हरियाणा सरकार ने अफसरों की भर्ती से संबंधित एक बड़ा फैसला किया है। हालांकि यह फैसला लगभग 2 महीने पहले कर लिया गया था। दो महीने पहले हरियाणा लोक सेवा आयोग (HPSC) को इसकी पालना करने के लिए भेज दिया था। मगर इस फैसले का असर अब आने वाली भर्तियों में दिखाई देगा। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी सरकार ने ग्रुप बी अफसरों की सीधी भर्ती में वेटिंग लिस्ट तैयार करने के लिए कहा है। हालांकि आयोग ने 2021 में वेटिंग लिस्ट तैयार करने का आग्रह पत्र हरियाणा सरकार को भेजा था, मगर तब सरकार HPSC के इस आग्रह को ठुकरा दिया था। 3 साल पुराने फैसले को सैनी ने दी मंजूरी मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी सरकार ने 3 साल पुराने फैसले पर पुनर्विचार किया और जून 2024 में फैसला किया कि ग्रुप बी पदों के लिए भी HPSC वेटिंग लिस्ट तैयार करेगा। वैसे तो हरियाणा सरकार में HPSC को यह सूचना गत जून में भेज दी थी और यह भी बता दिया था कि 2019 के निर्देशानुसार वेटिंग लिस्ट तैयार होगी। मगर सरकार स्पष्टता के साथ दोबारा ये निर्देश जारी करेगी। अभी इसका मसौदा तैयार हो रहा है। ग्रुप A की नौकरी में लागू नहीं होगा फैसला मुख्य सचिव कार्यालय ने HPSC सचिव को 7 जून को भेजे पत्र में लिखा है, ‘सरकार ने पुनर्विचार कर फैसला किया है कि ग्रुप बी पदों के लिए भी वेटिंग लिस्ट तैयार की जाए। जैसे 25 जून 2019 के निर्देशों में लिखा हुआ है। यह भी स्पष्ट किया जाता है कि ग्रुप ए पदों के लिए कोई भी वेटिंग लिस्ट तैयार नहीं की जाएगी, चाहे चयन एक ही परीक्षा से हो या न हो। यह निर्णय तुरंत लागू होगा।’ अब ग्रुप बी, सी और डी पदों की सीधी भर्ती में वेटिंग लिस्ट तैयार होगी। पहले ग्रुप सी और डी पदों की भर्ती में वेटिंग लिस्ट तैयार होती थी। HPSC ने सरकार से ये की थी रिक्वेस्ट हरियाणा लोक सेवा आयोग ने 2021 में प्रदेश सरकार को आग्रह पत्र भेजा था। इसमें लिखा था, ‘मुख्य सचिव के 28 अगस्त 1993 और 27 फरवरी1998 निर्देशानुसार, एचपीएससी द्वारा 25 रिक्तियों की संख्या के 25% के बराबर 25 से 50 तक की रिक्तियों के लिए 15 और 50 से अधिक की रिक्तियों के लिए 10 के बराबर, न्यूनतम दो अभ्यर्थियों की प्रतीक्षा सूची तैयार की जानी है। मूल सूची 6 माह तक वैध रहेगी, इस दौरान विभाग रिक्तियों को भरने की प्रक्रिया पूरी करेगा। इसके बाद मूल सूची वैध नहीं रहेगी। 6 महीने रहेगी मूल सूची की वैधता मूल सूची को वैधता समाप्त होने के बाद प्रतीक्षा सूची 6 माह तक वैध रहेगी प्रतीक्षा सूची तभी संचालित की जाएगी, जब मूल सूची में अनुशासित अभ्यार्थी कार्यभार ग्रहण नहीं करता है या अन्य कारणों से पद रिक्त रह जाता है। ये निर्देश उन मामलों में लागू नहीं होंगे। जहां विभिन्न सेवाओं के लिए एक सामान्य परीक्षा के आधार पर भर्ती की जाती है। ऐसे मामलों में कोई प्रतीक्षा सूची तैयार नहीं की जाएगी। ये निर्देश उन मामलों में भी लागू नहीं होंगे जहां नियमों में कोई विशिष्ट प्रावधान है। हरियाणा सरकार ने अफसरों की भर्ती से संबंधित एक बड़ा फैसला किया है। हालांकि यह फैसला लगभग 2 महीने पहले कर लिया गया था। दो महीने पहले हरियाणा लोक सेवा आयोग (HPSC) को इसकी पालना करने के लिए भेज दिया था। मगर इस फैसले का असर अब आने वाली भर्तियों में दिखाई देगा। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी सरकार ने ग्रुप बी अफसरों की सीधी भर्ती में वेटिंग लिस्ट तैयार करने के लिए कहा है। हालांकि आयोग ने 2021 में वेटिंग लिस्ट तैयार करने का आग्रह पत्र हरियाणा सरकार को भेजा था, मगर तब सरकार HPSC के इस आग्रह को ठुकरा दिया था। 3 साल पुराने फैसले को सैनी ने दी मंजूरी मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी सरकार ने 3 साल पुराने फैसले पर पुनर्विचार किया और जून 2024 में फैसला किया कि ग्रुप बी पदों के लिए भी HPSC वेटिंग लिस्ट तैयार करेगा। वैसे तो हरियाणा सरकार में HPSC को यह सूचना गत जून में भेज दी थी और यह भी बता दिया था कि 2019 के निर्देशानुसार वेटिंग लिस्ट तैयार होगी। मगर सरकार स्पष्टता के साथ दोबारा ये निर्देश जारी करेगी। अभी इसका मसौदा तैयार हो रहा है। ग्रुप A की नौकरी में लागू नहीं होगा फैसला मुख्य सचिव कार्यालय ने HPSC सचिव को 7 जून को भेजे पत्र में लिखा है, ‘सरकार ने पुनर्विचार कर फैसला किया है कि ग्रुप बी पदों के लिए भी वेटिंग लिस्ट तैयार की जाए। जैसे 25 जून 2019 के निर्देशों में लिखा हुआ है। यह भी स्पष्ट किया जाता है कि ग्रुप ए पदों के लिए कोई भी वेटिंग लिस्ट तैयार नहीं की जाएगी, चाहे चयन एक ही परीक्षा से हो या न हो। यह निर्णय तुरंत लागू होगा।’ अब ग्रुप बी, सी और डी पदों की सीधी भर्ती में वेटिंग लिस्ट तैयार होगी। पहले ग्रुप सी और डी पदों की भर्ती में वेटिंग लिस्ट तैयार होती थी। HPSC ने सरकार से ये की थी रिक्वेस्ट हरियाणा लोक सेवा आयोग ने 2021 में प्रदेश सरकार को आग्रह पत्र भेजा था। इसमें लिखा था, ‘मुख्य सचिव के 28 अगस्त 1993 और 27 फरवरी1998 निर्देशानुसार, एचपीएससी द्वारा 25 रिक्तियों की संख्या के 25% के बराबर 25 से 50 तक की रिक्तियों के लिए 15 और 50 से अधिक की रिक्तियों के लिए 10 के बराबर, न्यूनतम दो अभ्यर्थियों की प्रतीक्षा सूची तैयार की जानी है। मूल सूची 6 माह तक वैध रहेगी, इस दौरान विभाग रिक्तियों को भरने की प्रक्रिया पूरी करेगा। इसके बाद मूल सूची वैध नहीं रहेगी। 6 महीने रहेगी मूल सूची की वैधता मूल सूची को वैधता समाप्त होने के बाद प्रतीक्षा सूची 6 माह तक वैध रहेगी प्रतीक्षा सूची तभी संचालित की जाएगी, जब मूल सूची में अनुशासित अभ्यार्थी कार्यभार ग्रहण नहीं करता है या अन्य कारणों से पद रिक्त रह जाता है। ये निर्देश उन मामलों में लागू नहीं होंगे। जहां विभिन्न सेवाओं के लिए एक सामान्य परीक्षा के आधार पर भर्ती की जाती है। ऐसे मामलों में कोई प्रतीक्षा सूची तैयार नहीं की जाएगी। ये निर्देश उन मामलों में भी लागू नहीं होंगे जहां नियमों में कोई विशिष्ट प्रावधान है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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पानीपत में नाराज नेताओं को भूपेंद्र हुड्डा का संदेश:जो हमें वोट दिलवाएगा वही हमारा है; बोले- मुझे ही अपना उम्मीदवार मानकर करें वोट
पानीपत में नाराज नेताओं को भूपेंद्र हुड्डा का संदेश:जो हमें वोट दिलवाएगा वही हमारा है; बोले- मुझे ही अपना उम्मीदवार मानकर करें वोट हरियाणा विधानसभा चुनाव के बीच कांग्रेस के स्टार प्रचारक एवं प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा गुरुवार को पानीपत पहुंचे। उन्होंने इसराना और पानीपत ग्रामीण विधानसभा में जनता को संबोधित किया। जनसभा को संबोधित करते हुए भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि आप लोगों ने विपक्ष में रहते हुए भी हमेशा मेरा साथ दिया है। इसलिए आप मुझे अपना प्रत्याशी मानकर कांग्रेस को वोट दें। आपने कांग्रेस पर जो भरोसा जताया है, वह व्यर्थ नहीं जाएगा। कांग्रेस जनता की उम्मीदों पर खरा उतरेगी और हर वर्ग की समस्याओं का समाधान करेगी। साथ ही जनता को इनेलो, जेजेपी और एचएलपी जैसी पार्टियों और निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे वोट कटवाओं से सावधान रहना चाहिए। क्योंकि मुकाबला सीधा कांग्रेस और भाजपा के बीच है। वोट कटवाओं को दिया गया हर वोट भाजपा को फायदा पहुंचाएगा। हुड्डा के समझाने पर सभी गुटों के नेता रथ पर सवार हुए भूपेंद्र सिंह हुड्डा हेलीकॉप्टर से गांव डाहर के स्टेडियम पहुंचे। यहां उन्होंने कांग्रेस पार्टी से टिकट मांग रहे सभी नेताओं के साथ बैठक की और उन्हें मनाने का प्रयास किया। उन्होंने सभी प्रत्याशियों से कहा कि कांग्रेस से टिकट पाने वालों का समर्थन करें। इसके बाद भूपेंद्र सिंह हुड्डा बसनुमा रथ पर सवार होकर जनसभा में पहुंचे। खास तौर पर पानीपत ग्रामीण और शहरी विधानसभा के लिए टिकट मांग रहे हर गुट के अधिकतम नेता इस रथ पर सवार थे। नाराज नेताओं को संदेश; जो वोट दिलवाएगा वहीं हमारा है
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने लोगों को संबोधित करते हुए बीजेपी की नाकामियां गिनवाई और कांग्रेस के शासन को अच्छा बताया। ग्रामीण सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार सचिन कुंडू के लिए लोगों को कहा कि हमारा कैंडिडेट सिर्फ सचिन कुंडू है। हुड्डा ने नाराज नेताओं को क्लियर संदेश देते हुए कहा कि जो सचिन कुंडू को वोट दिलवाएगा वहीं हमारे साथ है और वही हमारा है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग आपको गुमराह करेंगे, लेकिन आपको होना नहीं है। हुड्डा ने कहा कि एक काम आप मेरा कर दो एक काम मैं आपका कर दूंगा। आप हमारे प्रत्याशियों को जितवा दो और मैं आपकी सरकार बना दूंगा। भूपेंद्र हुड्डा ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि हमारा क्राइटेरिया जिताऊं और टिकाऊ का था। बीजेपी ने हमारा ही घोषणा पत्र किया कॉपी पेस्ट
पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि बीजेपी ने जो घोषणापत्र जारी किया है, यह हमारा ही कॉपी पेस्ट है। बीजेपी 2014 और 2019 में किए गए अपने वादों को पूरा नहीं कर पाई, उसने जनता को बरगलाने के लिए 2024 में नए जुमले उछाल दिए हैं। लेकिन अब जनता के सामने इस की सच्चाई उजागर हो चुकी है। जनता अब किसी छलावे का शिकार नहीं होगी। हुड्डा ने कहा कि हमने घोषणापत्र से आगे बढ़कर किसानों की कर्जमाफी व बिजली के बिल माफ किए। कांग्रेस 2024 में किए गए अपने सभी वादों को भी पूरा करेगी।
कांग्रेस प्रत्याशी ने इनेलो ने पक्ष में मांग डाले वोट:कार्यकर्ताओं ने कुर्ता खींच याद दिलाई पार्टी, दो बार रह चुके हैं विधायक
कांग्रेस प्रत्याशी ने इनेलो ने पक्ष में मांग डाले वोट:कार्यकर्ताओं ने कुर्ता खींच याद दिलाई पार्टी, दो बार रह चुके हैं विधायक हरियाणा में फतेहाबाद के कांग्रेस प्रत्याशी बलवान सिंह दौलतपुरिया ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए लोगों से इनेलो को वोट देने की अपील की। दरअसल, जनसभा में बोलते बोलते उनकी जुबान कई बार फिसली जिसमें उन्होंने कहा, “चश्मे के सामने वाला बटन दबाना है”। बलवान सिंह ने ऐसा एक बार नहीं बल्कि बार-बार कहा। इसके बाद स्टेज पर बैठे बलवान सिंह के समर्थकों ने उनका कुर्ता खींचकर उन्हें गलती याद करवाई। बलवान सिंह दौतलपुरिया फिर भी नहीं समझे। इसके बाद समर्थकों ने उन्हें बताया कि आप कांग्रेस प्रत्याशी हैं और इनेलो के लिए वोट मांग रहे हैं। बता दें कि बलवान सिंह दौलतपुरिया 2014 से 2019 तक इनेलो से विधायक थे। 2019 चुनाव से पहले इनेलो छोड़ भाजपा में चले गए थे। किसान आंदोलन के बाद उन्होंने भाजपा से भी किनारा कर लिया और कांग्रेस ज्वॉइन कर ली। जिसके बाद कांग्रेस ने उन्हें फतेहाबाद से टिकट दिया है। दुड़ाराम और बलवान सिंह में रही है टक्कर
फतेहाबाद में पिछले सात साल से मौजूदा भाजपा विधायक दुड़ाराम और बलवान सिंह दौलतपुरिया के बीच कांटे की टक्कर रही है। 2014 में इनेलो से टिकट पाकर बलवान सिंह दौलतपुरिया ने तत्कालीन हजकां प्रत्याशी दुड़ाराम को 3500 से अधिक वोटों से हराया था। साल 2019 के विधानसभा चुनाव में भी बलवान सिंह भाजपा के टिकट के प्रबल दावेदार थे। मगर ऐन वक्त पर दुड़ाराम भाजपा से टिकट पाने में बाजी मार गए। इस कारण दौलतपुरिया का टिकट कट गई। भाजपा से दुड़ाराम विधायक बन गए, ऐसे में भाजपा में बलवान सिंह दौलतपुरिया को ज्यादा तवज्जो नहीं मिल पाई। इस कारण किसान आंदोलन का मौका भुनाते हुए उन्होंने भाजपा छोड़ने का ऐलान कर दिया और अब कांग्रेस का दामन थाम लिया है। मीडिया के सामने भावुक हुए अनूप धानक
हरियाणा में जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) की पूर्व विधायक और पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला की मां नैना चौटाला ने पूर्व मंत्री अनूप धानक पर विवादित बयान दिया। इस बयान के बाद उकलाना विधानसभा में भाजपा प्रत्याशी अनूप धानक मीडिया से बात करते हुए भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि मैं अनुसूचित जाति परिवार से हूं और इसी वजह से मुझे बड़ी साजिश के तहत गांवों और चौपालों में जाने से रोका जा रहा है। नैना चौटाला ने अनूप को कहा था काला नाग
नैना चौटाला ने कहा था कि अनूप को हमने प्यार और मान-सम्मान दिया था। मगर, अनूप से तो दोमुंहा सांप ही बेहतर है। कम से कम उसका पता होता है कि वह किस तरफ डसेगा। एक तो भगवान ने अनूप को शक्ल ही काले नाग जैसी दी थी, ऊपर से वो काला नाग निकल भी गया। जैसे झोटा बिकता है, उसकी तरह बिक गया।’ अनूप के बयान की 3 अहम बातें.
अनूप बोले- दुख हुआ मगर उनका सम्मान करता हूं
जब नैना चौटाला ने कहा कि मैं उनके बारे में कुछ नहीं कहना चाहता। मैंने 20-25 साल उस परिवार की सेवा की है और हमेशा नैना चौटाला का मां की तरह सम्मान किया है। नैना चौटाला ने कहा कि विधानसभा में जाने से पहले वे नैना चौटाला के पैर छूते थे। मैंने पार्टी नहीं तोड़ी, बल्कि 5 साल पूरे होने के बाद पार्टी से इस्तीफा दे दिया। 20 साल पहले भी मेरा रंग-रूप ऐसा ही था। मैं सिर्फ इतना कहूंगा कि नैना चौटाला का बयान सुनकर मुझे बहुत दुख हुआ, लेकिन मैं उनका सम्मान करता हूं। छीन लिया जाता है माइक
अनूप धानक ने कहा कि गरीब परिवार से होने के कारण उन्हें बोलने से रोका जा रहा है और कई बार माइक छीन लिया जाता है। हम उन लोगों से डंडे लेकर नहीं लड़ सकते, लेकिन मतदाता सब जानता है और देख भी रहा है। हम ऐसे षड्यंत्रकारियों को अपने वोट से मारेंगे। लोकतंत्र में वोट मांगने का अधिकार
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में वोट मांगने, गांव-गांव जाने, जनसभा में सभा को संबोधित करने का अधिकार सभी को है, लेकिन वह एक गरीब व्यक्ति है। जिसके कारण कुछ लोग साजिश के तहत उसे इन अधिकारों से वंचित करना चाहते हैं। क्या गरीब परिवार में जन्म लेना मेरा अपराध है? उन्होंने कहा कि जो लोग किसी कारणवश उनसे नाराज हैं, उन्हें वह शांत करेंगे और अगर उनसे कोई गलती हुई है, तो वह माफी मांगेंगे। नैना बोलीं- उसकी चप्पलों में छेद होता था
नैना ने कहा- हमने एससी और बैकवर्ड क्लास को भी मान-सम्मान देने में कोई कसर नहीं छोड़ी। हमने तो अनूप धानक को भी स्टेट मिनिस्टर बनाकर भेजा था। किसी के माथे पर यह नहीं लिखा होता कि यह पीठ पर छुरा घोंपेगा। जब कोई हमारे साथ खड़ा होता है ना, तो वह हमारा होता है। मैंने उसको तब देखा था, जब उसकी चप्पलों में छेद होता था और आज वो भी मुंह ऊपर करके चल रहा है। अगर आपकी उकलाना में रिश्तेदारी है तो आप जरूर उसके खिलाफ वोट मांगने का काम करो। उसको धूल चटाने का काम करो, ताकि उसे पता चले कि देवीलाल परिवार की पीठ में छुरा घोंपने से क्या होता है। चौटाला परिवार के सबसे खास माने जाते थे अनूप
अनूप धानक चौटाला परिवार के सबसे करीबी नेताओं में से एक माने जाते थे। इनेलो टूटने के बाद वह अजय चौटाला और दुष्यंत चौटाला के साथ आ गए और जजपा में रहे। इससे पहले वह इनेलो में थे। अनूप 2 बार उकलाना से विधायक चुने गए हैं। एक बार वह इनेलो से जीते और दूसरी बार उन्होंने जजपा से टिकट लेकर चुनाव लड़ा और विधायक बने। वह अबकी बार भी उकलाना से जजपा के उम्मीदवार के तौर पर देखे जा रहे थे, लेकिन उससे पहले ही उन्होंने पार्टी छोड़ दी। वह भाजपा में शामिल हुए तो उन्हें उम्मीदवार बना दिया गया। अनूप धानक 2019 में JJP के टिकट पर विधायक बने थे। गठबंधन सरकार में उन्हें राज्यमंत्री बनाया गया। 2024 विधानसभा चुनाव ऐलान के बाद वह JJP छोड़कर BJP में शामिल हो गए थे। BJP ने उन्हें उकलाना से उम्मीदवार बनाया है। हरियाणा में चुनाव नेताओं के 3 चर्चित बयान सैलजा पर 3 दिन पहले की गई जातिगत टिप्पणी
उधर, 3 दिन पहले सिरसा से कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा पर नारनौंद में जातिगत टिप्पणी की गई थी। यहां कांग्रेस प्रत्याशी जसबीर सिंह उर्फ जस्सी पेटवाड़ के कार्यक्रम में आए एक व्यक्ति ने सैलजा पर कहा कि ‘हुड्डा तो देवै था जस्सी ने, ….दे थी डॉक्टर कै, खास बात अड़ै थी जी, सैलजा…।’ इसके बाद टिप्पणी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। रोहतक के लाढ़ोत रोड निवासी व्यक्ति ने इसकी शिकायत दी और जाति सूचक शब्द कहने वाले के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इसके बाद टिप्पणी करने वाल व्यक्ति ने माफी मांग ली। व्यक्ति ने कहा कि ‘जो कल उन्होंने शब्द कहे थे, वे गलत कहे गए। भोला आदमी हूं, कुमारी सैलजा हमारी बहन हैं और पार्टी की नेता हैं। पूरे समाज में माफी मांगता हूं और आगे ऐसी गलती नहीं करूंगा।’ कांग्रेस किसानों का मीठा खून पीने वाली पार्टी
भाजपा नेता एवं पूर्व सांसद अशोक तंवर ने कहा कि राजीव गांधी एजुकेशन सिटी के नाम पर किसानों की जमीन लूटी। उन्होंने दावा किया कि भाजपा ने 10 साल में प्रदेश में किए गए सभी वादे पूरे किए हैं। अशोक तंवर सोनीपत के राई विधानसभा क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी कृष्णा गहलावत के चुनाव कार्यालय के उद्घाटन के अवसर पर पहुंचे थे कांग्रेस ने किराए के उम्मीदवारों को टिकट दिए
कांग्रेस प्रत्याशी महावीर गुप्ता ने कहा कि हरियाणा में भाजपा और कांग्रेस के बीच मुकाबला है और कांग्रेस इतनी पिछड़ गई है कि उसके पास कोई उम्मीदवार ही नहीं है। कांग्रेस के लिए सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों में उम्मीदवार चुनना बहुत मुश्किल हो गया है। कांग्रेस ने किराए के उम्मीदवारों को टिकट दिए हैं। कांग्रेस सांसद बोले- लिपस्टिक-पाउडर लगाकर नेता बनते हों तो मैं भी लगा लूं हरियाणा की हिसार लोकसभा सीट से कांग्रेस सांसद जयप्रकाश उर्फ जेपी का महिला नेता पर विवादित बयान सामने आया है। एक चुनावी सभा के दौरान जेपी ने कहा, ‘जे लिपस्टिक और पाउडर लगाकर लीडर बनते हों तो मैं भी लगा लूं, फिर दाढ़ी क्यों रखूं।’ जेपी के इस बयान के बाद माना जा रहा है कि उन्होंने यह कलायत विधानसभा सीट से टिकट मांग रहीं राज्यसभा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला की करीबी श्वेता ढुल और अनीता ढुल बड़सीकरी को लेकर कहा है। पूरी खबर पढ़ें…
हरियाणा-पंजाब-यूपी और दिल्ली के मंत्रियों की मीटिंग:रोहतक पहुंचे श्याम सिंह राणा हुए शामिल, पराली प्रबंधन पर केंद्रीय कृषि मंत्री ने दिए निर्देश
हरियाणा-पंजाब-यूपी और दिल्ली के मंत्रियों की मीटिंग:रोहतक पहुंचे श्याम सिंह राणा हुए शामिल, पराली प्रबंधन पर केंद्रीय कृषि मंत्री ने दिए निर्देश केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए चार राज्यों हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश और दिल्ली के कृषि मंत्रियों की अंतर मंत्रालय बैठक ली। बैठक फसल अवशेष प्रबन्धन व आगजनी की घटनाओं को लेकर हुई। इस बैठक में रोहतक पहुंचे हरियाणा के कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा ने भी भाग लिया। बैठक में हरियाणा और अन्य तीन राज्यों में पिछले वर्ष तथा वर्तमान वर्ष हुई आगजनी की घटनाओं को लेकर विचार-विमर्श किया। जिसमें मंत्री श्याम सिंह राणा ने हरियाणा राज्य का प्रतिनिधित्व करते हुए बताया कि पिछले वर्ष के मुकाबले वर्तमान वर्ष खरीफ सीजन में हरियाणा राज्य में आगजनी की घटनाओं में लगभग 60 प्रतिशत की कमी आई है। जिसका श्रेय हरियाणा राज्य के कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा अपनाई गई कार्यप्रणाली को जाता है। पराली प्रबंधन से बढ़ती है मिट्टी की उपजाऊ शक्ति उन्होंने कहा कि इसके तहत राज्य सरकार द्वारा किसानों को धान की पराली न जलाने बारे ग्राम स्तरीय, खंड स्तरीय, जिला स्तरीय, पाठशाला कार्यक्रमों, प्रिंटिड मीडिया और सोशल मीडिया के माध्यम से किसानों को जागरूक करना व किसानों को पराली प्रबन्धन के लिए प्रोत्साहन राशि और कृषि यंत्र उपलब्ध करवाना शामिल है। यदि राज्य के किसान पराली को ना जलाकर उसका प्रबन्धन खेत व खेत से बाहर करते हैं तो मिट्टी की उपजाऊ शक्ति बढ़ती है, साथ ही मिट्टी में आर्गेनिक तत्वों की मात्रा भी बढ़ती है। मिट्टी में पाए जाने वाले फसल के मित्र कीट भी सुरक्षित रहते हैं। जिसके कारण मिट्टी की संरचना पर कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता। इस बैठक में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग हरियाणा के संयुक्त निदेशक (कृषि अभियांत्रिकी) जगमेन्द्र नैन और रोहतक के उप कृषि निदेशक सुरेन्द्र सिंह भी उपस्थित रहे। आगजनी की घटनाओं को लेकर सरकार सतर्क कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा ने कहा कि हरियाणा राज्य सरकार धान की पराली में होने वाली आगजनी की घटनाओं के बारे पूर्णतः सतर्क है। हरियाणा राज्य ने ग्राम स्तरीय, खंड स्तरीय और जिला स्तरीय टीमों के माध्यम से पूर्ण निगरानी रखे हुए है। किसानों को प्रतिदिन हरेक गांव में जागरूकता शिविर लगाकर धान की पराली ना जलाने बारे जागरूक कर रही है। आगजनी की घटनाओं पर काबू पाने के लिए कृषि विभाग व जिला प्रशासन पूर्ण प्रयासरत है। यदि कोई किसान जाने-अनजाने में धान की पराली में आग लगाता है तो कमिश्नर द्वारा जारी किए दिशा-निर्देशानुसार किसान पर जुर्माना लगाने, एफआईआर दर्ज करवाने व मेरी फसल मेरा ब्योरा में रेड एंट्री करने की प्रक्रिया अमल में लाई जाएगी। पराली जलाने वाले 2 किसानों पर केस दर्ज डीसी अजय कुमार ने मंत्री को आश्वस्त किया कि रोहतक जिले में कार्यरत सभी अधिकारी और कर्मचारी तथा जिला प्रशासन पूरी तत्परता के साथ आगजनी की घटनाओं को काबू करने के लिए अपने-अपने कार्यक्षेत्रों में प्रयासरत हैं। उन्होंने बताया कि जिले में अब तक केवल 8 आगजनी की घटनाओं की सूचना हरसेक द्वारा प्राप्त हुई है। जिनमें से 6 स्थानों पर आगजनी नहीं पाई गई। दो घटनाएं सही पाई गई हैं। कमिश्नर के दिशा-निर्देशानुसार गांव डोभ और कबूलपुर के किसानों के विरूद्ध संबंधित पुलिस थानों में पॉल्यूशन प्रोटेक्शन एक्ट 1986 व अन्य धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज करवा दी गई है। एक किसान पर जुर्माना भी लगाया गया है।