<p style=”text-align: justify;”><strong>Haryana Assembly Election 2024:</strong> हरियाणा विधानसभा चुनाव में बीजेपी नेता बबीता फोगाट को टिकट नहीं मिलने पर उनके पिता महावीर फोगाट की प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने कहा है कि हर किसी को टिकट नहीं मिलता. पार्टी ने जो फैसला लिया है, वह सोच-समझकर लिया है. पार्टी जो फैसला लेगी, उसे स्वीकार करना चाहिए.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Haryana Assembly Election 2024:</strong> हरियाणा विधानसभा चुनाव में बीजेपी नेता बबीता फोगाट को टिकट नहीं मिलने पर उनके पिता महावीर फोगाट की प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने कहा है कि हर किसी को टिकट नहीं मिलता. पार्टी ने जो फैसला लिया है, वह सोच-समझकर लिया है. पार्टी जो फैसला लेगी, उसे स्वीकार करना चाहिए.</p> हरियाणा Maharashtra: MVA को कितनी सीटें मिलेंगी? विजय वडेट्टीवार का बड़ा दावा, कांग्रेस का आंकड़ा देख महायुति में मचेगी खलबली!
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गिल्ली-डंडा होता तो ‘वो’ कांस्य को भी तरस जाते:जिस खेल में विश्वकप जीतो, उसे खेलना बंद कर दो, ताकि जिंदगी भर कप आपका ही रहे
गिल्ली-डंडा होता तो ‘वो’ कांस्य को भी तरस जाते:जिस खेल में विश्वकप जीतो, उसे खेलना बंद कर दो, ताकि जिंदगी भर कप आपका ही रहे सारे समुद्र को स्याही बना दिया जाए और सारी धरती को कागज बना दूं, तब भी देश की समस्या लिखी नहीं जा सकती। एक लेखक जिधर चाहे, उधर ही धारा को मोड़ सकता है। खेलों में जो आजकल हालात हैं, उसके लिए नेहरू जी भी जिम्मेदार हो सकते हैं। हमारे जमाने में गिल्ली-डंडा, कंचे जैसे महान खेल हुआ करते थे। ये सब अब न जाने कहां लुप्त हो गए। अगर वे खेल होते तो आज दूसरे देश गोल्ड क्या, कांस्य को भी तरस जाते। जब हम पढ़ते थे तो खेलने की वजह से हमारी पिटाई होती थी। पतंग उड़ाते मिले तो बाप ने कूट दिया। उस समय यह कहा जाता था कि ‘पढ़ोगे-लिखोगे बनोगे नवाब, खेलोगे-कूदोगे बनोगे खराब।’ तो हमें नवाब बनाने के लिए हमारी पिटाई की जाती थी और हमारे बड़े, महापुरुषों के उदाहरण दिया करते थे। खेलने वाले बच्चों को कहा जाता था कि तुम समय बर्बाद कर रहे हो। लेकिन अब खेल और राजनीति को सत्ता ने अपने हाथ में ले लिया है। अब खेलों की डोर, खिलाड़ियों के हाथ से निकलकर राजनीति के हाथ में चली गई है। खेलों की इन दिनों जो दुर्गति हुई है, उसका केवल एक कारण है। खेलों के विषय में मेरे जैसे महान चिंतक की बात नहीं मानी गई। मैंने कहा था कि जिस खेल में विश्वकप जीत जाओ, उसे खेलना बंद कर दो, ताकि जिंदगी भर वह कप आपके पास रह सके। दूसरे देशों से कह दो कि इन दिनों हमारा मूड नहीं है खेलने का। बस, फिर कोई हमारा क्या बिगाड़ लेगा। धोनी ने वर्ल्ड कप जीता था, लेकर अपने घर बैठ जाते। खेलों का उद्धार कैसे हो। जिसने बल्ला देखा नहीं हो, जिसने गेंद को छुआ नहीं हो, वह क्रिकेट एसोसिएशन का पदाधिकारी हो जाता है। वही तय करता है कि कौन खिलाड़ी अच्छा है, कौन-सा खराब है। राजनीति के लिए खेल भी किसी खिलवाड़ से ज्यादा कुछ नहीं है। वैसे तो खिलाड़ियों के सम्मान में कसीदे गढ़ेंगे और वही खिलाड़ी कोई शिकायत करें या कोई मांग करें तो उन्हें पुलिस से पिटवाया जाता है। विनेश फोगाट के साथ जो ओलिंपिक में हुआ, वह दुर्भाग्यपूर्ण है। हार-जीत खेल का हिस्सा है। राजनीति खेलों का भला करना चाहे तो केवल इतना एहसान कर दे कि खेलों की नियामक संस्थाओं को राजनीति से मुक्त कर दो। क्रिकेटर का चयन केवल क्रिकेटर करे और मुक्केबाज का चयन केवल मुक्केबाजी के एक्सपर्ट करें। कुश्ती के लिए कौन भारत का प्रतिनिधित्व करेगा, इसका फैसला पहलवानों को करने दो। इतना हो जाए तो खिलाड़ियों के साथ खिलवाड़ होना बंद हो जाएगा। खेलों को जुआ बना दिया गया तो खेल पीछे रह जाएंगे और खिलाड़ियों को दांव पर लगा दिया जाएगा। हमें अपना इतिहास याद करना चाहिए। जुए ने हमारे देश में महाभारत करवाई थी। यदि खेलों में जुए के पासे चलने लगेंगे तो खेलों की दुर्दशा के लिए कांग्रेस वाले मोदी को जिम्मेदार ठहराएंगे और भाजपा वाले नेहरू को। खिलाड़ी अपना पूरा जीवन खेल के मैदान में झोंककर भी ठगा हुआ सा देखता रह जाएगा और खेलों से प्यार करने वाला देश यह समझ ही नहीं पाएगा कि इस देश में खेल हो रहे हैं या इस देश से खेल किया जा रहा है।
लखनऊ के इकाना में बंगाल V/S यूपी क्रिकेट मैच:यूपी 292 रन पर ऑल आउट,सुदीप और अभिमन्यू ने जड़ी फिफ्टी,बंगाल को 160 रनाें की बढ़त
लखनऊ के इकाना में बंगाल V/S यूपी क्रिकेट मैच:यूपी 292 रन पर ऑल आउट,सुदीप और अभिमन्यू ने जड़ी फिफ्टी,बंगाल को 160 रनाें की बढ़त लखनऊ के इकाना स्टेडियम में बंगाल बनाम यूपी के बीच रणजी मैच चल रहा है। तीसरे दिन दिन मैच खत्म होने तक बंगाल की टीम ने यूपी पर 160 रनों की बढ़त ले ली है। मैच को बैडलाइट के चलते 11 मिनट पहले ही रोक दिया गया। बंगाल के ओपनर अभिमन्यू ईश्वरन और सुदीप चटर्जी ने शानदार फिफ्टी जड़ी। बंगाल ने तीसरे दिन मैच खत्म होने तक दूसरी पारी में 36 ओवर में बिना विकेट खोए 141 रन बना लिए हैं। क्रीज पर 107 बाल पर 78 रन बनाकर अभिमन्यू ईश्वरन नाबाद हैं। उन्होंने पारी में सात चौके लगाए हैं। उनके साथ में पहली इनिंग में शानदार 116 रनों की पारी खेलने वाले सुदीप चटर्जी 109 बाल पर 59 रना बनाकर खेल रहे। सुदीप ने पारी में चार चौके लगाए हैं। वहीं, तीसरे दिन मैच के पहले सेशन में बंगाल ने यूपी की टीम को 89.2 ओवर में 292 रन बनाकर ऑल आउट कर दिया। तीसरे दिन यूपी की सबसे बड़ी पार्टनरशिप आखरी विकेट के लिए सिद्दार्थ यादव और अंकित राजपूत के बीच में 44 रनों की हुई। इसके बाद दिनभर चला पूरा मैच बंगाल के नाम रहा। यूपी के कप्तान आर्यन जुयाल शतक बनाने से चूके कप्तान आर्यन जुयाल ने सबसे अधिक 214 बाल पर 8 चौके की मदद से 92 रन बनाए। इसके अलावा सिद्धार्थ यादव ने 127 बाल पर 6 चौके और 3 छक्के की मदद से 73 रन बनाए। बंगाल के तेज गेंदबाज मुकेश कुमार और शहबाज अहमद ने चार-चार विकेट लिए। मोहम्मद कैफ को दो विकेट मिले। बंगाल की तरफ से दूसरी पारी में सुदीप चटर्जी और अभिमन्यु ईश्वरन ने पारी की शुरुआत की। पहले देखिए मैच की तस्वीरें 94 रन बनाने में यूपी टीम के 7 विकेट गिरे
दूसरे दिन मैच खत्म होने तक यूपी की टीम ने 3 विकेट के नुकसान पर 64 ओवर में 198 रन बनाए थे। यूपी के कप्तान आर्यन जुयाल 195 बाल पर 90 रन बनाकर नाबाद रहे थे। तीसरे दिन वह सिर्फ दो रन जोड़कर मुकेश कुमार की गेंद पर LBW होकर पवेलियन लौट गए। सिद्धार्थ यादव मैदान पर थोड़ी देर डटे रहे, लेकिन मुकेश कुमार की गेंद पर वह भी आउट हो गए। इसके बाद कोई बल्लेबाज क्रीज पर टिक नहीं सका। पूरी टीम ने 7 विकेट खोकर तीसरे दिन 94 रन ही बनाए। पहली पारी खत्म होने पर बंगाल की टीम ने यूपी पर 19 रनों की बढ़त बना ली। 311 रनों पर ऑल आउट हुई बंगाल
खेल के दूसरे दिन बंगाल की टीम 96.2 ओवर में 311 रन पर ऑल आउट हो गई। बंगाल को नई गेंद से बॉलिंग करते हुए यश दयाल ने 3 विकेट लेकर पारी खत्म की। दूसरे दिन पहला झटका शहबाज अहमद के रूप में लगा। वह 80 बाल पर 44 रन बनाकर यश दयाल की गेंद पर LBW हुए। इसके बाद 36 बाल पर 15 रन बनाकर खेल रहे सूरज सिंधु जायसवाल को यश दयाल ने बोल्ड कर दिया। अंतिम विकेट यश दयाल की गेंद पर मोहम्मद कैफ हिट लगाने के प्रयास में स्वास्तिक चिकारा को कैच थमा बैठे। पूरे मैच में 4- 4 विकेट यश दयाल और विपुराज निगम ने लिए। एक विकेट सौरभ कुमार को मिला, जबकि एक विकेट रन आउट से मिला। यश दयाल ने नई गेंद से दूसरे दिन मैच के पहले सेशन में तीन विकेट लेकर बंगाल की पहली पारी समाप्त कर दी। पहले बल्लेबाजों फिर स्पिनर को मदद
लाल मिट्टी की पिच पर अच्छी गति के साथ उछाल भी मिल रही है। तीसरे- चौथे दिन पिच पर स्पिनर्स को मदद मिल सकती है। पिच पर उछाल होने से गेंदबाजों के लिए भी मौके हैं। अभी हाल में हुए ईरानी ट्रॉफी के मैच में दो-तीन दिन पिच बल्लेबाजों के लिए मददगार रही। इसके बाद इस पर स्पिनर्स को मदद मिली। पांच मैचों में बंगाल से जीत नहीं सकी है यूपी की टीम
पिछले पांच मैचों में यूपी की टीम बंगाल के खिलाफ मैच जीत नहीं सकी है। इस बार यूपी की टीम एलीट ग्रुप सी में है। इसमें बंगाल, कर्नाटक, हरियाणा, बिहार, केरल, मध्यप्रदेश और पंजाब की टीम है। पिछले 5 मैच में बंगाल VS यूपी जनवरी 2024 : ड्रा, पहली पारी में बंगाल को बढ़त। दिसम्बर 2022 : बंगाल 6 विकेट से जीता। अक्तूबर 2016 : ड्रा, बंगाल को पहली पारी में बढ़त। जनवरी 2015 : ड्रा, दोनों पारी पूरी नहीं हो पाई थी। दिसम्बर 2013: बंगाल 8 विकेट से जीता। उत्तर प्रदेश की टीम
आर्यन जुयाल (कप्तान), स्वास्तिक चिकारा, प्रियम गर्ग, अक्षदीप नाथ, नीतिश राणा, सिद्धार्थ यादव, सौरभ कुमार, विपुराज निगम, यश दयाल, अंकित राजपूत और आकिब खान। बंगाल की टीम
अनुस्तुप मजूमदार (कप्तान), सुदीप चटर्जी, अभिमन्यु ईश्वरन, सुदीप कुमार घरामी, अभिषेक पोरेल (विकेट कीपर), रिद्धिमान साहा, शाहबाज अहमद, रितिक चटर्जी, सूरज सिंधु जायसवाल, मोहम्मद कैफ और मुकेश कुमार।
लुधियाना में सेहत विभाग की डेयरी पर छापेमारी:डेढ़ क्विंटल मिलावटी पनीर किया नष्ट, सिविल सर्जन बोले- कार्रवाई रहेगी जारी
लुधियाना में सेहत विभाग की डेयरी पर छापेमारी:डेढ़ क्विंटल मिलावटी पनीर किया नष्ट, सिविल सर्जन बोले- कार्रवाई रहेगी जारी लुधियाना में सेहत विभाग ने त्यौहारी सीजन नजदीक आने पर मिलावटखोरों पर एक्शन लेना शुरू कर दिया है। सेहत विभाग की टीमें शहर में अलग-अलग डेयरियां और मिठाइयों की दुकानों पर रेड कर रही है। सेहत विभाग ने एक डेयरी पर रेड करके करीब डेढ़ क्विंटल मिलावटी पनीर नष्ट करवाया है। यह पनीर त्योहारी सीजन के चलते शहर में सप्लाई होना था। शहर में रेड रहेगी जारी सिविल सर्जन डा. प्रदीप ने बताया कि विभाग को सूचना मिली थी कि कुछ लोग राहों रोड पर डेयरियों में मिलावटी सामान बना रहे है। टीम ने रेड की तो करीब डेढ़ क्विंटल पनीर मिला। यह पनीर मिलावटी है। इस कारण पनीर सहित कई अन्य खाने-पीने के सामान के सैंपल लिए गए है। यह पनीर शहर में अलग-अलग दुकानों पर सप्लाई होना था। इसी तरह अब मिठाई की दुकानों और अन्य खाने-पीने वाले दुकानों पर दबिश जारी रहेगी। सिविल सर्जन डा. प्रदीप अग्रवाल ने कहा कि हमने दुकानदारों से अपील है कि शहर निवासियों को मिलवटी खाद्य पदार्थ न दे। लोगों से भी अपील कि जहां कही भी खाने-पीने के सामान में मिलावट होती है तो तुरंत सेहत विभाग को सूचित करें। दुकानदार से पूछताछ की जा रही है कि वह कहां कहां माल सप्लाई करते है।