‘जब वर्दी पहनता तो ऐसा लगता मैं ही सब कुछ हूं। महिला सिपाहियों की कमाई पर ऐश करने लगा था। मुझे जन्नत सजानी थी। इसके लिए जुआ खेलता और सट्टेबाजी करता। 1.70 करोड़ रुपए तो मैं सिर्फ जुए में हार गया था। एक महिला सिपाही से शादी की, लेकिन उसने मुझे छोड़ दिया। उसे पता चल गया था कि मैं 8वीं पास हूं।’ यह कबूलनामा है राजन वर्मा का, जो फर्जी सिपाही बनकर महिला सिपाहियों से ठगी कर रहा था। राजन ने कई सनसनीखेज खुलासे किए हैं। राजन महकमे में एंट्री से लेकर महिला सिपाहियों को कैसे जाल में फंसाता था? कैसे 5 साल तक वो वर्दी के सहारे पुलिस की निगाह से बचता रहा? पढ़िए यह रिपोर्ट… सबसे पहले उस केस के बारे में, जिसमें फर्जी सिपाही पकड़ा गया
बरेली कोतवाली में 13 जुलाई को महिला सिपाही ने शिकायत दर्ज करवाई। जिसमें बताया- मेरे साथ शादी का झांसा देकर रेप किया गया है। लखनऊ ADG ऑफिस में तैनात सिपाही राजन वर्मा ने मुझे ठगा है। मेरे नाम पर 6.30 लाख रुपए लोन लिए हैं। मैं जब बीमार हुई, तब उसने मेरा सैलरी अकाउंट चेंज कर दिया। करीब 4 महीने पहले उसने मुझसे कहा- शासन की गाइडलाइन है कि सैलरी अकाउंट बदलना होगा। उसने मुझसे 10-12 पेज के फॉर्म पर साइन करा लिए। मेरे दो खाते खुलवाए। एक का ATM कार्ड खुद रख लिया। वो मुझसे कहता था कि शादी करूंगा। शादी से पहले अपना प्यारा घर बनाऊंगा। सिपाही राजन ने अब मुझसे बात करनी बंद कर दी है। अब मेरी सैलरी उसके अकाउंट में जा रही है। इतना ही नहीं मेरे नाम पर 6.30 लाख रुपए का लोन लिया गया है। जिसकी किस्त मेरे अकाउंट से कट रही है। आरोपी पर कार्रवाई की जाए। बरेली पुलिस के होश उड़े, फिर बना गिरफ्तारी का प्लान महिला सिपाही की शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने तत्काल FIR दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू की। लखनऊ फोन किया तो पता चला कि वहां एडीजी ऑफिस में राजन नाम का कोई सिपाही नहीं है। इधर, महिला सिपाही ने राजन की कुछ फोटोग्राफ पुलिस को दिए। प्राथमिक जांच में यह क्लियर हो गया कि राजन फर्जी सिपाही है। उसने बरेली की महिला कॉन्स्टेबल को ठगा है। एक महीने तक राजन की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी गई, लेकिन वह हाथ नहीं लगा। इसके बाद पुलिस ने महिला सिपाही से ही राजन से बात करने को कहा। उसे किसी तरह बरेली बुलाया गया। इसके बाद राजन को गिरफ्तार कर लिया गया। राजन बोला-मुझे जानते नहीं, सबको सस्पेंड करवा दूंगा पुलिस के मुताबिक- गिरफ्तारी के बाद राजन धौंस दिखाने लगा। कहा- मुझे जानते नहीं हो। सबको सस्पेंड करवा दूंगा। मेरी पहुंच बहुत ऊपर तक है। तुम लोग मुझे गिरफ्तार कर रहे हो। वो भी किसी के लगाए गए आरोप के आधार पर। बचोगे नहीं…। जब पुलिस ने कहा- तुम रिकॉर्ड में कहीं नहीं हो। तब राजन वर्मा टूट गया। एक-एक कर अपने जुर्म कबूल करने लगा। अब जानते हैं राजन से पूछे गए सवाल और उसके जवाब 1. कैसे सिपाही बन गए, वर्दी कहां से लाते थे? राजन : मेरा घर लखीमपुर खीरी के मिदनिया गढ़ी गांव में है। पिता का नाम वीरेंद्र पाल वर्मा है। मैं सिर्फ 8वीं तक पढ़ा हूं। हम लोग घर पर पेठा बनाते थे। मिनी फैक्ट्री थी। पेठे की सप्लाई अयोध्या में करते थे। 5 साल पहले मेरी मुलाकात सुनील गुप्ता नाम के सिपाही से हुई थी। सुनील SOG का जवान था। उसने मुझे अपने साथ रखा। वो मुझे कहता था कि तुम्हें भी सिपाही बना दूंगा। इसके लिए उसने मुझसे 5 लाख रुपए भी लिए। मुझे मुखबिर बताने लगा। मैं उसके साथ अयोध्या में सिविल लाइन में रहने लगा। इस दौरान परेड में शामिल हो जाता था। वर्दी पहन लेता था। धीरे-धीरे मैं पुलिस के तौर तरीके समझ गया था। लेकिन, बाद में मैंने सुनील की शिकायत अफसरों से कर दी। उसने मुझे पैसे वापस कर दिए। मैं वापस अपने गांव लौट आया। 2. शादी हुई या नहीं, इससे पहले कौन सा केस दर्ज हुआ? राजन : मैं जब अयोध्या में था। तब मेरा एक महिला सिपाही से अफेयर हुआ। हमारे बीच रिलेशनशिप बने। मैंने उससे शादी भी कर ली थी। लेकिन, एक रोज उसे पता चल गया कि मैं सिपाही नहीं हूं। मैं सिर्फ 8वीं तक पढ़ा हूं। इसके बाद उसने मुझे छोड़ दिया। लोक-लाज के डर से उस कॉन्स्टेबल ने मेरी शिकायत पुलिस से नहीं की। बस मैं बच निकला। 3. कितनी महिला सिपाहियों के साथ ऐसा किया? राजन: 10 महिला सिपाहियों से मैंने बात की। उनके पैसों पर ऐश की, लेकिन इनसे पीछा छुड़ा लेता। क्योंकि किसी न किसी तरह इन्हें पता चल जाता कि मैं फर्जी सिपाही हूं। मेरे खिलाफ पहला केस मुरादाबाद के सिविल लाइंस में 2021 में दर्ज हुआ। वहां की कॉन्स्टेबल संग करीब एक साल तक मैं रहा। इसके बाद मैं अलर्ट हो गया। अपने घर भाग आया। दूसरा केस 2022 में लखीमपुर के मितौली थाने में एक महिला सिपाही ने कर दिया। इसके बाद यहीं एक और महिला सिपाही ने भी केस दर्ज करा दिया। फिर मैं अलग-अलग जिलों में गया। महिला सिपाहियों के पैसे पर ऐश करने लगा। दो साल तक सब कुछ ठीक रहा। फिर बरेली की महिला सिपाही से दोस्ती हुई। इसी दौरान श्रावस्ती वाली सिपाही को पता चला और उसने मेरे खिलाफ केस कर दिया। फिर अब ये केस हो गया। 4. महिला सिपाहियों से दोस्ती कैसे करते थे? राजन : मैं जब अयोध्या में सुनील के साथ रहता था। तब जान गया था कि पुलिस वालों का व्यवहार कैसा होता है? कैसे बात करनी है? यह भी जान गया था कि पुलिस महकमे में कौन-कौन से अफसर होते हैं। सिपाही से बड़ा कौन होता है और कौन दरोगा के ऊपर होता है। मुझे यूपी पुलिस की सारी एक्टिविटी पता हो गई थी। विभाग की वेबसाइट भी जान गया था। इसलिए मैंने 1200 रुपए देकर एक वर्दी बनवाई। इसे पहनकर फोटो खिंचवाता और उसे अपने वॉट्सऐप स्टेटस पर लगाता था। इसके बाद मैं पुलिस की वेबसाइट पर विजिट करता था। ऐसी महिला सिपाहियों को चुनता था, जो मेरी कास्ट की हों। इंस्टाग्राम-फेसबुक के जरिए भी मैं महिला सिपाहियों से दोस्ती कर लेता था। वर्दी में रील बनाता और उन्हें भेजता। पहले विभाग की बात करता। कामकाज की बात करता। इसके बाद बताता कि अविवाहित हूं। घर वाले लड़की ढूंढ रहे हैं, लेकिन हमारे काम को समझने वाली लड़की हो तो सही रहेगा। बस फिर मैं रोज बात करता और प्रपोज कर देता। 5. पुलिस से कैसे बचते थे? कहां-कहां छिपे? राजन : पुलिस कैसे काम करती है, यह बात मुझे पता चल गई थी। इसलिए मैं केस दर्ज होने के बाद अपना फोन नंबर बदल देता था। लोकेशन बदल देता था। सब कुछ नए सिरे से करता था। मैं यूपी के करीब 15 जिलों में रहा। 12 से ज्यादा घटनाएं हो सकती हैं… कोतवाल डीके शर्मा ने बताया- ऐसी 5 महिला पुलिसकर्मी अभी तक जानकारी में आ चुकी हैं, जिनको भरोसे में लेकर राजन ने संबंध बनाए और फिर उनसे रुपए और माल समेट कर उन्हें धोखा दे दिया। ऐसी महिला पुलिसकर्मी उस पर रेप का आरोप लगा रही हैं। हालांकि, राजन के मोबाइल फोन के रिकॉर्ड और अन्य सूत्रों से पता लगा है कि ऐसी महिला पुलिसकर्मियों की संख्या कम से कम 12 होगी। संभव है कि इस कार्रवाई के बाद दूसरी महिला सिपाही भी शिकायत दर्ज कराएं। SP सिटी राहुल भाटी ने बताया- राजन वर्मा के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। कई सवाल हैं, जिनके जवाब अभी नहीं मिले हैं। पुलिस सभी एंगल पर जांच कर रही है। घटना से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें ‘वर्मा’ सरनेम की सिपाही को फंसाता…प्रमोशन के सपने दिखाता:होटल में संबंध बनाता, 36 लाख की ठगी की बरेली में 8वीं पास फर्जी सिपाही को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। वह वर्मा सरनेम की महिला सिपाहियों को अपने जाल में फंसाता। उनसे कहता-तुम भी वर्मा हो, मैं भी…एक ही बिरादरी के लोग हैं, एक-दूसरे का साथ नहीं देंगे क्या? मैं तुम्हारे प्रमोशन करवा दूंगा। पढ़ें पूरी खबर… ‘जब वर्दी पहनता तो ऐसा लगता मैं ही सब कुछ हूं। महिला सिपाहियों की कमाई पर ऐश करने लगा था। मुझे जन्नत सजानी थी। इसके लिए जुआ खेलता और सट्टेबाजी करता। 1.70 करोड़ रुपए तो मैं सिर्फ जुए में हार गया था। एक महिला सिपाही से शादी की, लेकिन उसने मुझे छोड़ दिया। उसे पता चल गया था कि मैं 8वीं पास हूं।’ यह कबूलनामा है राजन वर्मा का, जो फर्जी सिपाही बनकर महिला सिपाहियों से ठगी कर रहा था। राजन ने कई सनसनीखेज खुलासे किए हैं। राजन महकमे में एंट्री से लेकर महिला सिपाहियों को कैसे जाल में फंसाता था? कैसे 5 साल तक वो वर्दी के सहारे पुलिस की निगाह से बचता रहा? पढ़िए यह रिपोर्ट… सबसे पहले उस केस के बारे में, जिसमें फर्जी सिपाही पकड़ा गया
बरेली कोतवाली में 13 जुलाई को महिला सिपाही ने शिकायत दर्ज करवाई। जिसमें बताया- मेरे साथ शादी का झांसा देकर रेप किया गया है। लखनऊ ADG ऑफिस में तैनात सिपाही राजन वर्मा ने मुझे ठगा है। मेरे नाम पर 6.30 लाख रुपए लोन लिए हैं। मैं जब बीमार हुई, तब उसने मेरा सैलरी अकाउंट चेंज कर दिया। करीब 4 महीने पहले उसने मुझसे कहा- शासन की गाइडलाइन है कि सैलरी अकाउंट बदलना होगा। उसने मुझसे 10-12 पेज के फॉर्म पर साइन करा लिए। मेरे दो खाते खुलवाए। एक का ATM कार्ड खुद रख लिया। वो मुझसे कहता था कि शादी करूंगा। शादी से पहले अपना प्यारा घर बनाऊंगा। सिपाही राजन ने अब मुझसे बात करनी बंद कर दी है। अब मेरी सैलरी उसके अकाउंट में जा रही है। इतना ही नहीं मेरे नाम पर 6.30 लाख रुपए का लोन लिया गया है। जिसकी किस्त मेरे अकाउंट से कट रही है। आरोपी पर कार्रवाई की जाए। बरेली पुलिस के होश उड़े, फिर बना गिरफ्तारी का प्लान महिला सिपाही की शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने तत्काल FIR दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू की। लखनऊ फोन किया तो पता चला कि वहां एडीजी ऑफिस में राजन नाम का कोई सिपाही नहीं है। इधर, महिला सिपाही ने राजन की कुछ फोटोग्राफ पुलिस को दिए। प्राथमिक जांच में यह क्लियर हो गया कि राजन फर्जी सिपाही है। उसने बरेली की महिला कॉन्स्टेबल को ठगा है। एक महीने तक राजन की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी गई, लेकिन वह हाथ नहीं लगा। इसके बाद पुलिस ने महिला सिपाही से ही राजन से बात करने को कहा। उसे किसी तरह बरेली बुलाया गया। इसके बाद राजन को गिरफ्तार कर लिया गया। राजन बोला-मुझे जानते नहीं, सबको सस्पेंड करवा दूंगा पुलिस के मुताबिक- गिरफ्तारी के बाद राजन धौंस दिखाने लगा। कहा- मुझे जानते नहीं हो। सबको सस्पेंड करवा दूंगा। मेरी पहुंच बहुत ऊपर तक है। तुम लोग मुझे गिरफ्तार कर रहे हो। वो भी किसी के लगाए गए आरोप के आधार पर। बचोगे नहीं…। जब पुलिस ने कहा- तुम रिकॉर्ड में कहीं नहीं हो। तब राजन वर्मा टूट गया। एक-एक कर अपने जुर्म कबूल करने लगा। अब जानते हैं राजन से पूछे गए सवाल और उसके जवाब 1. कैसे सिपाही बन गए, वर्दी कहां से लाते थे? राजन : मेरा घर लखीमपुर खीरी के मिदनिया गढ़ी गांव में है। पिता का नाम वीरेंद्र पाल वर्मा है। मैं सिर्फ 8वीं तक पढ़ा हूं। हम लोग घर पर पेठा बनाते थे। मिनी फैक्ट्री थी। पेठे की सप्लाई अयोध्या में करते थे। 5 साल पहले मेरी मुलाकात सुनील गुप्ता नाम के सिपाही से हुई थी। सुनील SOG का जवान था। उसने मुझे अपने साथ रखा। वो मुझे कहता था कि तुम्हें भी सिपाही बना दूंगा। इसके लिए उसने मुझसे 5 लाख रुपए भी लिए। मुझे मुखबिर बताने लगा। मैं उसके साथ अयोध्या में सिविल लाइन में रहने लगा। इस दौरान परेड में शामिल हो जाता था। वर्दी पहन लेता था। धीरे-धीरे मैं पुलिस के तौर तरीके समझ गया था। लेकिन, बाद में मैंने सुनील की शिकायत अफसरों से कर दी। उसने मुझे पैसे वापस कर दिए। मैं वापस अपने गांव लौट आया। 2. शादी हुई या नहीं, इससे पहले कौन सा केस दर्ज हुआ? राजन : मैं जब अयोध्या में था। तब मेरा एक महिला सिपाही से अफेयर हुआ। हमारे बीच रिलेशनशिप बने। मैंने उससे शादी भी कर ली थी। लेकिन, एक रोज उसे पता चल गया कि मैं सिपाही नहीं हूं। मैं सिर्फ 8वीं तक पढ़ा हूं। इसके बाद उसने मुझे छोड़ दिया। लोक-लाज के डर से उस कॉन्स्टेबल ने मेरी शिकायत पुलिस से नहीं की। बस मैं बच निकला। 3. कितनी महिला सिपाहियों के साथ ऐसा किया? राजन: 10 महिला सिपाहियों से मैंने बात की। उनके पैसों पर ऐश की, लेकिन इनसे पीछा छुड़ा लेता। क्योंकि किसी न किसी तरह इन्हें पता चल जाता कि मैं फर्जी सिपाही हूं। मेरे खिलाफ पहला केस मुरादाबाद के सिविल लाइंस में 2021 में दर्ज हुआ। वहां की कॉन्स्टेबल संग करीब एक साल तक मैं रहा। इसके बाद मैं अलर्ट हो गया। अपने घर भाग आया। दूसरा केस 2022 में लखीमपुर के मितौली थाने में एक महिला सिपाही ने कर दिया। इसके बाद यहीं एक और महिला सिपाही ने भी केस दर्ज करा दिया। फिर मैं अलग-अलग जिलों में गया। महिला सिपाहियों के पैसे पर ऐश करने लगा। दो साल तक सब कुछ ठीक रहा। फिर बरेली की महिला सिपाही से दोस्ती हुई। इसी दौरान श्रावस्ती वाली सिपाही को पता चला और उसने मेरे खिलाफ केस कर दिया। फिर अब ये केस हो गया। 4. महिला सिपाहियों से दोस्ती कैसे करते थे? राजन : मैं जब अयोध्या में सुनील के साथ रहता था। तब जान गया था कि पुलिस वालों का व्यवहार कैसा होता है? कैसे बात करनी है? यह भी जान गया था कि पुलिस महकमे में कौन-कौन से अफसर होते हैं। सिपाही से बड़ा कौन होता है और कौन दरोगा के ऊपर होता है। मुझे यूपी पुलिस की सारी एक्टिविटी पता हो गई थी। विभाग की वेबसाइट भी जान गया था। इसलिए मैंने 1200 रुपए देकर एक वर्दी बनवाई। इसे पहनकर फोटो खिंचवाता और उसे अपने वॉट्सऐप स्टेटस पर लगाता था। इसके बाद मैं पुलिस की वेबसाइट पर विजिट करता था। ऐसी महिला सिपाहियों को चुनता था, जो मेरी कास्ट की हों। इंस्टाग्राम-फेसबुक के जरिए भी मैं महिला सिपाहियों से दोस्ती कर लेता था। वर्दी में रील बनाता और उन्हें भेजता। पहले विभाग की बात करता। कामकाज की बात करता। इसके बाद बताता कि अविवाहित हूं। घर वाले लड़की ढूंढ रहे हैं, लेकिन हमारे काम को समझने वाली लड़की हो तो सही रहेगा। बस फिर मैं रोज बात करता और प्रपोज कर देता। 5. पुलिस से कैसे बचते थे? कहां-कहां छिपे? राजन : पुलिस कैसे काम करती है, यह बात मुझे पता चल गई थी। इसलिए मैं केस दर्ज होने के बाद अपना फोन नंबर बदल देता था। लोकेशन बदल देता था। सब कुछ नए सिरे से करता था। मैं यूपी के करीब 15 जिलों में रहा। 12 से ज्यादा घटनाएं हो सकती हैं… कोतवाल डीके शर्मा ने बताया- ऐसी 5 महिला पुलिसकर्मी अभी तक जानकारी में आ चुकी हैं, जिनको भरोसे में लेकर राजन ने संबंध बनाए और फिर उनसे रुपए और माल समेट कर उन्हें धोखा दे दिया। ऐसी महिला पुलिसकर्मी उस पर रेप का आरोप लगा रही हैं। हालांकि, राजन के मोबाइल फोन के रिकॉर्ड और अन्य सूत्रों से पता लगा है कि ऐसी महिला पुलिसकर्मियों की संख्या कम से कम 12 होगी। संभव है कि इस कार्रवाई के बाद दूसरी महिला सिपाही भी शिकायत दर्ज कराएं। SP सिटी राहुल भाटी ने बताया- राजन वर्मा के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। कई सवाल हैं, जिनके जवाब अभी नहीं मिले हैं। पुलिस सभी एंगल पर जांच कर रही है। घटना से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें ‘वर्मा’ सरनेम की सिपाही को फंसाता…प्रमोशन के सपने दिखाता:होटल में संबंध बनाता, 36 लाख की ठगी की बरेली में 8वीं पास फर्जी सिपाही को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। वह वर्मा सरनेम की महिला सिपाहियों को अपने जाल में फंसाता। उनसे कहता-तुम भी वर्मा हो, मैं भी…एक ही बिरादरी के लोग हैं, एक-दूसरे का साथ नहीं देंगे क्या? मैं तुम्हारे प्रमोशन करवा दूंगा। पढ़ें पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर