फतेहगढ़ साहिब सांसद की जेपी नड्डा से मुलाकात:डीएपी की कमी का मुद्दा उठाया, संसद में मनरेगा पर बोले

फतेहगढ़ साहिब सांसद की जेपी नड्डा से मुलाकात:डीएपी की कमी का मुद्दा उठाया, संसद में मनरेगा पर बोले

पंजाब के फतेहगढ़ साहिब से कांग्रेसी सांसद डॉ. अमर सिंह ने नई दिल्ली में केंद्रीय उर्वरक मंत्री जेपी नड्डा से मुलाकात की और उनसे यह सुनिश्चित करने का अनुरोध किया कि पंजाब में किसानों को अच्छी गुणवत्ता वाले यूरिया और डीएपी की पर्याप्त आपूर्ति मिले। उन्होंने मंत्री को बताया कि किसानों में बहुत तनाव है, क्योंकि पंजाब भेजे गए डीएपी के 60% नमूने गुणवत्ता परीक्षण में विफल रहे हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इसके गंभीर जांच की जरूरत है। पंजाब में डीएपी का स्टॉक कम सांसद ने कहा कि दूसरी ओर इस समय पंजाब में डीएपी का बहुत कम स्टॉक है और भारत सरकार द्वारा अब तक पंजाब को भेजा गया स्टॉक पिछले साल भेजे गए स्टॉक से काफी कम है। मंत्री को बताया कि भारत सरकार द्वारा की जाने वाली खाद्यान्न खरीद के संबंध में पंजाब केंद्रीय पूल में सबसे बड़ा योगदान देता है। इसे देखते हुए सरकार को यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि पंजाब में किसानों को डीएपी की कमी न हो। उन्होंने कहा कि निजी कंपनियों से डीएपी खरीदने से छोटे किसानों पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा, जो डीएपी और अन्य उर्वरकों की आपूर्ति के लिए पूरी तरह से सरकार और सहकारी एजेंसियों पर निर्भर हैं। संसद में मनरेगा पर बोले मंत्री ने वादा किया कि खराब गुणवत्ता वाली डीएपी की आपूर्ति करने वालों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। वहीं संसद के बीच डॉक्टर अमर सिंह मनरेगा पर बोले। उन्होंने कहा कि मनरेगा के जन्मदाताओं में वे भी शामिल हैं। मनरेगा की स्क्रिप्ट जिस टीम ने लिखी वे उसके मेंबर थे। जिस मकसद से मनरेगा बनाई गई आज बिलकुल उसके उल्ट हो रहा है, लेकिन दुख की बात है कि आज मनरेगा में राजनीति भारी हो गई है। गरीब लोगों को इसका फायदा नहीं मिल रहा। इस तरफ ध्यान दिया जाए। पंजाब के फतेहगढ़ साहिब से कांग्रेसी सांसद डॉ. अमर सिंह ने नई दिल्ली में केंद्रीय उर्वरक मंत्री जेपी नड्डा से मुलाकात की और उनसे यह सुनिश्चित करने का अनुरोध किया कि पंजाब में किसानों को अच्छी गुणवत्ता वाले यूरिया और डीएपी की पर्याप्त आपूर्ति मिले। उन्होंने मंत्री को बताया कि किसानों में बहुत तनाव है, क्योंकि पंजाब भेजे गए डीएपी के 60% नमूने गुणवत्ता परीक्षण में विफल रहे हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इसके गंभीर जांच की जरूरत है। पंजाब में डीएपी का स्टॉक कम सांसद ने कहा कि दूसरी ओर इस समय पंजाब में डीएपी का बहुत कम स्टॉक है और भारत सरकार द्वारा अब तक पंजाब को भेजा गया स्टॉक पिछले साल भेजे गए स्टॉक से काफी कम है। मंत्री को बताया कि भारत सरकार द्वारा की जाने वाली खाद्यान्न खरीद के संबंध में पंजाब केंद्रीय पूल में सबसे बड़ा योगदान देता है। इसे देखते हुए सरकार को यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि पंजाब में किसानों को डीएपी की कमी न हो। उन्होंने कहा कि निजी कंपनियों से डीएपी खरीदने से छोटे किसानों पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा, जो डीएपी और अन्य उर्वरकों की आपूर्ति के लिए पूरी तरह से सरकार और सहकारी एजेंसियों पर निर्भर हैं। संसद में मनरेगा पर बोले मंत्री ने वादा किया कि खराब गुणवत्ता वाली डीएपी की आपूर्ति करने वालों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। वहीं संसद के बीच डॉक्टर अमर सिंह मनरेगा पर बोले। उन्होंने कहा कि मनरेगा के जन्मदाताओं में वे भी शामिल हैं। मनरेगा की स्क्रिप्ट जिस टीम ने लिखी वे उसके मेंबर थे। जिस मकसद से मनरेगा बनाई गई आज बिलकुल उसके उल्ट हो रहा है, लेकिन दुख की बात है कि आज मनरेगा में राजनीति भारी हो गई है। गरीब लोगों को इसका फायदा नहीं मिल रहा। इस तरफ ध्यान दिया जाए।   पंजाब | दैनिक भास्कर