महेंद्रगढ़ में पूर्व मंत्री रामबिलास शर्मा के तीखे तेवर:कल हर हाल में करेंगे नामांकन, कई पदाधिकारी दे सकते है इस्तीफा

महेंद्रगढ़ में पूर्व मंत्री रामबिलास शर्मा के तीखे तेवर:कल हर हाल में करेंगे नामांकन, कई पदाधिकारी दे सकते है इस्तीफा

हरियाणा के महेंद्रगढ़ में पूर्व शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा ने आज चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। हालांकि भाजपा ने अभी महेंद्रगढ़ और एनआईटी फरीदाबाद विधानसभा की सीट होल्ड कर रखी है। सूची का इंतजार किए बिना ही उन्होंने चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया। वो कल दोपहर 1:15 बजे अपना नामांकन दाखिल करेंगे। उससे पहले 10 बजे महेंद्रगढ़ आवास जयराम दास सदन पर कार्यकर्ताओं की बैठक लेंगे। मीडिया से बचते नजर आए रामबिलास शर्मा भाजपा के कद्दावर नेता हैं। दूसरी लिस्ट में भी उनका नाम नहीं आने से कार्यकर्ता में रोष है। दूसरी लिस्ट जारी होने के बाद कार्यकर्ताओं की उनके आवास पर मीटिंग हुई और उस मीटिंग में कार्यकर्ताओं ने उनको चुनाव लड़ने को कहा है। इस दौरान पूर्व मंत्री रामबिलास शर्मा मीडिया से बचते हुए नजर आए। सूत्रों अनुसार अगर भाजपा ने पूर्व मंत्री को महेंद्रगढ़ विधानसभा से टिकट नहीं दिया, तो पार्टी के कई पदाधिकारी इस्तीफा दे सकते हैं। पांच बार महेंद्रगढ़ से जीत चुके चुनाव बता दें कि रामबिलास शर्मा हरियाणा भाजपा के भीष्म पितामह के रूप में जाने जाते हैं। वो जनता पार्टी के समय से पार्टी से जुड़े हुए हैं। 1982 में उन्होंने पहली बार भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ा था। उसके बाद से वो लगातार भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ते आ रहे हैं। वो पांच बार महेंद्रगढ़ विधानसभा से चुनाव जीत चुके हैं। दो बार प्रदेश अध्यक्ष और तीन बार कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं। 1991 में वो पूरे प्रदेश में अकेले भाजपा की टिकट पर चुनाव जीते थे। कार्यकर्ताओं में रोष व्याप्त 2014 में वो प्रदेश अध्यक्ष थे, तब उनके नेतृत्व में भाजपा ने हरियाणा में पहली बार पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई थी। भाजपा की दो लिस्ट जारी होने के बाद भी जब उनका नाम नहीं आया, तो कार्यकर्ताओं में रोष व्याप्त है। बता दें कि कुछ दिन पहले कैलाश चंद शर्मा पाली ने महेंद्रगढ़ विधानसभा से टिकट मिले बिना ही भाजपा की टिकट पर नामांकन कर दिया। कैलाश पाली स्वयं सेवक रहे हैं और संघ के आदेश पर उन्होंने यह फॉर्म भरा था। नारनौल सीट से यादव समाज पर खेला दाव महेंद्रगढ़ और नारनौल विधानसभा हमेशा ब्राह्मणों की होती थी। नारनौल से पूर्व विधायक कैलाश चंद शर्मा और महेंद्रगढ़ से रामबिलास शर्मा दोनों ही भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ते थे, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में भाजपा नारनौल सीट से यादव समाज पर दाव खेल रही थी। इस बार महेंद्रगढ़ विधानसभा से भी यादव समाज से चुनाव लड़वाना चाह रही है। हालांकि अभी टिकट की घोषणा होना बाकी हैं, लेकिन ऐसी चर्चा कार्यकर्ताओं से सुनने को मिल रही है। हरियाणा के महेंद्रगढ़ में पूर्व शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा ने आज चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। हालांकि भाजपा ने अभी महेंद्रगढ़ और एनआईटी फरीदाबाद विधानसभा की सीट होल्ड कर रखी है। सूची का इंतजार किए बिना ही उन्होंने चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया। वो कल दोपहर 1:15 बजे अपना नामांकन दाखिल करेंगे। उससे पहले 10 बजे महेंद्रगढ़ आवास जयराम दास सदन पर कार्यकर्ताओं की बैठक लेंगे। मीडिया से बचते नजर आए रामबिलास शर्मा भाजपा के कद्दावर नेता हैं। दूसरी लिस्ट में भी उनका नाम नहीं आने से कार्यकर्ता में रोष है। दूसरी लिस्ट जारी होने के बाद कार्यकर्ताओं की उनके आवास पर मीटिंग हुई और उस मीटिंग में कार्यकर्ताओं ने उनको चुनाव लड़ने को कहा है। इस दौरान पूर्व मंत्री रामबिलास शर्मा मीडिया से बचते हुए नजर आए। सूत्रों अनुसार अगर भाजपा ने पूर्व मंत्री को महेंद्रगढ़ विधानसभा से टिकट नहीं दिया, तो पार्टी के कई पदाधिकारी इस्तीफा दे सकते हैं। पांच बार महेंद्रगढ़ से जीत चुके चुनाव बता दें कि रामबिलास शर्मा हरियाणा भाजपा के भीष्म पितामह के रूप में जाने जाते हैं। वो जनता पार्टी के समय से पार्टी से जुड़े हुए हैं। 1982 में उन्होंने पहली बार भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ा था। उसके बाद से वो लगातार भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ते आ रहे हैं। वो पांच बार महेंद्रगढ़ विधानसभा से चुनाव जीत चुके हैं। दो बार प्रदेश अध्यक्ष और तीन बार कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं। 1991 में वो पूरे प्रदेश में अकेले भाजपा की टिकट पर चुनाव जीते थे। कार्यकर्ताओं में रोष व्याप्त 2014 में वो प्रदेश अध्यक्ष थे, तब उनके नेतृत्व में भाजपा ने हरियाणा में पहली बार पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई थी। भाजपा की दो लिस्ट जारी होने के बाद भी जब उनका नाम नहीं आया, तो कार्यकर्ताओं में रोष व्याप्त है। बता दें कि कुछ दिन पहले कैलाश चंद शर्मा पाली ने महेंद्रगढ़ विधानसभा से टिकट मिले बिना ही भाजपा की टिकट पर नामांकन कर दिया। कैलाश पाली स्वयं सेवक रहे हैं और संघ के आदेश पर उन्होंने यह फॉर्म भरा था। नारनौल सीट से यादव समाज पर खेला दाव महेंद्रगढ़ और नारनौल विधानसभा हमेशा ब्राह्मणों की होती थी। नारनौल से पूर्व विधायक कैलाश चंद शर्मा और महेंद्रगढ़ से रामबिलास शर्मा दोनों ही भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ते थे, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में भाजपा नारनौल सीट से यादव समाज पर दाव खेल रही थी। इस बार महेंद्रगढ़ विधानसभा से भी यादव समाज से चुनाव लड़वाना चाह रही है। हालांकि अभी टिकट की घोषणा होना बाकी हैं, लेकिन ऐसी चर्चा कार्यकर्ताओं से सुनने को मिल रही है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर