हरियाणा के नारनौल में एक 33 वर्षीय युवक की हृदय गति रुक जाने के कारण मौत हो गई। मृतक युवक बैग का थोक व्यापारी था और अभी उसकी शादी भी नहीं हुई थी। युवक की शहर के बाजार में दुकान थी। उसकी मौत के कारण आसपास के दुकानदारों ने दोपहर तक दुकान बंद रखकर शोक जताया। मूल रूप से मोहल्ला पुरानी सराय के रहने वाले सीताराम का 33 वर्षीय बेटा मुकेश कुमार इन दिनों मोती नगर में रह रहा था। मुकेश कुमार बैग का थोक व्यापारी था। वह गत रात को अपने कमरे में सोया था। सुबह जब वह नहीं उठा तो परिजनों ने उसको उठाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं उठ पाया। इसके बाद परिजन उसको नारनौल के नागरिक अस्पताल में लेकर गए। वहां पर चिकित्सकों ने मुकेश कुमार को मृत घोषित कर दिया। मृतक मुकेश कुमार के भाई नवीन ने बताया कि वह रात को आराम से सोया था। उसे किसी प्रकार की कोई तकलीफ नहीं थी। अचानक ही हृदय गति रुकने से उसकी मौत हो गई। हरियाणा के नारनौल में एक 33 वर्षीय युवक की हृदय गति रुक जाने के कारण मौत हो गई। मृतक युवक बैग का थोक व्यापारी था और अभी उसकी शादी भी नहीं हुई थी। युवक की शहर के बाजार में दुकान थी। उसकी मौत के कारण आसपास के दुकानदारों ने दोपहर तक दुकान बंद रखकर शोक जताया। मूल रूप से मोहल्ला पुरानी सराय के रहने वाले सीताराम का 33 वर्षीय बेटा मुकेश कुमार इन दिनों मोती नगर में रह रहा था। मुकेश कुमार बैग का थोक व्यापारी था। वह गत रात को अपने कमरे में सोया था। सुबह जब वह नहीं उठा तो परिजनों ने उसको उठाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं उठ पाया। इसके बाद परिजन उसको नारनौल के नागरिक अस्पताल में लेकर गए। वहां पर चिकित्सकों ने मुकेश कुमार को मृत घोषित कर दिया। मृतक मुकेश कुमार के भाई नवीन ने बताया कि वह रात को आराम से सोया था। उसे किसी प्रकार की कोई तकलीफ नहीं थी। अचानक ही हृदय गति रुकने से उसकी मौत हो गई। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में प्रेमी संग भागी पत्नी, पति ने फांसी लगाई:बोली-मीटिंग में जा रही हूं, बेटे को भी ले गई; पहले भी फरार हो चुकी
हरियाणा में प्रेमी संग भागी पत्नी, पति ने फांसी लगाई:बोली-मीटिंग में जा रही हूं, बेटे को भी ले गई; पहले भी फरार हो चुकी हरियाणा के करनाल में शुक्रवार को पत्नी के घर से भागने पर व्यक्ति ने फांसी लगा ली। परिजनों ने उसे फंदे पर लटका देख तुरंत नीचे उतारा और कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में लेकर पहुंचे। यहां डॉक्टरों ने उसकी गंभीर हालत को देखते हुए चंडीगढ़ PGI रेफर कर दिया। वहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। घटना रसूलपुर गांव की है। महिला एक साल पहले भी प्रेमी के साथ भाग गई थी, लेकिन तब वह कुछ दिनों में लौट आई थी। इसके बाद से दोनों पति-पत्नी के बीच संबंध ठीक नहीं थे। परिजनों ने मामले की शिकायत पुलिस को दी है। 11 साल पहले हुई थी शादी
परिवार के मुताबिक रवि की शादी 11 साल पहले पिंकी से हुई थी। उनके 2 बेटे हैं। शुरू में सब कुछ सामान्य था, लेकिन पिछले कुछ वर्षों से उनके संबंधों में तनाव बढ़ता गया। करीब एक साल पहले पिंकी अपने प्रेमी के साथ भाग गई थी, लेकिन बाद में वापस आ गई। इसके बावजूद, उनके रिश्ते में तनाव बना रहा। बुधवार सुबह पिंकी ने घर कहा कि उसे मीटिंग में जाना है। इसके बाद वह प्रेमी के साथ गाड़ी में बैठकर फरार हो गई। जब पिंकी वापस नहीं आई तो गुरुवार सुबह करीब 3 बजे रवि ने कमरा अंदर से बंद कर लिया। जब वह काफी देर तक बाहर नहीं आया, तो परिवार के सदस्यों ने चिंता हुई। कई बार दरवाजा खटखटाने के बाद भी कोई जवाब न मिलने पर, उन्होंने दरवाजा तोड़ दिया। अंदर रवि फांसी पर लटका हुआ था। पिता बोले- प्रेमी का नाम भी रवि
रवि के पिता अर्जुन ने बताया कि पिंकी बड़े बेटे को साथ लेकर गई है। वह जिस व्यक्ति के साथ भागी है, उसका नाम भी रवि है। वह तरावड़ी का रहने वाला है। उसका बेटा रवि, पत्नी पिंकी और बच्चों से बेहद प्यार करता था। उसके बार-बार भागने से वह मानसिक रूप से परेशान हो गया। SHO बोले- पुलिस जांच कर रही
सेक्टर 32,33 थाना के SHO मनोज कुमार ने बताया कि रवि के परिवार के लोगों द्वारा पुलिस को शिकायत दी गई। युवक की हालत अभी गंभीर बनी हुई है। जिसका इलाज चंडीगढ़ PGI में चल रहा है। पुलिस इस मामले में हर पहलू पर गहनता से जांच कर रही है।
रेवाड़ी में BJP के 3 बागी नेता लेंगे निर्णय:पूर्व मंत्री बिक्रम ठेकेदार ने बुलाई बैठक, टिकट कटने पर पार्टी से की बगावत
रेवाड़ी में BJP के 3 बागी नेता लेंगे निर्णय:पूर्व मंत्री बिक्रम ठेकेदार ने बुलाई बैठक, टिकट कटने पर पार्टी से की बगावत हरियाणा के रेवाड़ी जिले की सियासत के लिए आज बड़ा दिन होने वाला हैं। कोसली से टिकट नहीं मिलने के कारण नाराज बीजेपी के पूर्व मंत्री बिक्रम ठेकेदार ने रविवार को अपने समर्थकों की मीटिंग बुलाई हैं। इस मीटिंग में ठेकेदार चुनाव को लेकर बड़ी घोषणा कर सकते हैं। इधर रेवाड़ी सीट से टिकट नहीं मिलने पर पूर्व जिला प्रमुख सतीश यादव और प्रशांत उर्फ सन्नी ने भी बड़ी मीटिंग बुलाई हैं। सन्नी पहले ही निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुके हैं। उनके पैतृक गांव बुढ़पुर में होने वाली पंचायत में औपचारिक ऐलान संभव हैं। वहीं सतीश यादव के भी निर्दलीय चुनाव लड़ने की संभावनाएं हैं। उन्होंने ने भी अपने कार्यालय पर आज कार्यकर्ताओं की मीटिंग बुलाई हुई हैं। टिकट वितरण के बाद रेवाड़ी जिले के भाजपा नेताओं में असंतोष पैदा हो गया था। पीपीपी के स्टेट कोआर्डिनेटर सतीश खोला निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला वापस ले चुके हैं। पूर्व विधायक रणधीर सिंह कापड़ीवास से सीएम नायब सैनी के अलावा अन्य सीनियर नेताओं ने बात की हैं। उन्हें भी मनाने की कोशिशें की जा रही है। इसके अलावा पर्यटन निगम के पूर्व चेयरमैन डॉ. अरविंद यादव भी टिकट नहीं मिलने से मायूस हैं। उन्हें मनाने के लिए खुद रेवाड़ी से प्रत्याशी बनाए गए लक्ष्मण सिंह यादव उनके घर पहुंचे थे। हालांकि डॉ. अरविंद यादव की तरफ से अभी किसी तरह का कोई बयान नहीं दिया गया हैं। वह नाराज जरूर हैं, लेकिन उनके बगावती होने की संभावनाएं बहुत कम है। 2014 में पहली बार विधायक बने थे बिक्रम ठेकेदार पूर्व मंत्री बिक्रम ठेकेदार 2014 में पहली बार कोसली सीट से बीजेपी की टिकट पर विधायक बने थे। उन्हें राव इंद्रजीत सिंह की पैरवी के चलते टिकट मिली थी और राव इंद्रजीत सिंह की सिफारिश पर ही मनोहर लाल खट्टर की अगुवाई वाली पहली सरकार में राज्यमंत्री भी बनाया गया था। हालांकि बिक्रम ठेकेदार का मंत्री के रूप में कार्यकाल मात्र डेढ़ साल रहा। इसके बाद 2019 में उनकी टिकट कट गई। राव इंद्रजीत सिंह से लगातार दूरियां बढ़ती चली गई। 2024 में एक बार फिर बीजेपी से टिकट मांग रहे थे। लेकिन टिकट नहीं मिलने पर अब नाराज हैं। सतीश और सन्नी दोनों निर्दलीय चुनाव लड़ दिखा चुके ताकत रेवाड़ी सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे पूर्व जिला प्रमुख सतीश यादव 2009 में पहली बार निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर रेवाड़ी से चुनाव लड़े थे। अपने पहले ही चुनाव में सतीश ने 35 हजार से ज्यादा वोट हासिल की थी। 2014 में वह इनेलो की टिकट पर चुनाव लड़े और फिर से 35 हजार से ज्यादा वोट मिले। लेकिन दोनों बार जीत नसीब नहीं हो पाई। 2019 के चुनाव में सतीश ने रणधीर सिंह कापड़ीवास का समर्थन किया था। रणधीर सिंह ने भी 36 हजार से ज्यादा वोट हासिल की। भले ही खुद नहीं जीत पाए लेकिन बीजेपी के कैंडिडेट सुनील मुसेपुर की हार में उनका अहम रोल था। कापड़ीवास ने मुसेपुर को टिकट मिलने पर बगावत करते हुए निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ा था। इसी तरह पूर्व जिला पार्षद प्रशांत उर्फ सन्नी दो बार 2014 और 2019 में निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ चुके हैं। युवा चेहरे के तौर पर दोनों चुनाव में सन्नी ने 20 हजार से ज्यादा वोट लिए। 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले सन्नी ने बीजेपी ज्वाइन कर ली। उन्हें भी इस बार टिकट की उम्मीद थी, लेकिन बीजेपी ने इग्नोर कर दिया। जिसके चलते वह निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुके हैं।
फरीदाबाद में पुलिसकर्मी को कार ने टक्कर मारी:पैर में दो जगह फ्रैक्चर, वर्दी फटी, हालत नाजुक; सड़क पार करते समय हुआ हादसा
फरीदाबाद में पुलिसकर्मी को कार ने टक्कर मारी:पैर में दो जगह फ्रैक्चर, वर्दी फटी, हालत नाजुक; सड़क पार करते समय हुआ हादसा फरीदाबाद जिले में बीती रात डायल- 112 में तैनात एसपीओ को अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी। हादसे में पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल की पहचान कन्हैया के नाम से हुई है। कन्हैया को प्राथमिक उपचार देने के बाद दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। हादसे में कन्हैया के बाएं पैर में फीमर फ्रैक्चर के अलावा एक और फ्रैक्चर हुआ है। घटना की सूचना मिलने के बाद डबुआ थाने से एएसआई संदीप बादशाह खान सिविल अस्पताल में घायल कन्हैया का हाल-चाल जानने के पहुंचे। जब उनसे बात की गई तो उन्होंने बताया कि कन्हैया की ड्यूटी डायल 112 की पीसीआर नंबर 172 है। सड़क पार करते समय हुआ हादसा बीती रात स्पेशल पुलिस ऑफिसर (एसपीओ) डबुआ पाली रोड पर एसएस स्कूल के पास पीसीआर से उतर कर सड़क पार करते हुए कुछ सामान लेने के लिए जा रहे थे। इसी दौरान एक तेज रफ्तार कार ने उन्हें जोरदार टक्कर मार दी। कार चालक कन्हैया को काफी दूर तक घसीटते हुए चला गया। जिससे उसकी पूरी वर्दी कीचड़ में सन गई और वह गंभीर रूप से घायल हो गया। कन्हैया की हालात नाजुक सूचना मिलते ही कन्हैया के तुरंत मौके पहुंचे। कन्हैया को लेकर सफदरजंग अस्पताल ना लेजा कर एक निजी अस्पताल में लेकर गए जहां पर कन्हैया का इलाज चल रहा है। लेकिन हालात अभी नाजुक बनी हुई है। इस मामले में ऐसी संदीप ने बताया कि कन्हैया को टक्कर मारने वाली कार की तलाश की जा रही है। आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज को तलाश जा रहा है।