पंजाब के लुधियाना में आज सुबह तड़के घुगराना लुधियाना-धुरी लाइन रेलवे स्टेशन के पास एक परिवार ने ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। इनमें पति-पत्नी और उनका बेटा शामिल है। इन सभी के टुकड़े रेलवे ट्रैक पर बिखरे पड़े थे। आसपास रहने वाले लोगों ने दुर्घटना की सूचना GRP को दी। पुलिस मौके पर पहुंची और शवों के टुकड़े इकट्ठे कर कब्जे में लिया। साथ ही मामला दर्ज कर जांच शुरू की। पुलिस ने बताया है कि मृतकों में सुखदीप सिंह (32), उनकी पत्नी सुखदीप कौर (30) और और उनका बेटा बलजोत सिंह (9) थे। यह परिवार घुगराना गांव में रहता था। बिल्डिंगों में लिफ्ट लगाता था सुखदीप
जांच अधिकारी ASI गुरमेल सिंह ने जानकारी दी कि जब उन्हें सूचना मिली थी तो वह अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे थे। वहां पहुंचकर देखा तो शवों की हालत काफी खराब थी। महिला का शव टुकड़े-टुकड़े हो गया था। उसकी एक टांग अलग पड़ी थी, तो दूसरी टांग अलग थी। उसका सिर और धड़ भी अलग थे। ASI के अनुसार, शुरुआती जांच और ग्रामीणों से पूछताछ के बाद पता चला कि सुखदीप सिंह मॉल और अन्य बड़ी बिल्डिंगों में लिफ्ट लगाने का काम करता था। वह अपने परिवार में इकलौता बेटा था। उसकी 2 बहनें और माता-पिता हैं। काम न मिलने से परिवार परेशान था
जांच अधिकारी ने बताया कि सुखदीप के पास इन दिनों बहुत कम काम था। काम न मिलने से वह परेशान था। आज सुबह वह परेशान होकर अपने परिवार के साथ घर से निकला। इसके बाद उसने पत्नी और बेटे के साथ रेल के आगे कूदकर जान दे दी। वहीं, घुगराना गांव के लोगों का कहना है कि सुखदीप ने कई जगह लिफ्ट लगाई थीं, लेकिन उसका पैसों का लेन-देन उसके काम से भी ज्यादा था। इस वजह से भी वह परेशान था। फिलहाल, तीनों शवों का पोस्टमॉर्टम करवाकर पुलिस ने परिजनों को सौंप दिए गए हैं। आज सुबह ही उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। पंजाब के लुधियाना में आज सुबह तड़के घुगराना लुधियाना-धुरी लाइन रेलवे स्टेशन के पास एक परिवार ने ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। इनमें पति-पत्नी और उनका बेटा शामिल है। इन सभी के टुकड़े रेलवे ट्रैक पर बिखरे पड़े थे। आसपास रहने वाले लोगों ने दुर्घटना की सूचना GRP को दी। पुलिस मौके पर पहुंची और शवों के टुकड़े इकट्ठे कर कब्जे में लिया। साथ ही मामला दर्ज कर जांच शुरू की। पुलिस ने बताया है कि मृतकों में सुखदीप सिंह (32), उनकी पत्नी सुखदीप कौर (30) और और उनका बेटा बलजोत सिंह (9) थे। यह परिवार घुगराना गांव में रहता था। बिल्डिंगों में लिफ्ट लगाता था सुखदीप
जांच अधिकारी ASI गुरमेल सिंह ने जानकारी दी कि जब उन्हें सूचना मिली थी तो वह अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे थे। वहां पहुंचकर देखा तो शवों की हालत काफी खराब थी। महिला का शव टुकड़े-टुकड़े हो गया था। उसकी एक टांग अलग पड़ी थी, तो दूसरी टांग अलग थी। उसका सिर और धड़ भी अलग थे। ASI के अनुसार, शुरुआती जांच और ग्रामीणों से पूछताछ के बाद पता चला कि सुखदीप सिंह मॉल और अन्य बड़ी बिल्डिंगों में लिफ्ट लगाने का काम करता था। वह अपने परिवार में इकलौता बेटा था। उसकी 2 बहनें और माता-पिता हैं। काम न मिलने से परिवार परेशान था
जांच अधिकारी ने बताया कि सुखदीप के पास इन दिनों बहुत कम काम था। काम न मिलने से वह परेशान था। आज सुबह वह परेशान होकर अपने परिवार के साथ घर से निकला। इसके बाद उसने पत्नी और बेटे के साथ रेल के आगे कूदकर जान दे दी। वहीं, घुगराना गांव के लोगों का कहना है कि सुखदीप ने कई जगह लिफ्ट लगाई थीं, लेकिन उसका पैसों का लेन-देन उसके काम से भी ज्यादा था। इस वजह से भी वह परेशान था। फिलहाल, तीनों शवों का पोस्टमॉर्टम करवाकर पुलिस ने परिजनों को सौंप दिए गए हैं। आज सुबह ही उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। पंजाब | दैनिक भास्कर