30 वर्ष पुरानी जर्जर सीवर लाइन चौथी बार धंसी, आधे शहर में पानी निकासी का संकट

30 वर्ष पुरानी जर्जर सीवर लाइन चौथी बार धंसी, आधे शहर में पानी निकासी का संकट

भास्कर न्यूज | पानीपत सेक्टर-29 पार्ट-2 में चौथी बार सीवर लाइन धंस गई है। इससे शहर में सीवर के पानी की निकासी का संकट खड़ा हो गया है, क्योंकि इस लाइन पर आधे शहर की सीवर लाइन के गंदे पानी की निकासी निर्भर है। इस बार सीवर लाइन धंसने से इसके आसपास करीब 50 फीट चौड़ा और 25 फीट गहरा गड्ढा बनने से इसमें पेड़ तक धंस गए हैं। नगर िनगम अधिकारियों को जैसे सीवर लाइन के धंसने का पता चला तो वे मौके पर पहुंच गए। यह सीवर लाइन 2 दिन पहले धंसी थी। शनिवार को गड्ढे के पास की मिट्टी की खुदाई करके लाइन की मरम्मत करने की तैयारी शुरू की गई। खुदाई के बाद ही 30 फीट नीचे गुजरने वाली मुख्य सीवर लाइन का पता चलेगा कि इसमें कितने सुराग बने हैं। यह सीवर लाइन पहले 3 बार धंस चुकी है। हर बार नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग की सीवर शाखा के अधिकारियों व कर्मचारियों ने कड़ी मशक्कत कर मरम्मत की थी। अब नगर निगम अधिकारियों ने फैसला लिया है कि 300 मीटर में सीआईपीपी मैटीरियल तकनीक से नई पाइपलाइन ही बिछाएंगे। एक्सपर्ट बुलाए जा रहे हैं। करीब 4.50 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है। धंसे हिस्से की जल्दी ही मरम्मत करा देंगे सेक्टर 29 पार्ट-2 में मुख्य सीवर लाइन का कुछ हिस्सा धंसा है। इसका चलते ही टीम को साथ लेकर मौके का निरीक्षण किया है। मरम्मत की तैयारियां शुरू कर दी गई है। जल्द ही लाइन की मरम्मत पूरी कर दी जाएगी। – राजेश कौशिक , एक्सईएन, नगर निगम। संजय चौक से बबैल नाका और यहां से चौटाला रोड स्थित सीटीपी तक करीब 30 वर्ष पहले मुख्य सीवर लाइन डाली गई थी। इससे शहर की अन्य लाइनें जुड़ी हैं। अब उसकी गुणवत्ता शक्ति भी पूरी हो चुकी है। विशेष रूप से बबैल नाका से सिवाह सीटीपी तक लाइन ज्यादा जर्जर हो चुकी है। इसलिए इसे सबसे पहले प्राथमिकता के साथ बदलने की जरूरत है। अभी भी इसे जल्दी नहीं बदला गया तो यह लाइन पूरी तरह से जाम हो जाएगी। अगर लाइन जाम हुई तो शहर की सड़कें देखते ही देखते जलमग्न हो जाएंगी। भास्कर न्यूज | पानीपत सेक्टर-29 पार्ट-2 में चौथी बार सीवर लाइन धंस गई है। इससे शहर में सीवर के पानी की निकासी का संकट खड़ा हो गया है, क्योंकि इस लाइन पर आधे शहर की सीवर लाइन के गंदे पानी की निकासी निर्भर है। इस बार सीवर लाइन धंसने से इसके आसपास करीब 50 फीट चौड़ा और 25 फीट गहरा गड्ढा बनने से इसमें पेड़ तक धंस गए हैं। नगर िनगम अधिकारियों को जैसे सीवर लाइन के धंसने का पता चला तो वे मौके पर पहुंच गए। यह सीवर लाइन 2 दिन पहले धंसी थी। शनिवार को गड्ढे के पास की मिट्टी की खुदाई करके लाइन की मरम्मत करने की तैयारी शुरू की गई। खुदाई के बाद ही 30 फीट नीचे गुजरने वाली मुख्य सीवर लाइन का पता चलेगा कि इसमें कितने सुराग बने हैं। यह सीवर लाइन पहले 3 बार धंस चुकी है। हर बार नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग की सीवर शाखा के अधिकारियों व कर्मचारियों ने कड़ी मशक्कत कर मरम्मत की थी। अब नगर निगम अधिकारियों ने फैसला लिया है कि 300 मीटर में सीआईपीपी मैटीरियल तकनीक से नई पाइपलाइन ही बिछाएंगे। एक्सपर्ट बुलाए जा रहे हैं। करीब 4.50 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है। धंसे हिस्से की जल्दी ही मरम्मत करा देंगे सेक्टर 29 पार्ट-2 में मुख्य सीवर लाइन का कुछ हिस्सा धंसा है। इसका चलते ही टीम को साथ लेकर मौके का निरीक्षण किया है। मरम्मत की तैयारियां शुरू कर दी गई है। जल्द ही लाइन की मरम्मत पूरी कर दी जाएगी। – राजेश कौशिक , एक्सईएन, नगर निगम। संजय चौक से बबैल नाका और यहां से चौटाला रोड स्थित सीटीपी तक करीब 30 वर्ष पहले मुख्य सीवर लाइन डाली गई थी। इससे शहर की अन्य लाइनें जुड़ी हैं। अब उसकी गुणवत्ता शक्ति भी पूरी हो चुकी है। विशेष रूप से बबैल नाका से सिवाह सीटीपी तक लाइन ज्यादा जर्जर हो चुकी है। इसलिए इसे सबसे पहले प्राथमिकता के साथ बदलने की जरूरत है। अभी भी इसे जल्दी नहीं बदला गया तो यह लाइन पूरी तरह से जाम हो जाएगी। अगर लाइन जाम हुई तो शहर की सड़कें देखते ही देखते जलमग्न हो जाएंगी।   हरियाणा | दैनिक भास्कर