फरीदाबाद में XEN सस्पेंड, चीफ इंजीनियर को नोटिस:NIT सीवर लाइन टेंडर रद्द, प्रोजेक्ट में गड़बड़ी की आशंका पर CM ने फाइनल तलब की

फरीदाबाद में XEN सस्पेंड, चीफ इंजीनियर को नोटिस:NIT सीवर लाइन टेंडर रद्द, प्रोजेक्ट में गड़बड़ी की आशंका पर CM ने फाइनल तलब की

हरियाणा के फरीदाबाद में बड़खल विधानसभा क्षेत्र के NIT इलाके में सीवर लाइन प्रोजेक्ट विवादों में आ गया है। गड़बड़ी की आशंका पर सरकार ने टेंडर को कैंसिल कर दिया है। संबंधित ठेकेदार और निगम अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं। शहरी स्थानीय निकाय मंत्री सुभाष सुधा ने नगर निगम के XEN ओम दत्त को सस्पेंड कर दिया है। साथ ही चीफ इंजीनियर बीके कर्दम को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। बता दें कि सितंबर 2022 में NIT एक, दो, तीन और पांच में नई सीवर लाइन डालने के लिए एक प्रोजेक्ट तैयार किया गया था। इस प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत करीब 158 करोड़ रुपए है। इसमें पुरानी सीवर लाइन काे बदलने, नई सीवर लाइन बिछाने का कार्य, डिस्पोजल काे अपग्रेड करना, माइक्रो टनलिंग कार्य, आदि शामिल थे। इस कार्य में देरी होने के कारण NIT के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मामला मुख्यमंत्री नायब सैनी के संज्ञान में आया तो उन्होंने नगर निगम से इस पूरे प्रोजेक्ट को लेकर रिपोर्ट तलब की थी। रिपोर्ट में पाया गया कि इस कार्य के टेंडर में ठेकेदारों ने टेंडर प्रक्रिया में गलत तरीके से एक दूसरे के डिजिटल सिग्नेचर प्रयोग किए हैं। मामले को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री ने इस टेंडर को रद्द कर दिया है। मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करने के आदेश दिए हैं। साथ ही जिन ठेकेदारों ने टेंडर प्रक्रिया में गलत तरीके से डिजिटल सिग्नेचर प्रयोग किया है, उनके खिलाफ FIR दर्ज कराने के आदेश दिए हैं। दो साल पहले DPR को मिली मंजूरी
न्यू इंडस्ट्री टाउन के तहत आने वाले 1 नंबर, 2 नंबर, 3 नंबर, 4 नंबर व 5 नंबर में सिविल लाइन काफी पुरानी थी। इस एरिया में लोगों की आबादी बढ़ने लगी, जिसका बोझ यहां डाली गई सीवर लाइन उठा नहीं पा रही थी। इस क्षेत्र में सीवर लाइन नई डालने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से मंजूरी मिली। जून 22 में इसकी DPR तैयार की गई। इसके बाद इसका वर्क ऑर्डर जारी किया गया। इसके लिए 4 एजेंसियों ने आवेदन किया था, जिनमें से 3 योग्य थी। अधिकारियों ने चौथी एजेंसी को भी योग्य घोषित कर दिया, जिससे टेंडर लटक गया। फिर कुछ महीने बाद CM बदल गए और फिर लोकसभा आ गए। लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद बड़खल की विधायक सीमा त्रिखा ने ड्रेनेज सिस्टम परियोजना के टेंडर के बारे में जानकारी जुटाई तो अधिकारी उन्हें गुमराह कर रहे थे। उन्होंने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री से की। तब पाया कि टेंडर पर काम शुरू ही नहीं हुआ। इसके बाद दोनों अधिकारियों पर गाज गिरी। सीमा त्रिखा ने क्या कहा
मैं अपने क्षेत्र के विकास के प्रति प्रतिबद्ध हूं। स्थानीय निकाय मंत्री ने जो आदेश दिया, वह सही है। किसी को जनता के हितों के से खिलवाड़ करने का अधिकार नहीं है। मैंने सीएम से ड्रेनेज सिस्टम शुरू करने के लिए 31 अगस्त को निमंत्रण दिया था। अब यह काम सिरे चढ़ने जा रहा है। वहीं, नगर निगम आयुक्त ए मोना श्रीनिवास ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। किस स्तर पर मामले में गड़बड़ी हुई है, वह पता लगाया जा रहा है। हरियाणा के फरीदाबाद में बड़खल विधानसभा क्षेत्र के NIT इलाके में सीवर लाइन प्रोजेक्ट विवादों में आ गया है। गड़बड़ी की आशंका पर सरकार ने टेंडर को कैंसिल कर दिया है। संबंधित ठेकेदार और निगम अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं। शहरी स्थानीय निकाय मंत्री सुभाष सुधा ने नगर निगम के XEN ओम दत्त को सस्पेंड कर दिया है। साथ ही चीफ इंजीनियर बीके कर्दम को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। बता दें कि सितंबर 2022 में NIT एक, दो, तीन और पांच में नई सीवर लाइन डालने के लिए एक प्रोजेक्ट तैयार किया गया था। इस प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत करीब 158 करोड़ रुपए है। इसमें पुरानी सीवर लाइन काे बदलने, नई सीवर लाइन बिछाने का कार्य, डिस्पोजल काे अपग्रेड करना, माइक्रो टनलिंग कार्य, आदि शामिल थे। इस कार्य में देरी होने के कारण NIT के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मामला मुख्यमंत्री नायब सैनी के संज्ञान में आया तो उन्होंने नगर निगम से इस पूरे प्रोजेक्ट को लेकर रिपोर्ट तलब की थी। रिपोर्ट में पाया गया कि इस कार्य के टेंडर में ठेकेदारों ने टेंडर प्रक्रिया में गलत तरीके से एक दूसरे के डिजिटल सिग्नेचर प्रयोग किए हैं। मामले को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री ने इस टेंडर को रद्द कर दिया है। मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करने के आदेश दिए हैं। साथ ही जिन ठेकेदारों ने टेंडर प्रक्रिया में गलत तरीके से डिजिटल सिग्नेचर प्रयोग किया है, उनके खिलाफ FIR दर्ज कराने के आदेश दिए हैं। दो साल पहले DPR को मिली मंजूरी
न्यू इंडस्ट्री टाउन के तहत आने वाले 1 नंबर, 2 नंबर, 3 नंबर, 4 नंबर व 5 नंबर में सिविल लाइन काफी पुरानी थी। इस एरिया में लोगों की आबादी बढ़ने लगी, जिसका बोझ यहां डाली गई सीवर लाइन उठा नहीं पा रही थी। इस क्षेत्र में सीवर लाइन नई डालने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से मंजूरी मिली। जून 22 में इसकी DPR तैयार की गई। इसके बाद इसका वर्क ऑर्डर जारी किया गया। इसके लिए 4 एजेंसियों ने आवेदन किया था, जिनमें से 3 योग्य थी। अधिकारियों ने चौथी एजेंसी को भी योग्य घोषित कर दिया, जिससे टेंडर लटक गया। फिर कुछ महीने बाद CM बदल गए और फिर लोकसभा आ गए। लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद बड़खल की विधायक सीमा त्रिखा ने ड्रेनेज सिस्टम परियोजना के टेंडर के बारे में जानकारी जुटाई तो अधिकारी उन्हें गुमराह कर रहे थे। उन्होंने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री से की। तब पाया कि टेंडर पर काम शुरू ही नहीं हुआ। इसके बाद दोनों अधिकारियों पर गाज गिरी। सीमा त्रिखा ने क्या कहा
मैं अपने क्षेत्र के विकास के प्रति प्रतिबद्ध हूं। स्थानीय निकाय मंत्री ने जो आदेश दिया, वह सही है। किसी को जनता के हितों के से खिलवाड़ करने का अधिकार नहीं है। मैंने सीएम से ड्रेनेज सिस्टम शुरू करने के लिए 31 अगस्त को निमंत्रण दिया था। अब यह काम सिरे चढ़ने जा रहा है। वहीं, नगर निगम आयुक्त ए मोना श्रीनिवास ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। किस स्तर पर मामले में गड़बड़ी हुई है, वह पता लगाया जा रहा है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर