रायबरेली में अर्जुन पासी के मर्डर मामले में राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि मास्टर माइंड को एसपी पकड़ नहीं रहे हैं। राहुल गांधी के आरोपों को लेकर एसपी अभिषेक अग्रवाल का कहना है, हमने 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। विशाल सिंह का नाम भी सामने आ रहा है। उस पर जांच की जा रही है। तथ्यों के आधार पर आगे कार्रवाई की जाएगी। मंगलवार को कांग्रेस नेता और रायबरेली सांसद राहुल गांधी पीड़ित के घर पहुंचे। वहां उन्होंने युवक के मां-पिता से बात की। उनसे बेटे के आरोपियों को सजा दिलाने की बात कही।पीड़ित परिवार से मिलने के बाद राहुल ने कहा, एक दलित युवा को मारा गया। पूरे परिवार को धमकाया गया। लेकिन यहां कोई कार्रवाई नहीं हो रही। SP मास्टरमाइंड पर कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। छोटे-छोटे लोगों को पकड़ रहे हैं। मैं चाहता हूं कि उत्तर प्रदेश में हर वर्ग का आदर हो और न्याय सबको मिले। जब तक इस परिवार को न्याय नहीं मिलेगा, तब तक हम पीछे नहीं हटने वाले। बाल काटने के पैसे मांगने पर हुआ था विवाद राहुल गांधी ने बताया- मैंने अर्जुन की माता जी से बात की। उन्होंने बताया, छोटा बेटा बाल काटता है। कुछ लड़के उसके पास आते, बाल कटवाते और बिना पैसे दिए चले जाते। आखिरी बार जब आए उसे उसने पैसे मांगे। कहा-आज मेरे पैसे दे दीजिए। इसके बाद उसके भाई की हत्या की गई है। ये अन्याय है समाज और परिवार के खिलाफ। इस परिवार को न्याय मिलेगा। अर्जुन पासी की 9 दिन पहले गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। सातवां आरोपी विशाल सिंह छतोओ ब्लाक प्रमुख संगीता कोरी पत्नी बबलू का प्रतिनिधि है। बता दें, इसे पहले अखिलेश यादव और भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर भी इस हत्या पर सवाल उठा चुके हैं। सभी आरोपियों को सख्त सजा देने की मांग कर रहे हैं। साथ ही मेन आरोपी विशाल को भी गिरफ्तार करें। साथ न चलने पर मार दी थी गोली- अर्जुन पासी के परिवार के लोगों ने पुलिस को बताया था, 11 अगस्त की शाम 8 बजे नवीन सिंह अपने कुछ दोस्तों के साथ घर पर आया था। मेरे बेटे अर्जुन से कहा था कि तुम्हें ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि विशाल सिंह बुला रहे हैं। अर्जुन ने साथ जाने से मना कर दिया था तो नवीन सिंह ने दोबारा कहा, विशाल भैया बोले हैं कि अगर ना आए तो गोली मार देना। इतना कहने के बाद नवीन सिंह ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर मेरे बेटे को गोली मार दी थी। नवीन सिंह पुत्र संदीप सिंह, अर्जुन यादव पुत्र बनवारी, हर्षित मिश्रा पुत्र दिनेश मिश्रा, अंशु यादव पुत्र बलराज, फूल चंद्र पुत्र धर्मराज, अंकित पुत्र लल्लन पहलवान, छतोह ब्लाक प्रमुख संगीता कोरी के प्रतिनिधि विशाल सिंह मुख्य षडयंत्रकर्ता हैं। नवीन बोला- आपसी विवाद में की हत्या एसओजी टीम और सीओ सलोन प्रदीप कुमार की अगुवाई में पुलिस टीम ने मामले में 6 हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। पुलिस की पूछताछ में मुख्य आरोपी नवीन सिंह ने बताया- अर्जुन से नागपंचमी के मेले में विवाद हो गया था। अर्जुन ने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर 4-5 थप्पड़ मारे थे, जो मेरे जहन में गूंज रहा था। उसी रंजिश के चलते मैंने अपने साथियों के साथ मिलकर साजिश के तहत उसको गोली मार दी। वहीं परिवार ने यह आरोप लगाए कि विशाल और उसके साथी मेरे छोटे बेटे की दुकान पर अक्सर फ्री में बाल कटवाते थे। 10 अगस्त को मेरे छोटे बेटे ने पैसे मांगे तो ये लोग विवाद करने लगे। उसी का बदला लेने के लिए विशान के कहने पर मेरे बड़े बेटे की गोली मारकर हत्या की गई है। अब सिलसिलेवार तरीके से पढ़िए इस घटना में कब क्या हुआ? 13 अगस्त- 6 आरोपियों को किया गिरफ्तार 11 अगस्त को अर्जुन की हत्या के बाद इलाके में हंगामा होने लगा। एक समुदाय के लोग प्रदर्शन करने लगे। परिवार ने पुलिस को नामजद तहरीर दी। जिसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी। 13 अगस्त को सुबह करीब 9 बजे पुलिस अधीक्षक अभिषेक अग्रवाल द्वारा अर्जुन पासी हत्याकांड मामले में छह हत्या आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए इस पूरी घटना का खुलासा कर दिया गया। पुलिस पूछताछ में मुख्य आरोपी नवीन सिंह ने बताया कि कुछ दिन पहले अर्जुन पासी अपने कुछ दोस्तों के साथ मुझसे मिलने आया था। जिस दौरान कुछ वाद विवाद हुआ और अर्जुन ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर चार-पांच थप्पड़ मार दिए। इसी का बदला लेने के लिए मैंने उसको मारा। वहीं विशाल की गिरफ्तारी न होने पर लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। 14 अगस्त- अर्जुन के लिए लोगों ने किया प्रदर्शन हत्याकांड मामले को लेकर कई दलित संगठनों ने जिला अधिकारी कार्यालय के सामने पहुंचकर धरना प्रदर्शन व पुलिस मुर्दाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए। जिस मामले में खुद पुलिस अधीक्षक अभिषेक अग्रवाल द्वारा लोगों से बात करते हुए उन्हें संतुष्ट किया गया। उन्होंने लोगों से कहा था, जो भी तथ्य सामने आएंगे उन तथ्यों के आधार पर ही कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। अगर विशाल सिंह दोषी है तो निश्चित तौर पर वह भी जेल जाएगा। 16 अगस्त- अखिलेश की टीम पीड़ित के घर पहुंची समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर मोहनलालगंज के सांसद आरके चौधरी की अगुवाई में 11 सदस्य टीम ने परिजनों से मुलाकात की। पूरे मामले की हकीकत को जाना। आरके चौधरी ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार में सिर्फ सामंत व्यवस्था ही है। सामंत का ही बोलबाला है । षडयंत्रकर्ता मुख्य आरोपी विशाल सिंह को लेकर उन्होंने कहा कि मैं वहां के लोगों से मुलाकात की और गांव के लोगों से भी बातचीत। जिस दौरान यह निकाल कर आया कि सिर्फ वहां पर सामंत प्रथम ही लागू है। अनुसूचित जनजाति के लोगों को सामंतों द्वारा दबाया जाता है। वहीं आरोपी विशाल सिंह सिर्फ सामंती लोगों को ही संरक्षण देता है। इस पूरे हत्याकांड से उसकी ताकत का अंदाजा लगाया जा सकता है। 17 अगस्त- अमेठी सांसद पीड़ित के घर पहुंचे रायबरेली सांसद राहुल गांधी ने अमेठी सांसद किशोरी लाल शर्मा की अगवाई में पांच सदस्य टीम भेज कर परिजनों से मुलाकात कर पूरे मामले की जानकारी अवगत कराने की बात कही थी। जिस पर किशोरी लाल शर्मा (अमेठी सांसद) परिवार से मिलने उनके घर पहुंचे थे। 20 अगस्त- रायबरेली सांसद राहुल गांधी पीड़ित के घर पहुंचे नेता प्रतिपक्ष और रायबरेली सांसद राहुल गांधी अपने एक दिवसीय दौरे के लिए रायबरेली पहुंचे। दौरे के दौरान उन्होंने दलित युवक अर्जुन पासी हत्या मामले को लेकर के मृतक के परिजनों से बंद कमरे में मुलाकात की। उनकी पूरी आपबीती सुनी। बेहद गरीब परिवार से है अर्जुन बता दें, अर्जुन पासी का परिवार बेहद गरीब है। पूरा परिवार एक झोपड़ पट्टी में रहता है। पिता मजदूरी करते हैं। वहीं दोनों बेटे नाई की दुकान चलाते हैं। घर में एक 8 साल की छोटी बहन है। अर्जुन घर का बड़ा बेटा था। गांव का दबंग है विशाल वहीं आरोपी विशाल सिंह दबंग किस्म का है। वो परिवार से भी मजबूत है। वो ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि भी है। उसके पिता प्राइवेट नौकरी करते हैं। उसके 1 भाई और 2 बहन हैं। इस खबर से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें- रायबरेली में राहुल बोले- मास्टरमाइंड को SP बचा रहे:जिस दलित की हत्या, उसके घर 10 मिनट रहे, मां से कहा- पीछे नहीं हटेंगे कांग्रेस नेता राहुल गांधी मंगलवार दोपहर रायबरेली में दलित युवक अर्जुन पासी के घर पहुंचे। करीब 10 मिनट तक रहे। मां और पिता से बातचीत की। कहा- जब तक न्याय नहीं मिलेगा, तब तक पीछे नहीं हटेंगे। राहुल ने कहा, एक दलित युवा को मारा गया। पूरे परिवार को धमकाया गया। लेकिन यहां कोई कार्रवाई नहीं हो रही। SP मास्टरमाइंड पर कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। छोटे-छोटे लोगों को पकड़ रहे हैं। मैं चाहता हूं कि उत्तर प्रदेश में हर वर्ग का आदर हो और न्याय सबको मिले। जब तक इस परिवार को न्याय नहीं मिलेगा, तब तक हम पीछे नहीं हटने वाले। यहां पढ़ें पूरी खबर रायबरेली में अर्जुन पासी के मर्डर मामले में राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि मास्टर माइंड को एसपी पकड़ नहीं रहे हैं। राहुल गांधी के आरोपों को लेकर एसपी अभिषेक अग्रवाल का कहना है, हमने 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। विशाल सिंह का नाम भी सामने आ रहा है। उस पर जांच की जा रही है। तथ्यों के आधार पर आगे कार्रवाई की जाएगी। मंगलवार को कांग्रेस नेता और रायबरेली सांसद राहुल गांधी पीड़ित के घर पहुंचे। वहां उन्होंने युवक के मां-पिता से बात की। उनसे बेटे के आरोपियों को सजा दिलाने की बात कही।पीड़ित परिवार से मिलने के बाद राहुल ने कहा, एक दलित युवा को मारा गया। पूरे परिवार को धमकाया गया। लेकिन यहां कोई कार्रवाई नहीं हो रही। SP मास्टरमाइंड पर कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। छोटे-छोटे लोगों को पकड़ रहे हैं। मैं चाहता हूं कि उत्तर प्रदेश में हर वर्ग का आदर हो और न्याय सबको मिले। जब तक इस परिवार को न्याय नहीं मिलेगा, तब तक हम पीछे नहीं हटने वाले। बाल काटने के पैसे मांगने पर हुआ था विवाद राहुल गांधी ने बताया- मैंने अर्जुन की माता जी से बात की। उन्होंने बताया, छोटा बेटा बाल काटता है। कुछ लड़के उसके पास आते, बाल कटवाते और बिना पैसे दिए चले जाते। आखिरी बार जब आए उसे उसने पैसे मांगे। कहा-आज मेरे पैसे दे दीजिए। इसके बाद उसके भाई की हत्या की गई है। ये अन्याय है समाज और परिवार के खिलाफ। इस परिवार को न्याय मिलेगा। अर्जुन पासी की 9 दिन पहले गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। सातवां आरोपी विशाल सिंह छतोओ ब्लाक प्रमुख संगीता कोरी पत्नी बबलू का प्रतिनिधि है। बता दें, इसे पहले अखिलेश यादव और भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर भी इस हत्या पर सवाल उठा चुके हैं। सभी आरोपियों को सख्त सजा देने की 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अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर 4-5 थप्पड़ मारे थे, जो मेरे जहन में गूंज रहा था। उसी रंजिश के चलते मैंने अपने साथियों के साथ मिलकर साजिश के तहत उसको गोली मार दी। वहीं परिवार ने यह आरोप लगाए कि विशाल और उसके साथी मेरे छोटे बेटे की दुकान पर अक्सर फ्री में बाल कटवाते थे। 10 अगस्त को मेरे छोटे बेटे ने पैसे मांगे तो ये लोग विवाद करने लगे। उसी का बदला लेने के लिए विशान के कहने पर मेरे बड़े बेटे की गोली मारकर हत्या की गई है। अब सिलसिलेवार तरीके से पढ़िए इस घटना में कब क्या हुआ? 13 अगस्त- 6 आरोपियों को किया गिरफ्तार 11 अगस्त को अर्जुन की हत्या के बाद इलाके में हंगामा होने लगा। एक समुदाय के लोग प्रदर्शन करने लगे। परिवार ने पुलिस को नामजद तहरीर दी। जिसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी। 13 अगस्त को सुबह करीब 9 बजे पुलिस अधीक्षक अभिषेक अग्रवाल द्वारा अर्जुन पासी हत्याकांड मामले में छह हत्या आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए इस पूरी घटना का खुलासा कर दिया गया। पुलिस पूछताछ में मुख्य आरोपी नवीन सिंह ने बताया कि कुछ दिन पहले अर्जुन पासी अपने कुछ दोस्तों के साथ मुझसे मिलने आया था। जिस दौरान कुछ वाद विवाद हुआ और अर्जुन ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर चार-पांच थप्पड़ मार दिए। इसी का बदला लेने के लिए मैंने उसको मारा। वहीं विशाल की गिरफ्तारी न होने पर लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। 14 अगस्त- अर्जुन के लिए लोगों ने किया प्रदर्शन हत्याकांड मामले को लेकर कई दलित संगठनों ने जिला अधिकारी कार्यालय के सामने पहुंचकर धरना प्रदर्शन व पुलिस मुर्दाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए। जिस मामले में खुद पुलिस अधीक्षक अभिषेक अग्रवाल द्वारा लोगों से बात करते हुए उन्हें संतुष्ट किया गया। उन्होंने लोगों से कहा था, जो भी तथ्य सामने आएंगे उन तथ्यों के आधार पर ही कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। अगर विशाल सिंह दोषी है तो निश्चित तौर पर वह भी जेल जाएगा। 16 अगस्त- अखिलेश की टीम पीड़ित के घर पहुंची समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर मोहनलालगंज के सांसद आरके चौधरी की अगुवाई में 11 सदस्य टीम ने परिजनों से मुलाकात की। पूरे मामले की हकीकत को जाना। आरके चौधरी ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार में सिर्फ सामंत व्यवस्था ही है। सामंत का ही बोलबाला है । षडयंत्रकर्ता मुख्य आरोपी विशाल सिंह को लेकर उन्होंने कहा कि मैं वहां के लोगों से मुलाकात की और गांव के लोगों से भी बातचीत। जिस दौरान यह निकाल कर आया कि सिर्फ वहां पर सामंत प्रथम ही लागू है। अनुसूचित जनजाति के लोगों को सामंतों द्वारा दबाया जाता है। वहीं आरोपी विशाल सिंह सिर्फ सामंती लोगों को ही संरक्षण देता है। इस पूरे हत्याकांड से उसकी ताकत का अंदाजा लगाया जा सकता है। 17 अगस्त- अमेठी सांसद पीड़ित के घर पहुंचे रायबरेली सांसद राहुल गांधी ने अमेठी सांसद किशोरी लाल शर्मा की अगवाई में पांच सदस्य टीम भेज कर परिजनों से मुलाकात कर पूरे मामले की जानकारी अवगत कराने की बात कही थी। जिस पर किशोरी लाल शर्मा (अमेठी सांसद) परिवार से मिलने उनके घर पहुंचे थे। 20 अगस्त- रायबरेली सांसद राहुल गांधी पीड़ित के घर पहुंचे नेता प्रतिपक्ष और रायबरेली सांसद राहुल गांधी अपने एक दिवसीय दौरे के लिए रायबरेली पहुंचे। दौरे के दौरान उन्होंने दलित युवक अर्जुन पासी हत्या मामले को लेकर के मृतक के परिजनों से बंद कमरे में मुलाकात की। उनकी पूरी आपबीती सुनी। बेहद गरीब परिवार से है अर्जुन बता दें, अर्जुन पासी का परिवार बेहद गरीब है। पूरा परिवार एक झोपड़ पट्टी में रहता है। पिता मजदूरी करते हैं। वहीं दोनों बेटे नाई की दुकान चलाते हैं। घर में एक 8 साल की छोटी बहन है। अर्जुन घर का बड़ा बेटा था। गांव का दबंग है विशाल वहीं आरोपी विशाल सिंह दबंग किस्म का है। वो परिवार से भी मजबूत है। वो ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि भी है। उसके पिता प्राइवेट नौकरी करते हैं। उसके 1 भाई और 2 बहन हैं। इस खबर से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें- रायबरेली में राहुल बोले- मास्टरमाइंड को SP बचा रहे:जिस दलित की हत्या, उसके घर 10 मिनट रहे, मां से कहा- पीछे नहीं हटेंगे कांग्रेस नेता राहुल गांधी मंगलवार दोपहर रायबरेली में दलित युवक अर्जुन पासी के घर पहुंचे। करीब 10 मिनट तक रहे। मां और पिता से बातचीत की। कहा- जब तक न्याय नहीं मिलेगा, तब तक पीछे नहीं हटेंगे। राहुल ने कहा, एक दलित युवा को मारा गया। पूरे परिवार को धमकाया गया। लेकिन यहां कोई कार्रवाई नहीं हो रही। SP मास्टरमाइंड पर कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। छोटे-छोटे लोगों को पकड़ रहे हैं। मैं चाहता हूं कि उत्तर प्रदेश में हर वर्ग का आदर हो और न्याय सबको मिले। जब तक इस परिवार को न्याय नहीं मिलेगा, तब तक हम पीछे नहीं हटने वाले। यहां पढ़ें पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक 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हरियाणा के 46 लाख परिवारों को 500 में मिलेगा सिलेंडर:CM सैनी ने की घोषणा; समूह सखी का मानदेय 500 किया, पहले 150 मिलता था हरियाणा में विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री नायब सैनी ने 1.80 लाख वार्षिक आय वाले 40 लाख परिवारों को बड़ी राहत दी है। सीएम सैनी ने घोषणा की है कि इन परिवारों को 500 रुपए में गैस सिलेंडर दिया जाएगा। इसके अलावा 5105 बेटियों को उच्च शिक्षा के लिए 20 करोड़ 28 लाख रुपए का श्रण भी सरकार देगी। सीएम सैनी ने यह घोषणा जींद में हरियाणा तीज पर आयोजित एक राज्य स्तरीय कार्यक्रम में की। सीएम ने सेल्फ हेल्प ग्रुप की महिलाओं का रिवॉल्विंग फंड 20000 से बढ़ाकर 30000 किया। साथ ही सेल्फ हेल्प ग्रुप की समूह सखी का मानदेय 150 से बढ़ाकर 500 रुपए किए जाने का सीएम ने ऐलान किया। उन्होंने इस मौके पर अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि आज मुझे बहुत खुशी हो रही है कि आप सब यहां इस कार्यक्रम में शामिल होने आए हैं। मैं आज आप सभी की कोथली देकर बहुत आनंदित महसूस कर रहा हूं। कोथली की परंपरा हरियाणा में बहुत पुरानी है, जो बरसों से चली आ रही है। हरियाणा में फर्स्ट फेज में बनेगी 62 हजार लखपति दीदी सीएम ने कहा कि प्रथम चरण में हमारा लक्ष्य 62 हजार लखपति दीदी बनाने का है। सीएम ने कहा कि हमारी सरकार ने पिछले 10 सालों में 32 कन्या महाविद्यालय खोले, ताकि बेटियों को उच्च शिक्षा की सुविधा मिल सके। आइटीआइ में पढ़ने वाली बेटियों को 500 रुपये प्रति माह स्कालरशिप की जा रही है। बेटियां हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। राजनीति के क्षेत्र में भी महिलाओं की हिस्सेदारी बढ़ी है। CM ने ये भी घोषणाएं की – सीएम सैनी द्वारा 100 करोड़ की धनराशि स्वयं सहायता समूह को आवंटित की गई – 10 सबसे कम लिंगनुपात वाले जिलों में जागरूकता के लिए मोबाइल वैन की शुरुआत – 1.80 लाख रुपए वार्षिक आय वाले परिवार की लड़कियों को स्नातक तक फ्री शिक्षा – स्वयं सहायता समूह कि महिलाओं को बस अड्डा परिसर में शॉप आवंटन – 1581 गरीब विधवाओं को 9 करोड़ 38 लाख ब्याज रहित ऋण देने का भरोसा – 487 महिला उद्यमियों को 8 करोड़ 70 लाख का ऋण 7% ब्याज पर दिया – मुख्यमंत्री विवाह शगुन योजना में 41000 से बढ़ाकर 71000 तक – महिला पुलिस कर्मियों कि संख्या 15% तक बढ़ाने का फैसला – PM मातृत्व योजना में 8 लाख 45000 गर्भवतियों को 346 करोड़ रुपए की सहायता राशि – मुख्यमंत्री डूंगर उपहार योजना में 10 लाख बच्चों को फॉर्टफाइड दूध – 3 लाख महिला एवं किशोरी योजना में छात्राओं को सैनेटरी पैड देगी सरकार – मिशन इंद्रधनुष अभियान में 3 लाख 33000 महिलाएं टीकाकरण करने का काम करेंगी
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हरियाणा के सिरसा में इंटरनेट बंद:डेरा मुखी के निधन से छिड़ा गद्दी विवाद, कल रस्म पगड़ी, सरकार ने सुरक्षा का हवाला दिया
हरियाणा के सिरसा में इंटरनेट बंद:डेरा मुखी के निधन से छिड़ा गद्दी विवाद, कल रस्म पगड़ी, सरकार ने सुरक्षा का हवाला दिया हरियाणा के सिरसा में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। इंटरनेट आज बुधवार शाम 5 बजे से कल गुरुवार की रात 12 बजे तक बंद रहेगा। इस दौरान बल्क SMS भेजने पर भी रोक रहेगी। हालांकि ब्रॉडबैंड और लीजलाइन का इंटरनेट चलता रहेगा। इसके अलावा कॉल भी हो सकेगी। यहां कुछ दिन पहले डेरा जगमालवाली में डेरा प्रमुख महाराज बहादुर चंद वकील का निधन हुआ था। जिसके बाद 2 पक्षों में गद्दी का विवाद छिड़ा हुआ है। सिरसा में ही कल डेरा प्रमुख की रस्म पगड़ी है। गद्दी को लेकर विवाद और न बढ़े, इसे देखते हुए सरकार ने यह कार्रवाई की है। इस बारे में एडिशनल चीफ सेक्रेटरी अनुराग रस्तोगी ने सिरसा के DC को चिट्ठी लिख नेट बंद करने के आदेश दिए हैं। इस आदेश में हवाला दिया गया है कि सिरसा जिले में शांति व्यवस्था कायम रखने व सार्वजनिक व्यवस्था में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है। बता दें कि डेरा जगमालवाली के संत वकील साहब का 1 अगस्त को निधन हो गया था। जिस दिन डेरा प्रमुख को डेरा लाया गया, उसी दिन से ही गद्दी को लेकर विवाद हो गया था और 2 पक्षों में फायरिंग भी हुई। तब से लेकर आज तक गद्दी पर फैसला नहीं हो पाया है। सूफी सिंगर बीरेंद्र सिंह और भतीजे में चल रही गद्दी की लड़ाई
डेरा प्रमुख महाराज बहादुर चंद वकील के निधन के बाद डेरे के मुख्य सेवक सूफी गायक महात्मा बीरेंद्र सिंह गद्दी पर वसीयत के आधार पर अपना दावा ठोक रहे हैं। वहीं, डेरामुखी के भतीजे अमर सिंह वसीयत और उनकी मौत को संदिग्ध मान रहे हैं। ये दोनों पक्ष आमने-सामने हैं। भतीजे का दावा: मौत की जानकारी छिपाई
डेरा मुखी के भतीजे अमर सिंह का दावा है कि डेरा प्रमुख वकील साहब की मौत 21 जुलाई को हो चुकी थी। मौत के बाद डेरे और संगत को गुमराह किया गया कि महाराज की हालत स्थिर है। गद्दी हथियाने के चक्कर में जानबूझकर मौत को छिपाया गया और 1 अगस्त को उनकी मौत दिखाकर तुरंत डेरे में अंतिम संस्कार की योजना बनाई गई। बीरेंद्र सिंह और उसके साथियों ने मिलकर यह सब किया। मुख्य सेवक बोले- डेढ़ साल पहले की वसीयत
वहीं, दूसरे पक्ष में महात्मा बीरेंद्र सिंह से जुड़े शमशेर सिंह लहरी ने कहा कि डेरा प्रमुख ने बिना किसी के दबाव में डेरे की वसीयत डेढ़ साल पहले ही महात्मा बीरेंद्र सिंह सिंह के नाम की थी। वसीयत के अनुसार महात्मा बीरेंद्र ही डेरे के उत्तराधिकारी हैं। मगर पहला पक्ष इनको उत्तराधिकारी मानने को तैयार नहीं है। महात्मा बीरेंद्र सिंह ने कहा- मैं गद्दी पर नहीं बैठूंगा
वहीं, अब तक विवाद में खामोश रहे महात्मा बीरेंद्र सिंह ने प्रेस कान्फ्रेंस कर अपनी बात रखी। महात्मा बीरेंद्र सिंह ने कहा कि जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती या सच्चाई सामने नहीं आती, वह डेरे की गद्दी पर नहीं बैठेंगे। महात्मा ने कहा, ‘महाराज जी का बेटा (चंद सिंह) 3 साल पहले महाराज जी के पास आया और बोला कि मेरे हार्ट की बाइपास सर्जरी होनी है, मुझे 1 लाख रुपए उधार दे दो। मेरी फसल आएगी तो मैं फसल बेचकर आपको दे दूंगा। महाराज जी ने कहा कि यह परमार्थ का पैसा है। यहां से मैं 1 लाख रुपए नहीं दे सकता। तू किसी रिश्तेदार से ले ले। आप देखो, महाराज जी के लड़के के पास गाड़ी नहीं है, वह स्कूटर या बाइक से चलता है। महाराज जी परमार्थ का एक पैसा किसी को नहीं देते थे। मेरे बैंक खातों की जांच की जा सकती है। महाराज जी दिसंबर 2022 से बीमार हुए हैं, तब से अब तक मेरे खातों की जांच करवा ली जाए। डेरा का मैनेजमेंट, ट्रस्ट यही चाहता है कि किसी भी स्तर की कोई जांच करवा ली जाए। मैं संगत से अपील करता हूं कि आप कल के कार्यक्रम में आएं, शांति बनाकर रखें, कोई गद्दी पर नहीं बैठ रहा है। जब तक दूध का दूध पानी का पानी नहीं हो जाता, तब तक न तो मैं कोई सत्संग करूंगा, न ही गद्दी पर बैठूंगा। डेरे का काम मैनेजमेंट देखती रहेगी।’ प्रशासन ने दोनों पक्षों से की शांति की अपील
डेरे जगमालवाली में टकराव को देखते हुए प्रशासन ने दोनों पक्षों से बातचीत की है। पुलिस ने महात्मा बीरेंद्र सिंह और भतीजे अमर सिंह के अलावा जगमालवाली ग्राम पंचायत से भी बातचीत की है। प्रशासन ने कहा है कि किसी भी कीमत पर शांति भंग नहीं होने दी जाएगी। अगर किसी पक्ष का नाम हिंसा में आया तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। सिरसा डेरे की गद्दी का विवाद क्या, पॉइंट्स में समझिए 1. डेरा मुखी का निधन, 2 पक्ष आमने-सामने
सिरसा में डेरा जगमालवाली के प्रमुख महाराज बहादुर चंद वकील साहब की एक अगस्त को मौत हो गई थी। इसके बाद गद्दी को लेकर डेरे में 2 पक्ष आमने-सामने हो गए थे। यहां गोलियां भी चलीं। तनावपूर्ण माहौल के चलते डेरे में पुलिस फोर्स तैनात की गई। परिवार के लोगों ने 2 अगस्त (शुक्रवार) को मस्ताना शाह बलोचिस्तानी आश्रम जगमालवाली में डेरा प्रमुख को समाधि दी गई। इस दौरान परिवार के लोग और डेरे से जुड़े लोग मौजूद रहे। 2. महात्मा ने खुद को डेरामुखी घोषित किया
इसके बाद सूफी गायक और महात्मा बीरेंद्र सिंह ने खुद को डेरा जगमालवाली का नया प्रमुख घोषित किया। सूफी गायकी में बीरेंद्र सिंह के साथी और डेरे के अनुयायी शमशेर लहरी ने दावा किया कि महाराज जी ने चोला छोड़ने से डेढ़ साल पहले ही अपनी वसीयत महात्मा बीरेंद्र सिंह के नाम बिना किसी दबाव में लिख दी थी। इसमें बीरेंद्र सिंह को संगत की सेवा करने का हुकुम दिया गया था। वसीयत लिखे जाने के बाद उसे महाराजजी की मौजूदगी में वकील की ओर से बाकायदा पढ़ा गया था और उसकी पूरी वीडियोग्राफी करवाई गई थी। जल्द ही महात्मा बीरेंद्र सिंह संगत के बीच आएंगे। महाराज बहादुर चंद वकील साहब जी ने जो हुकुम दिया, सबको उनकी पालना करनी है। 3. भतीजे ने महात्मा को डेरामुखी मानने से इनकार किया
महाराज बहादुर चंद वकील साहब के भतीजे अमर सिंह और कुछ लोगों ने बीरेंद्र सिंह को नया डेरा प्रमुख मानने से इनकार कर दिया है। अमर सिंह ने कहा कि बीरेंद्र सिंह, बलकौर सिंह, शमशेर लहरी और नंदलाल ग्रोवर ही 1 अगस्त को डेरे की गद्दी हथियाने के चक्कर में महाराज जी का जल्दबाजी में संस्कार करना चाहते थे। महाराज जी की मौत संदिग्ध है और इसकी CBI जांच होनी चाहिए। अमर सिंह ने दावा किया है कि उनके पास सारे मेडिकल सबूत हैं, जिनसे साबित होता है कि महाराज जी की मौत 11 दिन पहले यानि 21 जुलाई को ही हो गई थी। हम हाईकोर्ट जाने की तैयारी कर रहे हैं। 60 साल पहले बना था बलूचिस्तानी आश्रम
सिरसा के जगमालवाली स्थित मस्ताना शाह बलूचिस्तानी आश्रम की शुरुआत 1964-65 में हुई। यहां बाबा सज्जन सिंह रूहल ने संत गुरबख्श सिंह मैनेजर साहिब को अपनी कई एकड़ जमीन दान में देकर डेरा बनाने का अनुरोध किया। इसके बाद संत गुरबख्श सिंह मैनेजर साहिब ने यहां मस्ताना शाह बलूचिस्तानी आश्रम की स्थापना की। पहले यह छोटा सा आश्रम था लेकिन उसके बाद तकरीबन 100-100 फीट का सचखंड बनाया गया। इसकी खासियत यह है कि इसमें कोई स्तंभ नहीं बना हुआ। सरकार की ओर से जारी इंटरनेट बंद करने के आदेश…