कृषि उत्पादन आयुक्त देवेश चतुर्वेदी की केंद्र में तैनाती के बाद अब यूपी की ब्यूरोक्रेसी में हाईलेवल पर बड़े बदलाव की तैयारी है। सीएम ऑफिस और मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह उपचुनाव और विधानसभा चुनाव- 2027 को देखते हुए नई टीम बनाने की तैयारी में हैं। सीएम ऑफिस से लेकर दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक के विभागों में अफसर बदले जा सकते हैं। यूपी के दो आईएएस अफसर केंद्र सरकार में तैनाती के इंतजार में थे। इनमें से देवेश चतुर्वेदी को भारत सरकार में कृषि विभाग का सचिव बनाया गया है। मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव शशि प्रकाश गोयल को भी केंद्र में तैनाती का इंतजार है। प्रशासनिक हलकों में चर्चा है कि गोयल की केंद्र में तैनाती के साथ ही यूपी के प्रशासनिक अमले में बड़ा बदलाव होगा। अब जानिए क्या-क्या बदलाव हो सकते हैं… 1- एसपी गोयल की जगह ले सकते हैं संजय प्रसाद: सूत्रों का कहना है, मुख्यमंत्री योगी के अपर मुख्य सचिव एसपी गोयल की केंद्र में पोस्टिंग जल्द होगी। गोयल की पोस्टिंग के बाद उनकी जगह मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव संजय प्रसाद लेंगे। संजय प्रसाद के पास सूचना, नागरिक उड्डयन सहित अन्य विभागों का अतिरिक्त कार्यभार रह सकता है। 2- सीएम दफ्तर में भी एक प्रमुख सचिव तैनात होंगे: सूत्रों का कहना है, मुख्यमंत्री कार्यालय में भी एक प्रमुख सचिव स्तर के अधिकारी की तैनाती की जाएगी। 3- राजस्व परिषद को मिलेगा नया अध्यक्ष: राजस्व परिषद के अध्यक्ष रजनीश दुबे 31 जुलाई को रिटायर हो रहे हैं। वन एवं पर्यावरण विभाग के अपर मुख्य सचिव मनोज सिंह को राजस्व परिषद का अध्यक्ष बनाया जा सकता है। मनोज सिंह इसी साल 31 दिसंबर को सेवानिवृत्त होंगे। डिप्टी सीएम और मंत्रियों के विभागों में बदलाव की यह वजह… डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के ग्राम्य विकास विभाग के प्रमुख सचिव हिमांश कुमार बदले जा सकते हैं। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव पार्थसारथी सेन शर्मा को भी किसी अन्य बड़े विभाग की जिम्मेदारी मिल सकती है। सूत्रों के मुताबिक, केशव और पाठक ने शीर्ष नेतृत्व को प्रमुख सचिव की कार्यशैली को लेकर शिकायत की है। किसको क्या मिल सकता है… 1- एपीसी के लिए तीन दावेदार: कृषि उत्पादन आयुक्त के लिए 1989 बैच की आईएएस मोनिका एस गर्ग, अनिल कुमार और मनोज सिंह दावेदार हैं। 2- दीपक कुमार को गृह के अलावा दूसरे विभाग मिल सकते हैं: अपर मुख्य सचिव गृह दीपक कुमार के पास वित्त और माध्यमिक शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी बनी रहेगी। सूत्रों के मुताबिक, आगामी विधानसभा उपचुनाव तक सीएम को गृह विभाग में विश्वस्त अफसर चाहिए। दीपक कुमार सीएम के विश्वसनीय अफसर हैं। उनको नियुक्ति एवं कार्मिक या किसी एक अन्य बड़े विभाग की जिम्मेदारी और मिल सकती है। सरकार का फोकस
जानकारों का मानना है, यूपी की ब्यूरोक्रेरी में महत्वपूर्ण पदों पर तैनात रहने वाले अफसरों को सरकार के फोकस पर ध्यान देना होगा। अपनी कार्यशैली और योजना को उसी के अनुरूप ढालना होगा। एक आईएएस अफसर ने बताया- सीएम योगी पूरी तरह एक्शन मोड में हैं। ऐसे में उनके लक्ष्य की आड़ में कोई भी अफसर आया, तो वह नप जाएगा। कौन से अफसर हटेंगे और कहां से आएंगे डिलीवरी नहीं देने वाले हटाए जाएंगे: शासन में महत्वपूर्ण पदों पर बैठे ऐसे अफसर हटाए जाएंगे, जो विभाग में फास्ट डिलीवरी नहीं दे पा रहे। सरकार का पूरा फोकस विधानसभा चुनाव- 2027 पर है। ऐसे में जनता से जुड़े महकमों और केंद्र-प्रदेश सरकार की योजनाओं से जुड़े विभागों में वही अफसर तैनात होंगे, जो सरकार की मंशा के अनुरूप काम करेंगे। दिल्ली से भी बुलाए जा सकते हैं अफसर: प्रमुख सचिव और सचिव पद के लिए दिल्ली में प्रतिनियुक्ति पर तैनात कुछ अफसर फिर यूपी बुलाए जा सकते हैं। इनमें अर्चना अग्रवाल, निवेदिता शुक्ला, भुवनेश कुमार, मृत्युंजय नारायण, धीरज साहू और अनीता मेश्राम सहित अन्य नाम शामिल हैं। 1990-1991 बैच के अफसरों को मिलेगा मौका: यूपी के शासन की सत्ता जल्द ही 1990 और 1991 बैच के अफसरों के हाथ होगी। 1989 बैच में यूपी में चार ही अफसर हैं। एसपी गोयल की केंद्र में पोस्टिंग के बाद तीन ही अफसर रह जाएंगे। इनमें से मनोज सिंह भी दिसंबर में रिटायर हो जाएंगे। ऐसे में अब 1990 बैच के हिमांशु कुमार, सुधीर एम. बोवड़े, जितेंद्र कुमार, 1991 बैच के एल. वेंटकेश्वर लू, राजेश कुमार सिंह, बीएल मीणा, 1992 बैच के नरेंद्र भूषण और अनुराग श्रीवास्तव को बड़े महकमे मिल सकते हैं। मुख्य सचिव की पसंद से होगी तैनाती
यूपी में महत्वपूर्ण विभागों में अपर मुख्य सचिव और प्रमुख सचिवों की तैनाती अब मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह की पसंद से होगी। मनोज कुमार सिंह सीएम योगी आदित्यनाथ के करीबी अफसर हैं। जानकार मानते हैं, ब्यूरोक्रेसी में बड़े पदों पर वही अफसर तैनात होंगे जो मुख्य सचिव से तालमेल बनाए रख सकते हैं। साथ ही विधानसभा चुनाव 2027 के मद्देनजर सरकार को फास्ट डिलीवरी दे सकते हैं। यह खबर भी पढ़ें अयोध्या में योगी बोले- हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा; बांग्लादेश में मंदिर तोड़े जा रहे हैं सीएम योगी ने कहा- बांग्लादेश में हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा है। मंदिर तोड़े जा रहे हैं। आज भारत के तमाम पड़ोसी जल रहे हैं। फिर भी हम इतिहास की परतों को ढूंढने का प्रयास नहीं कर रहे हैं कि ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति वहां क्यों पैदा हुई है। जो समाज इतिहास का गलतियों से सबक नहीं सीखता है, उसके भविष्य पर ग्रहण लगता है। योगी ने यह बात बुधवार सुबह अयोध्या में संतों के कार्यक्रम में कही। यहां पढ़ें पूरी खबर कृषि उत्पादन आयुक्त देवेश चतुर्वेदी की केंद्र में तैनाती के बाद अब यूपी की ब्यूरोक्रेसी में हाईलेवल पर बड़े बदलाव की तैयारी है। सीएम ऑफिस और मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह उपचुनाव और विधानसभा चुनाव- 2027 को देखते हुए नई टीम बनाने की तैयारी में हैं। सीएम ऑफिस से लेकर दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक के विभागों में अफसर बदले जा सकते हैं। यूपी के दो आईएएस अफसर केंद्र सरकार में तैनाती के इंतजार में थे। इनमें से देवेश चतुर्वेदी को भारत सरकार में कृषि विभाग का सचिव बनाया गया है। मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव शशि प्रकाश गोयल को भी केंद्र में तैनाती का इंतजार है। प्रशासनिक हलकों में चर्चा है कि गोयल की केंद्र में तैनाती के साथ ही यूपी के प्रशासनिक अमले में बड़ा बदलाव होगा। अब जानिए क्या-क्या बदलाव हो सकते हैं… 1- एसपी गोयल की जगह ले सकते हैं संजय प्रसाद: सूत्रों का कहना है, मुख्यमंत्री योगी के अपर मुख्य सचिव एसपी गोयल की केंद्र में पोस्टिंग जल्द होगी। गोयल की पोस्टिंग के बाद उनकी जगह मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव संजय प्रसाद लेंगे। संजय प्रसाद के पास सूचना, नागरिक उड्डयन सहित अन्य विभागों का अतिरिक्त कार्यभार रह सकता है। 2- सीएम दफ्तर में भी एक प्रमुख सचिव तैनात होंगे: सूत्रों का कहना है, मुख्यमंत्री कार्यालय में भी एक प्रमुख सचिव स्तर के अधिकारी की तैनाती की जाएगी। 3- राजस्व परिषद को मिलेगा नया अध्यक्ष: राजस्व परिषद के अध्यक्ष रजनीश दुबे 31 जुलाई को रिटायर हो रहे हैं। वन एवं पर्यावरण विभाग के अपर मुख्य सचिव मनोज सिंह को राजस्व परिषद का अध्यक्ष बनाया जा सकता है। मनोज सिंह इसी साल 31 दिसंबर को सेवानिवृत्त होंगे। डिप्टी सीएम और मंत्रियों के विभागों में बदलाव की यह वजह… डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के ग्राम्य विकास विभाग के प्रमुख सचिव हिमांश कुमार बदले जा सकते हैं। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव पार्थसारथी सेन शर्मा को भी किसी अन्य बड़े विभाग की जिम्मेदारी मिल सकती है। सूत्रों के मुताबिक, केशव और पाठक ने शीर्ष नेतृत्व को प्रमुख सचिव की कार्यशैली को लेकर शिकायत की है। किसको क्या मिल सकता है… 1- एपीसी के लिए तीन दावेदार: कृषि उत्पादन आयुक्त के लिए 1989 बैच की आईएएस मोनिका एस गर्ग, अनिल कुमार और मनोज सिंह दावेदार हैं। 2- दीपक कुमार को गृह के अलावा दूसरे विभाग मिल सकते हैं: अपर मुख्य सचिव गृह दीपक कुमार के पास वित्त और माध्यमिक शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी बनी रहेगी। सूत्रों के मुताबिक, आगामी विधानसभा उपचुनाव तक सीएम को गृह विभाग में विश्वस्त अफसर चाहिए। दीपक कुमार सीएम के विश्वसनीय अफसर हैं। उनको नियुक्ति एवं कार्मिक या किसी एक अन्य बड़े विभाग की जिम्मेदारी और मिल सकती है। सरकार का फोकस
जानकारों का मानना है, यूपी की ब्यूरोक्रेरी में महत्वपूर्ण पदों पर तैनात रहने वाले अफसरों को सरकार के फोकस पर ध्यान देना होगा। अपनी कार्यशैली और योजना को उसी के अनुरूप ढालना होगा। एक आईएएस अफसर ने बताया- सीएम योगी पूरी तरह एक्शन मोड में हैं। ऐसे में उनके लक्ष्य की आड़ में कोई भी अफसर आया, तो वह नप जाएगा। कौन से अफसर हटेंगे और कहां से आएंगे डिलीवरी नहीं देने वाले हटाए जाएंगे: शासन में महत्वपूर्ण पदों पर बैठे ऐसे अफसर हटाए जाएंगे, जो विभाग में फास्ट डिलीवरी नहीं दे पा रहे। सरकार का पूरा फोकस विधानसभा चुनाव- 2027 पर है। ऐसे में जनता से जुड़े महकमों और केंद्र-प्रदेश सरकार की योजनाओं से जुड़े विभागों में वही अफसर तैनात होंगे, जो सरकार की मंशा के अनुरूप काम करेंगे। दिल्ली से भी बुलाए जा सकते हैं अफसर: प्रमुख सचिव और सचिव पद के लिए दिल्ली में प्रतिनियुक्ति पर तैनात कुछ अफसर फिर यूपी बुलाए जा सकते हैं। इनमें अर्चना अग्रवाल, निवेदिता शुक्ला, भुवनेश कुमार, मृत्युंजय नारायण, धीरज साहू और अनीता मेश्राम सहित अन्य नाम शामिल हैं। 1990-1991 बैच के अफसरों को मिलेगा मौका: यूपी के शासन की सत्ता जल्द ही 1990 और 1991 बैच के अफसरों के हाथ होगी। 1989 बैच में यूपी में चार ही अफसर हैं। एसपी गोयल की केंद्र में पोस्टिंग के बाद तीन ही अफसर रह जाएंगे। इनमें से मनोज सिंह भी दिसंबर में रिटायर हो जाएंगे। ऐसे में अब 1990 बैच के हिमांशु कुमार, सुधीर एम. बोवड़े, जितेंद्र कुमार, 1991 बैच के एल. वेंटकेश्वर लू, राजेश कुमार सिंह, बीएल मीणा, 1992 बैच के नरेंद्र भूषण और अनुराग श्रीवास्तव को बड़े महकमे मिल सकते हैं। मुख्य सचिव की पसंद से होगी तैनाती
यूपी में महत्वपूर्ण विभागों में अपर मुख्य सचिव और प्रमुख सचिवों की तैनाती अब मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह की पसंद से होगी। मनोज कुमार सिंह सीएम योगी आदित्यनाथ के करीबी अफसर हैं। जानकार मानते हैं, ब्यूरोक्रेसी में बड़े पदों पर वही अफसर तैनात होंगे जो मुख्य सचिव से तालमेल बनाए रख सकते हैं। साथ ही विधानसभा चुनाव 2027 के मद्देनजर सरकार को फास्ट डिलीवरी दे सकते हैं। यह खबर भी पढ़ें अयोध्या में योगी बोले- हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा; बांग्लादेश में मंदिर तोड़े जा रहे हैं सीएम योगी ने कहा- बांग्लादेश में हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा है। मंदिर तोड़े जा रहे हैं। आज भारत के तमाम पड़ोसी जल रहे हैं। फिर भी हम इतिहास की परतों को ढूंढने का प्रयास नहीं कर रहे हैं कि ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति वहां क्यों पैदा हुई है। जो समाज इतिहास का गलतियों से सबक नहीं सीखता है, उसके भविष्य पर ग्रहण लगता है। योगी ने यह बात बुधवार सुबह अयोध्या में संतों के कार्यक्रम में कही। यहां पढ़ें पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर