शिमला में डेंगू के मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है। दीनदयाल उपाध्याय क्षेत्रीय अस्पताल की टीम ने रामपुर व साथ लगते इलाकों निरीक्षण किया। डेंगू रोग के लक्षण वाले रोगियों के परिवार से मिलकर आहार के बारे में विस्तृत जानकारी दी। जिसके बाद टीम ने रामपुर नगर परिषद क्षेत्र के विभिन्न वार्डों में जा कर देखा कि कहां-कहां पानी का ठहराव है। उनमें एडीज मच्छर पनप रहा है या नहीं। बच्चों को किया डेंगू रोग के प्रति जागरूक डॉ. लखनपाल ने डीएवी स्कूल रामपुर में बच्चों व अध्यापकों को डेंगू रोग के प्रति जागरूक भी किया। सभी विद्यार्थियों को पूरा शरीर ढाका हुआ वर्दी पहनने के लिए कहा, ताकि एडीजी मच्छर के काटने से बचा जा सके। उन्होंने स्कूल के बच्चों से कहा कि वह घर जा कर अपने परिवार व आस पड़ोस के लोंगो को भी डेंगू रोग से बचाव बारे जागरूक करें। उन्होंने नगर परिषद से आग्रह किया कि पूरे क्षेत्र में कीटनाशक व मच्छर रोधी दवाई का छिड़काव करते रहे व नगर परिषद क्षेत्र के नालियों में पानी का ठहराव नहीं होने दे । डेंगू के ये है लक्षण व बचाव डॉक्टरों ने डेंगू रोग के लक्षण एवं बचाव के बारे में बताते हुए कहा कि डेंगू रोक के लक्षण अचानक तेज सिर में दर्द, तेज बुखार, मांसपेशियों तथा जोड़ो में दर्द होना, आंखो के पीछे दर्द होना, उल्टी होना, गम्भीर मामलों में नाक, मुँह, मसूड़े से खून आना व त्वचा पर चकत्ते उभरना है। उन्होंने बताया कि इस रोग से बचाव के लिए घर में रखे सभी पानी के बर्तनों को सप्ताह में एक बार अवश्य खाली कर धूप में सुखाएं तथा खिड़की व दरवाजे में जाली/परदे लगाएं रखें। घरों व आस पास के क्षेत्र में मच्छरों को पनपने न दें। शिमला में डेंगू के मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है। दीनदयाल उपाध्याय क्षेत्रीय अस्पताल की टीम ने रामपुर व साथ लगते इलाकों निरीक्षण किया। डेंगू रोग के लक्षण वाले रोगियों के परिवार से मिलकर आहार के बारे में विस्तृत जानकारी दी। जिसके बाद टीम ने रामपुर नगर परिषद क्षेत्र के विभिन्न वार्डों में जा कर देखा कि कहां-कहां पानी का ठहराव है। उनमें एडीज मच्छर पनप रहा है या नहीं। बच्चों को किया डेंगू रोग के प्रति जागरूक डॉ. लखनपाल ने डीएवी स्कूल रामपुर में बच्चों व अध्यापकों को डेंगू रोग के प्रति जागरूक भी किया। सभी विद्यार्थियों को पूरा शरीर ढाका हुआ वर्दी पहनने के लिए कहा, ताकि एडीजी मच्छर के काटने से बचा जा सके। उन्होंने स्कूल के बच्चों से कहा कि वह घर जा कर अपने परिवार व आस पड़ोस के लोंगो को भी डेंगू रोग से बचाव बारे जागरूक करें। उन्होंने नगर परिषद से आग्रह किया कि पूरे क्षेत्र में कीटनाशक व मच्छर रोधी दवाई का छिड़काव करते रहे व नगर परिषद क्षेत्र के नालियों में पानी का ठहराव नहीं होने दे । डेंगू के ये है लक्षण व बचाव डॉक्टरों ने डेंगू रोग के लक्षण एवं बचाव के बारे में बताते हुए कहा कि डेंगू रोक के लक्षण अचानक तेज सिर में दर्द, तेज बुखार, मांसपेशियों तथा जोड़ो में दर्द होना, आंखो के पीछे दर्द होना, उल्टी होना, गम्भीर मामलों में नाक, मुँह, मसूड़े से खून आना व त्वचा पर चकत्ते उभरना है। उन्होंने बताया कि इस रोग से बचाव के लिए घर में रखे सभी पानी के बर्तनों को सप्ताह में एक बार अवश्य खाली कर धूप में सुखाएं तथा खिड़की व दरवाजे में जाली/परदे लगाएं रखें। घरों व आस पास के क्षेत्र में मच्छरों को पनपने न दें। हिमाचल | दैनिक भास्कर
Related Posts
कंगना के बाद विक्रमादित्य ने मंडी में खोला कैंप ऑफिस:बोले- सांसद कार्यालय के मुकाबले को नहीं खोला; जनता से किया वादा निभाया
कंगना के बाद विक्रमादित्य ने मंडी में खोला कैंप ऑफिस:बोले- सांसद कार्यालय के मुकाबले को नहीं खोला; जनता से किया वादा निभाया भाजपा सांसद कंगना रनोट के बाद मंडी में विक्रमादित्य सिंह ने भी अपना दफ्तर खोल दिया है। PWD मंत्री एवं लोकसभा चुनाव में कंगना के प्रतिद्वंदी विक्रमादित्य ने बुधवार को राज महल कॉम्प्लेक्स में अपना कैंप ऑफिस खोला। पूजा-पाठ करके इसका शुभारंभ किया गया। इस मौके पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह भी विक्रमादित्य के साथ मौजूद रही। इससे पहले बीते 12 जुलाई को सांसद कंगना रनोट भी मंडी में अपना दफ्तर खोल चुकी हैं। विक्रमादित्य ने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने मंडी की जनता से कार्यालय खोलने का वादा किया था, जिसे पूरा कर लिया गया है। मंडी संसदीय क्षेत्र के लोग इस कार्यालय में आकर अपनी समस्याएं बता सकते हैं। उन्होंने कहा, जो विभाग उनके पास हैं, उनका समाधान वह खुद करेंगे, जबकि दूसरे विभागों से जुड़ी समस्याएं सरकार के समक्ष उठाई जाएगी। सरकार खर्च से नहीं चलेगा कार्यालय: विक्रमादित्य विक्रमादित्य ने कहा, उनके लिए चुनाव में हार-जीत मायने नहीं रखती। उनके पिता स्व. वीरभद्र सिंह का मंडी की जनता से विशेष लगाव रहा है। उन्होंने कहा, यह कार्यालय किसी सरकारी खर्च पर नहीं चलेगा बल्कि इसका सारा खर्च वे स्वयं वहन करेंगे। कंगना के कार्यालय से मुकाबले को नहीं खोला दफ्तर विक्रमादित्य ने एक सवाल के जवाब में कहा, कंगना एक चुनी हुई सांसद हैं। यह दफ्तर उनके कार्यालय के मुकाबले में नहीं खोला गया, बल्कि अपना वादा पूरा करने के लिए खोला गया है। हाल ही में केंद्र से PWD महकमा सड़क निर्माण के लिए 300 करोड़ की राशि लाने में कामयाब रहा हैं। भाजपा नेताओं को भी इसमें सहयोग करना चाहिए। भविष्य में कंगना को भी चाहिए कि वह भी प्रदेश के लिए केंद्र से मदद लेकर आए और उसमें दलगत राजनीति से ऊपर उठकर कार्य किया जाएगा।
हिमाचल में चाकू से युवक की हत्या:पांच आरोपी गिरफ्तार; ओवरटेकिंग को लेकर हुई बहसबाजी, मेले से घर लौटे रहे थे
हिमाचल में चाकू से युवक की हत्या:पांच आरोपी गिरफ्तार; ओवरटेकिंग को लेकर हुई बहसबाजी, मेले से घर लौटे रहे थे हिमाचल प्रदेश के चंबा में ओवरटेकिंग को लेकर कहासुनी के बाद एक युवक की चाकू से हत्या का मामला सामने आया है। युवक ने पिछले कल अस्पताल को ले जाते वक्त रास्ते में दम तोड़ा। मृतक की पहचान कांगड़ा जिला के नूरपूर के मैहला निवासी निखिल (24) के तौर पर हुई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस ने निखिल की हत्या में शामिल चार आरोपी बीती शाम को गिरफ्तार कर दिए गए थे, जबकि पांचवां आरोपी आज सुबह दबोचा गया। आरोपियों में अंकू, विनय, अंकित, अतुल और विशाल शामिल है। अंकू, विनय और अंकित भटियात उपमंडल के तहत कामन गांव के रहने वाले हैं, जबकि अतुल चुवाड़ी का रहने वाला और विशाल लाहड़ी गांव का निवासी है। मेले से घर लौटते वक्त कहासुनी पुलिस के अनुसार, बीते रविवार देर रात आरोपी और मृतक युवक एक मेले से रात के वक्त घर लौट रहे थे। निखिल अपनी गाड़ी में था, जबकि आरोपी दो बाइक पर थे। तब चुवाड़ी स्थित पेट्रोल पंप के पास ओवरटेकिंग को लेकर इनमें कहासुनी हो गई। इस दौरान आरोपियों ने निखिल की गाड़ी पर पथराव किया। निखिल वहां से अपनी कार लेकर भाग गया। मगर लाहड़ू के पास उसकी कार खराब हो गई, जिसके बाद निखिल ने चुवाड़ी में रहने वाले अपने रिश्तेदार को फोन किया। लाहड़ू में चाकू से हत्या वह अपने परिचित के पास जा ही रहा था, इस बीच वहां पर पांचों आरोपी भी पहुंच गए। यहां पर निखिल और आरोपियों के बीच दोबारा झगड़ा हुआ। आरोपियों ने निखिल पर चाकू से वार किया और मौके से फरार हो गए। गंभीर हालत में निखिल ने अपने उपर हमले की जानकारी अपने परिचित को दी। पहले नूरपूर, वहां से पठानकोट और फिर अमृतसर रेफर निखिल को उसके रिश्तेदारों ने नूरपुर अस्पताल पहुंचाया। गंभीर हालात को देखते हुए डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार देने के बाद रेफर कर दिया। इसके बाद रिश्तेदार उसे लेकर पठानकोट स्थित एक निजी अस्पताल पहुंचे। जहां से उसे डॉक्टरों ने अमृतसर रैफर किया। इस दौरान रास्ते में ही निखिल ने दम तोड़ दिया।
हिमाचल में बाहरी राज्यों के सेब खरीददार बुलाएगी सरकार:आढ़तियों में बढ़ेगा कॉम्पिटिशन मंडियों में लाइसेंस देगा APMC, बागवानों को मिलेंगे अच्छे दाम
हिमाचल में बाहरी राज्यों के सेब खरीददार बुलाएगी सरकार:आढ़तियों में बढ़ेगा कॉम्पिटिशन मंडियों में लाइसेंस देगा APMC, बागवानों को मिलेंगे अच्छे दाम हिमाचल सरकार सेब सीजन के लिए बाहरी राज्यों से बड़े बड़े आढ़तियों को बुलाने जा रही है। प्रदेश में यह प्रयोग पहली बार किया जा रहा है। इससे आढ़तियों में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी और बागवानों को सेब के अच्छे रेट मिलेंगे। सरकार के इस फैसले का बागवान भी स्वागत कर रहे हैं। बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने बताया, दिल्ली, कोलकाता, मुंबई, चेन्नई के आढ़तियों को सेब सीजन के लिए हिमाचल बुलाया जाएगा। इसे लेकर एग्रीकल्चर मार्केटिंग बोर्ड को निर्देश दे दिए गए है। उन्होंने बताया कि दो सप्ताह के भीतर बाहरी प्रदेशों के आढ़तियों के साथ मीटिंग की जाएगी। जगत नेगी ने कहा कि प्रदेश की प्रत्येक मंडी में चार से पांच बड़े आढ़ती बिठाए जाएंगे। इससे बागवानों को सेब के अच्छे रेट मिलेंगे और समय पर पेमेंट भी सुनिश्चित होगी। बाहरी राज्यों के आढ़तियों को प्रमाणीकरण के बाद ही मंडियों में बिठाया जाएगा, ताकि कोई भी आढ़ती बागवानों के साथ धोखाधड़ी करके भाग न सके। दो-दो साल की पेमेंट पर कुंडली मार बैठे कुछ आढ़ती बता दें कि प्रदेश के कई आढ़ती दो दो साल से बागवानों की पेमेंट का भुगतान नहीं कर रहे हैं। हालांकि कृषि उपज विपणन समिति (APMC) और पुलिस की SIT समय समय पर ऐसे बागवानों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। मगर बड़ी संख्या में बागवान ऐसे भी है जो APMC और SIT को पेमेंट डूबने से डर से शिकायत ही नहीं कर पाते है। फैसला सही, पर सरकार ले जिम्मेदारी: बागवान सेब उत्पादक संघ ठियोग के अध्यक्ष महेंद्र वर्मा ने बताया कि सरकार का यह फैसला बागवानों के हित में है। मगर सरकार को यह सुनिश्चित करना होगा कि कोई भी आढ़ती बागवान की पेमेंट का भुगतान किए बगैर भाग न सके। बागवानों के साथ किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी होने पर इसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी। बागवानों को घर-द्वार मिलेगी सेब बेचने की सुविधा बाहरी राज्यों के आढ़तियों के प्रदेश की मंडियों में आने के बाद बागवानों को बाहरी राज्यों की मंडियों का रुख भी नहीं करना पड़ेगा। उन्हें घर द्वार ही अच्छे रेट मिल सकेंगे। अभी बड़ी संख्या में बागवान पेमेंट समय पर मिलने की वजह से ही चंडीगढ़, दिल्ली, कोलकाता इत्यादि मंडियों में सेब बेचते है।