पंजाब में अब ड्रोन के जरिए प्लांटेशन:पठानकोट में मंत्री लालचंद ने प्रोजेक्ट किया शुरू, 20 हजार हैक्टेयर जंगल में बिखेरा जाएगा बीज

पंजाब में अब ड्रोन के जरिए प्लांटेशन:पठानकोट में मंत्री लालचंद ने प्रोजेक्ट किया शुरू, 20 हजार हैक्टेयर जंगल में बिखेरा जाएगा बीज

पंजाब में अब हरियाली को बढ़ावा देने के लिए नई पहल की गई है। अब ड्रोन के जरिए प्लांटेशन की जाएगी। इसी कड़ी में आज शाहपुर कंडी के समीप गांव घटेरा के तीस हेक्टेयर जंगल में ड्रोन के माध्यम से जंगलों में अलग-अलग प्रजातियों के बीजों को बिखेरा गया। इस मौके पर पंजाब के कैबिनेट मंत्री लाल चंद कटारूचक्क, डीसी पठानकोट आदित्य उप्पल, वन पाल संजीव तिवारी आईएफएस, डीएफओ धर्मवीर आईएफएस मौजूद रहे। तुलसी, जामुन व हरड़ के पौधे लगाए गए ​​​​ड्रोन के माध्यम से जंगलों में तुलसी, आंवला, जामुन, हरड़, बेहडा, सुआजन व अन्य कई प्रजातियों के बीजों को मिट्टी में लपेट कर ड्रोन के माध्यम से जंगलों में फेंका गया। वहीं, इस समय पूरे पंजाब में हरियाली मिशन को लेकर पौधों को लगाने का कार्य किया जा रहा है, जिसके तहत पंजाब में 3 करोड़ से अधिक अलग अलग प्रजातियों के पौधों को लगाया जा रहा है। पांच लाख बीज बिखेरे जाएंगे अब पायलट प्रोजेक्ट के तहत धार ब्लॉक के जंगलों में पौधों का प्रसार करने के लिए पूरे जिले में 5 लाख बीजों को ड्रोन के माध्यम से जंगलों मे बिखेरा जाएगा। धार ब्लॉक में लगभग 24 हजार हैक्टेयर में वनों का रकबा फैला हुआ है, जिसमें अकेले धार ब्लॉक में 20 हजार हैक्टेयर रकबा आता है, इसलिए घने जंगलों में जहां मजदूरों व अन्य साधनों से पौधों को नहीं लगाया जाता ,वहां पर ड्रोन के माध्यम से बीजों को बिखेरा जा रहा है बीस दिन में पैदा हो जाएंगे पौधे इस दौरान फैंके गए बीज 20 दिन के अंदर स्वयं ही फूट कर जंगलों में उगने शुरू हो जाएगें, जिससे जंगलों में लगातार विस्तार भी होगा। कोशिश यही है कि पंजाब के वन एरिया को बढ़ाया जाए। ताकि आने वाली पीढ़ियों को बचाया जा सकें। इससे पहले सीएम ने किसानों से अपील की थी कि वह कम से चार पौधे जरूर लगाए। वहीं, सीएम ने साफ किया था अगर उन्हें आगे चलकर जरूरत पड़ी तो कानून लेकर आएंगे। पंजाब में अब हरियाली को बढ़ावा देने के लिए नई पहल की गई है। अब ड्रोन के जरिए प्लांटेशन की जाएगी। इसी कड़ी में आज शाहपुर कंडी के समीप गांव घटेरा के तीस हेक्टेयर जंगल में ड्रोन के माध्यम से जंगलों में अलग-अलग प्रजातियों के बीजों को बिखेरा गया। इस मौके पर पंजाब के कैबिनेट मंत्री लाल चंद कटारूचक्क, डीसी पठानकोट आदित्य उप्पल, वन पाल संजीव तिवारी आईएफएस, डीएफओ धर्मवीर आईएफएस मौजूद रहे। तुलसी, जामुन व हरड़ के पौधे लगाए गए ​​​​ड्रोन के माध्यम से जंगलों में तुलसी, आंवला, जामुन, हरड़, बेहडा, सुआजन व अन्य कई प्रजातियों के बीजों को मिट्टी में लपेट कर ड्रोन के माध्यम से जंगलों में फेंका गया। वहीं, इस समय पूरे पंजाब में हरियाली मिशन को लेकर पौधों को लगाने का कार्य किया जा रहा है, जिसके तहत पंजाब में 3 करोड़ से अधिक अलग अलग प्रजातियों के पौधों को लगाया जा रहा है। पांच लाख बीज बिखेरे जाएंगे अब पायलट प्रोजेक्ट के तहत धार ब्लॉक के जंगलों में पौधों का प्रसार करने के लिए पूरे जिले में 5 लाख बीजों को ड्रोन के माध्यम से जंगलों मे बिखेरा जाएगा। धार ब्लॉक में लगभग 24 हजार हैक्टेयर में वनों का रकबा फैला हुआ है, जिसमें अकेले धार ब्लॉक में 20 हजार हैक्टेयर रकबा आता है, इसलिए घने जंगलों में जहां मजदूरों व अन्य साधनों से पौधों को नहीं लगाया जाता ,वहां पर ड्रोन के माध्यम से बीजों को बिखेरा जा रहा है बीस दिन में पैदा हो जाएंगे पौधे इस दौरान फैंके गए बीज 20 दिन के अंदर स्वयं ही फूट कर जंगलों में उगने शुरू हो जाएगें, जिससे जंगलों में लगातार विस्तार भी होगा। कोशिश यही है कि पंजाब के वन एरिया को बढ़ाया जाए। ताकि आने वाली पीढ़ियों को बचाया जा सकें। इससे पहले सीएम ने किसानों से अपील की थी कि वह कम से चार पौधे जरूर लगाए। वहीं, सीएम ने साफ किया था अगर उन्हें आगे चलकर जरूरत पड़ी तो कानून लेकर आएंगे।   पंजाब | दैनिक भास्कर