जगराओं में रायकोट रोड पर कौंसिल कर्मियों ने एक दुकान के ऊपर लग रहे टावर के काम को रुकवा दिया। स्थानीय लोगों के मुताबिक, ये टावर गुपचुप तरीके से लगाया जा रहा था। लोगों ने इसकी जानकारी कौंसिल कर्मियों को दी। अवैध रूप लग रहे टावर को लेकर कौंसिल कर्मी के साथ पार्षद मौके पर पहुंचे और टावर का काम रुकवा दिया। इस दौरान दुकान मालिक और आस पास के लोगों के बीच बहस हो हई। दुकान मालिक ने टावर को सही बताते कहा कि इसमें कौंसिल की परमिशन की जरूरत नही होती। इसे लेकर कौंसिल कर्मियों ने दुकान मालिक को समझाया कि कौंसिल के अधीन आने वाली जगह पर अगर किसी तरह का कोई काम होता है। तो उसकी परमिशन लेनी होती है। जिसके बाद कौंसिल कर्मियों ने टावर का समान अपने कब्जे में लेकर कौंसिल में जमा कर लिया। इस दौरान पार्षद रविंदरपाल सिमह राजू कामरेड और पार्षद रमेश कुमार सहोता ने कहा कि टावर लगने से आस पास के लोगो को बडी समस्याओं से जूझना पड़ सकता है। इसकी रेडिएशन से आस पास के रहने वाले सभी लोगों में दिमाग और दिल के रोग बढ़ते हैं। उन्होंने कहा कि नियम के मुताबिक रिहायशी एरिया में मोबाइल टावर लगाने से पहले स्थानीय लोगों की मंजूरी सब से पहले जरूरी होती है। लेकिन दुकानदार ने सहमति नहीं ली। इसके बाद कौंसिल ने कार्रवाई करते हुए टावर का समान अपने कब्जे में ले लिया। जगराओं में रायकोट रोड पर कौंसिल कर्मियों ने एक दुकान के ऊपर लग रहे टावर के काम को रुकवा दिया। स्थानीय लोगों के मुताबिक, ये टावर गुपचुप तरीके से लगाया जा रहा था। लोगों ने इसकी जानकारी कौंसिल कर्मियों को दी। अवैध रूप लग रहे टावर को लेकर कौंसिल कर्मी के साथ पार्षद मौके पर पहुंचे और टावर का काम रुकवा दिया। इस दौरान दुकान मालिक और आस पास के लोगों के बीच बहस हो हई। दुकान मालिक ने टावर को सही बताते कहा कि इसमें कौंसिल की परमिशन की जरूरत नही होती। इसे लेकर कौंसिल कर्मियों ने दुकान मालिक को समझाया कि कौंसिल के अधीन आने वाली जगह पर अगर किसी तरह का कोई काम होता है। तो उसकी परमिशन लेनी होती है। जिसके बाद कौंसिल कर्मियों ने टावर का समान अपने कब्जे में लेकर कौंसिल में जमा कर लिया। इस दौरान पार्षद रविंदरपाल सिमह राजू कामरेड और पार्षद रमेश कुमार सहोता ने कहा कि टावर लगने से आस पास के लोगो को बडी समस्याओं से जूझना पड़ सकता है। इसकी रेडिएशन से आस पास के रहने वाले सभी लोगों में दिमाग और दिल के रोग बढ़ते हैं। उन्होंने कहा कि नियम के मुताबिक रिहायशी एरिया में मोबाइल टावर लगाने से पहले स्थानीय लोगों की मंजूरी सब से पहले जरूरी होती है। लेकिन दुकानदार ने सहमति नहीं ली। इसके बाद कौंसिल ने कार्रवाई करते हुए टावर का समान अपने कब्जे में ले लिया। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
मोगा में दंपती से ढाई करोड़ की ठगी:रुपए दोगुना करने का दिया झांसा, महिला समेत 3 पर FIR
मोगा में दंपती से ढाई करोड़ की ठगी:रुपए दोगुना करने का दिया झांसा, महिला समेत 3 पर FIR मोगा के कस्बा धर्मकोट के रहने वाले एक व्यक्ति के साथ महिला समेत तीन व्यक्तियों ने पैसे दोगुना करने का झांसा देकर ढाई करोड़ रुपए की ठगी कर ली। थाना धर्मकोट में तीन लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। थाना प्रभारी जतिंदर सिंह ने कहा के जसविंदर कौर निवासी धर्मकोट ने शिकायत दर्ज करवाई थी कि हमारी पहचान की परमिंदर कौर निवासी मुकेरिया और उसके दो साथियों ने उसके पति को अपनी बातों में लगाकर उसको पैसे दोगुना करने का भरोसा दिया और ढाई करोड़ की ठगी कर ली। जसविंदर कौर के बयानों पर परमिंदर कौर और दो अज्ञात व्यक्तियों पे धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर आगे कार्रवाई शुरू कर दी है।
हरियाणा का शूटर पंजाब के हथियार सप्लायर का चेला निकला:जेल में मुलाकात, जमानत के बाद मुंबई गए; बाबा सिद्दीकी का मर्डर किया
हरियाणा का शूटर पंजाब के हथियार सप्लायर का चेला निकला:जेल में मुलाकात, जमानत के बाद मुंबई गए; बाबा सिद्दीकी का मर्डर किया मुंबई में NCP नेता पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या में शामिल हरियाणा का शूटर गुरमेल और पंजाब का जीशान अख्तर गुरु-चेला निकले। दोनों की मुलाकात कैथल जेल में हुई थी। यहीं गुरमेल ने जीशान को अपना गुरु बनाया था। गुरमेल को पुलिस पकड़ चुकी है, वहीं जीशान अभी फरार चल रहा है। वह हथियार सप्लायर है। कलायत में उसके ऊपर 2 मामले दर्ज थे जानकारी के अनुसार कैथल CIA पुलिस जीशान को कलायत के एक व्यापारी पर गोली चलाने के मामले में 21 अगस्त 2022 को पंजाब की कपूरथला जेल से प्रोटेक्शन वारंट पर लेकर आई थी।कैथल जेल की स्पेशल सेल में वह लगभग 10 महीने तक शूटर गुरमेल के साथ रहा। यहां पर दोनों की दोस्ती हो गई। इसके बाद जीशान को कोर्ट से जमानत मिल गई थी। कपूरथला पुलिस उसे 17 नवंबर 2023 को वापस लेकर गई थी। जमानत के बाद दोनों मुंबई गए
पुलिस से जुड़े सूत्रों के मुताबिक 6 महीने पहले ही अख्तर जेल से बाहर आया था। इसके बाद गुरमेल की भी जमानत हो गई और वह अख्तर के साथ मुंबई चला गया था। अब दोनों के नाम बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में आए हैं। पता चला है कि जीशान अख्तर जब कैथल जेल में बंद था तब उसके पिता मोहम्मद जमील व भाई उससे मुलाकात करने आते थे। जीशान को जब कैथल CIA प्रोटेक्शन वारंट पर लेकर आई थी तब उस पर हत्या, डकैती व आर्म्स एक्ट के कुल 5 मुकदमे दर्ज थे। इसके बाद हत्या के प्रयास में शूटरों को हथियार उपलब्ध करने के दो मामलों में संलिप्त पाया गया, जो कैथल के कलायत थाने में दर्ज हैं। ये दोनों मामले अभी कोर्ट में विचाराधीन हैं। अब दोनों आरोपियों के बारे में विस्तार से पढ़िए… 1. गुरमेल ने दोस्त के भाई की हत्या की थी
शूटर गुरमेल सिंह (23) कैथल जिले के गांव नरड़ का रहने वाला है। 31 मई 2019 को उसने कैथल के रुद्री मंदिर के पास दोस्त के भाई की बर्फ के सुए से 52 वार कर हत्या कर दी थी। जिसके बाद उसे अरेस्ट कर लिया गया। पुलिस ने उसे कैथल जेल भेज दिया। जेल में सुधरने की जगह वह गैंगस्टर लॉरेंस के गुर्गों के संपर्क में आ गया। जब उसे जमानत मिली और वह बाहर आया तो गांव में ज्यादा दिन नहीं रुका। वह मुंबई चला गया। पुलिस सूत्रों के मुताबिक लॉरेंस के गुर्गों ने ही उसे मुंबई बुलाया था। इसके बाद उसके लॉरेंस गैंग की टॉप लीडरशिप से अच्छे संबंध बनते गए। ग्रामीणों के मुताबिक गुरमेल के पिता की मौत हो चुकी है। गांव वालों के मुताबिक वह करीब 6 महीने पहले गांव आया था। हालांकि उसके बाद से फिर नहीं लौटा। 2. 2022 में पकड़ा गया था जीशान, लॉरेंस गैंग से टच में आया
जीशान (21) जालंधर में नकोदर के शंकर गांव का रहने वाला है। उसने गांव में ही स्थित सरकारी स्कूल से सिर्फ 10वीं तक ही पढ़ाई की है। पिता मुहम्मद जमील टाइल ठेकेदार का काम करते हैं। वहीं एक भाई पिता के साथ ही काम करता है। बहन की मौत हो चुकी है। जालंधर की रुरल पुलिस ने साल 2022 में इसे ऑर्गेनाइज्ड क्राइम, मर्डर और डकैती के केस में गिरफ्तार किया था। पंजाब पुलिस सूत्रों के मुताबिक अख्तर पटियाला जेल में बंद था। वह इसी साल 7 जून को जेल से बाहर आया था। पटियाला जेल में ही अख्तर लॉरेंस गैंग के टच में आया। जिसके बाद वह जेल से बाहर आने के बाद गैंग में चला गया। पुलिस के मुताबिक मोहम्मद जीशान अख्तर ही तीनों शूटरों को बाहर से डायरेक्शन दे रहा था। जिस वक्त सिद्दीकी को गोलियां मारीं गई, उस वक्त भी उनकी लोकेशन के बारे में अख्तर ही शूटरों को जानकारी दे रहा था। इसके अलावा उनके लिए किराए के कमरे समेत दूसरे लॉजिस्टिक सपोर्ट में भी अख्तर ने ही मदद की। 12 अक्टूबर को गोलियां मारकर की थी हत्या
मुंबई में बाबा सिद्दीकी की शनिवार रात (12 अक्टूबर) गोली मारकर हत्या कर दी गई। इसकी जिम्मेवारी लॉरेंस गैंग ने ली है। इस केस में अब तक 6 आरोपियों की पहचान हो चुकी है। इनमें गुरमेल, धर्मराज, शिव कुमार, जीशान अख्तर, शुभम लोनकर और प्रवीण लोनकर के नाम हैं। मुंबई पुलिस धर्मराज, गुरमेल और प्रवीण लोनकर को गिरफ्तार कर चुकी है। ये खबर भी पढ़ें… बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में शामिल हरियाणा के शूटर की कहानी:कत्ल केस में जेल गया, लॉरेंस गैंग से जुड़ा; दादी बोली-चौराहे पर खड़ा करके गोली मार दो मुंबई में NCP नेता पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में शामिल चौथा आरोपी पंजाब का निकला।मुंबई पुलिस के मुताबिक आरोपी गुरमेल ने अपने साथियों के साथ मिलकर बाबा सिद्दीकी के घर-दफ्तर की रेकी की थी। वह डेढ़ से दो महीने से मुंबई में थे और बाबा पर नजर रख रहे थे। गुरमेल की दादी फुल्ली देवी ने कहा कि जब उसने मेरी शर्म नहीं की, तो अब भले ही उसे बीच चौराहे पर खड़ा करके गोली मार दें, हमें उससे कुछ नहीं है। (पूरी खबर पढ़ें) पंजाब का जीशान, जिसका सिद्दीकी हत्याकांड में नाम:मार्बल लगाता था, पिता की बेइज्जती से क्रिमिनल बना; लॉरेंस की गुडबुक्स के लिए 9 वारदातें कीं NCP (अजित गुट) नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या में पंजाब के जीशान अख्तर की तलाश जारी है। जीशान पर दूसरे आरोपियों को रहने के लिए कमरा दिलाने का आरोप है। जीशान पत्थर लगाने का काम करता था। वह टारगेट किलिंग, हत्या, डकैती सहित 9 मामलों में वांटेड है। पड़ोसियों का कहना है कि इसके बाद वह घर नहीं आया। (पूरी खबर पढ़ें)
गिलोय, तुलसी, एलोवेरा, अश्वगंधा के 500 पौधे बांटे
गिलोय, तुलसी, एलोवेरा, अश्वगंधा के 500 पौधे बांटे भास्कर न्यूज़ | जालंधर भारत स्वाभिमान,पतंजलि योग समिति एवं युवा भारत जालंधर की ओर से वर्तमान युग के धन्वंतरि परम श्रद्धेय पूज्य आचार्य श्री बालकृष्ण जी के जन्म दिवस के उपलक्ष्य में जड़ी-बूटी दिवस का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में राजेश विज महासचिव श्रीदेवी तलाब मंदिर प्रबंधक कमेटी मुख्य अतिथि रहे। उन्होंने बताया कि विश्वपटल पर आयुर्वेद को प्रमुखता से प्रचारित करने का श्रेय आचार्य बालकृष्ण को जाता है। करोड़ों ऋषियों की आयुर्वेद की विद्या को बढ़ाने का काम और उसको संरक्षित करने में आचार्य जी की अहम भूमिका है। विशेष अतिथि सोमनाथ कालिया संचालक पतंजलि मेगा स्टोर ने बताया कि योग, आयुर्वेद, स्वदेशी, वैदिक संस्कृति के लिए हैं। आचार्य जी ने पूरा जीवन योगमय, आयुर्वेदमय, स्वदेशीमय जीते हुए हजारों नहीं बल्कि लाखों-करोड़ों लोगों पर उपकार किया है। संगठन के पदाधिकारी की ओर से गिलोय, तुलसी, एलोवेरा, अश्वगंधा आंवला एवं नीम के लगभग 500 औषधीय पौधों का वितरण किया गया। हमें पर्यावरण की सुरक्षा हेतु अपने-अपने घरों में अधिक से अधिक औषधीय पौधे लगाने चाहिए। पौधारोपण कर प्रकृति का संरक्षण करना चाहिए। इस मौके पर राज्य कार्यकारिणी सदस्य संजीव शर्मा जिला प्रभारी भारत स्वाभिमान, सुधीर सक्सेना, जिला प्रभारी पतंजलि योग समिति अजय मल्होत्रा, जिला प्रभारी युवा भारत अमरजीत सिंह बिट्टू, ओम प्रकाश डोगरा, रजनीश किरण, गुरबख्श मदान, गुलशन अरोड़ा, जोगेंद्र लाल, दास महेश, रमेश चुंग , अभिषेक मेहरा , हरियाणा पंजाब से पुनीत खन्ना आदि मौजूद रहे।