जालंधर में राखी बंधवाने हिमाचल से आए भाई की मौत:बाइक की टक्कर से हुआ हादसा, इलाज के दौरान तोड़ा दम

जालंधर में राखी बंधवाने हिमाचल से आए भाई की मौत:बाइक की टक्कर से हुआ हादसा, इलाज के दौरान तोड़ा दम

पंजाब के जालंधर में त्योहार मनाने घर आए 22 वर्षीय युवक की सड़क हादसे में मौत हो गई। गोराया के गांव रूडका कलां निवासी 22 वर्षीय गौरव रौली को इलाज के लिए पीजीआई रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। गौरव अपनी बहन से राखी बंधवाने के लिए हिमाचल प्रदेश से लौटा था। हिमाचल में वह पिछले तीन महीने से श्री माता चिंतपूर्णी जी के मेले में सौंदर्य प्रसाधन का सामान बेचने का स्टॉल लगा रहा था। वह राखी बंधवाने के लिए ही घर आया था। अनियंत्रित बाइक दीवार से टकराई, इलाज के दौरान मौत प्राप्त जानकारी के अनुसार गौरव कल अपनी बाइक पर गांव रूडका कलां की ओर आ रहा था। इस दौरान उसकी बाइक अनियंत्रित होकर दीवार से टकरा गई। घटना में गौरव को गंभीर चोटें आईं। राहगीरों द्वारा मामले की सूचना तुरंत गौरव के परिजनों को दी गई और उसे लुधियाना के डीएमसी अस्पताल में भर्ती कराया गया। डीएमसी से गौरव को पीजीआई रेफर कर दिया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। गौरव के परिवार में दो बहनें और एक भाई है। परिजनों ने गौरव का अंतिम संस्कार उसके पैतृक गांव में कर दिया है। गौरव मेलों में मनिहारी का ठेला लगाता था। पंजाब के जालंधर में त्योहार मनाने घर आए 22 वर्षीय युवक की सड़क हादसे में मौत हो गई। गोराया के गांव रूडका कलां निवासी 22 वर्षीय गौरव रौली को इलाज के लिए पीजीआई रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। गौरव अपनी बहन से राखी बंधवाने के लिए हिमाचल प्रदेश से लौटा था। हिमाचल में वह पिछले तीन महीने से श्री माता चिंतपूर्णी जी के मेले में सौंदर्य प्रसाधन का सामान बेचने का स्टॉल लगा रहा था। वह राखी बंधवाने के लिए ही घर आया था। अनियंत्रित बाइक दीवार से टकराई, इलाज के दौरान मौत प्राप्त जानकारी के अनुसार गौरव कल अपनी बाइक पर गांव रूडका कलां की ओर आ रहा था। इस दौरान उसकी बाइक अनियंत्रित होकर दीवार से टकरा गई। घटना में गौरव को गंभीर चोटें आईं। राहगीरों द्वारा मामले की सूचना तुरंत गौरव के परिजनों को दी गई और उसे लुधियाना के डीएमसी अस्पताल में भर्ती कराया गया। डीएमसी से गौरव को पीजीआई रेफर कर दिया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। गौरव के परिवार में दो बहनें और एक भाई है। परिजनों ने गौरव का अंतिम संस्कार उसके पैतृक गांव में कर दिया है। गौरव मेलों में मनिहारी का ठेला लगाता था।   पंजाब | दैनिक भास्कर