ़ पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए इस सीरियल रेपिस्ट की कहानी जानने के बाद पुलिस ने 2008 मामले को फिर से खोल दिया है और उस केस की जांच शुरू कर दी। गुड़गांव की वारदात में नाबालिग लड़की शाम 6:00 बजे अपने घर से निकली थी। लेकिन जब काफी देर तक वह घर नहीं पहुंची तो उसके माता-पिता ने उसकी तलाश शुरू की। तलाश के दौरान इस नाबालिग का शव पास के खाली प्लॉट में अर्धनग्न अवस्था में मिला। उस समय गुड़गांव पुलिस ने इस मामले में आईपीसी की धारा 302 और 376 के तहत केस दर्ज किया था। सीरियल रेपिस्ट और किलर से पूछताछ करने गुड़गांव पुलिस की एक टीम चंडीगढ़ पहुंची है। टीम ने चंडीगढ़ पुलिस से संपर्क किया है। बता दें कि गुड़गांव सेक्टर 37 में 2008 में एक नाबालिग लड़की के साथ हुए रेप और हत्या के मामले में पूछताछ करने आई है। चंडीगढ़ पुलिस ने हाल ही में सीरियल रेपिस्ट और किलर मोनू कुमार को गिरफ्तार किया था, जो पेशे से टैक्सी ड्राइवर है। वह अक्सर हिमाचल, दिल्ली, गुड़गांव जाता रहता था। गुड़गांव पुलिस को शक है कि इसी मोनू कुमार ने गुड़गांव की इस लड़की के साथ यह अपराध किया है। वारदात का तरीका वही पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आरोपी मोनू ने 2010 में चंडीगढ़ के सेक्टर 38 में 22 वर्षीय MBA छात्रा के साथ रेप कर उसकी हत्या कर दी थी। जब पुलिस उसे पकड़ नहीं पाई तो 2022 में उसने मलोया में 40 वर्षीय महिला को अपना निशाना बनाया। पुलिस पूछताछ में जो तरीका सामने आया, वही तरीका गुड़गांव में 8 वर्षीय नाबालिग के साथ रेप और हत्या में भी सामने आया था। गुड़गांव पुलिस अब चंडीगढ़ पुलिस की मदद से आरोपी के DNA का मिलान उस लड़की से मिले DNA से करना चाहती है। ताकि इस मामले को सुलझाया जा सके। पुलिस ने कोर्ट में दाखिल की थी अनट्रेस रिपोर्ट गुड़गांव पुलिस ने 2008 के मामले में कोर्ट में अनट्रेस रिपोर्ट दाखिल की थी। लेकिन चंडीगढ़ पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए इस सीरियल रेपिस्ट की कहानी जानने के बाद पुलिस ने 2008 मामले को फिर से खोल दिया है और उस केस की जांच शुरू कर दी। गुड़गांव की वारदात में नाबालिग लड़की शाम 6:00 बजे अपने घर से निकली थी। लेकिन जब काफी देर तक वह घर नहीं पहुंची तो उसके माता-पिता ने उसकी तलाश शुरू की। तलाश के दौरान इस नाबालिग का शव पास के खाली प्लॉट में अर्धनग्न अवस्था में मिला। उस समय गुड़गांव पुलिस ने इस मामले में आईपीसी की धारा 302 और 376 के तहत केस दर्ज किया था। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हिसार में सोनिया दूहन NCP छोड़ने को बताया अफवाह:बोलीं-छात्र संघ से दिया इस्तीफा, वे अभी शरद पवार के साथ; सुप्रिया सुले से नाराजगी
हिसार में सोनिया दूहन NCP छोड़ने को बताया अफवाह:बोलीं-छात्र संघ से दिया इस्तीफा, वे अभी शरद पवार के साथ; सुप्रिया सुले से नाराजगी हरियाणा में गुरुग्राम के होटल से एनसीपी विधायकों को छुड़वाने व पूर्व खेल मंत्री संदीप सिंह के पेहोवा में कार्यक्रम में दखल डाल कर चर्चा में आयी सोनिया दूहन ने शरद पवार की पार्टी को छोड़ने के मैसेज को कोरी अफवाह बताया है। उसने बुधवार को कहा कि वह अभी एनसीपी में ही है। सोनिया दूहन हिसार में नारनौंद क्षेत्र के गांव पेटवाड़ की रहने वाली है। बुधवार को सुबह से ही उनके एनसीपी पार्टी को छोड़कर कांग्रेस में जाने के मैसेज वायरल हो रहे हैं। नारनौंद हलके में पूरा दिन इसकी चर्चा होती रही। मंगलवार को एनसीपी (एसपी) की छात्र संघ अध्यक्ष सोनिया दूहन ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि सोनिया ने कहा कि उन्होंने एनसीपी नहीं छोडी है। सोनिया दूहन ने इस्तीफा देने के पीछे के कारणों का अभी खुलासा नहीं किया है। सोनिया दूहन पुणे में पायलट की ट्रेनिंग ले रही थीं। इसी दौरान वह एनसीपी के संपर्क में आयी थी। सोनिया करीब 10 साल से एनसीपी से जुड़ी हुई हैं। उनकी गिनती शरद पवार के करीबियों में होती है। सोनिया ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के दो चुनावों में एनसीपी स्टूडेंट्स विंग का नेतृत्व भी किया है। उन्हें एक बार एनसीपी दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष और फिर राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया। वह एनसीपी की नेशनलिस्ट स्टूडेंट कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष और पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता भी रह चुकी हैं। सोनिया ने गुरुग्राम के होटल से विधायकों को छुड़वाया था
सोनिया दूहन उस समय चर्चा में आई थी जब 2019 में उन्होंने गुरुग्राम के ओबरॉय होटल से एनसीपी के चार विधायकों को बाहर निकाला था। ये विधायक अजित पवार की बगावत के बाद बीजेपी के साथ जाने की तैयारी में थे। चार विधायकों दौलत दरोदा, नरहरि जिरवाल, नितिन पवार और अनिल पाटिल थे। हरियाणा सरकार इन विधायकों पर नजर रख रही थी। इसके बावजूद सोनिया दूहन अपने विधायकों को वहां से ले जाने में कामयाब रहीं थी। सुप्रिया सुले से नाराजगी की बात कबूली
सोनिया दूहन ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि उन्होंने एनसीपी के छात्र संघ अध्यक्ष से इस्तीफा दिया है मगर वह अभी एनसीपी में हैं और शरद पवार के साथ है। उन्होंने अपनी शिकायत शरद पवार के सामने रख दी है। सोनिया ने कहा कि सुप्रिया सुले का काम करने का तरीका उनको पसंद नहीं है। वह चाहती है एनसीपी राष्ट्रीय पार्टी की तरह काम करे मगर उनका काम करने का तरीका क्षेत्रीय पार्टी की तरह है। सोनिया ने कहा कि चुनाव में ना तो उनको किसी सभा में बुलाया गया और ना ही उनको किसी तरह की कोई जिम्मेदारी दी। वह एनसीपी में सिर्फ खाना खाने और आराम करने के लिए नहीं है। सोनिया ने कहा कि सुप्रिया सुले ने उनको महाराष्ट्र में बैन करवा दिया जबकि वह एनसीपी से एक दशक से जुड़ी हुई हैं। सोशल मीडिया पर दो महीने से सक्रिय नहीं
सोनिया दूहन ने कहा कि चुनाव के समय में वह सोशल मीडिया पर दो महीने से अन एक्टिव हैं। उनको एक भी बार किसी मीटिंग व सभा में बुलाया नहीं गया। इसकी सारी जानकारी शरद पवार के सामने रखी थी। शरद पवार ने इस सब चीजों को समझा भी था और चर्चा करने की बात कही थी। मगर चर्चा हो पाती इससे ही ऐसी चीजें हो गई जिससे उनको छात्र संघ अध्यक्ष पद से इस्तीफा देना पड़ा।
हरियाणा में निर्दलीय MLA का BJP को समर्थन:बोले- लोगों ने सरकार संग रहने को कहा, किसानों को लाठियां मारीं तो इस्तीफा जेब में
हरियाणा में निर्दलीय MLA का BJP को समर्थन:बोले- लोगों ने सरकार संग रहने को कहा, किसानों को लाठियां मारीं तो इस्तीफा जेब में हरियाणा में सोनीपत की गन्नौर सीट से निर्दलीय चुनाव जीते विधायक देवेंद्र कादियान ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) को समर्थन देने का ऐलान किया है। इसे लेकर उन्होंने बुधवार को गन्नौर में अपने समर्थकों की बैठक बुलाई। इसमें समर्थकों से राय जानी, तो अधिकतर ने सरकार के साथ जाने की बात कही। देवेंद्र ने कहा कि अभी उनकी भाजपा के किसी नेता से बात नहीं हुई है। अब समर्थकों ने कहा है तो वह भाजपा अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली से बात करेंगे। इसके लिए वह दिल्ली जाएंगे, और भाजपा को समर्थन देंगे। जेब में इस्तीफा तैयार रखेंगे
देवेंद्र कादियान ने कहा कि क्षेत्र की जनता ने उन पर भरोसा जताया है। अब वह पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने बैठक में लोगों से राय जानी कि अब उनका राजनीति में अगला कदम क्या होना चाहिए? इस पर लोगों ने हाथ खड़े कर कहा कि उन्हें सरकार के साथ जाना चाहिए। इससे क्षेत्र में विकास के द्वार खुलेंगे। इसके बाद देवेंद्र कादियान ने ऐलान किया कि वह भाजपा को समर्थन देंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि किसानों, कर्मियों या किसी वर्ग के लोगों पर सरकार की ओर से जुल्म या पहले की तरह लाठियां बरसाई गईं तो वह अपना समर्थन तुरंत वापस ले लेंगे। वह अपनी जेब में इस्तीफा तैयार रखेंगे। सफाई के लिए 2 मशीनें देने का ऐलान
देवेंद्र कादियान ने बुधवार को गन्नौर के चिराग गार्डन में अपने समर्थकों की बैठक बुलाई थी। चुनाव से पहले उन्होंने समर्थकों से कहा था कि रिजल्ट के अगले दिन यहां एकत्रित होंगे। यहां उन्होंने अपने वादे के अनुसार सफाई के कार्य के लिए 2 मशीनें देने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि देवा फाउंडेशन की ओर से 90 लाख रुपए कीमत की ये मशीनें लोगों को समर्पित की जाएंगी। एक मशीन आज शाम तक आने की उम्मीद है। जल्द ही इनके फोटो-वीडियो वह जनता से शेयर करेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा ने उन्हें टिकट नहीं दिया था, लेकिन अब वह लोगों के कहने पर भाजपा का साथ देंगे। कल से शहर की सड़कों पर सफाई के लिए एक ऑटोमैटिक मशीन आएगी। 35209 वोट से जीते देवेंद्र
देवेंद्र कादियान ने गन्नौर विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ते हुए कांग्रेस के उम्मीदवार कुलदीप शर्मा को मात दी है। देवेंद्र को सीट पर कुल 77248 वोट मिले। वहीं, कुलदीप शर्मा 42039 वोट पाकर दूसरे नंबर पर रहे। इस तरह देवेंद्र ने 35209 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की। टिकट कटने पर पार्टी छोड़ी, लाइव आकर रोए
विधानसभा चुनाव से ठीक पहले देवेंद्र कादियान ने भाजपा का साथ छोड़ा था। वह करीब 10 साल से क्षेत्र में सक्रिय थे। पार्टी छोड़ने का कारण उन्हें गन्नौर से भाजपा का टिकट न मिलना रहा। देवेंद्र पार्टी से टिकट मांग रहे थे, लेकिन भाजपा ने देवेंद्र कौशिक को अपना उम्मीदवार बना लिया था। इसके बाद देवेंद्र कादियान ने पार्टी छोड़ दी। देवेंद्र ने सोशल मीडिया पर लाइव आकर पार्टी छोड़ने व निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया था। इस दौरान उनकी आंखों से आंसू भी निकल आए थे। युवा कांग्रेस से की थी राजनीति की शुरुआत
देवेंद्र कादियान मन्नत ग्रुप होटल्स के चेयरमैन हैं। उन्होंने राजनीति की शरुआत युवा कांग्रेस में की। वह राहुल गांधी के करीबी रहे। युवा कांग्रेस में राष्ट्रीय महासचिव भी रह चुके हैं। 2018 में भूपेंद्र हुड्डा से नाराजगी के बाद कांग्रेस छोड़ कर उन्होंने भाजपा जॉइन कर ली थी। तब वह भाजपा में टिकट के प्रबल दावेदार थे, लेकिन भाजपा ने टिकट निर्मल चौधरी को दिया। क्षेत्र में फ्री एंबुलेंस चला रहे
देवेंद्र क्षेत्र में समाजसेवी की छवि रखते हैं। फ्री में एंबुलेंस चला रहे हैं, गरीब युवाओं की शिक्षा में भी सहयोग कर रहे हैं।
भिवानी में मां-बेटी से 2.80 लाख रुपए लूटे:बैंक से पैदल घर जा रही थीं; पति की हो चुकी मौत, उधार चुकानी थी
भिवानी में मां-बेटी से 2.80 लाख रुपए लूटे:बैंक से पैदल घर जा रही थीं; पति की हो चुकी मौत, उधार चुकानी थी हरियाणा के भिवानी जिले के बवानी खेड़ा कस्बा में एक बदमाश ने एक 70 वर्षीय महिला व उसकी बेटी से 2 लाख 80 लाख रुपए छीन लिए। वह मुंह पर कपड़ा लपेटे हुए था। वारदात के बाद वह मौके से फुर्र हो गया। मां-बेटी बैंक से रुपए निकलवा कर घर लौट रही थी। लूट की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और छानबीन शुरू की। लुटेरे की पहचान के लिए आसपास के क्षेत्र में लगे सीसीटीवी खंगाले जा रहे हैं। जानकारी के अनुसार बवानी खेड़ा के वार्ड 10 निवासी विधवा सरोज देवी ने आज बुधवार को भारतीय स्टेट बैंक (SBI) से 2 लाख 80 हजार रुपए खाते से निकाले थे। महिला के साथ उसकी बेटी हेमलता (31) भी थी। दोनों बैंक से रुपए निकालने के बाद कैश को थैले में डाले हुए थीं। दोनों मां-बेटी पैदल ही अपने घर जा रही थी। 11 बजे के करीब जब वे अपने घर के समीप पहुंचने वाली थी तो एक नकाबपोश व्यक्ति ने उनसे उनके घर का पता पूछा। घर के पस छीना थैला व्यक्ति दोनों से बात करने लगा और इस दौरान उनके हाथ में से रुपए वाला थैला छीन कर फुर्र हो गया। महिला सरोज देवी ने बताया कि वह स्वयं व उसकी बेटी हेमलता बीमार रहती है। उसके पति पप्पन शर्मा ने किसी से रुपए उधार लिए हुए थे। उधार चुकाने के लिए वह बैंक से रुपए निकालकर लेकर आई थी। घर पहुंचने से पहले ही उनके साथ वारदात हो गई। महिला ने शोर मचाया, आसपास के लोग घरों से निकले, लेकिन तब तक लुटेरा फरार हो चुका था। वारदात की सूचना के बाद पुलिस की टीम महिला के बताए घटनास्थल पर पहुंची और जांच शुरू कर दी। घर में नहीं कोई कमाने वाला वृद्ध महिला सरोज देवी ने बताया कि उसके पति की मृत्यु हो चुकी है। अब घर में कोई कमाने वाला कोई नहीं है। उनके घर में दरारें आ चुकी है और वह किसी समय गिर सकता है। डिपो से राशन नहीं मिल रहा था। तब उसने बवानी खेड़ा में जन संवाद कार्यक्रम में पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर के सामने गुहार लगाई थी। SHO बोले- सीसीटीवी खंगाल रहे थाना प्रभारी जितेन्द्र कुमार ने बताया कि टीमें गठित कर दी गई हैं, टीम बैंक सहित घटनास्थल की जांच कर रही है व सीसीटीवी खंगाले जा रहे हैं ताकि लुटेरे तक पहुंचा जा सके।