भिवानी से 10 प्रत्याशियों के रिजेक्ट हुए नामांकन इसी प्रकार से बवानीखेड़ा विधानसभा क्षेत्र क्षेत्र से चुनावी मैदान में कुल 19 उम्मीदवार थे, जांच के दौरान 7 रिजेक्ट हुए, इनमें से 2 ने अपना नामांकन वापस ले लिया है। कांग्रेस के प्रदीप नरवाल को हाथ का निशान, भाजपा के कपूर वाल्मीकि को कमल, आप पार्टी के धर्मबीर कुंगड़ को झाड़ू का, बसपा के संदीप को हाथी, जजपा की गुड्डी लांग्यान को चाबी, निर्दलीय सतबीर रतेरा को केतली, आम आदमी परिवर्तन पार्टी की मंजूरानी को टेलीफोन, राष्ट्रवादी जनलोक पार्टी के विकास कुमार को चारपाई, रमेश कुमार को टेलीविजन, रविता को नारियल का चुनाव चिन्ह दिया गया है। कांग्रेस के प्रदीप नरवाल के मैदान में आने से बवानीखेड़ा सीट हॉट सीट बन गई है। यहां पर भाजपा व कांग्रेस में आमने सामने की टक्कर है। भिवानी विधानसभा के रिटर्निंग अधिकारी महेश कुमार ने बताया कि भिवानी विधानसभा क्षेत्र से चुनावी मैदान में कुल 33 उम्मीदवार थे। जांच के दौरान 10 रिजेक्ट हुए हैं इनमें से अपना पांच ने नामांकन वापस ले लिया है। इस तरह से आम आदमी पार्टी की इंदू को झाड़ू, माकपा के ओमप्रकाश को दांती, हथोड़ा व सितारा का चुनाव चिह्न दिया गया है। इनेलो के कर्मबीर यादव को चश्मा, भाजपा के घनश्याम सर्राफ को कमल, पवन फौजी का रोड रोलर, कामरेड राजकुमार को कांच का गिलास, अभिजीत लाल सिंह को सितार, आनंद कुमार को रोबोट, जगत सिंह को सेब, जोगेंद्र को हांडी, पकंज तायल को बल्ला, डॉ. पवन कुमार को कैंची, प्रिया असीजा को एयर कंडीशनर, महाबीर बोहरा को अलमारी, राजीव को बाल्टी, रामअवतार शर्मा को ऑटो रिक्शा, रामकुमार को बेबी वॉकर, सतीश कुमार को सिलाई मशीन का चुनाव चिह्न दिया गया है। तोशाम विधानसभा क्षेत्र से 4 प्रत्याशियों द्वारा नाम वापस लेने के बाद 15 उम्मीदवार मैदान में रह गए है। रिटर्निंग अधिकारी डॉ. अश्विर सिंह नैन ने बताया कि चुनाव लड़ने वाले 15 उम्मीदवारों को चुनाव चिह्न अलाट किए गए। रिटर्निंग अधिकारी के अनुसार भारतीय जनता पार्टी से श्रुति चौधरी को कमल, इंडियन नेशनल कांग्रेस से अनिरुद्ध चौधरी को हाथ, राष्ट्रीय जनहित विकास पार्टी से सुभाष चंद्र को ट्रक, जननायक जनता पार्टी से राजेश भारद्वाज को चाबी, बहुजन समाज पार्टी से ओम सिंह को हाथी, पीपल पार्टी ऑफ इंडिया से बाबा बलवान नाथ को फलों की टोकरी, आम आदमी पार्टी के दलजीत सिंह को झाङू, राष्ट्रवादी जन लोक पार्टी से विजेन्द्र सिंह को सीटी व बहुजन मुक्ति पार्टी से प्रदीप को चारपाई का चुनाव चिह्न दिया गया है। इसी प्रकार निर्दलीय उम्मीदवारों में रजनीश कुमार को रोड रोलर, शशि रंजन परमार को गैस सिलेंडर, अनिल कुमार को फुटबॉल खिलाड़ी, बलवान सिंह को बल्ला, कृष्ण कुमार को गन्ना किसान और पुष्पा देवी को चक्की का चुनाव चिह्न दिया गया है। वहीं जगदीश निवासी गांव गोलागढ़, लक्ष्य परमार निवासी विकास नगर भिवानी, जितेंद्र नाथ निवासी विद्या नगर भिवानी व वीरेन्द्र सिंह निवासी गांव खानक ने अपने नामांकन पत्र वापस ले लिए हैं। रिटर्निंग अधिकारी एवं एसडीएम मनोज दलाल ने बताया कि विधानसभा क्षेत्र से जांच के बाद 15 उम्मीदवार चुनाव मैदान में रहे थे। आज 2 उम्मीदवारों नामांकन पत्र वापस ले लिया है। लोहारू विधानसभा क्षेत्र से 13 उम्मीदवार चुनाव मैदान में रह गए हैं। उन्होंने बताया कि जननायक जनता पार्टी से अलका को चाबी, आम आदमी पार्टी से गीता बाला को झाड़ू, भारतीय जनता पार्टी से जयप्रकाश दलाल को कमल का फूल, इंडियन नेशनल लोकदल से भूप सिंह को ऐनक तथा इंडियन नेशनल कांग्रेस से राजवीर सिंह को हाथ का निशान मिला है। इसी प्रकार निर्दलीय उम्मीदवार अमर सिंह को सेब, कृष्ण कुमार को फूलगोभी, राजबीर पुत्र बेगराज को कांच का गिलास, राजबीर पुत्र भरत सिंह को बाल्टी, राजबीर पुत्र मूलाराम को टेबल, संजय पुत्र बीरबल को डायमंड, संदीप पुत्र मुकेश सिंह को कोकोनट व सज्जन भारद्वाज को बांसुरी का चुनाव चिह्न आवंटित किया गया है। लोहारू विधानसभा से भाजपा के जयप्रकाश दलाल व कांग्रेस के राजबीर फरटिया के बीच आमने सामने का मुकाबला है। भास्कर न्यूज | भिवानी विधानसभा चुनाव में नामांकन वापस लेने के बाद आज जिले की चारों विधानसभाओं में 56 उम्मीदवार मैदान में रह गए हैं। इनमें सबसे अधिक 18 उम्मीदवार भिवानी विधानसभा व सबसे कम 10 उम्मीदवार बवानीखेड़ा विधानसभा में रह गए हैं। इनमें सबसे रोचक मुकाबला तोशाम में देखने को मिल रहा है जहां पर चचेरे भाई बहन मैदान में है। नामांकन वापस लेने के बाद अब पिक्चर कुछ स्पष्ट नजर आने लगी है। भिवानी में जहां चतुष्कोणीय मुकाबले के आसार बन गए हैं। यह मुकाबला भाजपा, कांग्रेस के संयुक्त प्रत्याशी, आप व निर्दलीय उम्मीदवार अभिजीत लाल सिंह के बीच बनता दिखाई दे रहा है। उसी प्रकार तोशाम विधानसभा में चचेरे भाई बहन के बीच शशि रंजन परमार त्रिकोणीय मुकाबला बनाने में लगे हुए है। कांग्रेस के प्रदीप नरवाल के बवानी खेड़ा विधानसभा में आने से यह विधानसभा क्षेत्र हाट सीट बन गया है। क्या पर मुकाबला कांग्रेस व भाजपा के बीच फंसा हुआ है। लोहारू विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस में भाजपा में आमने-सामने का द्वंद बना हुआ है।