हिसार जिले के हांसी क्षेत्र के गांव भाटला में खेत से धान की पौध लेकर घर आ रहे युवक के साथ लाठी डंडों से मारपीट कर दी। घायल अवस्था में युवक को हांसी के नागरिक अस्पताल में लाया गया। जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। हांसी सदर थाना पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों को सौंप दिया। पुलिस ने 8 नामजद आरोपियों के खिलाफ हत्या सहित विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। घर आते वक्त की मारपीट गांव भाटला निवासी 65 वर्षीय भरत सिंह ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि 17 अगस्त की सुबह करीब 9:30 बजे मेरा बेटा 43 वर्षीय सुरेन्द्र महजत गांव से धान की पौध लेकर अपने घर भाटला आ रहा था। जब मेरा बेटा सुरेन्द्र हमारे गांव भाटला निवासी लीलू के मकान के सामने पहुंचा तो लीलू के मकान से पूनम, बलवन्त, नीता, भतेरी, जयबीर, लीलू और भगू ने अचानक सुरेन्द्र की बाइक के आगे आकर सुरेंद्र को पकड़ लिया और मारने पीटने लगे। डॉक्टरों ने किया मृत घोषित सुरेंद्र ने बचाव-बचाव की आवाज लगाई तो मै और मेरा भाई रामफल मेरे बेटे सुरेंद्र के पास पहुंचे तो हमारे को आता देख सभी आरोपी लीलू के मकान में वापस चले गए। हमने सुरेंद्र को देखा तो वह बेहोशी की हालत में था। हमने रामशरण व उसके लड़कों को आवाज देकर बुलाया तो सुरेंद्र को चारपाई पर डाल कर रामशरण के मकान के आगे ले गए और गाड़ी का प्रबन्ध करके हम उसे हांसी के नागरिक अस्पताल ले आए। जहां पर डॉक्टरों ने सुरेंद्र को चेक कर मृत घोषित कर दिया। सुरेंद्र की मौत पूनम, बलवन्त, नीता, भतेरी, जयबीर, चामर, भगू व लीलू द्वारा रास्ता रोककर मारपीट करने से हुई है। हांसी सदर थाना पुलिस को मामले की सूचना मिलते ही पुलिस की टीम हांसी के नागरिक अस्पताल पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करवा कर शव को परिजनों के हवाले कर दिया। हिसार जिले के हांसी क्षेत्र के गांव भाटला में खेत से धान की पौध लेकर घर आ रहे युवक के साथ लाठी डंडों से मारपीट कर दी। घायल अवस्था में युवक को हांसी के नागरिक अस्पताल में लाया गया। जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। हांसी सदर थाना पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों को सौंप दिया। पुलिस ने 8 नामजद आरोपियों के खिलाफ हत्या सहित विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। घर आते वक्त की मारपीट गांव भाटला निवासी 65 वर्षीय भरत सिंह ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि 17 अगस्त की सुबह करीब 9:30 बजे मेरा बेटा 43 वर्षीय सुरेन्द्र महजत गांव से धान की पौध लेकर अपने घर भाटला आ रहा था। जब मेरा बेटा सुरेन्द्र हमारे गांव भाटला निवासी लीलू के मकान के सामने पहुंचा तो लीलू के मकान से पूनम, बलवन्त, नीता, भतेरी, जयबीर, लीलू और भगू ने अचानक सुरेन्द्र की बाइक के आगे आकर सुरेंद्र को पकड़ लिया और मारने पीटने लगे। डॉक्टरों ने किया मृत घोषित सुरेंद्र ने बचाव-बचाव की आवाज लगाई तो मै और मेरा भाई रामफल मेरे बेटे सुरेंद्र के पास पहुंचे तो हमारे को आता देख सभी आरोपी लीलू के मकान में वापस चले गए। हमने सुरेंद्र को देखा तो वह बेहोशी की हालत में था। हमने रामशरण व उसके लड़कों को आवाज देकर बुलाया तो सुरेंद्र को चारपाई पर डाल कर रामशरण के मकान के आगे ले गए और गाड़ी का प्रबन्ध करके हम उसे हांसी के नागरिक अस्पताल ले आए। जहां पर डॉक्टरों ने सुरेंद्र को चेक कर मृत घोषित कर दिया। सुरेंद्र की मौत पूनम, बलवन्त, नीता, भतेरी, जयबीर, चामर, भगू व लीलू द्वारा रास्ता रोककर मारपीट करने से हुई है। हांसी सदर थाना पुलिस को मामले की सूचना मिलते ही पुलिस की टीम हांसी के नागरिक अस्पताल पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करवा कर शव को परिजनों के हवाले कर दिया। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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दुष्यंत चौटाला ने CM नायब सैनी को कटी पतंग बताया:बोले- मुख्यमंत्री को नहीं मिल रही सुरक्षित सीट; उचाना से 5 को करेंगे नामांकन हरियाणा के पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने रविवार को जींद के उचाना में सीएम नायब सैनी पर जुबानी हमला बोला और उनको कटी पतंग बताया। दुष्यंत ने कहा कि मुख्यमंत्री को सुरक्षित सीट नहीं मिल रही है। कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए दुष्यंत ने कहा कि वे उचाना हलके से ही चुनाव लड़ेंगे और वे पांच सितंबर को नामांकन दाखिल करेंगे। 2 अक्टूबर काे उचाना में जजपा की बड़ी रैली होगी। पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा कि भाजपा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की हालत कटी पतंग जैसी है। उनको चुनाव लड़ने के लिए कोई सुरक्षित सीट ही नहीं मिल रही। सीएम के चुनाव लड़ने को लेकर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुबह कुछ और बयान देते हैं और शाम को नायब सिंह सैनी कहीं ओर से चुनाव लड़ने की बात करते हैं। सीएम नायब सिंह कभी नारायणगढ़ की ओर देख रहे हैं, कभी लाडवा की तरफ भाग रहे हैं, तो कभी करनाल ना छोड़ने की बात कह रहे हैं। हालात बता रहे हैं कि उनको कोई सुरक्षित सीट नहीं मिल रही है। दुष्यंत चौटाला ने पूर्व केंद्रीय मंत्री चौ. बीरेंद्र सिंह पर जुबानी हमला बोला और कहा कि 5 सितंबर तक कांग्रेस की 5 सितंबर तक लिस्ट नहीं आई तो पूर्व सांसद बृजेंद्र की टिकट कट भी सकती है। टिकट कटवाने में भी इनकी बुआ का बेटा भूपेंद्र सिंह हुड्डा है। उन्होंने कहा कि बीरेंद्र सिंह पहले कह रहे थे दुष्यंत चौटाला भागेगा, फिर कहने लगा उचाना हलके से सभी महिलाएं उम्मीदवार आनी चाहिए, फिर कहने लगा न मैं लडूंगा ने प्रेमलता लड़ेगी, बेटा बृजेंद्र सिंह चुनाव लड़ेगा। दुष्यंत चौटाला बोले कि कई लोग कहते हैं कि एक सुरक्षित सीट ढूंढ लो। मेरी सुरक्षा कोई करेगा तो उचाना करेगा कोई और नहीं करेगा। उचाना ने मोर्चा संभाल लिया है। पिछली बार 15 दिन मोर्चा संभाला था, प्रदेश में बदलाव ला दिया था। लोग तो आते जाते रहेंगे। छोटे से लालच के लिए वर्षों के याराना गए, अच्छा हुआ मेरे दोस्त कुछ चेहरे पहचान गए, शेयर द्वारा दुष्यंत ने जेजेपी छोड़ने वाले विधायकों एवं अन्य नेताओं पर कटाक्ष किया। दुष्यंत ने कहा कि वे 5 सितंबर को उचाना कलां सीट से नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। 2 अक्टूबर को उचाना की अनाज मंडी में बड़ी रैली करेंगे। रैली में जननायक जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ अजय सिंह चौटाला और आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष व लोकसभा सांसद चंद्रशेखर भी शिरकत करेंगे।
हरियाणा मंत्रिमंडल में विपुल सबसे अमीर:दीपेंद्र हुड्डा को हराने वाले इकलौते नेता शर्मा, नरबीर राव इंद्रजीत को हरा चुके, जानिए मंत्रियों की डिटेल्ड प्रोफाइल
हरियाणा मंत्रिमंडल में विपुल सबसे अमीर:दीपेंद्र हुड्डा को हराने वाले इकलौते नेता शर्मा, नरबीर राव इंद्रजीत को हरा चुके, जानिए मंत्रियों की डिटेल्ड प्रोफाइल हरियाणा में गुरुवार (17 अक्टूबर) को CM नायब सैनी के साथ 13 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली। खास बात ये है कि सैनी के मंत्रिमंडल में शामिल किसी मंत्री पर कोई केस नहीं है। कैबिनेट में शामिल 14 चेहरों में से 13 करोड़पति हैं जिनमें सीएम सैनी भी शामिल हैं। चुनाव के दौरान जमा इलेक्शन एफिडेविट के मुताबिक सबसे ज्यादा 98 करोड़ की प्रॉपर्टी विपुल गोयल की है। कृष्ण कुमार बेदी इकलौते ऐसे मिनिस्टर हैं जो करोड़पति नहीं हैं। उनकी कुल संपत्ति 57 लाख है। सैनी की कैबिनेट में सबसे युवा गौरव गौतम हैं जिनकी उम्र 36 साल है। सबसे उम्रदराज मंत्री श्याम सिंह राणा हैं जो 76 साल के हैं। कैबिनेट में महिला चेहरे के तौर पर आरती राव और श्रुति चौधरी हैं। पढ़ाई-लिखाई की बात करें तो मंत्री बनने वालों में से अरविंद शर्मा डॉक्टर हैं। सीएम नायब सैनी और श्रुति चौधरी ने LLB कर रखी है। वहीं आरती राव और गौरव गौतम के पास कोई गाड़ी नहीं है। कैबिनेट में शामिल अरविंद शर्मा लोकसभा चुनाव में पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा के बेटे दीपेंद्र हुड्डा को हरा चुके हैं। वहीं नरबीर ने 1987 में विधानसभा चुनाव में राव इंद्रजीत सिंह को हराया था। अब पढ़िए मंत्रियों की डिटेल प्रोफाइल… नायब सिंह सैनी लगातार दूसरी बार हरियाणा के मुख्यमंत्री बने हैं। उन्होंने इस बार कुरुक्षेत्र जिले की लाडवा सीट से चुनाव लड़ा। इससे पहले वह मनोहर लाल खट्टर के इस्तीफे के कारण खाली हुई करनाल विधानसभा सीट से उपचुनाव जीते थे। 54 साल के नायब सिंह सैनी का जन्म 25 जनवरी 1970 को हुआ। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़ने के बाद वह मनोहर लाल खट्टर के संपर्क में आए। सैनी ने अपना पहला विधानसभा चुनाव 2009 में अंबाला जिले की नारायणगढ़ सीट से लड़ा लेकिन जीत नहीं पाए। 2014 की मोदी लहर में उन्होंने नारायणगढ़ से दोबारा चुनाव लड़ा और विधायक बने। मनोहर लाल खट्टर की अगुवाई वाली सरकार में उन्हें मंत्रिपद मिला। सरल स्वभाव सैनी की सबसे बड़ी ताकत भाजपा ने 2019 के लोकसभा चुनाव में कुरुक्षेत्र से टिकट दिया जहां से वह विजयी रहे। अक्टूबर-2023 में वह हरियाणा BJP के अध्यक्ष बनाए गए और तकरीबन 6 महीने बाद, 12 मार्च 2024 को खट्टर के इस्तीफे के बाद उन्हें प्रदेश का CM नियुक्त किया गया। इस बार भाजपा ने चुनाव से पहले ही सैनी को अपना सीएम चेहरा घोषित कर दिया था। सरल स्वभाव वाले सैनी की अगुवाई में पार्टी ने रिकॉर्ड 48 सीटों पर जीत दर्ज की। नायब सैनी की पत्नी सुमन सैनी भी राजनीति में एक्टिव हैं। उनके 2 बच्चे हैं। उनका बेटा चंडीगढ़ स्थित यूनिवर्सिटी से लॉ की पढ़ाई कर रहा है जबकि बेटी अंशिका ने चंडीगढ़ में 12वीं की है। हरियाणा भाजपा के सबसे वरिष्ठ नेताओं में शामिल अनिल विज को सैनी के बाद दूसरे नंबर पर शपथ दिलाई गई। वह अंबाला कैंट से सातवीं बार विधायक बने हैं। अनिल विज ने बैंक की नौकरी छोड़कर सियासत में कदम रखा। अनिल विज के पिता का नाम भीमसेन है जो रेलवे में अधिकारी थे। 15 मार्च 1953 को पैदा हुए अनिल विज ने पंजाब यूनिवर्सिटी से बीएससी की है। 1970 में विज एबीवीपी के महासचिव बने। अनिल विज 16 साल बैंक की जॉब करने के बाद पॉलिटिक्स में एक्टिव हुए। 1990 में पहली बार MLA बने, दो बार निर्दलीय जीते
अनिल विज ने पहली बार 1990 में अंबाला कैंट सीट से उपचुनाव लड़ा और विधायक बने। 1991 में उन्हें भारतीय जनता युवा मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। एक समय में अनिल विज अंबाला कैंट में इतने मजबूत हो गए थे कि उन्होंने दो बार निर्दलीय चुनाव लड़ा और दोनों बार जीत हासिल की। अनिल विज ने 1996 और 2000 में निर्दलीय चुनाव जीता। 2009 में उन्होंने अंबाला कैंट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और शानदार जीत दर्ज की। इसके बाद 2014, 2019 और 2024 में भी उन्होंने बड़े अंतर से जीत हासिल की। पानीपत जिले की इसराना विधानसभा सीट से विधायक चुने गए कृष्णलाल पंवार 2014 के बाद भाजपा-राज में दूसरी बार कैबिनेट मंत्री बने हैं। पंवार एससी बिरादरी का बड़ा चेहरा हैं और उन्होंने राजनीति में लंबी पारी खेली है। भाजपा में आने से पहले वह ओमप्रकाश चौटाला की पार्टी, इनेलो में थे। वह करनाल जिले की असंध सीट से इनेलो के विधायक भी रह चुके हैं। 2014 में उन्होंने भाजपा ज्वाइन कर ली थी। 2014 में भाजपा के टिकट पर चुनाव जीतने के बाद कृष्णलाल पंवार मनोहर लाल खट्टर की अगुवाई वाली सरकार में परिवहन, आवास और जेलमंत्री रहे। 2019 में वह इसराना सीट पर ही कांग्रेस के बलबीर वाल्मीकि से हार गए। वर्ष 2022 में भाजपा ने उन्हें राज्यसभा भेज दिया था। इस बार पार्टी ने उन्हें लगातार तीसरी बार विधानसभा चुनाव में उतारा। विधायक चुने जाने के बाद उन्होंने राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया। राव नरबीर सिंह को चौथी बार प्रदेश के मंत्रिमंडल में जगह मिली है। इस बार वह बादशाहपुर विधानसभा सीट से दूसरी बार जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं। वर्ष 2014 की मोदी लहर के दौरान राव नरबीर ने ही बादशाहपुर सीट पर पहली बार कमल खिलाया था। राव नरबीर सिंह के परिवार का सियासत से बहुत पुराना नाता है। खुद राव नरबीर ने वर्ष 1987 में महज 26 साल की उम्र में अपना पहला चुनाव लड़ा और जाटूसाना सीट से अहीरवाल के दिग्गज कहे जाने वाले राव इंद्रजीत सिंह को धूल चटाकर विधायक बन गए। तब ताऊ देवीलाल ने उन्हें अपनी सरकार में मंत्री बनाया। दादा अंग्रेजी हुकूमत में MLC रहे, पिता रह चुके कैबिनेट मंत्री राव नरबीर का जन्म 2 अप्रैल 1961 को गुरुग्राम में हुआ। वह मोहर सिंह यादव के पोते हैं, जो 1942 में ब्रिटिश हुकूमत के दौरान देश के बंटवारे से पहले एमएलसी थे। नरबीर के पिता महावीर सिंह यादव भी हरियाणा में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। राव नरबीर 1996 में सोहना से विधायक बने तो बंसीलाल ने उन्हें अपनी सरकार में परिवहन एवं सहकारिता मंत्री बनाया। 2014 में बादशाहपुर से विधायक बनने के बाद वह मनोहर लाल सरकार में लोक निर्माण एवं वन मंत्री बने। 2019 में भाजपा ने राव नरबीर को टिकट नहीं दिया। इस बार पार्टी ने फिर मैदान में उतारा तो राव नरबीर जीतकर फिर विधानसभा पहुंचे। पानीपत ग्रामीण सीट से लगातार तीसरी बार विधायक बने महिपाल ढांडा को दूसरी बार मंत्री बनने का मौका मिला है। 2009 के परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई पानीपत ग्रामीण सीट पर भाजपा ने 2014 में पहली बार महिपाल ढांडा को टिकट दिया और वह विजयी रहे। तब उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी को 36,132 वोट से हराया। BJP ने 2019 में उन्हें फिर टिकट दिया तो वह जजपा के देवेंद्र कादियान को 21,961 मतों से हराकर विधानसभा पहुंचे। इस बार लगातार तीसरी बार टिकट मिलने के बाद महिपाल ढांडा को मिले कुल वोट और उनकी जीत का मार्जिन भी बढ़ गया। इस बार उन्हें 1,01,079 वोट लेकर कांग्रेस के सचिन कुंडू को 50,212 वोट से हराया। भाजपा से ही राजनीति की शुरुआत महिपाल ढांडा ने अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत भाजपा से ही की। उनकी गिनती पार्टी के चुनिंदा जाट चेहरों में होती है। महिपाल ढांडा 1996 से 2004 तक भाजपा के स्टूडेंट विंग- अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) में प्रदेश सहमंत्री रहे। वर्ष 2004 में भाजपा ने उन्हें पानीपत जिला इकाई का उपाध्यक्ष बनाया। 2006 में उन्हें प्रमोट करके पानीपत जिला इकाई का महामंत्री बनाया गया जिस पर वह 2009 तक रहे। वर्ष 2009 से 2012 तक ढांडा हरियाणा में भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष रहे। वर्ष 2012 में पार्टी ने उन्हें हरियाणा में अपने किसान मोर्चा का प्रदेशाध्यक्ष बना दिया। जाट बिरादरी में ढांडा की अच्छी पकड़ है। सैनी मंत्रिमंडल में शामिल डॉ. अरविंद कुमार ने रोहतक की महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी से मास्टर ऑफ डेंटल सर्जरी की पढ़ाई की है। 25 नवंबर 1962 को पैदा हुए अरविंद शर्मा के पिता का नाम पंडित सतगुरु दास शर्मा और मां का नाम बिमला देवी है। डॉक्टरी की पढ़ाई पूरी करने के बाद वह राजनीति में आ गए। अरविंद शर्मा की पत्नी का नाम रीटा शर्मा है। दोनों की शादी 9 नवंबर 1989 को हुई। उनका एक बेटा और एक बेटी है। दीपेंद्र हुड्डा को हराने वाले एकमात्र नेता
अरविंद शर्मा ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत 1996 में की। उन्होंने सोनीपत लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा और बहुजन समाज पार्टी (BSP) के उम्मीदवार रिजक राम को हराकर सांसद बने। वह 2004 और 2009 में कांग्रेस के टिकट पर करनाल के सांसद बने। जनवरी-2014 में अरविंद शर्मा कांग्रेस छोड़कर BSP में शामिल हो गए। BSP ने उन्हें 2014 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में अपना CM चेहरा बनाया। अरविंद शर्मा ने तब दो सीटों- यमुनानगर और जुलाना- से चुनाव लड़ा लेकिन दोनों ही जगह हार गए। 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले अरविंद शर्मा भाजपा में शामिल हो गए। BJP ने उन्हें रोहतक लोकसभा सीट पर दीपेंद्र सिंह हुड्डा के सामने उतारा। उस चुनाव में अरविंद शर्मा ने दीपेंद्र हुड्डा को 7,503 वोट से हराया। अरविंद शर्मा इकलौते ऐसे नेता हैं जिन्होंने दीपेंद्र हुड्डा को चुनाव हराया है। 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने अरविंद शर्मा को फिर रोहतक सीट से उम्मीदवार बनाया लेकिन इस बार वह दीपेंद्र हुड्डा से हार गए। इसके बाद उन्हें विधानसभा चुनाव में सोनीपत जिले की गोहाना सीट से उतारा गया जहां से वह विजयी रहे। तोशाम विधानसभा सीट से अपना पहला विधानसभा चुनाव जीतने वाली श्रुति चौधरी को भी सैनी कैबिनेट में मंत्री बनाया गया है। श्रुति चौधरी पूर्व सीएम चौधरी बंसीलाल की पोती और पूर्व मंत्री चौधरी सुरेंद्र सिंह की बेटी हैं। उनकी मां किरण चौधरी तोशाम से विधायक रह चुकी हैं। बंसीलाल तोशाम सीट से जीतकर ही हरियाणा के सीएम बने थे। उनके बेटे चौधरी सुरेंद्र भी इसी सीट से जीत कर प्रदेश में कृषि मंत्री बने। अब सुरेंद्र सिंह और किरण चौधरी की बेटी श्रुति ने भी इसी सीट से जीत दर्जकर मंत्रिमंडल में जगह बनाई है। गौरव को पहली बार विधायक बनते ही मंत्रिमंडल में जगह
पलवल विधानसभा सीट से पहली बार विधायक बने गौरव गौतम को हरियाणा सरकार में मंत्री पद भी मिला है। गौरव गौतम ने पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल को 33,605 वोटों के बड़े अंतर से हराया है। उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत करी थी। 36 वर्षीय गौरव गौतम ब्राह्मण समुदाय से ताल्लुक रखते हैं।
हरियाणा के 15 शहरों में बारिश का येलो अलर्ट:आज और कल तेज बरसात के आसार, 14 तक सक्रिय रहेगा मानसून, इसके बाद विदाई
हरियाणा के 15 शहरों में बारिश का येलो अलर्ट:आज और कल तेज बरसात के आसार, 14 तक सक्रिय रहेगा मानसून, इसके बाद विदाई हरियाणा में अब दो दिन और मानसून एक्टिव रहेगा इसके बाद बारिश में कमी देखने को मिलेगी। भारत मौसम विभाग के अनुसार आज हरियाणा के 15 शहरों में मध्यम से तेज बारिश हो सकती है, इसको लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है। पंचकुला, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, करनाल, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, झज्जर, गुरुग्राम, मेवात, पलवल, फरीदाबाद, रोहतक, सोनीपत, पानीपत में बारिश के आसार हैं। एक दिन पहले शुक्रवार को हरियाणा के उत्तरी और दक्षिण इलाकों में बारिश हुई थी। बारिश होने से हवा में नमी बनी हुई है। मगर मानसून कमजोर पड़ने के बाद उमस का दौर फिर से शुरू होगा। बता दें कि जुलाई में मानसून की बारिश के बाद अगस्त में सामान्य से अधिक बारिश हुई थी। वहीं सितंबर में भी अब तक अच्छी बारिश देखने को मिली है। आगामी 2 दिन ऐसा रहेगा मौसम
हरियाणा में मौसम आमतौर पर 17 सितंबर तक परिवर्तनशील रहने की संभावना है। इस दौरान मानसून ट्रफ सामान्य स्थिति पर उत्तर की तरफ बने रहने और अरब सागर से नमी वाली हवाएं आने की संभावना से राज्य में मानसूनी हवाओं की सक्रियता में बढ़ोतरी होने की संभावना से राज्य के ज्यादातर क्षेत्रों में 12 सितंबर से बारिश की गतिविधियों में फिर से वृद्धि होने की संभावना है जिससे 12 सितंबर रात्रि से 14 सितंबर के दौरान राज्य के ज्यादातर क्षेत्रों में बीच बीच में हवाएं व गरज चमक के साथ कहीं-कहीं हलकी से मध्यम बारिश की संभावना है। इस दौरान कुछ एक स्थानों पर तेज बारिश की संभावना बन रही है। 15 सितंबर से फिर से बारिश की गतिविधियों में कमी आने तथा तापमान में हल्की बढ़ोतरी की संभावना है। जुलाई में रुठा रहा मानसून
हरियाणा में जुलाई में इस बार 5 सालों में सबसे कम बारिश हुई है। आंकड़ों को देखे तो 2018 में 549 एमएम बारिश हुई थी। 2019 में 244.8, 2020 में 440.6, 2021 में 668.1, 2022 में 472, 2023 में 390 और 2024 में मात्र 97.9 एमएम ही बारिश रिकॉर्ड की गई है। कम बारिश होने के कारण सूबे के धान पैदावार करने वाले किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्हें ट्यूबवेल से सिंचाई करनी पड़ रही है।