भाई-बहन का पवित्र त्योहार, रक्षा बंधन बड़ी धूम धाम से पूरे देश में मनाया जा रहा है। अंबाला की सेंट्रल जेल में दूर-दूर से बहनें अपने भाइयों को राखी बांधने के लिए पहुंच रही हैं। इस दौरान को कोई भावुक नजर आ रहा था, तो किसी के चेहरे पर दिख मुस्कान नजर आ रही थी। जेल प्रशासन ने ही सभी बहनों के लिए पूरे प्रबंध कर रखे है। जेल में राखी बांधने पहुंची बहनें आज राखी का त्योहार है और इस त्योहार की धूम पूरे देश भर में देखने को मिल रही है। अंबाला की सेंट्रल जेल में भी भाइयों को राखी बांधने के लिए उनके बहनें पहुंच रही है। ऐसे में उनके लिए भी जेल प्रशासन ने इंतजाम किए हैं और जेल के अंदर एक एक करके बहने जा रही हैं। अपने भाइयों को राखी बांधकर बहाने काफी खुश दिखाई दे रही है और सुरक्षा को लेकर भी सभी इंतजाम पूरे किए गए हैं। एसपी जेल अंबाला ने बताया कि आज सुबह से ही बहने अपने भाइयों को राखी बांधने के लिए पहुंच रही है। दोपहर तक 500 से ज्यादा बहनें आ चुकी हैं, और जब तक बहने अपने भाइयों को राखी नहीं बांध देता तब तक यह मुलाकात चलती रहेगी। इस दौरान बहनों को राखी और मिठाई जेल से ही दी जा रही है। भाई-बहन का पवित्र त्योहार, रक्षा बंधन बड़ी धूम धाम से पूरे देश में मनाया जा रहा है। अंबाला की सेंट्रल जेल में दूर-दूर से बहनें अपने भाइयों को राखी बांधने के लिए पहुंच रही हैं। इस दौरान को कोई भावुक नजर आ रहा था, तो किसी के चेहरे पर दिख मुस्कान नजर आ रही थी। जेल प्रशासन ने ही सभी बहनों के लिए पूरे प्रबंध कर रखे है। जेल में राखी बांधने पहुंची बहनें आज राखी का त्योहार है और इस त्योहार की धूम पूरे देश भर में देखने को मिल रही है। अंबाला की सेंट्रल जेल में भी भाइयों को राखी बांधने के लिए उनके बहनें पहुंच रही है। ऐसे में उनके लिए भी जेल प्रशासन ने इंतजाम किए हैं और जेल के अंदर एक एक करके बहने जा रही हैं। अपने भाइयों को राखी बांधकर बहाने काफी खुश दिखाई दे रही है और सुरक्षा को लेकर भी सभी इंतजाम पूरे किए गए हैं। एसपी जेल अंबाला ने बताया कि आज सुबह से ही बहने अपने भाइयों को राखी बांधने के लिए पहुंच रही है। दोपहर तक 500 से ज्यादा बहनें आ चुकी हैं, और जब तक बहने अपने भाइयों को राखी नहीं बांध देता तब तक यह मुलाकात चलती रहेगी। इस दौरान बहनों को राखी और मिठाई जेल से ही दी जा रही है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में छात्राओं की 6 लाख फीस लेकर प्रिंसिपल फरार:3 दिन से गायब, मोबाइल स्विच ऑफ, 12वीं की 600 छात्राओं की परीक्षा पर संकट गहराया
हरियाणा में छात्राओं की 6 लाख फीस लेकर प्रिंसिपल फरार:3 दिन से गायब, मोबाइल स्विच ऑफ, 12वीं की 600 छात्राओं की परीक्षा पर संकट गहराया हरियाणा के फरीदाबाद में सरकारी स्कूल का प्रिंसिपल 12वीं क्लास की 600 छात्राओं की 6 लाख रुपए फीस लेकर फरार हो गया। प्रिंसिपल छत्रपाल का पिछले 3 दिन से कोई अता-पता नहीं है। प्रिंसिपल ने किसी अधिकारी या टीचर को इसकी सूचना तक नहीं दी। उसके 2 मोबाइल भी स्विच ऑफ हैं। ऐसे में फीस जमा न होने से स्कूल की छात्राओं की बोर्ड परीक्षा पर संकट आ गया है। इसका खुलासा होने पर शिक्षा विभाग में भी हड़कंप मचा हुआ है। हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि प्रिंसिपल जानबूझकर गायब हुआ या उसके साथ कोई वारदात हुई है। छात्राओं से जुर्माने समेत वसूली थी फीस
यह मामला फरीदाबाद में बल्लभगढ़ स्थित राजकीय आदर्श कन्या वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल का है। यहां करीब 12वीं क्लास 609 छात्राएं हैं। इनकी फीस 4 लाख 57 हजार 100 रुपए फीस बनती थी। हालांकि जिन छात्राओं ने देरी से फीस भरी, उनसे जुर्माना भी वसूला गया। ऐसे में प्रिंसिपल के पास 6 लाख से ज्यादा रुपए जमा हो गए। प्रिंसिपल ने किसी को कुछ नहीं बताया
फीस जमा होने के बाद 3 दिन से प्रिंसिपल स्कूल नहीं आ रहा। प्रिंसिपल के बारे में स्कूल के बाकी टीचरों, स्टाफ और शिक्षा अधिकारियों के पास भी कोई सूचना नहीं है। जब प्रिंसिपल लगातार स्कूल नहीं आए तो टीचरों ने उनके 2 मोबाइल पर कॉल की लेकिन वह भी स्विच ऑफ मिले। टीचरों ने अधिकारियों को सूचना दी
इसके बाद परेशान होकर टीचरों ने बल्लभगढ़ के खंड शिक्षा अधिकारी, फरीदाबाद के जिला शिक्षा अधिकारी और हरियाणा बोर्ड के अधिकारियों को इसकी सूचना दी। अधिकारियों ने अपने स्तर पर भी प्रिंसिपल के बारे में छानबीन की लेकिन उसका कोई पता नहीं चला। जिसके बाद हरियाणा बोर्ड ने प्रिंसिपल के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उससे फीस की रिकवरी के आदेश जारी कर दिए हैं। स्कूल इंचार्ज बोलीं- छात्राओं को दिक्कत नहीं होगी
प्रिंसिपल के गायब होने के बाद स्कूल इंचार्ज बनाई गईं टीचर पुष्पा ने पुष्टि की कि प्रिंसिपल बच्चों की फीस लेकर गायब हो गए हैं। उनका कोई पता भी नहीं चल रहा। पुष्पा ने कहा कि शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने उन्हें कहा है कि छात्राओं को परीक्षा देने में कोई दिक्कत नहीं आनी चाहिए। उनकी फीस विभाग के पास जमा न होने की वजह से उन्हें परीक्षा देने से न रोका जाए।
कल भंग हो सकती है हरियाणा विधानसभा:CM सैनी ने अर्जेंट कैबिनेट मीटिंग बुलाई; संवैधानिक संकट से बचने के लिए फैसला लेंगे
कल भंग हो सकती है हरियाणा विधानसभा:CM सैनी ने अर्जेंट कैबिनेट मीटिंग बुलाई; संवैधानिक संकट से बचने के लिए फैसला लेंगे हरियाणा में 12 सितंबर से पहले विधानसभा का मानसून सत्र बुलाने और विधानसभा भंग करने के संवैधानिक संकट के बीच हरियाणा सरकार ने अर्जेंट मंत्रिमंडल की बैठक बुला ली है। सूत्रों की मानें तो इस बैठक में विधानसभा भंग करने का फैसला लिया जाएगा। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में सरकार के अधिकांश मंत्री शामिल होंगे। सुबह BJP के उम्मीदवारों के नॉमिनेशन के कारण मीटिंग का समय कल शाम को तय किया गया है। मुख्य सचिव कार्यालय की ओर से अभी तक बैठक का समय निर्धारित नहीं किया गया है, लेकिन सैनी के मंत्रियों को इसकी सूचना भेजी जा चुकी है। कुछ मंत्रियों के बैठक में शामिल न होने की स्थिति में उन्हें वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए जुड़ने के आदेश दिए गए हैं। संविधान विशेषज्ञों की राय के अनुसार, ऐसा करना सरकार के लिए जरूरी है। वजह साफ है कि 6 माह के अंतराल से पूर्व सदन का अगला सत्र बुलाना संवैधानिक अनिवार्यता है। बेशक प्रदेश विधानसभा के ताजा चुनाव घोषित कर दिए गए हो। विधानसभा भंग करना ही सिंगल ऑप्शन
विधायी एवं संवैधानिक मामलों के जानकार हेमंत कुमार का कहना है कि बेशक चुनाव आयोग ने 15वीं हरियाणा विधानसभा के गठन के लिए आम चुनाव की प्रक्रिया शुरू कर दी हो, उसमें भी सरकार सत्र बुला सकती है। उनका कहना है कि 14वीं हरियाणा विधानसभा, जिसका कार्यकाल 3 नवंबर 2024 तक है, एवं जिसका पिछला एक दिन का विशेष सत्र 5 माह पूर्व 13 मार्च 2024 को बुलाया गया था। ऐसे में संविधान के अनुच्छेद 174(1) की सख्त अनुपालना में मौजूदा प्रदेश विधानसभा का एक सत्र, बेशक वह एक दिन या आधे दिन की अवधि का ही क्यों न हो, वह आगामी 12 सितम्बर 2024 से पहले बुलाना अनिवार्य है। क्या कहता है संविधान…
संविधान में स्पष्ट उल्लेख है कि पिछले सत्र की अंतिम बैठक और अगले सत्र की प्रथम बैठक के बीच 6 महीने का अंतराल नहीं होना चाहिए। सरकार की ओर से पिछली कैबिनेट बैठक में मानसून सत्र पर कोई फैसला नहीं लिया गया था। ऐसे में अब सरकार के पास हरियाणा विधानसभा को समयपूर्व भंग करने के लिए राज्यपाल से सिफारिश करना ही एकमात्र विकल्प बचा है। हरियाणा में संवैधानिक संकट का कारण
हरियाणा में चुनाव की घोषणा के बाद संवैधानिक संकट खड़ा हुआ है। इसकी वजह 6 महीने के भीतर एक बार विधानसभा सेशन बुलाना है। राज्य विधानसभा का अंतिम सेशन 13 मार्च को हुआ था। उसमें नए बने CM नायब सैनी ने विश्वास मत हासिल किया था। इसके बाद 12 सितंबर तक सेशन बुलाना अनिवार्य है। यह संवैधानिक संकट ऐतिहासिक भी है, क्योंकि देश आजाद होने के बाद कभी ऐसी स्थिति नहीं आई। हरियाणा में ही कोरोना के दौरान भी इस संकट को टालने के लिए 1 दिन का सेशन बुलाया गया था। 6 माह में सत्र न बुलाने का इतिहास में उदाहरण नहीं है। संविधान के जानकार मानते हैं कि वैसे तो यह महज कागजी औपचारिकता है, लेकिन संवैधानिक तौर पर अनिवार्य होने से इसे हर हाल में पूरा करना होगा। ऐसी सूरत में भी सेशन न बुलाया गया हो, ऐसा कोई उदाहरण देश में नहीं है। 14वीं विधानसभा का कार्यकाल 3 नवंबर तक
राज्य में इस समय 15वीं विधानसभा चल रही है। 15वीं विधानसभा के गठन के लिए चुनाव की घोषणा हो चुकी है। इसका नोटिफिकेशन 5 सितंबर को जारी हो गया है। 5 अक्टूबर को वोटिंग और 8 अक्टूबर को काउंटिंग होगी। मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 3 नवंबर तक है।
हरियाणा के सभी जिले तप रहे, लू का अलर्ट:नूंह सबसे गर्म; 46.5 डिग्री पहुंचा पारा, 18 की रात से बदलेगा मौसम
हरियाणा के सभी जिले तप रहे, लू का अलर्ट:नूंह सबसे गर्म; 46.5 डिग्री पहुंचा पारा, 18 की रात से बदलेगा मौसम हरियाणा के सभी जिलों में आज लू चलने का अलर्ट जारी किया गया है। 24 घंटे के आंकड़ों पर नजर डालें तो नूंह प्रदेश में सबसे गर्म रहा। यहां अधिकतम तापमान 46.5 डिग्री पहुंच गया। यह सामान्य से 7.5 डिग्री अधिक है। दिन के साथ-साथ रातें भी गर्म हो रही हैं। पलवल में रात का न्यूनतम तापमान 36.6 डिग्री पहुंच गया। मौसम विभाग का कहना है कि 18 तारीख तक प्रदेश में गर्मी को लेकर स्थिति ऐसी ही रहेगी। उसी रात मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। 19 तारीख की सुबह प्री-मानसून की बारिश गर्मी से राहत दे सकती है। उत्तरी हरियाणा में हल्की से मध्यम बारिश, दक्षिणी और पश्चिमी हरियाणा में हल्की बारिश की संभावना है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि 27 जून से 3 जुलाई के बीच मानसून आने की संभावना है। हरियाणा में 87% कम बारिश हरियाणा में जून में अब तक सामान्य से 87 % कम बारिश हुई है। प्रदेश में सिर्फ 2.3 मिमी ही बारिश अब तक रिकॉर्ड की गई है। प्रदेश में 1 से 15 जून तक सामान्य के मुकाबले 87 फीसदी कम बारिश हुई है। इस अवधि में 17.2 मिलीमीटर बारिश सामान्य मानी जाती है, लेकिन सिर्फ 2.3 मिलीमीटर हुई है। सूबे के चार जिले ऐसे हैं, जहां बिल्कुल भी बारिश नहीं हुई। इनमें फरीदाबाद, फतेहाबाद, झज्जर व पलवल शामिल है। बिजली भी करेगी परेशान भीषण गर्मी में अब बिजली भी परेशान करेगी। इसकी वजह है कि अब धान रोपाई के लिए खेतों में भी 8 घंटे बिजली दी जाएगी। इससे रोज 1.5 करोड़ यूनिट की खपत बढ़ेगी। बिजली विभाग का कहना है कि खेतों में 8 घंटे बिजली सप्लाई होगी। इसके लिए 3 शिफ्टों में शेड्यूल है। बिजली अधिकारियों का कहना है कि धान रोपाई का सीजन शुरू होने से रोज करीब 1.5 करोड़ यूनिट बिजली की खपत बढ़ेगी। प्रदेश के खेतों में करीब 6.63 लाख टयूबवेल कनेक्शन हैं।