पेरिस ओलिंपिक में डिस्क्वालीफाई की गईं पहलवान विनेश फोगाट को हरियाणा के खेल मंत्री संजय सिंह ने राजनीति में आने का ऑफर दिया है। संजय सिंह ने कहा, ‘विनेश फोगाट अगर राजनीति में आना चाहती हैं तो उनका स्वागत है। वह अपनी इच्छा बताएं कि वह विधानसभा चुनाव लड़ना चाहती हैं या राज्यसभा जाना चाहती हैं। BJP इस पर 100 प्रतिशत फैसला लेगी।’ एक मीडिया चैनल को दिए इंटरव्यू में संजय सिंह ने कहा कि खिलाड़ियों के ऊपर राजनीति नहीं होनी चाहिए। आज भूपेंद्र सिंह हुड्डा कह रहे हैं कि उनके पास विधायकों का संख्या बल नहीं है। वर्ष 2014 से पहले उनके पास संख्या बल भी था। वह बताएं कि तब उन्होंने कितने खिलाड़ियों को राज्यसभा में भेजा था। भाजपा ने योगेश्वर दत्त और बबीता फोगाट को विधानसभा चुनाव लड़ाया था। उस समय भूपेंद्र सिंह हुड्डा को खिलाड़ियों की याद नहीं आई। उन्होंने खिलाड़ियों के चुनाव में जाकर उनके खिलाफ काम किया। संजय सिंह ने कहा कि शूटर मनु भाकर और सबरजोत सिंह को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने खेल विभाग ने डिप्टी डायरेक्टर नियुक्त किया है। सरकार ने खिलाड़ियों को ओलिंपिक चयन से लेकर मेडल जीतने तक जिस भी प्रकार की सुविधा चाहिए थी, उपलब्ध कराई है। मनु और सरबजोत ने मुख्यमंत्री को कहा कि प्रदेश सरकार की जो खेल नीति है, उससे हमेशा मदद मिली है। चाहे आर्थिक सहायता की बात हो या कैश अवॉर्ड की, हम हमेशा आगे बढ़े हैं। हुड्डा ने कहा था- संख्या होती तो विनेश को राज्यसभा भेजते पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा ने कहा था, ‘कांग्रेस के पास विधायकों की संख्या पूरी होती तो विनेश को राज्यसभा भेजते। सरकार को गोल्ड विजेता वाला सम्मान देना चाहिए। इस पर विनेश के ताऊ महाबीर फोगाट ने कहा कि गीता को इंस्पेक्टर व बबीता को सब इंस्पेक्टर बनाया था। हमने लड़ाई लड़ी और DSP बनवाया। अब विनेश को क्या राज्यसभा भेजेंगे। दुष्यंत चौटाला कह चुके- सभी 90 विधायक विनेश को राज्यसभा भेजें इससे पहले, हरियाणा के पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा था कि सभी 90 विधायकों को एक जुट होकर विनेश फोगाट को राज्यसभा में भेजना चाहिए। जो घटना हमारी बहन विनेश फोगाट के साथ हुई, उसके बाद पूरे देश में दुख का माहौल है कि हमारा एक मेडल हम से रह गया। मैं तो सब 90 विधायकों से आग्रह करूंगा कि हम सबको मिलकर उसको ये सम्मान देना चाहिए कि देश की राज्यसभा में हम उसको भेज सकें। ये खिलाड़ियों का भी सम्मान होगा, ये बेटियों का भी सम्मान होगा। जो सम्मान एक मेडल जीतने का आना था, वो हमारी बहन को हम देश की सबसे बड़ी पंचायत में भेज तो वो सम्मान मिलेगा। 100 ग्राम वजन ज्यादा निकलने पर डिसक्वालीफाई हुईं विनेश विनेश फोगाट ने 50 किग्रा वेट कैटेगरी में 6 अगस्त को सेमीफाइनल मैच जीता था। सेमीफाइनल तक 3 मैच खेलने के बाद उन्हें प्रोटीन और एनर्जी के लिए खाना खिलाया गया, जिससे उनका वजन 52.700 किग्रा तक बढ़ गया। वेट वापस 50KG पर लाने के लिए टीम के पास सिर्फ 12 घंटे थे। पूरी टीम रातभर विनेश का वजन कम करने की कोशिश में लगी रही। विनेश पूरी रात नहीं सोईं और वजन को तय कैटेगरी में लाने के लिए जॉगिंग, स्किपिंग और साइकिलिंग जैसी एक्सरसाइज करती रहीं। विनेश ने अपने बाल और नाखून तक काट दिए थे। उनके कपड़े भी छोटे कर दिए गए थे। 7 अगस्त को सुबह दोबारा से विनेश के वजन की जांच की गई। विनेश का वजन तय सीमा से 100 ग्राम अधिक निकला। इसके बाद उन्हें डिसक्वालीफाई कर दिया गया। कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स में लगाई याचिका ओलिंपिक से डिसक्वालीफाई होने के बाद विनेश फोगाट ने कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) में याचिका लगाकर सिल्वर मेडल की गुहार लगाई। 9 अगस्त को हुई सुनवाई में भारतीय वकील हरीश सॉल्वे ने विनेश को सिल्वर मेडल देने या फिर फाइनल खेलने का चांस देने की अपील की। CAS ने कहा कि पेरिस ओलिंपिक की समाप्ति से पहले विनेश फोगाट की याचिका पर फैसला आने की उम्मीद है। यह ऐसा मामला नहीं है कि जिस पर एक घंटे के अंदर फैसला लिया जा सके। CAS ने यह भी कहा कि विनेश फोगाट ने भी इस मामले में अर्जेंट फैसले की मांग नहीं की है। फिर भी इस प्रक्रिया तो तेजी से निपटाया जाएगा। यह मामला अब सोल आर्बिट्रेटर को भेजा गया है। पेरिस ओलिंपिक में डिस्क्वालीफाई की गईं पहलवान विनेश फोगाट को हरियाणा के खेल मंत्री संजय सिंह ने राजनीति में आने का ऑफर दिया है। संजय सिंह ने कहा, ‘विनेश फोगाट अगर राजनीति में आना चाहती हैं तो उनका स्वागत है। वह अपनी इच्छा बताएं कि वह विधानसभा चुनाव लड़ना चाहती हैं या राज्यसभा जाना चाहती हैं। BJP इस पर 100 प्रतिशत फैसला लेगी।’ एक मीडिया चैनल को दिए इंटरव्यू में संजय सिंह ने कहा कि खिलाड़ियों के ऊपर राजनीति नहीं होनी चाहिए। आज भूपेंद्र सिंह हुड्डा कह रहे हैं कि उनके पास विधायकों का संख्या बल नहीं है। वर्ष 2014 से पहले उनके पास संख्या बल भी था। वह बताएं कि तब उन्होंने कितने खिलाड़ियों को राज्यसभा में भेजा था। भाजपा ने योगेश्वर दत्त और बबीता फोगाट को विधानसभा चुनाव लड़ाया था। उस समय भूपेंद्र सिंह हुड्डा को खिलाड़ियों की याद नहीं आई। उन्होंने खिलाड़ियों के चुनाव में जाकर उनके खिलाफ काम किया। संजय सिंह ने कहा कि शूटर मनु भाकर और सबरजोत सिंह को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने खेल विभाग ने डिप्टी डायरेक्टर नियुक्त किया है। सरकार ने खिलाड़ियों को ओलिंपिक चयन से लेकर मेडल जीतने तक जिस भी प्रकार की सुविधा चाहिए थी, उपलब्ध कराई है। मनु और सरबजोत ने मुख्यमंत्री को कहा कि प्रदेश सरकार की जो खेल नीति है, उससे हमेशा मदद मिली है। चाहे आर्थिक सहायता की बात हो या कैश अवॉर्ड की, हम हमेशा आगे बढ़े हैं। हुड्डा ने कहा था- संख्या होती तो विनेश को राज्यसभा भेजते पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा ने कहा था, ‘कांग्रेस के पास विधायकों की संख्या पूरी होती तो विनेश को राज्यसभा भेजते। सरकार को गोल्ड विजेता वाला सम्मान देना चाहिए। इस पर विनेश के ताऊ महाबीर फोगाट ने कहा कि गीता को इंस्पेक्टर व बबीता को सब इंस्पेक्टर बनाया था। हमने लड़ाई लड़ी और DSP बनवाया। अब विनेश को क्या राज्यसभा भेजेंगे। दुष्यंत चौटाला कह चुके- सभी 90 विधायक विनेश को राज्यसभा भेजें इससे पहले, हरियाणा के पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा था कि सभी 90 विधायकों को एक जुट होकर विनेश फोगाट को राज्यसभा में भेजना चाहिए। जो घटना हमारी बहन विनेश फोगाट के साथ हुई, उसके बाद पूरे देश में दुख का माहौल है कि हमारा एक मेडल हम से रह गया। मैं तो सब 90 विधायकों से आग्रह करूंगा कि हम सबको मिलकर उसको ये सम्मान देना चाहिए कि देश की राज्यसभा में हम उसको भेज सकें। ये खिलाड़ियों का भी सम्मान होगा, ये बेटियों का भी सम्मान होगा। जो सम्मान एक मेडल जीतने का आना था, वो हमारी बहन को हम देश की सबसे बड़ी पंचायत में भेज तो वो सम्मान मिलेगा। 100 ग्राम वजन ज्यादा निकलने पर डिसक्वालीफाई हुईं विनेश विनेश फोगाट ने 50 किग्रा वेट कैटेगरी में 6 अगस्त को सेमीफाइनल मैच जीता था। सेमीफाइनल तक 3 मैच खेलने के बाद उन्हें प्रोटीन और एनर्जी के लिए खाना खिलाया गया, जिससे उनका वजन 52.700 किग्रा तक बढ़ गया। वेट वापस 50KG पर लाने के लिए टीम के पास सिर्फ 12 घंटे थे। पूरी टीम रातभर विनेश का वजन कम करने की कोशिश में लगी रही। विनेश पूरी रात नहीं सोईं और वजन को तय कैटेगरी में लाने के लिए जॉगिंग, स्किपिंग और साइकिलिंग जैसी एक्सरसाइज करती रहीं। विनेश ने अपने बाल और नाखून तक काट दिए थे। उनके कपड़े भी छोटे कर दिए गए थे। 7 अगस्त को सुबह दोबारा से विनेश के वजन की जांच की गई। विनेश का वजन तय सीमा से 100 ग्राम अधिक निकला। इसके बाद उन्हें डिसक्वालीफाई कर दिया गया। कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स में लगाई याचिका ओलिंपिक से डिसक्वालीफाई होने के बाद विनेश फोगाट ने कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) में याचिका लगाकर सिल्वर मेडल की गुहार लगाई। 9 अगस्त को हुई सुनवाई में भारतीय वकील हरीश सॉल्वे ने विनेश को सिल्वर मेडल देने या फिर फाइनल खेलने का चांस देने की अपील की। CAS ने कहा कि पेरिस ओलिंपिक की समाप्ति से पहले विनेश फोगाट की याचिका पर फैसला आने की उम्मीद है। यह ऐसा मामला नहीं है कि जिस पर एक घंटे के अंदर फैसला लिया जा सके। CAS ने यह भी कहा कि विनेश फोगाट ने भी इस मामले में अर्जेंट फैसले की मांग नहीं की है। फिर भी इस प्रक्रिया तो तेजी से निपटाया जाएगा। यह मामला अब सोल आर्बिट्रेटर को भेजा गया है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान हरियाणा के पूर्व सीएम चौधरी बंसीलाल को अपना राजनीतिक गुरू मानते हैं और वे उनके करीबी भी रहे हैं। बंसीलाल का परिवार अब भाजपा में हैं। उनकी राजनीति विरासत संभाल रही किरण चौधरी भाजपा से राज्यसभा सदस्य हैं। सतपाल सांगवान 1996 में हरियाणा विकास पार्टी के टिकट पर पहली बार चरखी दादरी के विधायक बने थे और बाद में कई चुनाव लड़े। 2009 में वे हरियाणा जनहित पार्टी के टिकट पर विधानसभा चुनाव जीते और विधायक बने। उसके बाद भूपेंद्र हुड्डा सरकार में सहकारिता मंत्री बने। 2014 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की टिकट पर उन्हें हार झेलनी पड़ी थी। वहीं 2019 के चुनाव में कांग्रेस की टिकट कटने पर जजपा में शामिल हो गए थे और विधानसभा का चुनाव लड़ा। इस चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी सोमबीर सांगवान से उन्हें मात दी थी और सतपाल सांगवान दूसरे स्थान पर रहे थे। बबीता फोगाट की राजनीति को झटका
सुनील सांगवान की एंट्री से बबीता फोगाट को झटका लग सकता है। बबीता फोगाट भी चरखी दादरी से भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। 2019 में बबीता चुनाव में तीसरे नंबर पर रही थी। भाजपा ने सोमबीर सांगवान का टिकट काटकर बबीता को चुनाव लड़वाया था। सोमबीर सांगवान निर्दलीय खड़े हो गए थे और जीत हासिल की थी।
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