भास्कर न्यूज | यमुनानगर प्रोफेसर कॉलोनी के मकान नंबर 356 के मामले में प्रोडक्शन रिमांड पर चल रहे उर्दू अनुवादक इस्लामुद्दीन उर्फ इस्लाम की मंगलवार को तीन दिन की रिमांड पूरी हो गई थी। पुलिस ने और पूछताछ में इसके गिरोह के एक दर्जन अन्य साथियों की डिटेल व प्रॉपर्टी के तैयार किए गए फर्जी कागजात की असल कॉपी बरामद करनी है, क्योंकि आरोपी ने अब तक इन दस्तावेजों की फोटो कॉपी ही बरामद कराई है। कोर्ट ने आरोपी का दो दिन का प्रोडक्शन रिमांड बढ़ा दिया है। प्रोफेसर कॉलोनी वाले मकान मालिक गोपाल कृष्ण द्वारा कोर्ट में याचिका लगाए जाने के बाद पुन: थाना यमुनानगर शहर पुलिस पिछले साल के क्राइम नंबर 781 में एक्टिव हुई थी। पुलिस ने अदालत में पिछले की महीने 22 तारीख को दिल्ली की रहने वाली परमजीत कौर को प्रोडक्शन रिमांड पर लिया था, जिसने पूछताछ में कई खुलासे किए और बताया कि इस्लामुद्दीन के साथ मिलकर दस्तावेज तैयार कराए गए और 50 लाख में गोपाल कृष्ण का मकान बेच दिया गया था। इसका भेद भी तब खुला था जब मकान को खरीदने वाले कब्जा लेने के लिए पहुंचे थे। परमजीत के बाद अब जांच अधिकारी एसएचओ जगदीश चंद्र ने जेल में बंद इस्लामुद्दीन को रविवार को तीन दिन के प्रोडक्शन रिमांड पर लिया, जिससे पूछताछ की। पूछताछ में इस्लामुद्दीन ने इस केस से जुड़े कुछ दस्तावेजों के गोरखपुर में होना बताया तो रविवार रात ही पुलिस टीम इस्लामुद्दीन को लेकर गोरखपुर पहुंच गई। वहां से मंगलवार सुबह तक लौट कर आई है। आरोपी की दो दिन की बढ़वाई गई रिमांड: एसएचओ एसएचओ ने बताया कि इस्लामुद्दीन की निशानदेही पर उक्त मकान के तैयार किए गए फर्जी दस्तावेजों की फोटो कॉपी बरामद हुई है, जबकि असल कॉपी अभी बरामद नहीं हो पाई है। साथ ही पूछताछ में इस्लामुद्दीन ने इस प्रॉपर्टी के फर्जीवाड़े में एक दर्जन साथियों के साथ होने की बात कही है लेकिन अब तक उनका पूरा नाम-पता नहीं बताया है। दो दिन की बढ़वाई गई रिमांड पर इन सब सवालों के जवाब इस्लामुद्दीन से पूछे जाएंगे। भास्कर न्यूज | यमुनानगर प्रोफेसर कॉलोनी के मकान नंबर 356 के मामले में प्रोडक्शन रिमांड पर चल रहे उर्दू अनुवादक इस्लामुद्दीन उर्फ इस्लाम की मंगलवार को तीन दिन की रिमांड पूरी हो गई थी। पुलिस ने और पूछताछ में इसके गिरोह के एक दर्जन अन्य साथियों की डिटेल व प्रॉपर्टी के तैयार किए गए फर्जी कागजात की असल कॉपी बरामद करनी है, क्योंकि आरोपी ने अब तक इन दस्तावेजों की फोटो कॉपी ही बरामद कराई है। कोर्ट ने आरोपी का दो दिन का प्रोडक्शन रिमांड बढ़ा दिया है। प्रोफेसर कॉलोनी वाले मकान मालिक गोपाल कृष्ण द्वारा कोर्ट में याचिका लगाए जाने के बाद पुन: थाना यमुनानगर शहर पुलिस पिछले साल के क्राइम नंबर 781 में एक्टिव हुई थी। पुलिस ने अदालत में पिछले की महीने 22 तारीख को दिल्ली की रहने वाली परमजीत कौर को प्रोडक्शन रिमांड पर लिया था, जिसने पूछताछ में कई खुलासे किए और बताया कि इस्लामुद्दीन के साथ मिलकर दस्तावेज तैयार कराए गए और 50 लाख में गोपाल कृष्ण का मकान बेच दिया गया था। इसका भेद भी तब खुला था जब मकान को खरीदने वाले कब्जा लेने के लिए पहुंचे थे। परमजीत के बाद अब जांच अधिकारी एसएचओ जगदीश चंद्र ने जेल में बंद इस्लामुद्दीन को रविवार को तीन दिन के प्रोडक्शन रिमांड पर लिया, जिससे पूछताछ की। पूछताछ में इस्लामुद्दीन ने इस केस से जुड़े कुछ दस्तावेजों के गोरखपुर में होना बताया तो रविवार रात ही पुलिस टीम इस्लामुद्दीन को लेकर गोरखपुर पहुंच गई। वहां से मंगलवार सुबह तक लौट कर आई है। आरोपी की दो दिन की बढ़वाई गई रिमांड: एसएचओ एसएचओ ने बताया कि इस्लामुद्दीन की निशानदेही पर उक्त मकान के तैयार किए गए फर्जी दस्तावेजों की फोटो कॉपी बरामद हुई है, जबकि असल कॉपी अभी बरामद नहीं हो पाई है। साथ ही पूछताछ में इस्लामुद्दीन ने इस प्रॉपर्टी के फर्जीवाड़े में एक दर्जन साथियों के साथ होने की बात कही है लेकिन अब तक उनका पूरा नाम-पता नहीं बताया है। दो दिन की बढ़वाई गई रिमांड पर इन सब सवालों के जवाब इस्लामुद्दीन से पूछे जाएंगे। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा के ऑफिसर के जिम्मे केंद्रीय मंत्री खट्टर की सिक्योरिटी:HPS हितेश बने इंचार्ज; CID इंस्पेक्टर रामलाल PSO नियुक्त, सैनी को भी 2 मिले
हरियाणा के ऑफिसर के जिम्मे केंद्रीय मंत्री खट्टर की सिक्योरिटी:HPS हितेश बने इंचार्ज; CID इंस्पेक्टर रामलाल PSO नियुक्त, सैनी को भी 2 मिले हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर की सुरक्षा हरियाणा के ऑफिसर के जिम्मे रहेगी। प्रदेश के HPS ऑफिसर हितेश यादव को केंद्रीय मंत्री का सिक्योरिटी इंचार्ज लगाया गया है। इसके अलावा CID में इंस्पेक्टर पद पर तैनात राम लाल को PSO बनाया गया है। मनोहर लाल खट्टर के अलावा मुख्यमंत्री नायब सैनी को भी दो पीएसओ मिले हैं। डीएसपी उदयराज और दीपक कुमार को सीएम सैनी के पीएसओ की जिम्मेदारी दी गई है। इसको लेकर एडीजीपी सीआईडी आलोक मित्तल ने ऑर्डर जारी किए हैं। हालांकि यह ऑर्डर आचार संहिता लगने के बाद वायरल हो रहे हैं, लेकिन ऑर्डर शीट पर डेट 15 मार्च की डेट पड़ी हुई है। यहां देखिए ऑर्डर शीट… निजी सचिव बनाना चाहते थे खट्टर केंद्रीय मंत्री एवं पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर हरियाणा के HPS हितेश यादव को अपना निजी सचिव बनाना चाहते थे, जिसके चलते केंद्रीय आवास एवं शहरी मंत्रालय ने मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद को पत्र भेजकर अधिकारी के बारे में विस्तृत जानकारी मांगी गई थी। खट्टर के मंत्रालय की ओर से भेजे गए पत्र में लिखा था, कि केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल हरियाणा के एसपीएस अधिकारी हितेश यादव को अपने कार्यालय में अतिरिक्त निजी सचिव नियुक्त करना चाहते हैं। इसके लिए अधिकारी के संबंध में जानकारी मांगी गई है। हितेश हरियाणा CMO में रह चुके
मनोहर लाल खट्टर के कार्यकाल के दौरान हितेश यादव हरियाणा मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) में भी तैनात रह चुके हैं। खट्टर के कार्यकाल में HPS हितेश यादव मुख्यमंत्री के ADC (टूर) की जिम्मेदारी देख रहे थे। हितेश उससे पहले भिवानी जिले के ASP के पद पर तैनात थे। हरियाणा CMO में यह नियुक्ति गवर्नर बंडारू दत्तात्रेय के आदेश पर की गई थी। डॉक्टर हैं HPS हितेश यादव
हरियाणा के नारनौल के रहने वाले हितेश यादव डॉक्टर भी हैं। हितेश से अपनी पढ़ाई मेडिकल लाइन से शुरू की। इसके बाद वह HPS की तैयारियों में जुट गए और 2011 में उन्हें सफलता मिल गई। उनकी पत्नी पंखुड़ी कुमारी भी HPS अधिकारी हैं। 2021 में हरियाणा सरकार ने दोनों पति पत्नी को प्रमोशन देकर ASP पद पर नियुक्त हुए हैं।
कांग्रेस ने हरियाणा में बागी को निकाला:बहादुरगढ़ से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे; चित्रा सरवारा के बाद दूसरे नेता पर कार्रवाई
कांग्रेस ने हरियाणा में बागी को निकाला:बहादुरगढ़ से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे; चित्रा सरवारा के बाद दूसरे नेता पर कार्रवाई हरियाणा में झज्जर जिले की बहादुरगढ़ विधानसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे राजेश जून को कांग्रेस ने पार्टी से निष्कासित कर दिया है। उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त पाए जाने के बाद 6 साल के लिए निकाला गया है। राजेश जून बहादुरगढ़ से कांग्रेस का टिकट मांग रहे थे, लेकिन कांग्रेस ने उन्हें टिकट न देकर राजेंद्र सिंह जून को उम्मीदवार बनाया है। इसके कारण उन्होंने बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला लिया। बहादुरगढ़ विधानसभा से फिलहाल 14 उम्मीदवार मैदान में हैं। इससे पहले अंबाला कैंट विधानसभा सीट से टिकट मांग रहीं नेता चित्रा सरवारा को भी कांग्रेस ने 6 साल के बाहर का रास्ता दिखा दिया है। कांग्रेस ने अंबाला कैंट से उनकी टिकट काटकर परविंदर परी को अपना उम्मीदवार बनाया है। AICC की ओर से जारी लेटर… पहली लिस्ट में नाम न आने के बाद की बगावत
बहादुरगढ़ विधानसभा सीट से टिकट कटने से नाराज होकर राकेश जून ने कांग्रेस पार्टी छोड़ दी थी। कांग्रेस की पहली लिस्ट में नाम न होने के बाद ही राजेश जून ने बगावत कर दी थी। इसके साथ ही 11 सितंबर को नामांकन दाखिल कर उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया था। कांग्रेस ने यहां से मौजूदा विधायक राजेंद्र जून को चुनाव में उतारा है। राजेश जून ने 2014 के विधानसभा चुनाव में बहादुरगढ़ विधानसभा से निर्दलीय चुनाव लड़ा था, लेकिन हार गए थे। इस चुनाव में उन्हें 28 हजार 242 वोट मिले थे, और वह तीसरे स्थान पर थे। इसके बाद वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने राजेंद्र जून के पक्ष में अपना नामांकन पत्र वापस ले लिया था। डबल वोट लेकर विधायक बनने का दावा किया
बहादुरगढ़ विधानसभा से 3 बार के MLA राजेंद्र जून राजेश जून के चाचा हैं। टिकट कटने पर ही राजेश जून ने समर्थकों की मीटिंग बुलाई थी। उसमें उन्होंने ऐलान करते हुए कहा था, ‘मेरे साथ कांग्रेस नेतृत्व ने धोखा किया है। अब मैं कांग्रेस उम्मीदवार से डबल वोट लेकर विधायक बनूंगा।’ राजेश जून ने कहा था कि कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व ने टिकट देने का वादा किया था, लेकिन वादा नहीं निभाया। 16 चुनावों में यहां से 8 बार कांग्रेस जीती
अब तक हुए 16 विधानसभा चुनावों में बहादुरगढ़ से 8 बार कांग्रेस, लोकदल 5 बार, ओल्ड कांग्रेस, हविपा और भाजपा एक-एक बार चुनाव जीती है। यहां सबसे पहले चौधरी छोटूराम की पार्टी जमींदारा लीग से उनके भतीजे चौधरी श्रीचंद विधायक बने थे। जबकि, वर्ष 1987 में पूर्व मंत्री मांगेराम नंबरदार ने 25 हजार 320 वोटों से अब तक की सबसे बड़ी जीत हासिल की थी। वहीं, वर्ष 1972 में एनसीओ के हरद्वारी लाल ने महज 395 वोटों से सबसे छोटी जीत हासिल की थी। जाट मतदाता सबसे अधिक
बहादुरगढ़ विधानसभा में 32 गांवों के अनुपात में शहर के 31 वार्डों में करीब 40 हजार वोट अधिक हैं। हलके में कुल 2 लाख 40 हजार 980 मतदाता हैं, जिनमें 1 लाख 27 हजार 774 पुरुष और 1 लाख 13 हजार 201 महिला हैं। जबकि, 85 वर्ष से अधिक आयु के 2201 मतदाता हैं। क्षेत्र में इस बार कुल 233 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। बहादुरगढ़ विधानसभा क्षेत्र में करीब 94 हजार जाट, करीब 23 हजार ब्राह्मण, हरिजन करीब 19 हजार, बनिया करीब 18 हजार, करीब 13 हजार पंजाबी और करीब 11 हजार वोटर वाल्मीकि हैं। इनके अलावा धानक, सैनी और खाती करीब 7-7 हजार, अहीर और कुम्हार करीब 5-5 हजार हैं। इस कारण पिछले कई चुनावों में शहर निर्णायक साबित हुआ है। गांवों की बात करें तो राठी, दलाल और छिल्लर-छिकारा गोत्र का दबदबा है। कांग्रेस के ये बागी मैदान में, अब तक 2 पर कार्रवाई
कांग्रेस के 20 सीटों पर 29 बागी मैदान में हैं। इनमें बल्लभगढ़ में पूर्व मुख्य संसदीय सचिव शारदा राठौर, तिगांव में पूर्व MLA ललित नागर, कलायत में सुरजेवाला कैंप की अनीता ढुल, उचाना में वीरेंद्र घोघड़िया, पटौदी से सुधीर चौधरी, पानीपत सिटी से पूर्व विधायक रोहिता रेवड़ी, पानीपत ग्रामीण से विजय जैन, पुंडरी से सतबीर भाणा, पृथला से नीटू मान और कोसली से मनोज आजाद कैंडिडेट के तौर पर मैदान में हैं। वहीं, जगाधरी में आदर्शपाल कांग्रेस का टिकट न मिलने पर AAP के टिकट पर उतर गए हैं। सभी बागियों में से पार्टी ने अब तक 2 पर कार्रवाई की है। उनमें राजेश जून और अंबाला कैंट से चित्रा सरवारा को पार्टी ने 6 साल के लिए निकाल दिया है। भाजपा ने बागियों पर नहीं की कोई कार्रवाई
इधर, भाजपा के भी 15 सीटों पर 19 बागी मैदान में हैं। इनमें प्रमुख चेहरों में हिसार से कुरुक्षेत्र सांसद नवीन जिंदल की मां सावित्री जिंदल और गौतम सरदाना, गन्नौर से देवेंद्र कादियान, सफीदों से पूर्व MLA बचन सिंह आर्य, तोशाम से शशिरंजन परमार, हथीन से पूर्व विधायक केहर सिंह रावत, लाडवा से संदीप गर्ग, गुरुग्राम से नवीन गोयल, पृथला से नयनपाल रावत व दीपक डागर, पुंडरी से दिनेश कौशिक, कलायत से विनोद निर्मल व आनंद राणा, इसराना से सत्यवान शेरा और असंध से जिलेराम शर्मा शामिल हैं। सरकार में 5 साल मंत्री रहे पूर्व कैबिनेट मंत्री रणजीत चौटाला भी रानियां से मैदान में हैं। वहीं, डबवाली में आदित्य देवीलाल चौटाला भाजपा की फाइनल लिस्ट आने से पहले ही इनेलो में शामिल होकर मैदान में उतर गए। हालांकि, भाजपा ने इनमें से किसी भी नेता पर कोई कार्रवाई नहीं की है। ये भी पढ़ें… हरियाणा कांग्रेस ने बागी चित्रा सरवारा को निकाला:पार्टी कैंडिडेट की ही बेटी, टिकट नहीं मिली तो निर्दलीय लड़ रहीं; अनिल विज से टक्कर हरियाणा में कांग्रेस ने पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त नेता चित्रा सरवारा को पार्टी से निकाल दिया है। उन्होंने कांग्रेस से टिकट न मिलने पर अंबाला कैंट विधानसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया था। इसके बाद पार्टी ने उन्हें 6 साल के लिए निष्कासित किया है। पूरी खबर पढ़ें…
सोनीपत में 76 लाख की नशीली दवाएं पकड़ी:KMP पर लावारिस मिले कंटेनर में थी कफ सिरप; झज्जर के 2 व्यक्तियों पर FIR
सोनीपत में 76 लाख की नशीली दवाएं पकड़ी:KMP पर लावारिस मिले कंटेनर में थी कफ सिरप; झज्जर के 2 व्यक्तियों पर FIR हरियाणा के सोनीपत में हरियाणा स्टेट नारर्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (HSNCB) की टीम में बीती रात नशीली दवाओं से भरा एक कंटेनर पकड़ा है। इसमें से 76 लाख 80 हजार रुपए कीमत की नशीली दवाएं बरामद हुई हैं। कंटेनर कुंडली मानेसर पलवल (KMP) एक्सप्रेसवे पर लावारिस हालत में खड़ा मिला। थाना राई में सुधीर निवासी पाना चुलियाना बेरी, झज्जर व जितेंद्र निवासी गोच्छी जिला झज्जर के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। रोहतक HSNCB के SI जयबीर सिंह के अनुसार वे बीती रात को नशीले पदार्थों की टोह में अपनी टीम के साथ सोनीपत में जीटी रोड पर बिसवा मील में मौजूद थे। इसी बीच सूचना मिली कि नशीली दवाओं से भरा एक कंटेनर लावारिस हालत में KMP पर राई से बहादुरगढ़ की तरफ कुछ दूरी पर खड़ा है। यहां रेड की जाए तो भारी मात्रा में प्रतिबंधित नशीली दवाएं बरामद हो सकती हैं। केएमपी पर मिला लाल कंटेनर सूचना देने वाले ने बताया कि ये दवाएं सुधीर निवासी पाना चुलियाना बेरी जिला झज्जर और जितेंद्र निवासी गांव गोच्छी जिला झज्जर की हैं। दोनों का मोबाइल नंबर भी पुलिस टीम को दिया गया। सूचना के बाद अधिकारियों को इससे अवगत कराया गया और टीम मौके पर पहुंची तो KMP फ्लाईओवर के ऊपर चढते ही एक लाल रंग का कंटेनर खड़ा दिखाई दिया। इसके अन्दर कोई ड्राइवर व अन्य कोई व्यक्ति नही मिला। एसीपी की मौजूदगी में हुई तलाशी SI जयबीर ने कंटेनर में मे नशीली दवाइयां होने की सम्भावना को ध्यान मे रखते हुए इसकी सूचना राजपत्रित अधिकारी एसीपी क्राइम ब्रांच राजपाल सिंह को दी और मौके पर बुलाया। उनकी व फोटोग्राफर की मौजूदगी में कंटेनर को खोला गया तो उसके अंदर से प्लास्टिक के 200 कट्टे बरामद हुए। चैक करने पर उनके अन्दर डायेरेक्टर पान मसाला के पैकेट व अन्य सामान के कार्टून मिले। भारी मात्रा में मिली नशीली दवा इसके अलावा कंटेनर के अंदर 384 खाकी रंग की गत्ता पेटियां भी मिली। इनमें भारी मात्रा में नशीली दवाएं, जिनमें कफ सिरप बरामद हुए। बरामद हुई प्रत्येक गत्ता पेटी के अन्दर दवा की 100 शीशी मिली, प्रत्येक शीशी 100 ML की है। पुलिस की सूचना के बाद DCO मुंशी राम भी मौके पर पहुंचे और सभी पेटियों को चैक करने कर बतलाया कि बरामद दवा की सभी शीशी प्रतिबंधित नशीली दवाइयों की श्रेणी में आती हैं। झज्जर के दो व्यक्तियों पर केस दर्ज मौके पर छानबीन के बाद कंटेनर व इससे बरामद कार्टून व अन्य सामान को थाना राई पुलिस के हवाले कर दिया गया। पुलिस ने एसआई जयबीर की तहरीर पर सुधीर निवासी बेरी और जितेंद्र निवासी गोच्छी गांव जिला झज्जर के खिलाफ धारा 22C-61-85 NDPS एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है।