हरियाणा सरकार ने ब्यूरोक्रेसी में बड़ा बदलाव करते हुए 3 सीनियर आईएएस अफसर की ट्रांसफर लिस्ट जारी कर दी है। मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद की ओर से जारी ट्रांसफर लिस्ट में IAS अशोक कुमार मीणा को हरियाणा स्टेट एग्रीकल्चर मार्केटिंग बोर्ड का चीफ़ एडमिनिस्ट्रेटर लगाया गया गया है। वहीं IAS चंद्रशेखर को हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण का चीफ़ ऐडमिनिस्ट्रेटर की जिम्मेदारी दी गई है। इसके अलावा IAS मुकेश कुमार को एक्साइज एंड टैक्सेशन कमिश्नर लगाया गया है। एक्साइज डिपार्टमेंट मुख्यमंत्री नायब सैनी खुद देख रहे हैं। यहां देखिए ट्रांसफर लिस्ट… हरियाणा सरकार ने ब्यूरोक्रेसी में बड़ा बदलाव करते हुए 3 सीनियर आईएएस अफसर की ट्रांसफर लिस्ट जारी कर दी है। मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद की ओर से जारी ट्रांसफर लिस्ट में IAS अशोक कुमार मीणा को हरियाणा स्टेट एग्रीकल्चर मार्केटिंग बोर्ड का चीफ़ एडमिनिस्ट्रेटर लगाया गया गया है। वहीं IAS चंद्रशेखर को हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण का चीफ़ ऐडमिनिस्ट्रेटर की जिम्मेदारी दी गई है। इसके अलावा IAS मुकेश कुमार को एक्साइज एंड टैक्सेशन कमिश्नर लगाया गया है। एक्साइज डिपार्टमेंट मुख्यमंत्री नायब सैनी खुद देख रहे हैं। यहां देखिए ट्रांसफर लिस्ट… हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा के स्कूल में छात्रा से छेड़छाड़ पर बवाल:कंप्यूटर टीचर ने हाथ पकड़ा, अश्लील मैसेज भेजे; लोगों ने ताला जड़ा, बोले- पूरा स्टाफ गंदा
हरियाणा के स्कूल में छात्रा से छेड़छाड़ पर बवाल:कंप्यूटर टीचर ने हाथ पकड़ा, अश्लील मैसेज भेजे; लोगों ने ताला जड़ा, बोले- पूरा स्टाफ गंदा हरियाणा में जींद के एक सरकारी स्कूल में लड़कियों से छेड़छाड़ पर बवाल हो गया। ग्रामीणों ने इकट्ठा होकर स्कूल के गेट पर ताला जड़ दिया। साथ ही उन्होंने सामने ही नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। वे मांग कर रहे थे कि स्कूल का स्टाफ बदला जाए। लोगों का आरोप है कि स्कूल के एक टीचर ने गांव की ही रहने वाली एक छात्रा का हाथ पकड़ा है। टीचर उस लड़की को फोन करता है और मैसेज में अश्लील बातें लिखता है। ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया है कि स्कूल का हैड मास्टर नशे में स्कूल आता है। एक टीचर गलत व्यवहार करता है
जानकारी के अनुसार, जींद के गांव खुंगा में सोमवार को ग्रामीणों ने स्कूल में पहुंच कर हंगामा किया। सरपंच प्रतिनिधि बलजीत कुमार मौके पर पहुंचे और प्रशासनिक अधिकारियों को भी ग्रामीणों के विरोध की जानकारी दी गई। ग्रामीणों का कहना था कि स्टाफ की आपसी खींचतान के चलते उनके बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। एक शिक्षक छात्राओं के साथ गलत बर्ताव करता है। प्रिंसिपल भी नशे में स्कूल आता है। शिकायत करो तो स्कूल में कोई सुनवाई नहीं हुई। हमारी बच्चियां सेफ नहीं हैं
गांव की महिला सुनीता ने कहा कि स्कूल का एक मास्टर हमारी बच्चियों का हाथ पकड़ लेता है। उन्हें गलत नजर से देखता है। स्कूल में हमारी बच्चियां सेफ नहीं हैं। पहले तो केवल सुनते थे, लेकिन अब हमारी बच्ची पर आया तो हमने देख भी लिया। यह एक लड़की का मामला नहीं है। उसकी शिकायत करो तो प्रिंसिपल कहता है कि स्कूल में आओ तो PCR बुला लूंगा। वहीं, ग्रामीण सूबे सिंह का कहना है कि मास्टर लड़कियों की बांह पकड़ता है। ऐसा 2-3 बार हो गया। स्कूल में एक भी मास्टर सही नहीं है। सारा स्टाफ गंदा है। हम चाहते हैं कि स्कूल का सारा स्टाफ बदला जाए। स्कूल में टीचरों के 2 गुट
ग्रामीणों का कहना है कि छात्र-छत्राओं ने अपने परिजनों को बताया था कि स्कूल में एक टीचर की ओर से बहुत गलत व्यवहार किया जा रहा है। स्कूल में टीचरों के 2 गुट बने हुए हैं। इनके बीच में छात्र उनकी राजनीति का शिकार हो रहे हैं। टीचर बच्चों को पढ़ाने के बजाय आपसी राजनीति में उलझे रहते हैं। वहीं, ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि स्कूल हेड मास्टर का स्टाफ पर कंट्रोल नहीं है। वह भी नशे में स्कूल आता है। ग्रामीणों ने मांग की कि स्कूल स्टाफ को बदल कर यहां नया स्टाफ लगाया जाए, ताकि बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो। इसके अलावा स्कूल में बच्चों के लिए सुविधाएं भी उपलब्ध करवाई जाएं। जब तक स्टाफ को बदला नही जाता, तब तक वे ताला नही खोलेंगे। कंप्यूटर टीचर की शिकायत मिली, उसे जाने के लिए कह दिया
स्कूल के DDO दिनेश कुमार ने बताया, ‘मेरे पास 3 लड़कियां शिकायत लेकर आईं। उन्होंने बताया कि कंप्यूटर टीचर मनोज कुमार एक लड़की से छेड़छाड़ करता है। लड़कियों का कहना था कि वह हाथ पकड़ता है, फोन पर फोन करता है। उसने लड़की को कुछ आपत्तिजनक शब्द भी उसे लिखकर भेजे थे। इस पर कार्रवाई करते हुए मैंने 2 SMC (स्कूल मैनेजमेंट कमेटी) के सदस्य बुला लिए। SMC के सदस्यों ने जब आरोपी से पूछताछ की तो उसने अपनी गलती मान ली। इस पर कार्रवाई करते हुए टीम ने उसे स्कूल से चले जाने के लिए कह दिया।’ दिनेश कुमार ने कहा कि गांव वाले पूरे स्टाफ को खराब कह रहे हैं, लेकिन ऐसा नहीं है। बाकी स्टाफ अच्छा है। स्कूल में इस तरह का यह पहला मामला है। स्कूल में 57 बच्चे हैं। उन्हें पढ़ाने के लिए 4 मेल और 2 फीमेल टीचर हैं।
हरियाणा निर्दलीय उम्मीदवार का दावा, ED की धमकी मिली:कादियान बोले- बड़ौली टिकट नहीं दिला सके; लोकसभा चुनाव में तन, मन, धन से मदद की
हरियाणा निर्दलीय उम्मीदवार का दावा, ED की धमकी मिली:कादियान बोले- बड़ौली टिकट नहीं दिला सके; लोकसभा चुनाव में तन, मन, धन से मदद की हरियाणा के निर्दलीय उम्मीदवार देवेंद्र कादियान ने बड़ा दावा किया है। उनका कहना है कि उन्हें ED-CBI की धमकियां मिल रही हैं। कादियान भारतीय जनता पार्टी (BJP) से टिकट कटने के बाद गन्नौर विधानसभा से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि मोहन लाल बड़ौली हरियाणा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष हैं, लेकिन वह उन्हें टिकट तक नहीं दिला सके। देवेंद्र कादियान मन्नत ग्रुप होटल्स के चेयरमैन हैं। उन्होंने राजनीति की शरुआत युवा कांग्रेस में की। वे राहुल गांधी के करीबी रहे हैं। युवा कांग्रेस में राष्ट्रीय महासचिव भी रह चुके हैं। 2018 में कांग्रेस छोड़ कर उन्होंने भाजपा जॉइन कर ली थी। 2019 में मनोहर लाल खट्टर ने रथ यात्रा निकली थी। तब कादियान ने गन्नौर में रथ यात्रा का भव्य स्वागत किया था, इस दौरान भी वे गन्नौर भाजपा में टिकट के प्रबल दावेदार थे, लेकिन भाजपा ने टिकट निर्मल चौधरी को दे दी। इसके बाद कादियान बागी हो गए। तब मनोहर लाल खट्टर ने उन्हें मनाया था। विदेशों से मिल रही धमकियां, पुलिस में शिकायत दी देवेंद्र कादियान ने दूसरे प्रत्याशियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें चुनाव में बैठाने के लिए खुले मंच और विदेशों से धमकियां मिल रही है। साथ ही जो उनके समर्थक है, उन्हें भी विदेशों से फोन पर जान से मारने व चुनाव से दूर रहने की धमकियां मिल रही है। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में दोनों प्रत्याशियों की जमानत जब्त होगी। इसी डर की वजह से उन्हें धमकियां मिल रही है। उन्होंने पुलिस को शिकायत देकर भी कार्रवाई की मांग की है। बड़ौली की तन, मन, धन से मदद की देवेंद्र कादियान ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली पर आरोप लगाया कि, जिनको टिकट मिली उन्हीं ने लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हराया। लोकसभा चुनाव में बड़ौली ने ये आरोप लगाया था जिसको टिकट मिली उसने मुझे हराया। ये कमाल की बात है कि मैंने उनकी लोकसभा चुनाव में तन, मन और धन से मदद की, लेकिन वह एक टिकट नहीं दिला सके। दरअसल, आज कोई भी बड़ा नेता यह नहीं चाहता कि कोई नया युवा राजनीति में आए और आगे बढ़े। लाइव आकर बीजेपी छोड़ने का किया था ऐलान हरियाणा के सोनीपत जिले की गन्नौर विधानसभा सीट पर भाजपा के लिए ये कादियान बड़ी चुनौती बने हुए हैं। करीब 10 साल से क्षेत्र में सक्रिय भाजपा नेता एवं युवा आयोग के चेयरमैन देवेंद्र कादियान ने लाइव आकर भाजपा छोड़ने का ऐलान किया था। इस दौरान उनकी आंखों से आंसू भी निकल आए। उन्होंने बिना किसी का नाम लिए कहा कि कुछ लोग 100 करोड़ रुपए देकर टिकट लेकर आए हैं। करोड़ों में खरीदने की बात कर रहे देवेंद्र कादियान ने यह भी आरोप लगाया है, कि ‘वे सबसे अपील करते हैं कि कृपया सच्चाई के साथ चलिए, कृपया वफादारी के साथ चलिए, कृपया इंसानियत के साथ चलिए। दिखा दीजिए कि असली टिकट गन्नौर के अंदर है। यह 100 करोड़ में खुद की टिकट लेकर आए हैं। वे आपको करोड़ों में खरीदने की बात कर रहे हैं, लेकिन मैंने कभी इस हलके में कोई आदमी बिकाऊ नहीं दिखा। देखता हूं वह कैसे खरीदेगा। मेरी अपील है कि दो नंबर के पैसे लेने से मना मत करना, गठरी आएगी पैसों की रखवा लेना। मना मत करना। गौशालाएं हैं, मंदिर हैं। किसी भी अच्छी जगह ये पैसे लगा देना, लेकिन इनके 100 करोड़ निकालने हैं। 2015 में नारा दिया- नेता नहीं बेटा देवेंद्र कादियान अपने एक नारे को लेकर भी काफी चर्चा में रहे। 2015 में व्यापार से जब उन्होंने राजनीति की ओर रुख किया तो उन्होंने कहा कि वह नेता नहीं, गन्नौर के बेटा हैं। इस चुनाव में भी वह निर्दलीय के रूप में नेता नहीं बेटा को लेकर ही प्रचार कर रहे हैं। देवेंद्र क्षेत्र में समाजसेवी की छवि रखते हैं। फ्री में एंबुलेंस चला रहे हैं, गरीब युवाओं की शिक्षा में भी सहयोग कर रहे हैं। देवेंद्र कादियान इस बार अपनी टिकट को पक्का मान कर चल रहे थे, लेकिन अब भाजपा के जवाब देने के बाद उन्होंने भाजपा को अलविदा कह दिया। यहां पढ़िए गन्नौर का सियासी गणित गन्नौर में हर चुनाव में कड़ा मुकाबला, निर्दलीय भी जीते गन्नौर में वर्ष 1967 से अब तक विधानसभा के 13 चुनाव हो चुके हैं। गन्नौर विधानसभा सीट 2005 में अस्तित्व में आई है। इससे पहले इसे कैलाना हलके के नाम से जाना जाता था। इस सीट पर हर बार प्रत्याशियों में मुकाबला कड़ा व आमने सामने का रहा है। 6 चुनाव में तो प्रत्याशी की जीत का अंतर 2000 वोटों से नीचे रहा है। यहां पर 1972 व 1982 के चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी जीते हैं। 1987 में लोकदल के वेद सिंह ने निर्दलीय राजिंद्र सिंह को 17,614 वोटों से हराया और यह गन्नौर के इतिहास में आज तक की सबसे बड़ी जीत है। वर्ष 2009 व 2019 के चुनाव में जीत की अंतर 10 हजार से थोड़ा उपर रहा। 2000 के चुनाव में कांग्रेस के जितेंद्र मलिक इनेलो से मात्र 740 वोटों से जीते थे।
हरियाणा में चुनाव की तारीख बदली:उदयभान बोले- चुनाव आयोग भाजपा के इशारे पर चल रहा; सैलजा बोलीं- इससे परिणाम नहीं बदलेंगे
हरियाणा में चुनाव की तारीख बदली:उदयभान बोले- चुनाव आयोग भाजपा के इशारे पर चल रहा; सैलजा बोलीं- इससे परिणाम नहीं बदलेंगे हरियाणा में अब एक अक्टूबर को 90 विधानसभा सीटों के लिए वोटिंग नहीं होगी। शनिवार शाम को चुनाव आयोग ने वोटिंग की तारीख बदलकर 5 अक्टूबर कर दी। रिजल्ट भी 4 अक्टूबर की बजाय 8 अक्टूबर को आएगा। चुनाव आयोग ने कहा कि ऑल इंडिया बिश्नोई महासभा ने तारीख बदलने की मांग की थी। उनका कहना था कि कई पीढ़ियों से पंजाब, राजस्थान और हरियाणा के कई परिवार गुरु जम्भेश्वर की याद में बीकानेर जिले में ‘आसोज’ महीने की अमावस्या के दौरान पैतृक गांव मुकाम में सालाना उत्सव में भाग लेते हैं। इस साल यह उत्सव 2 अक्टूबर को पड़ रहा है। इसके चलते सिरसा, फतेहाबाद और हिसार के हजारों बिश्नोई परिवार मतदान के दिन राजस्थान की यात्रा करेंगे, जिससे वे 1 अक्टूबर को वोट नहीं डाल पाएंगे। इससे मतदान प्रतिशत पर भी असर पड़ेगा। चुनाव की तारीख बदलने के बाद कांग्रेस ने भाजपा को घेरना शुरू कर दिया है। कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने कहा, ‘भाजपा इलेक्शन से भाग रही है। इलेक्शन कमीशन भाजपा के इशारों पर चल रहा है।’ वहीं कुमारी सैलजा ने कहा, ‘तारीख बदलने से परिणाम नहीं बदलेंगे।’ चुनाव तारीख बदलने पर किसने क्या कहा… हरियाणा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान चौधरी उदयभान ने कहा कि भाजपा इलेक्शन से भाग रही थी। वह तारीख आगे बढ़ाना चाहती थी, हम चाहते थे कि पीछे हो जाए। चुनाव आयोग ने 4 दिन का और जीवन दान दे दिया। छुट्टियों के कारण कभी इलेक्शन की तारीख बदली है?। छुट्टी तो थी, छुट्टी तो आगे भी होगी। तारीख को पहले भी तो कर सकते थे, आगे क्यों बढ़ाया?। भाजपा इलेक्शन से भाग रही है, उसको समय चाहिए। इलेक्शन कमीशन भाजपा के इशारों पर चल रहा है। कांग्रेस तैयार है। ये लोग जितना डिले करेंगे, उनकी हवा खराब होगी। नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा, ‘जब BJP ने चुनाव आयोग को पत्र लिखा, तब मैंने कहा था कि BJP हार मान चुकी है। चुनाव आयोग का अधिकार है, उन्होंने डेट बढ़ा दी।’ भाजपा प्रवक्ता आरपी सिंह भाजपा के प्रवक्ता आरपी सिंह ने कहा कि बिश्नोई समुदाय ने चुनाव की तारीख को आगे बढ़ाने के लिए भारत के चुनाव आयोग से संपर्क किया था, क्योंकि 1 अक्टूबर को आसोज अमावस्या का त्यौहार मनाया जाता है। इससे पहले भी चुनाव की तारीखें स्थगित की गई हैं। एक बड़े समुदाय की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए तारीख में बदलाव किया गया है। बिश्नोई समाज का 11 विधानसभा क्षेत्रों में असर बिश्नोई समाज की वेबसाइट से मिली जानकारी के मुताबिक भिवानी, हिसार, सिरसा और फतेहाबाद जिलों में बिश्नोई बाहुल्य गांव हैं। इनका असर करीब 11 विधानसभा क्षेत्रों में है। जिनमें करीब डेढ़ लाख वोट हैं। इसमें आदमपुर, उकलाना, नलवा, हिसार, बरवाला, फतेहाबाद, टोहाना, सिरसा, डबवाली, ऐलनाबाद, लोहारू विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं।